Minal Aggarwal 1149 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 7 Next Minal Aggarwal 9 Feb 2022 · 1 min read बसंत ऋतु आई बसंत ऋतु आई प्रेम का संदेशा लाई फूलों को भंवरे के भंवरे को फूलों के करीब ले आई तन को पुलकित कर गई मन को कल्पनाओं के सुनहरी रंगों से... Hindi · कविता 372 Share Minal Aggarwal 9 Feb 2022 · 1 min read असंभव भी संभव परस्पर सहयोग से असंभव भी संभव सरल हो मन तो सहज बने जीवन। मीनल सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज सासनी गेट, आगरा रोड अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001 Hindi · कविता 202 Share Minal Aggarwal 9 Feb 2022 · 1 min read अपने साथ पर सुहाना सफर है मंजिल हसीन थकने का कहीं न नामो निशां जब अपने साथ पर हमें हो पूरा यकीन। मीनल सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज सासनी गेट, आगरा... Hindi · कविता 165 Share Minal Aggarwal 9 Feb 2022 · 1 min read जीवन के आखिरी सफर की तैयारी जीवन के आखिरी सफर की तैयारी तू मेरा सहारा जैसे हाथ में पकड़ रखी हो एक लाठी हम दोनों नापेंगे हर एक कदम अब सोच समझकर कोई गर कहीं फिसला... Hindi · कविता 1 202 Share Minal Aggarwal 9 Feb 2022 · 1 min read एक महान योद्धा उसके तन का मकान उम्र के आखिरी पड़ाव पर खंडहर होने लगा था लेकिन उसके मन का मंदिर अनगिनत दीपकों की लौ की झिलमिलाती रोशनियों से जगमगा रहा था। उसकी... Hindi · लघु कथा 404 Share Minal Aggarwal 8 Feb 2022 · 1 min read दिल की आंखों से आज मैंने किया है एक दुल्हन सा सोलह श्रृंगार मेरे चेहरे की सुंदरता नहीं अपने दिल की आंखों से मेरी आंखों में उतरते हैं जो तुम्हारे लिए प्यार भरे संपूर्ण... Hindi · कविता 184 Share Minal Aggarwal 7 Feb 2022 · 1 min read जो होते हैं सच्चे आशिक जो होते हैं सच्चे आशिक वह सच से ज्यादा झूठ का साथ देते हैं सबसे बड़ा झूठ तो होता है मोहब्बत का इकरार करना पर उसका कहीं न होना पर... Hindi · कविता 161 Share Minal Aggarwal 7 Feb 2022 · 1 min read मोहब्बत के सफर में मोहब्बत की पहल करी थी जिसने वह फिर पीछे हट गया और मोहब्बत के सफर में मोहब्बत फिर रह गई एक तरफा और तन्हा मोहब्बत का बिगुल खुद फूंककर फिर... Hindi · कविता 194 Share Minal Aggarwal 7 Feb 2022 · 1 min read दोष किसका कांटे को देख उसे फूल समझे वह चुभ जाये तब भी उसे फूल ही समझे वह तन जख्मी कर दे मन अपवित्र कर दे आत्मा लहूलुहान कर दे तब भी... Hindi · कविता 557 Share Minal Aggarwal 7 Feb 2022 · 1 min read लगातार वार गर आप किसी चीज पर लगातार ही वार करते रहेंगे तो वह अंततः टूट जायेगी यह सब आप क्यों करते हैं इससे क्या होता है हासिल इस विषय पर गंभीरता... Hindi · कविता 252 Share Minal Aggarwal 7 Feb 2022 · 1 min read एक आसमान दूसरी जमीन एक आसमान दूसरी जमीन दोनों को न चाहते हुए भी साथ साथ रहना पड़ता है एक उचित दूरी बनाये रखते हैं आपसी संबंधों में दोनों दोनों जो किसी दिन एक... Hindi · कविता 175 Share Minal Aggarwal 7 Feb 2022 · 1 min read दो आखिरी बचे हुए सितारे जिसे जितना अपना समझा वह उतना ही पराया निकला हर किसी ने आखिरकार छोड़ ही दिया मुझे जिंदगी के किसी न किसी मोड़ पर तन्हा यादों का काफिला भी अब... Hindi · कविता 181 Share Minal Aggarwal 7 Feb 2022 · 1 min read विष भरा रहे तेरे अंदर बेहतर है विष भरा रहे तेरे अंदर मरते दम तक और तू अपने घर वालों से बदसलूकी करता ही रहे उम्र भर गर जो कहीं तेरी आंख खुल गई और... Hindi · कविता 172 Share Minal Aggarwal 7 Feb 2022 · 1 min read उम्मीद को हरदम जिन्दा रखो उम्मीद को हरदम जिन्दा रखो दर्द को एक पल को भुला दो दिल को हमेशा जवान रखो धक धक करता धड़कता रखो आंखों में चमक लाकर सीना चौड़ा करके उम्र... Hindi · कविता 142 Share Minal Aggarwal 7 Feb 2022 · 1 min read मैं एक सूरज हूं मैं एक सूरज हूं जीवन के अंधकार को मिटाते हुए उसमें प्रकाश भरता हुआ मैं एक सूरज हो सकता हूं तो हम सब क्यों नहीं सब बन जायें जो सूरज... Hindi · कविता 224 Share Minal Aggarwal 6 Feb 2022 · 1 min read एक खोये हुए चांद सा सर्द हवा के झोंके सी एक सर्द आहट हो रही दिल के झरोखे में खिड़की का पल्ला हिल रहा हवा से हौले हौले ऐसा मालूम पड़ रहा कि तू कहीं... Hindi · कविता 216 Share Minal Aggarwal 6 Feb 2022 · 1 min read न जाने कितने रंग आसमान से मेरे दिल की जमीन पर न जाने हर समय कितने रंग उतरते ही रहते हैं मैं रंगों से सराबोर हूं एक रंगीली प्यार में डूबी कोई अलबेली इस... Hindi · कविता 217 Share Minal Aggarwal 6 Feb 2022 · 1 min read जी रही या मौत के करीब दूर रहती हूं तो आना चाहती हूं करीब आती हूं जो करीब तो पलट जाना चाहती हूं तुझसे नहीं खुद से ही दूर कहीं भाग जाना चाहती हूं यह क्या... Hindi · कविता 286 Share Minal Aggarwal 6 Feb 2022 · 1 min read जिंदगी ऐसे जीनी पड़ती है कि जिंदगी ऐसे जीनी पड़ती है कि मैं रहूं तो जिंदा पर लोगों को लगूं मरी सी मेरी जिंदगी की किताब के सारे सफ़्हे भरे होने चाहिए उसे मैं ही पढ़... Hindi · कविता 180 Share Minal Aggarwal 6 Feb 2022 · 1 min read दिल में दर्द ज्यादा हो तो दिल में दर्द ज्यादा हो तो वह गाने लगता है वह रोता नहीं मुस्कुराने लगता है दिल में दर्द को दबाये रखता है एक सीप में छिपे मोती सा मोती... Hindi · कविता 188 Share Minal Aggarwal 6 Feb 2022 · 1 min read अच्छे को इतना बुरा अच्छे को इतना बुरा समझते हैं तो फिर बुरे को यह लोग आखिरकार क्या समझेंगे यह तो यही जाने हम तो अच्छे थे अच्छे हैं और अच्छे ही रहेंगे बाकी... Hindi · कविता 240 Share Minal Aggarwal 6 Feb 2022 · 1 min read न बाबा न न बाबा न मुझे प्यार, मोहब्बत, इश्क नहीं करना मुझे ख्वाबों और ख्यालों में जीना और यादों के परों पे ही उड़ना। मीनल सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज... Hindi · कविता 512 Share Minal Aggarwal 5 Feb 2022 · 1 min read तेरी आंखों में पलती चाहत हद से ज्यादा प्यारी हैं तेरी आंखें दो हद से ज्यादा प्यार मुझे इनसे यह बंद हों या खुली मुझे तो दिखें हमेशा खुली मोहब्बत की तंग थी गली हर... Hindi · कविता 1 316 Share Minal Aggarwal 5 Feb 2022 · 1 min read बारिश को भी बारिश को भी अंदाजा था अहसास था ख्याल था मेरी प्यास का तभी तो आज छन से बरस गई मेरे आंगन और बस फिर रुकी नहीं थमी नहीं पायल खनकाती... Hindi · कविता 235 Share Minal Aggarwal 5 Feb 2022 · 1 min read तस्वीरें कभी सच कहां बोलती हैं तस्वीरों से खुशी झलकती दिखती है पर तस्वीरें कभी सच कहां बोलती हैं यह रंगीन दिखती हैं पर होती हैं एक फोटो की निगेटिव की तरह ही श्वेत और श्याम... Hindi · कविता 242 Share Minal Aggarwal 4 Feb 2022 · 1 min read घर की छत हमारे घर की छत पर वह रहते हैं ऐसे जैसे उन्हीं के घर की छत हो यह अलग बात है कि हम उनके घर के सामने से होकर गुजर सकने... Hindi · कविता 465 Share Minal Aggarwal 4 Feb 2022 · 1 min read पानी पानी धुआं धुआं हैं पानी पानी हैं धुआं धुआं हैं अब तो जज्बात मेरे न सीने में प्यार की आग धधकती है न ही दिल में भड़क रहे अंगार नफरत के। मीनल सुपुत्री श्री... Hindi · कविता 260 Share Minal Aggarwal 4 Feb 2022 · 1 min read कितना खोखला है कितना खोखला है और खुद को भरा पूरा समझता है थोड़ा भरा होता तो खुद को इंसान की जगह खुदा समझ रहा होता। मीनल सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार इंडियन डाईकास्टिंग... Hindi · कविता 157 Share Minal Aggarwal 4 Feb 2022 · 1 min read लकीर से रिश्ते को इस मिटते हुए लकीर से रिश्ते को मैं मिटा ही देती हूं क्योंकि इसे आगे बढ़ना नहीं और मुझे भी अब पीछे मुड़कर देखना नहीं। मीनल सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार... Hindi · कविता 487 Share Minal Aggarwal 4 Feb 2022 · 1 min read तुम्हारा क्या जाता है किसी की थोड़ी सी तारीफ कर दो तुम्हारा क्या जाता है वह थोड़ी देर के लिए खुश हो जायेगा तुम्हारा क्या जाता है किसी के मुस्कुराते चेहरे को देखकर यह... Hindi · कविता 187 Share Minal Aggarwal 4 Feb 2022 · 1 min read समय कहां से लाऊं घर की चक्की में ही पीसती रहती हूं मैं तो चौबीसों घंटे घुन लगा गेहूं सिर पर घी रगड़ने और बदन पर चंदन का सुगंधित तेल मलने का समय मैं... Hindi · कविता 1 2 444 Share Minal Aggarwal 4 Feb 2022 · 1 min read जिसके अल्हड़ मन में भगवान की प्रतिमा को जो पत्थर समझे और पत्थर को भगवान क्या करे फिर कोई ऐसे इंसान का जिसके अल्हड़ मन में हो किसी और की एक शैतानी आत्मा का... Hindi · कविता 184 Share Minal Aggarwal 3 Feb 2022 · 1 min read मैं भगवान के समीप हूं या मैं भगवान के समीप हूं या वह मेरे करीब इस रहस्य की खोज में अभी भी तत्परता से जारी हूं मैं। मीनल सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज सासनी... Hindi · कविता 2 381 Share Minal Aggarwal 3 Feb 2022 · 1 min read प्रतिछाया मैं आज की रात सोते समय थोड़ी सी परेशान और उदास थी। कई बार जिन्दगी में बहुत खालीपन महसूस होता है और सर्द तन्हाइयों की स्याह काली रातें तो किसी... Hindi · लघु कथा 1 447 Share Minal Aggarwal 3 Feb 2022 · 1 min read मंजिल करीब थी यह रास्ता संकरा था कठिनाइयों से भरा था मंजिल करीब थी एक नये सवेरे की उजली रोशनी से भरी थी। मीनल सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज सासनी गेट,... Hindi · कविता 1 192 Share Minal Aggarwal 3 Feb 2022 · 1 min read प्यार की रागिनी तू मेरा सूरज मैं तेरी चांदनी हाथ में हाथ थामकर दिल से दिल बांधकर चल गायें प्यार की कोई रागिनी देख गौर से, सुन रही यह सारी फिजां हमारे प्रेम... Hindi · कविता 192 Share Minal Aggarwal 3 Feb 2022 · 2 min read एक मछुआरे का संकल्प जीवन में सपने बुनने का अधिकार सबको होता है। क्या कोई आदमी गर पैसे, ओहदे और रुतबे से दुनिया की नजरों में छोटा है तो क्या वह खुद के लिए... Hindi · लघु कथा 219 Share Minal Aggarwal 3 Feb 2022 · 1 min read जख्म आंखों से तेरे यह दुनिया इतनी जालिम है कि कभी न कभी, किसी न किसी मोड़ पर अपने चेहरे के असली रंग दिखाने से नहीं चूकती जख्म आंखों से तेरे तो दिखते हैं... Hindi · कविता 1 179 Share Minal Aggarwal 3 Feb 2022 · 1 min read मैं तेरा तू मेरा मैं तेरा पिता तू मेरा बेटा अपनी गोद में नहीं अपने दिल में लेकर मैं तुझे सोता तू भी चैन से, मैं भी चैन में सीने से चिपकाकर बाहों में... Hindi · कविता 189 Share Minal Aggarwal 3 Feb 2022 · 1 min read हे मेरे परवरदिगार इस भीड़ की तन्हाई में दम घुट जायेगा हे मेरे परवरदिगार अब तो मुझसे आन मिलो। मीनल सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज सासनी गेट, आगरा रोड अलीगढ़ (उ.प्र.)... Hindi · कविता 160 Share Minal Aggarwal 3 Feb 2022 · 1 min read अपने बिछड़ों से मिलने यह एक सुंदर पहाड़ियों के बीच बसा गांव था, मेरे ही सुंदर सपनों की तरह मगर न जाने क्यों वीरान लग रहा था। प्रकृति की छटा निराली थी पर जीवन... Hindi · लघु कथा 385 Share Minal Aggarwal 3 Feb 2022 · 1 min read फूल और तितली फूल कहे मैं तितली हूं तितली कहे मैं फूल फूल कहे मैं तेरा रंग हूं तितली कहे तू संग मेरे तो मैं खुशबू हूं। मीनल सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार इंडियन... Hindi · कविता 244 Share Minal Aggarwal 3 Feb 2022 · 1 min read ऐ हुस्न की मल्लिका फूल सा अपना चेहरा क्यों मोड़ रही इसे सबको क्यों नहीं दिखा रही इन फूलों की बहारों से भी ज्यादा हसीन होंगी तुम यह राज ऐ हुस्न की मल्लिका पर... Hindi · कविता 346 Share Minal Aggarwal 3 Feb 2022 · 1 min read जो मन कुछ ठान ले तो उतरने लगती हूं जब कभी पहाड़ियों से घिरे गांव में मैं पहाड़ी से नीचे उतरते रस्ते पर तो सोचती हूं कि क्या अब बीच रस्ते कोई रास्ता ऐसा भी मिलेगा... Hindi · कविता 343 Share Minal Aggarwal 3 Feb 2022 · 1 min read प्रेम दिन में एक सूरज की तरह है रात में एक चांद की तरह बाग में एक फूल की तरह फूल में एक खुशबू की तरह जिस्म में एक दिल की... Hindi · कविता 271 Share Minal Aggarwal 3 Feb 2022 · 1 min read चांद की कांगड़ी बनकर तुम न दिन में मिले सूरज की तपिश न काली स्याह रातों में सपनों में भी कहीं मिले तेरा साथ तो समझ नहीं आ रहा मन परेशान है रूह बेचैन कि... Hindi · कविता 188 Share Minal Aggarwal 21 Jan 2022 · 1 min read जो गला काट रहा तुम्हारे बारे में वह सोच ही नहीं रहा और एक तुम हो कि उसी के बारे में सोचे जा रहे हो अब तो निकल आओ इस दलदल से बाहर कि... Hindi · कविता 1 157 Share Minal Aggarwal 21 Jan 2022 · 1 min read क्या आंखें खुली सब कुछ तबाह होने पर आंखें खुली तो क्या खुली तब भी तबाही का मंजर देखने पर भी जिसने किया था तबाह उसी को नजरें तलाशती रही तो फिर क्या... Hindi · कविता 282 Share Minal Aggarwal 21 Jan 2022 · 1 min read हंसते हंसते हंसते हंसते कहीं एकाएक आंख भर आई गला सूखने लगा दिल एक सूखे पत्ते सा कांपने लगा रूह सहम गई एक सर्द हवा की शीत लहर एक गर्म सुलगते रेगिस्तान... Hindi · कविता 413 Share Minal Aggarwal 20 Jan 2022 · 1 min read सवाल के जवाबों को कल की कल सोचेंगे आज तो आज में जी लें पल पल तो जीवन के समीकरण बदलते रहते हैं पहले से सवाल हल करके इनके जवाबों को एक कोरे पन्ने... Hindi · कविता 1 232 Share Previous Page 7 Next