Shekhar Chandra Mitra Language: Hindi 3940 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 50 Next Shekhar Chandra Mitra 28 Dec 2021 · 1 min read खेलती हुई लड़कियां उड़ती हुई चिड़ियां, तैरती हुई मछलियां, नाचती हुई तितलियां और खेलती हुई लड़कियां दुनिया का सबसे मनोहर दृश्य बनाती हैं! Shekhar Chandra Mitra #स्त्रीविमर्श #सृजनचेतना #नारीवाद #feminism Hindi · मुक्तक 257 Share Shekhar Chandra Mitra 28 Dec 2021 · 1 min read जाति है कि जाती नहीं... सदियों से हमारी जाति में लोग मिलते रहे हैं माटी में... (१) रह-रहकर उठा करती है एक हूक-सी मेरी छाती में... (२) किस वहशी ने लगाई आग गौतम-नानक की थाती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 180 Share Shekhar Chandra Mitra 28 Dec 2021 · 1 min read देखिए टैलेंट को सुट पे न जाइए बुट पे न जाइए देखिए टैलेंट को लुक पे न जाइए! (१) कैमरा और कलम भी चीज़ है कोई आज के दौर में बंदूक पे न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 212 Share Shekhar Chandra Mitra 28 Dec 2021 · 1 min read एक और इंकलाब कितना बर्दाश्त करें नौजवान! क्यों न एहतिजाज करें नौजवान!! तो डोल उठेंगे उनके इंद्रासन अगर बुलंद आवाज करें नौजवान!! अंज़ाम की परवाह किए बग़ैर देश के उज्जवल भविष्य के लिए!... Hindi · कविता 173 Share Shekhar Chandra Mitra 28 Dec 2021 · 1 min read पाकिस्तान की गाते हैं! ना तो पाकिस्तान की खाते हैं ना ही हिंदुस्तान की खाते हैं! हम मेहनतकश अवाम केवल अपने ईमान की खाते हैं!! किसी भी सिरफिरे को यह कहने का हक़ नहीं... Hindi · शेर 362 Share Shekhar Chandra Mitra 28 Dec 2021 · 1 min read कड़वे सच मैं बागी हूं, इंकलाबी हूं। सच कहने का बस आदी हूं। ना नक्सल हूं, ना जेहादी हूं। ना दंगाई हूं, ना फसादी हूं। Shekhar Chandra Mitra Hindi · मुक्तक 391 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Dec 2021 · 1 min read जाति-प्रथा का नाश हो! ऊंच-नीच का फ़र्क किया इसने! लोगों का जीवन नर्क किया इसने!! सत्यानाश हो जाति-प्रथा का! देश का बेड़ा ग़र्क़ किया इसने!! Shekhar Chandra Mitra #जनवादीकविता #अवामीशायरी #भोजपुरीसिनेमा #इंकलाबीशायरी Hindi · शेर 198 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Dec 2021 · 1 min read लड़की हूं, लड़ सकती हूं किसने कहा कि डर सकती हूं लड़की हूं मैं, लड़ सकती हूं जी सकती हूं घर के लिए तो देश के लिए भी मर सकती हूं Shekhar Chandra Mitra #स्त्रीविमर्श... Hindi · मुक्तक 511 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Dec 2021 · 1 min read नफ़रत का मंत्र इम्तिहान का वक़्त है तुम पीछे हटो नहीं डंटो वहीं-डंटो वहीं डंटो वहीं-डंटो वहीं! जाति-धर्म के नाम पर आपस में बंटो नहीं डंटो वहीं-डंटो वहीं डंटो वहीं-डंटो वहीं!! जिस्म चाहे... Hindi · कविता 323 Share Shekhar Chandra Mitra 27 Dec 2021 · 1 min read गर्म माहौल धर्म के लिए है आदमी या आदमी के लिए धर्म! ये दंगे-फसाद देखकर आती है मुझको शर्म!! धर्मगुरुओं, राजनेताओं और पूंजिपतियों में से! किसने किया इस देश के माहौल को... Hindi · मुक्तक 453 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Dec 2021 · 1 min read मीडिया की फनकारी मेरे ख़ैर-ख़्वाह ने अभी-अभी सुनाया फ़रमान सरकारी है तुम कलम से मत खेलो ऐसे अरे, यह तलवार दोधारी है... (१) जो अवाम का मर्सिया नहीं, हुक्मरान का कसीदा गाए शायर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 278 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Dec 2021 · 1 min read हां, लड़की हूं मैं-लड़ सकती हूं! समाज के खातिर जी सकती हूं देश के खातिर मर सकती हूं अपने घर से लेकर संसद तक आख़िर क्या नहीं कर सकती हूं हां, लड़की हूं मैं, लड़ सकती... Hindi · मुक्तक 150 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Dec 2021 · 1 min read लड़की हूं, मैं लड़ सकती हूं! जी-जान लगाके पढ़ सकती हूं अपने भविष्य को गढ़ सकती हूं मुझे एक बार मौका तो मिले हर सोच से आगे बढ़ सकती हूं हां, लड़की हूं मैं लड़ सकती... Hindi · मुक्तक 411 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Dec 2021 · 1 min read सच का सूरज निकलेगा सच का सूरज निकलेगा! पिघलेगा भीतर का बर्फ पिघलेगा! तमाम साजिशों के बावजूद एक दिन! बदलेगा देश का निज़ाम बदलेगा! Shekhar Chandra Mitra #सृजनचेतना #अवामीशायरी Hindi · कविता 256 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Dec 2021 · 1 min read बगावत कर संविधान में देश की जान बसी किसी तरह इसकी हिफाज़त कर। बगावत कर बगावत कर बगावत कर बगावत कर! Shekhar Chandra Mitra Hindi · मुक्तक 334 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Dec 2021 · 1 min read भगतसिंह और अंबेडकर मैं इंकलाब का शाहीन हूं तो मोहब्बत का हूं फाख्ता! ना तो मजहब से रिश्ता मेरा ना ही सियासत से वास्ता!! भगतसिंह और अंबेडकर के बीच से होकर जाता है!... Hindi · शेर 141 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Dec 2021 · 1 min read मज़हब या इंसानियत? जहां दिलों में प्यार भरा हो वहीं खिलती है ज़िंदगी! अगर दीप से दीप मिलें तो कुछ और बढ़ती है रोशनी!! ऐ मज़हब को मुल्क की बुनियाद बनाने वाले बता!... Hindi · शेर 1 1 204 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Dec 2021 · 1 min read संविधान बदल दोगे! पांच साल में सदियों का हिंदोस्तान बदल दोगे? तुम इसकी गंगा-जमुनी पहचान बदल दोगे? बाबा साहेब ने जिसे लिखा था अपने ख़ून से क्या हमारा वो अज़ीम संविधान बदल दोगे? Hindi · शेर 169 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Dec 2021 · 1 min read हेट स्पीच तुम जिसे चाहे आतंकवादी कह दो जेहादी कह दो, नक्सलवादी कह दो! तुम जिसे चाहे देशद्रोही कह दो गद्दार कह दो, माओवादी कह दो!! सरकार से लेकर अख़बार तक चारों... Hindi · कविता 145 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Dec 2021 · 1 min read अशफाक और बिस्मिल क्या जिस्म से तुम दिल को अलग करोगे? अशफाक से बिस्मिल को अलग करोगे? खुद को पहचानना भी हो जाएगा मुश्किल अगर चिराग़ से महफ़िल को अलग करोगे। Shekhar Chandra... Hindi · मुक्तक 165 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Dec 2021 · 1 min read प्यार या युद्ध? लड़ते हैं तो लड़ें लोग डरते हैं तो डरें लोग हम तो प्यार करेंगे बस चाहे कुछ भी करें लोग... (१) काम ज़्यादा उम्र है कम कौन पाले बेकार ग़म... Hindi · गीत 321 Share Shekhar Chandra Mitra 25 Dec 2021 · 1 min read मार्शल लॉ के सन्नाटे को तोड़ने वाली आवाज़ कबीर की आवाज़ मार्शल लॉ के सन्नाटे को तोड़ने वाली एक गुस्ताख आवाज़ है। आज हमारे देश को नासूर हो चुके ज़ख्मों पर पूरी बेरहमी से नश्तर चलाने वाले कुछ... Hindi · लेख 487 Share Shekhar Chandra Mitra 25 Dec 2021 · 1 min read शिक्षा कितनी ज़रूरी यहां जो भी पढ़ेगा, वह लाज़िमी है गढ़ेगा! यहां जो भी गढ़ेगा, वह लाज़िमी है बढ़ेगा! कामयाबियों की बुलंदी पर आख़िरकार यहां जो भी बढ़ेगा, वह लाज़िमी है चढ़ेगा! Shekhar... Hindi · मुक्तक 1 175 Share Shekhar Chandra Mitra 25 Dec 2021 · 1 min read जड़ता पर चोट ज़रूरी मर गया-मर गया मर गया देश! सड़ गया-सड़ गया सड़ गया समाज! यहां क्यों नहीं होती कोई बगावत ! यहां क्यों नहीं होता कोई इंकलाब! Shekhar Chandra Mitra #जनवादीकविता #अवामीशायरी... Hindi · मुक्तक 233 Share Shekhar Chandra Mitra 25 Dec 2021 · 1 min read जातीय घृणा हम क्यों मरें आपस लड़के! जात-पात की क़ब्रो में सड़के!! आओ गिरा दें सारी दीवारें! एक-दूसरे से प्यार करके!! Shekhar Chandra Mitra #जनवादीकविता #अवामीशायरी #इंकलाबीशायरी #ईशनिंदा Hindi · मुक्तक 352 Share Shekhar Chandra Mitra 25 Dec 2021 · 1 min read धर्मनिरपेक्षता का कोई विकल्प नहीं चारों तरफ सिर्फ़ शोर-शराबा! चारों तरफ सिर्फ़ खून-खराबा!! किसी धार्मिक देश में होता क्या चारों तरफ सिर्फ़ अर्थी-जनाजा!! Shekhar Chandra Mitra #जनवादीकविता #अवामीशायरी #इंकलाबीशायरी #ईशनिंदा Hindi · मुक्तक 386 Share Shekhar Chandra Mitra 25 Dec 2021 · 1 min read ईशनिंदा क़ानून की मांग कब तक ये निज़ाम रहेगा कब तक ये दस्तूर चलेंगे! क़बीलाई ढ़र्रे पर आख़िर कब तक ये जम्हूर चलेंगे!! इक बेअदबी की तोहमत में नाहक़ ही घर से वहशत में!... Hindi · मुक्तक 208 Share Shekhar Chandra Mitra 25 Dec 2021 · 1 min read जंगे-आजादी ज़ारी है... माना कि बहुत अंधियारी है और एक-एक पल भारी है फिर भी रात से दीयों की जंग-ए-आजादी ज़ारी है..! Shekhar Chandra Mitra Hindi · मुक्तक 187 Share Shekhar Chandra Mitra 24 Dec 2021 · 1 min read लड़की हूं मैं, लड़ सकती हूं! कुछ कहते हुए भी डरती थी कुछ करते हुए भी डरती थी इस मनुवादी समाज में क्योंकि मैं तो एक लड़की थी फिर मैंने आम्बेडकर को पढ़ा और सब कुछ... Hindi · गीत 1 2 394 Share Shekhar Chandra Mitra 24 Dec 2021 · 1 min read हंगामा है क्यों बरपा..? मैं इश्क़ लिखूं या इंकलाब! कुदरत लिखूं या समाज!! एक हंगामा हो ही जाता है! ज़िंदगी लिखूं या किताब!! Shekhar Chandra Mitra Hindi · मुक्तक 155 Share Shekhar Chandra Mitra 23 Dec 2021 · 1 min read दांव पर लगा देश यहां सभी कठपुतली, एक मदारी है! दांव पर अब देश लगा, वह जुआरी है!! सब कुछ तो बता दिया इशारे से मैंने जो अब भी नहीं समझा, कैसा अनाड़ी है!! Hindi · मुक्तक 189 Share Shekhar Chandra Mitra 23 Dec 2021 · 1 min read मुर्दों के शहर में कुछ भी हो जाए लेकिन यहां कोई फ़र्क नहीं पड़ने वाला! मुर्दों के शहर में सच के लिए भला है ही कौन लड़ने वाला!! ताज़्जुब नहीं, जो गुनहगार हो जाते... Hindi · मुक्तक 372 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Dec 2021 · 1 min read बेअदबी के नाम पर रास्ते खुले हैं अनगिनत शैतान होने के लिए मेहनत करनी पड़ती है इंसान होने के लिए... (१) हमसे अपनी आज़ादी संभाली नहीं जा रही बेताब हैं हम फिर से गुलाम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 179 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Dec 2021 · 1 min read ईश निंदा कानून अपनी शर्त पर जीना अपने अंदाज में मरना दिल जो कहे तुम्हारा तुम्हें वही काम करना... (१) प्यार और दोस्ती के राह में आने वाले किसी भी तरह के ख़तरे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 310 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Dec 2021 · 1 min read हयात की तल्ख़ियां तेरी क़दर कौन करेगा यहां सबकी अक्ल पर पड़ा है ताला! आखिर अब पलक झपकते कैसे कटेगा सदियों का है यह जाला!! अगर पश्चिम होता तो लोग तुझे हाथों-हाथ ले-लेते।... Hindi · मुक्तक 147 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Dec 2021 · 1 min read सोना मना है ऐसी काली रातों में सोना मना है! परियों के सपनों में खोना मना है! दूसरों के आंसू पोंछना छोड़के कायर की तरह ख़ुद रोना मना है! #Geetkar Shekhar Chandra Mitra... Hindi · मुक्तक 307 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Dec 2021 · 1 min read नौजवानों से अपील एक लड़ाई हमने लड़ी दूसरी लड़ाई तुम लड़ो! एक चढ़ाई हमने चढ़ी दूसरी चढ़ाई तुम चढ़ो! दीप से दीप जलता रहे तम से रण चलता रहे! एक ढिंठाई हमने करी... Hindi · कविता 1 1 136 Share Shekhar Chandra Mitra 21 Dec 2021 · 1 min read ज़हर का प्याला एक आग लगी मेरे सीने में हाय, दिसम्बर के महीने में... (१) जब से छुआ है मेरे होठों ने तेरे होठों को कोई भीनी-भीनी ख़ुशबू आए मेरे ख़ून-पसीने में... ... Hindi · गीत 315 Share Shekhar Chandra Mitra 21 Dec 2021 · 1 min read शिक्षा सबके लिए आएगी इस देश में हरियाली आएगी! घर-घर में सबके लिए खुशहाली आएगी!! शिक्षा से ही खुलेंगे सारे खिड़की-दरवाजे! चारों ओर से झूम के उजियाली आएगी!! Hindi · मुक्तक 192 Share Shekhar Chandra Mitra 21 Dec 2021 · 1 min read रैन बसेरा (निर्गुन) यहां कोई सदा न रह पाए दुनिया एक सराए एक इधर से जाए, रे राही एक उधर से आए... (१) कौन अपना-कौन पराया झूठ-मूठ का सब मोह-माया समय रहते ही... Hindi · गीत 275 Share Shekhar Chandra Mitra 20 Dec 2021 · 1 min read किसकी सरकार ? कैसी सरकार किसकी सरकार जिसकी होगी उसकी सरकार। वोट देते वक़्त किसने सोचा था निकलेगी आख़िर ऐसी सरकार! Shekhar Chandra Mitra Hindi · मुक्तक 200 Share Shekhar Chandra Mitra 20 Dec 2021 · 1 min read बढ़ती हुई धर्मांधता सबमें ज़हीन एक समान सबमें जाहिल एक समान! सबमें मसीह एक समान सबमें क़ातिल एक समान! क्या भारत-क्या पाकिस्तान क्या हिंदू-क्या मुसलमान! सबमें दरियादिल एक समान सबमें तंगदिल एक समान!... Hindi · कविता 264 Share Shekhar Chandra Mitra 20 Dec 2021 · 1 min read जनता का कवि जो करे सत्ता की जय-जयकार! वह ना तो कवि ना ही पत्रकार!! कैसे फटता नहीं कलेजा उसका सुनकर भी जनता का हाहाकार!! Shekhar Chandra Mitra #जनवादीकविता #अवामीशायरी Hindi · मुक्तक 1 431 Share Shekhar Chandra Mitra 20 Dec 2021 · 1 min read सियासी कैदी जेलें छोटी पड़ जाएंगी बेगुनाहों को कैद कर-करके! इस देश को ज़िंदा रखेंगे हंसते हुए हम तो मर-मरके!! इस दुनिया की तारीख़ से कोई सबक नहीं सीखा तुमने! आज़ादी के... Hindi · कविता 337 Share Shekhar Chandra Mitra 20 Dec 2021 · 1 min read काली करतूतें जो मूर्दा हैं, मूर्दा ही रहेंगे! जो जिंदा हैं, ज़िंदा ही रहेंगे!! हुक्मरानों की करतूतों पर हम शर्मिंदा हैं, शर्मिंदा ही रहेंगे!! Shekhar Chandra Mitra #अवामीशायरी #इंकलाबीशायरी #चुनावीशायरी #सियासीशायरी Hindi · मुक्तक 173 Share Shekhar Chandra Mitra 19 Dec 2021 · 1 min read कामरेड भगतसिंह ऐ साथी भगतसिंह, लाल सलाम लाल सलाम- तुझे लाल सलाम पूरा करेंगे हम-मिल-जुलकर तेरा ख़्वाब-तेरा अरमान... (१) होकर ही रहेगा इंकलाब बदलेगा यह देश-समाज चाहे बचे या टूटे दिल चाहे... Hindi · गीत 298 Share Shekhar Chandra Mitra 19 Dec 2021 · 1 min read फ्रीडम फाइटर जो ज़ुल्म कर रहा है जो ज़ुल्म सह रहा है जो ज़ुल्म देख रहा है जो ज़ुल्म सुन रहा है वो हर कोई मुजरिम है सिवाय उस एक के जो... Hindi · कविता 172 Share Shekhar Chandra Mitra 19 Dec 2021 · 1 min read धार्मिक राज्य के ख़तरे आख़िर क्या करोगे भारत का? उसे एक हिंदू देश बनाओगे! सीधे-सीधे क्यों नहीं कहते कि साफ-साफ क्यों नहीं कहते कि शंबुकों के सिर करोगे क़लम एकलव्यों के अंगूठे कटवाओगे। सीताओं... Hindi · कविता 174 Share Shekhar Chandra Mitra 18 Dec 2021 · 1 min read संविधान पर हमला क्या मज़हब की बुनियाद पर अब यह मुल्क खड़ा होगा! संविधान पर हमला हुआ तो अनर्थ बहुत बड़ा होगा!! कई सर फूटेंगे-कई बाजू टूटेंगे कई घर जलेंगे-कई बाग उजड़ेंगे! आज़ादी... Hindi · मुक्तक 1 177 Share Shekhar Chandra Mitra 18 Dec 2021 · 1 min read इंकलाब ज़िंदाबाद तू नारा-ए-इंकलाब उठा आवाज़ उठा-आवाज़ उठा! सुन वक़्त की-फरियाद उठा आवाज़ उठा-आवाज़ उठा!! इससे पहले कि-तेरा देश इससे पहले कि-तेरा समाज अब हो जाए-बर्बाद उठा आवाज़ उठा-आवाज़ उठा!! Shekhar Chandra... Hindi · मुक्तक 203 Share Previous Page 50 Next