sushil sarna 652 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 6 Next sushil sarna 22 Mar 2024 · 1 min read कविता कविता कविता निकली पहन कर, नव रस के परिधान । शब्द - शब्द हर प्रश्न का, लेकर चली निदान ।। लेकर चली निदान , समय कब इसका रीता । जीती... Quote Writer 58 Share sushil sarna 22 Mar 2024 · 1 min read लाड बिगाड़े लाडला , लाड बिगाड़े लाडला , उसकी बिगड़े चाल । थोड़ा अंकुश लाल पर, सदा सँवारे भाल ।। सुशील सरना / 22-3-24 Quote Writer 43 Share sushil sarna 21 Mar 2024 · 1 min read कुंडलिया - गौरैया कुंडलिया - गौरैया गौरैया को देखने, हम आ बैठे द्वार । गौरैया के झुंड का, खूब लगे संसार । सुंदर लगे संसार , धरा पर दाना खाती । लेकर तिनके... Quote Writer 53 Share sushil sarna 21 Mar 2024 · 1 min read अनसोई कविता............ अनसोई कविता............ कभी देखे हैं अनसोई कविताओं के चेहरे अँधेरे में टटोटलना मेरे साँझ से कपोलों पर रुकी कविताओं के सैलाब नज़र आएँगे छू कर देखना उसमें आहत अनसोई कविताओं... Quote Writer 57 Share sushil sarna 21 Mar 2024 · 1 min read धीरे-धीरे ला रहा, रंग मेरा प्रयास । धीरे-धीरे ला रहा, रंग मेरा प्रयास । मुझ को मिलने आ रहे, अपने मेरे पास ।। सुशील सरना / 22-3-24 Quote Writer 74 Share sushil sarna 21 Mar 2024 · 1 min read कुंडलिया कुंडलिया काका करे गुलाल से, नाच-नाच हुड़दंग । काकी के बौछार में, भीगे सारे अंग । भीगे सारे अंग , साथ में भीगी चोली । छोड़ -छाड़ के लाज ,... Quote Writer 60 Share sushil sarna 20 Mar 2024 · 1 min read फटा ब्लाउज ....लघु कथा फटा ब्लाउज ..... "माँ देखो, ये साड़ी कैसी है ।" राहुल ने अपनी पत्नी अंजलि की नई साड़ी दिखाते हुए कहा । "अच्छी है बेटा । जा दे दे उसको... 63 Share sushil sarna 20 Mar 2024 · 1 min read महफिल में तनहा जले, खूब हुए बदनाम । महफिल में तनहा जले, खूब हुए बदनाम । गैरों को देती रही, साकी भर -भर जाम । यह कैसी सरगोशियाँ, कैसी हैं यह दर्द - लम्हा लम्हा दिन कटे, तनहा-... Quote Writer 86 Share sushil sarna 19 Mar 2024 · 1 min read गीतिका ..... गीतिका आधार छंद - चौपई (जयकरी छंद )-15 मात्रिक -पदात-गाल साँसें जीवन का शृंगार । बिना साँस सजती दीवार । कब जीवित का होता मान , चित्रों को पूजे संसार... 78 Share sushil sarna 19 Mar 2024 · 1 min read हमें हमें फ्रेम से बचाने में वो कैद हो गए फ्रेम में शहीद होकर सीमा पर जय हिन्द के नारे के साथ सुशील सरना / Quote Writer 75 Share sushil sarna 19 Mar 2024 · 1 min read वक्त हो बुरा तो … वक्त हो बुरा तो … वक्त हो बुरा तो सिकंदर भी बदल जाते हैं। वक़्त की म्यान के खंजर भी बदल जाते हैं। गीली रेत से ख़्वाबों के महल ..बनाने... Quote Writer 67 Share sushil sarna 19 Mar 2024 · 1 min read कौन किसी को बेवजह , कौन किसी को बेवजह , देता है सम्मान । बदले में सम्मान के , मिले मान की शान ।। सुशील सरना / 19-3-24 Quote Writer 58 Share sushil sarna 19 Mar 2024 · 1 min read तुन्द हवा ..... ये तुंद हवायें … ये तुंद हवायें रहम न खाएंगी वातायन के पटों पर अपना ज़ोर अजमाएंगी किसी के रोके से भला ये कहां रुकती हैं सब को झुकाती हैं... 48 Share sushil sarna 19 Mar 2024 · 1 min read लेशमात्र भी शर्म का, लेशमात्र भी शर्म का, नहीं नैन में अंश । नवयुग की है सभ्यता , संस्कारों पर दंश ।। सुशील सरना / 19-3-24 Quote Writer 65 Share sushil sarna 19 Mar 2024 · 1 min read पापी करता पाप से, पापी करता पाप से, नित्य नया संवाद । करे स्वयं के कर्म से, खुद को ही बर्बाद ।। सुशील सरना / 18-3-24 Quote Writer 86 Share sushil sarna 19 Mar 2024 · 1 min read संचित सब छूटा यहाँ, संचित सब छूटा यहाँ, कुछ भी गया न साथ । रहे अंत में जीव के, दोनो खाली हाथ ।। सुशील सरना / 19-3-24 Quote Writer 93 Share sushil sarna 18 Mar 2024 · 1 min read *** *** पलक झपकते हो गया, निष्ठुर मौन प्रभात । करनी थी उनसे अभी, पागल दिल की बात । खामोशी के दौर में, साँसों का था शोर - मधुर मदन आवेग... Quote Writer 53 Share sushil sarna 18 Mar 2024 · 1 min read परदेसी की याद में, प्रीति निहारे द्वार । परदेसी की याद में, प्रीति निहारे द्वार । हर पल बीते कल्प सा, हार गया शृंगार । हर करवट पर वेदना, देती तेरी याद - निष्ठुर तेरी प्रीत में, तड़पे... Quote Writer 78 Share sushil sarna 18 Mar 2024 · 1 min read जाने कैसे आँख की, जाने कैसे आँख की, गगरी छलकी आज । उस बैरी की याद ने, शायद दी आवाज।। सुशील सरना / 18-3-24 Quote Writer 59 Share sushil sarna 18 Mar 2024 · 1 min read हिरनी जैसी जब चले , हिरनी जैसी जब चले , युवा षोडशी चाल । आशिक भौंरे दिलजले, डालें अपना जाल ।। सुशील सरना / 18-3-24 Quote Writer 50 Share sushil sarna 18 Mar 2024 · 1 min read इन आँखों को हो गई, इन आँखों को हो गई, आदत उनकी यार । बिन देखे आता नहीं, दिल को कभी करार ।। सुशील सरना / 18-3-24 Quote Writer 56 Share sushil sarna 17 Mar 2024 · 1 min read साथी है अब वेदना, साथी है अब वेदना, विरही मन की यार । विस्मृत होता ही नहीं, वो अद्भुत संसार ।। सुशील सरना / 16-3-24 Quote Writer 50 Share sushil sarna 17 Mar 2024 · 1 min read उसे भुलाने के सभी, उसे भुलाने के सभी, निष्फल हुए प्रयास । मदन भाव उन्नत हुए, मन में मचली प्यास ।। सुशील सरना / 17-3-24 Quote Writer 63 Share sushil sarna 17 Mar 2024 · 1 min read सफल सारथी अश्व की, सफल सारथी अश्व की, वश में रखे लगाम । शान्त चित्त से लक्ष्य को, देता वो अंजाम ।। सुशील सरना / 17-3-24 Quote Writer 46 Share sushil sarna 17 Mar 2024 · 1 min read कोई पागल हो गया, कोई पागल हो गया, किसी ने खोये होश । आशिक को घायल करे, मदमाती आगोश ।। सुशील सरना / 17-3-24 Quote Writer 51 Share sushil sarna 16 Mar 2024 · 1 min read चांदनी की झील में प्यार का इज़हार हूँ । चांदनी की झील में प्यार का इज़हार हूँ । घूंघट में यौवन का .इक हसीं इकरार हूँ । नभ से बरसती .पाषाणों की आगोश में - सावन के घनों की... Quote Writer 63 Share sushil sarna 16 Mar 2024 · 1 min read महफिल में तनहा जले, महफिल में तनहा जले, खूब हुए बदनाम । गैरों को देती रही, साकी भर -भर जाम ।। सुशील सरना / 16-3-24 Quote Writer 94 Share sushil sarna 15 Mar 2024 · 1 min read हर लम्हा दास्ताँ नहीं होता । हर लम्हा दास्ताँ नहीं होता । हर अश्क बेज़ुबाँ नहीं होता । गुलो, बच के रहना ज़माने में - हर शख़्स, पासबाँ नहीं होता। सुशील सरना Quote Writer 62 Share sushil sarna 15 Mar 2024 · 1 min read कुंडलिया कुंडलिया राहें जीवन की बड़ी, होती हैं दुश्वार। एक छोर पर जिंदगी ,एक छोर भव पार। एक छोर भव पार, यहाँ सब बिखरे सपने । हर पल दें आघात ,... 23 Share sushil sarna 15 Mar 2024 · 1 min read तन तो केवल एक है, तन तो केवल एक है, मन क्यों कई हजार । मन में मन की कल्पना, मन करता साकार ।। सुशील सरना / 15-3-24 Quote Writer 88 Share sushil sarna 15 Mar 2024 · 1 min read कैसे प्रियवर मैं कहूँ, कैसे प्रियवर मैं कहूँ, विरही मन की बात । तुम बैठे परदेस मैं , जागूँ सारी रात ।। सुशील सरना / 15-3-24 Quote Writer 77 Share sushil sarna 15 Mar 2024 · 1 min read लवली दर्शन(एक हास्य रचना ) .... लवली दर्शन(एक हास्य रचना ) .... इंजर्ड नयनों की अभिलाषा वन्स मोर हुई जाए काहे विंडो बंद करो प्रिय ये दूरी सही न जाए स्पीड ब्रेकर न देखा हमने फुल... 50 Share sushil sarna 14 Mar 2024 · 1 min read ईश ...... ईश ... नैनों के यथार्थ को शब्दों के भावार्थ को श्वास- श्वास स्वार्थ को अलंकृत करता कौन है वो ईश तो मौन है रिश्तों संग परिवार को छोरहीन संसार को... 80 Share sushil sarna 14 Mar 2024 · 1 min read अधरों ने की दिल्लगी, अधरों से कल रात । अधरों ने की दिल्लगी, अधरों से कल रात । अधर समागम यूँ हुआ, मचल गए जज़्बात । अधरों की मनुहार का, अजब हुआ परिणाम - अधर द्वन्द्व देते रहे, अधरों... Quote Writer 82 Share sushil sarna 14 Mar 2024 · 1 min read अर्थ उपार्जन के लिए, अर्थ उपार्जन के लिए, हम भटके हर द्वार । ऐड़ी घिस- घिस थक गए, हुआ नहीं उद्धार ।। सुशील सरना / 14-3-24 Quote Writer 66 Share sushil sarna 13 Mar 2024 · 1 min read रोला छंद :- रोला छंद :- धड़की बन कर याद , सुहानी वो बरसातें । दो अधरों की पास, सुलगती दिल की बातें । अनबोली वो बात, प्यार का बना फसाना । धड़के... Quote Writer 77 Share sushil sarna 13 Mar 2024 · 1 min read कहें किसे क्या आजकल, सब मर्जी के मीत । कहें किसे क्या आजकल, सब मर्जी के मीत । दम्भ युवा का बन गया, नव युग का संगीत ।। सुशील सरना / 13-3-24 Quote Writer 47 Share sushil sarna 13 Mar 2024 · 1 min read बहुत बहुत गहरे होते हैं अपनों से मिली चोट के निशान सुशील सरना / 13-3-24 Quote Writer 55 Share sushil sarna 13 Mar 2024 · 1 min read मन में मदिरा पाप की, मन में मदिरा पाप की, तन व्यसनों का धाम । कैसे ऐसे जीव की, भली करेंगे राम ।। सुशील सरना / 13-3-24 Quote Writer 66 Share sushil sarna 13 Mar 2024 · 1 min read रैन स्वप्न की उर्वशी, मौन प्रणय की प्यास । रैन स्वप्न की उर्वशी, मौन प्रणय की प्यास । नैन ढूँढते नैन में, तृषित हृदय मधुमास । अन्तस के सम्बंध हैं , अनबोले अनुराग - मौन व्यथा का चरम है... Quote Writer 80 Share sushil sarna 13 Mar 2024 · 1 min read कौन गया किसको पता , कौन गया किसको पता , यह जग बहता नीर । कुछ पल चलते साथ सब, फिर बन जाते तस्वीर ।। सुशील सरना / 13-3-24 Quote Writer 110 Share sushil sarna 13 Mar 2024 · 1 min read आज सभी अपने लगें, आज सभी अपने लगें, कल की जाने राम । जी लो जी भर साँस फिर, कब ले ले विश्राम ।। सुशील सरना / 13-3-24 Quote Writer 61 Share sushil sarna 12 Mar 2024 · 1 min read ग़ज़ल - याद आयेगा हमें ..... याद आयेगा हमें ..... जान ले लेगा हमारी मुस्कुराना आपका इस गली का हर बशर अब है दिवाना आपका बारिशों में बाम पर वो भीगती अगड़ाइयाँ आँख से जाता नहीं... 51 Share sushil sarna 12 Mar 2024 · 1 min read आँख मिचौली जिंदगी, आँख मिचौली जिंदगी, करती है दिन-रात । सुख का झूठा आवरण , अक्सर दे आघात ।। सुशील सरना / 12-3-24 Quote Writer 58 Share sushil sarna 12 Mar 2024 · 1 min read डर .... डर .... डर लगता था गुज़रते हुए मरघट से मुझे शायद होता जा रहा था पुरातन मैं हर घड़ी सुशील सरना/12-3-24 Quote Writer 60 Share sushil sarna 12 Mar 2024 · 1 min read पुष्पों का पाषाण पर, पुष्पों का पाषाण पर, अनुपम है विन्यास । पतझड़ में क्रीड़ा करे , पत्थर पर मधुमास ।। सुशील सरना / 12-3-24 Quote Writer 59 Share sushil sarna 11 Mar 2024 · 1 min read आँसू छलके आँख से, आँसू छलके आँख से, जब-जब आई याद । अंतस के हर दर्द का , खूब हुआ अनुवाद ।। सुशील सरना / 11-3-24 Quote Writer 1 62 Share sushil sarna 11 Mar 2024 · 1 min read कब टूटा है कब टूटा है आसमान से चाँद टूटते तो तारे हैं अतृप्त अभिलाषाओं के दिल के आसमान से सुशील सरना / Quote Writer 1 55 Share sushil sarna 11 Mar 2024 · 1 min read मानव के बस में नहीं, पतझड़ या मधुमास । मानव के बस में नहीं, पतझड़ या मधुमास । तृप्ति तीर पर सर्वदा, उसको मिलती प्यास । मरीचिका सी जिन्दगी, आभासी अनुबंध - सुख पाने के अन्त में, होते व्यर्थ... Quote Writer 1 85 Share sushil sarna 11 Mar 2024 · 1 min read पोषित करते अर्थ से, पोषित करते अर्थ से, हम अपना अभिमान । मिट्टी के प्रासाद को, समझें अपनी शान ।। सुशील सरना / 11-3-24 Quote Writer 1 65 Share Previous Page 6 Next