Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
652 posts
Page 6
कविता
कविता
sushil sarna
लाड बिगाड़े लाडला ,
लाड बिगाड़े लाडला ,
sushil sarna
कुंडलिया - गौरैया
कुंडलिया - गौरैया
sushil sarna
अनसोई कविता............
अनसोई कविता............
sushil sarna
धीरे-धीरे ला रहा, रंग मेरा प्रयास ।
धीरे-धीरे ला रहा, रंग मेरा प्रयास ।
sushil sarna
कुंडलिया
कुंडलिया
sushil sarna
फटा ब्लाउज ....लघु कथा
फटा ब्लाउज ....लघु कथा
sushil sarna
महफिल में तनहा जले, खूब हुए बदनाम ।
महफिल में तनहा जले, खूब हुए बदनाम ।
sushil sarna
गीतिका .....
गीतिका .....
sushil sarna
हमें
हमें
sushil sarna
वक्त हो बुरा तो …
वक्त हो बुरा तो …
sushil sarna
कौन किसी को बेवजह ,
कौन किसी को बेवजह ,
sushil sarna
तुन्द हवा .....
तुन्द हवा .....
sushil sarna
लेशमात्र भी शर्म का,
लेशमात्र भी शर्म का,
sushil sarna
पापी करता पाप से,
पापी करता पाप से,
sushil sarna
संचित सब छूटा यहाँ,
संचित सब छूटा यहाँ,
sushil sarna
***
***
sushil sarna
परदेसी की  याद  में, प्रीति निहारे द्वार ।
परदेसी की याद में, प्रीति निहारे द्वार ।
sushil sarna
जाने कैसे आँख की,
जाने कैसे आँख की,
sushil sarna
हिरनी जैसी जब चले ,
हिरनी जैसी जब चले ,
sushil sarna
इन आँखों को हो गई,
इन आँखों को हो गई,
sushil sarna
साथी है अब वेदना,
साथी है अब वेदना,
sushil sarna
उसे भुलाने के सभी,
उसे भुलाने के सभी,
sushil sarna
सफल सारथी  अश्व की,
सफल सारथी अश्व की,
sushil sarna
कोई पागल हो गया,
कोई पागल हो गया,
sushil sarna
चांदनी की झील में प्यार का इज़हार हूँ ।
चांदनी की झील में प्यार का इज़हार हूँ ।
sushil sarna
महफिल में तनहा जले,
महफिल में तनहा जले,
sushil sarna
हर लम्हा दास्ताँ नहीं होता ।
हर लम्हा दास्ताँ नहीं होता ।
sushil sarna
कुंडलिया
कुंडलिया
sushil sarna
तन तो केवल एक है,
तन तो केवल एक है,
sushil sarna
कैसे प्रियवर मैं कहूँ,
कैसे प्रियवर मैं कहूँ,
sushil sarna
लवली दर्शन(एक हास्य रचना ) ....
लवली दर्शन(एक हास्य रचना ) ....
sushil sarna
ईश ......
ईश ......
sushil sarna
अधरों ने की  दिल्लगी, अधरों  से  कल  रात ।
अधरों ने की दिल्लगी, अधरों से कल रात ।
sushil sarna
अर्थ  उपार्जन के लिए,
अर्थ उपार्जन के लिए,
sushil sarna
रोला छंद :-
रोला छंद :-
sushil sarna
कहें किसे क्या आजकल, सब मर्जी के मीत ।
कहें किसे क्या आजकल, सब मर्जी के मीत ।
sushil sarna
बहुत
बहुत
sushil sarna
मन में मदिरा पाप की,
मन में मदिरा पाप की,
sushil sarna
रैन  स्वप्न  की  उर्वशी, मौन  प्रणय की प्यास ।
रैन स्वप्न की उर्वशी, मौन प्रणय की प्यास ।
sushil sarna
कौन गया किसको पता ,
कौन गया किसको पता ,
sushil sarna
आज सभी अपने लगें,
आज सभी अपने लगें,
sushil sarna
ग़ज़ल - याद आयेगा हमें .....
ग़ज़ल - याद आयेगा हमें .....
sushil sarna
आँख मिचौली जिंदगी,
आँख मिचौली जिंदगी,
sushil sarna
डर  ....
डर ....
sushil sarna
पुष्पों का पाषाण पर,
पुष्पों का पाषाण पर,
sushil sarna
आँसू छलके आँख से,
आँसू छलके आँख से,
sushil sarna
कब टूटा है
कब टूटा है
sushil sarna
मानव के बस में नहीं, पतझड़  या  मधुमास ।
मानव के बस में नहीं, पतझड़ या मधुमास ।
sushil sarna
पोषित करते अर्थ से,
पोषित करते अर्थ से,
sushil sarna
Page 6
Loading...