सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2758 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 6 Next सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Sep 2023 · 1 min read *माँ जननी सदा सत्कार करूँ* *माँ जननी सदा सत्कार करूँ* ************************ माँ जननी सदा सत्कार करूँ, सारी खुशियाँ मै उपहार करूँ। ख्यालों में ख्याल तेरा हर दम, तेरे ख्वाबों को साकार करूँ। चरण कमल में... Quote Writer 285 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Sep 2023 · 1 min read *माँ जननी सदा सत्कार करूँ* *माँ जननी सदा सत्कार करूँ* ************************ माँ जननी सदा सत्कार करूँ, सारी खुशियाँ मै उपहार करूँ। ख्यालों में ख्याल तेरा हर दम, तेरे ख्वाबों को साकार करूँ। चरण कमल में... Hindi · ग़ज़ल 152 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Sep 2023 · 1 min read ****** मन का मीत ****** ****** मन का मीत ****** *********************** मेरे मन का मीत ना कोई, जागी दिल में प्रीत ना कोई। हर दम हारा जीत ना पाया, मिलती जग में जीत ना कोई।... Quote Writer 429 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Sep 2023 · 1 min read ****** मन का मीत ****** ****** मन का मीत ****** *********************** मेरे मन का मीत ना कोई, जागी दिल में प्रीत ना कोई। हर दम हारा जीत ना पाया, मिलती जग में जीत ना कोई।... Hindi 95 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Sep 2023 · 1 min read *लब मय से भरे मदहोश है* *लब मय से भरे मदहोश है* ********************** लब मय से भरे मदहोश हैँ, कुछ ना कह रहे खामोश हैँ। मतवाले बहुत दो नैन हैँ, जो देखे वही बेहोश हैँ। हर... Quote Writer 127 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Sep 2023 · 1 min read *लब मय से भरे मदहोश है* *लब मय से भरे मदहोश है* ********************** लब मय से भरे मदहोश हैँ, कुछ ना कह रहे खामोश हैँ। मतवाले बहुत दो नैन हैँ, जो देखे वही बेहोश हैँ। हर... Hindi · ग़ज़ल 82 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Sep 2023 · 1 min read स्त्री एक रूप अनेक हैँ स्त्री एक रूप अनेक हैँ ****************** स्त्री एक रूप अनेक है, हर रूप मे वो नेक है। ममतामयी रूप प्यारा, मां के रूप में दर्वेश है। बेटी बिना घर अधूरा,... Quote Writer 275 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Sep 2023 · 1 min read स्त्री एक रूप अनेक हैँ स्त्री एक रूप अनेक हैँ ****************** स्त्री एक रूप अनेक है, हर रूप मे वो नेक है। ममतामयी रूप प्यारा, मां के रूप में दर्वेश है। बेटी बिना घर अधूरा,... Hindi · ग़ज़ल 84 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Sep 2023 · 1 min read **जिंदगी की टूटी लड़ी है** **जिंदगी की टूटी लड़ी है** ********************** आ गई ये मुश्किल घड़ी है, जिंदगी की टूटी लड़ी है। क्या करें वश चलता नहीं हैँ, आँसुओं की आई झड़ी है। ना समझ... Quote Writer 295 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Sep 2023 · 1 min read **जिंदगी की टूटी लड़ी है** **जिंदगी की टूटी लड़ी है** ********************** आ गई ये मुश्किल घड़ी है, जिंदगी की टूटी लड़ी है। क्या करें वश चलता नहीं हैँ, आँसुओं की आई झड़ी है। ना समझ... Hindi · ग़ज़ल 186 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Sep 2023 · 1 min read *बांहों की हिरासत का हकदार है समझा* *बांहों की हिरासत का हकदार है समझा* ******************************** बांहों की हिरासत का हकदार है समझा, पूरी ही रियासत का सरदार है समझा। आएंगे सदा बन कर गम में सहारा हम,... Quote Writer 205 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Sep 2023 · 1 min read *बांहों की हिरासत का हकदार है समझा* *बांहों की हिरासत का हकदार है समझा* ******************************** बांहों की हिरासत का हकदार है समझा, पूरी ही रियासत का सरदार है समझा। आएंगे सदा बन कर गम में सहारा हम,... Hindi · ग़ज़ल 3 247 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Sep 2023 · 1 min read *छाया कैसा नशा है कैसा ये जादू* *छाया कैसा नशा है कैसा ये जादू* **************************** छाया कैसा नशा है कैसा ये जादू, मदहोशी मे रहा ना दिल पर काबू। जुल्फों की छाँव ने जड़ से समेटा, दिल... Quote Writer 206 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Sep 2023 · 1 min read *छाया कैसा नशा है कैसा ये जादू* *छाया कैसा नशा है कैसा ये जादू* **************************** छाया कैसा नशा है कैसा ये जादू, मदहोशी मे रहा ना दिल पर काबू। जुल्फों की छाँव ने जड़ से समेटा, दिल... Hindi · ग़ज़ल 108 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Sep 2023 · 1 min read *हथेली पर बन जान ना आए* *हथेली पर बन जान ना आए* ************************* कह दो तेरी काली जुल्फों को, लटे बन रुखसार पर ना आए। पिलाओ ना यूँ बूँदें अश्कों की, गमों का लब पर जाम... Quote Writer 289 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Sep 2023 · 1 min read *हथेली पर बन जान ना आए* *हथेली पर बन जान ना आए* ************************* कह दो तेरी काली जुल्फों को, लटे बन रुखसार पर ना आए। पिलाओ ना यूँ बूँदें अश्कों की, गमों का लब पर जाम... Hindi · ग़ज़ल 155 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Sep 2023 · 1 min read *** मुंह लटकाए क्यों खड़ा है *** *** मुंह लटकाए क्यों खड़ा है *** *************************** अबे मुंह लटकाए क्यों खड़ा है, अभी भी अपनी जिद पर अडा है। शकल के क्यों बजाए हैँ बारह, शायद अभी ही... Quote Writer 222 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Sep 2023 · 1 min read *** मुंह लटकाए क्यों खड़ा है *** *** मुंह लटकाए क्यों खड़ा है *** *************************** अबे मुंह लटकाए क्यों खड़ा है, अभी भी अपनी जिद पर अडा है। शकल के क्यों बजाए हैँ बारह, शायद अभी ही... Hindi · ग़ज़ल 166 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Sep 2023 · 1 min read *माखन चोर बड़ा श्यामा साँवरिया* *माखन चोर बड़ा श्यामा साँवरिया* *************************** माखन चोर बड़ा श्यामा साँवरिया, मन मोहक बड़ा श्यामा साँवरिया। बांके मोहन की छवि बड़ी प्यारी, तन - मन में बसी है सूरत दुलारी,... Hindi · गीत 199 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Sep 2023 · 1 min read ***दिल बहलाने लाया हूँ*** ***दिल बहलाने लाया हूँ*** *********************** मै नगमें गजलें लाया हूँ, तेरा दिल बहलाने आया हूँ। अंधेरों से हूँ लड़ता आया, रोशन हो कर पथ में छाया हूँ। कदमों में रहता... Quote Writer 172 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Sep 2023 · 1 min read ***दिल बहलाने लाया हूँ*** ***दिल बहलाने लाया हूँ*** *********************** मै नगमें गजलें लाया हूँ, तेरा दिल बहलाने आया हूँ। अंधेरों से हूँ लड़ता आया, रोशन हो कर पथ में छाया हूँ। कदमों में रहता... Hindi · ग़ज़ल 113 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Sep 2023 · 1 min read *मौत आग का दरिया* *मौत आग का दरिया* ****************** मौत आग का दरिया है, ज़िंदगी ठहर जाती है, जो डूब गया है इस में, दिन रात याद आती है। हर रोज रहे मरना सा,... Quote Writer 403 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Sep 2023 · 1 min read *मौत आग का दरिया* *मौत आग का दरिया* ****************** मौत आग का दरिया है, ज़िंदगी ठहर जाती है, जो डूब गया है इस में, दिन रात याद आती है। हर रोज रहे मरना सा,... Hindi · गीत 142 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Sep 2023 · 1 min read ************ कृष्ण -लीला *********** ************ कृष्ण -लीला *********** ********************************** अधरों पर मुरली धरी,मन मोहक सी तान। सुरों से भरी डाल दे,मृत तन में भी जान।। सुंदर मुख सा साँवरा, मोर पँख पहचान। जन गण... Quote Writer 644 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Sep 2023 · 1 min read ************ कृष्ण -लीला *********** ************ कृष्ण -लीला *********** ********************************** अधरों पर मुरली धरी,मन मोहक सी तान। सुरों से भरी डाल दे,मृत तन में भी जान।। सुंदर मुख सा साँवरा, मोर पँख पहचान। जन गण... Hindi · दोहा 99 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Sep 2023 · 1 min read शिक्षक हूँ शिक्षक ही रहूँगा शिक्षक हूँ शिक्षक ही रहूँगा ********************* नौसीखिए को सिखा दूँ मै, परिंदों को बाज बना दूँ मै। बेसुरों से वो चाहे उलझा हो, सुरमयी सा साज बना दूँ मै। कैसी... Quote Writer 1 267 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Sep 2023 · 1 min read शिक्षक हूँ शिक्षक ही रहूँगा शिक्षक हूँ शिक्षक ही रहूँगा ********************* नौसीखिए को सिखा दूँ मै, परिंदों को बाज बना दूँ मै। बेसुरों से वो चाहे उलझा हो, सुरमयी सा साज बना दूँ मै। कैसी... Hindi · ग़ज़ल 162 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Sep 2023 · 1 min read *देकर ज्ञान गुरुजी हमको जीवन में तुम तार दो* *देकर ज्ञान गुरुजी हमको जीवन में तुम तार दो* ************************************* देकर ज्ञान गुरूजी हमको जीवन में तुम तार दो। दीप जला कर ज्योति से छाया अंधेरा उतार दो। पहली गुरु... Quote Writer 404 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Sep 2023 · 1 min read *देकर ज्ञान गुरुजी हमको जीवन में तुम तार दो* *देकर ज्ञान गुरुजी हमको जीवन में तुम तार दो* ************************************* देकर ज्ञान गुरूजी हमको जीवन में तुम तार दो। दीप जला कर ज्योति से छाया अंधेरा उतार दो। पहली गुरु... Hindi · गीत 183 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Sep 2023 · 1 min read *डूबतों को मिलता किनारा नहीं* *डूबतों को मिलता किनारा नहीं* ************************** डूबतों को मिलता किनारा नहीं, तुम बिना कोई सहारा नहीं। देख ली दुनिया घूमकर हमनशीं, इस जगत में तुमसा हमारा नहीं। आसमां मिलने को... Quote Writer 173 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Sep 2023 · 1 min read *डूबतों को मिलता किनारा नहीं* *डूबतों को मिलता किनारा नहीं* ************************** डूबतों को मिलता किनारा नहीं, तुम बिना कोई सहारा नहीं। देख ली दुनिया घूमकर हमनशीं, इस जगत में तुमसा हमारा नहीं। आसमां मिलने को... Hindi · ग़ज़ल 187 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Sep 2023 · 1 min read *घर आँगन सूना - सूना सा* *घर आँगन सूना - सूना सा* ********************** घर आँगन सूना - सूना सा, तुम बिन जीना है ठूँठा सा। बिखरी उजड़ी बसती बस्ती, उखड़ा जीवन का खूंटा सा। फल-फूलों का... Quote Writer 337 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Sep 2023 · 1 min read सुरमाई अंखियाँ नशा बढ़ाए सुरमाई अंखियाँ नशा बढ़ाए ********************** सुरमई अंखियाँ नशा बढ़ाए। चंचल चितवन आग लगाए। छाया यौवन रूप गजब का, भर भर गगरी छलकत जाए। कंचन काया रूई सी नाजुक, शोभन शोभित... Quote Writer 199 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Sep 2023 · 1 min read सुरमाई अंखियाँ नशा बढ़ाए सुरमाई अंखियाँ नशा बढ़ाए ********************** सुरमई अंखियाँ नशा बढ़ाए। चंचल चितवन आग लगाए। छाया यौवन रूप गजब का, भर भर गगरी छलकत जाए। कंचन काया रूई सी नाजुक, शोभन शोभित... Hindi · ग़ज़ल 286 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Sep 2023 · 1 min read *तू ही पूजा तू ही खुदा* *तू ही पूजा तू ही खुदा* ******************** तेरी हर कातिल है अदा। सारे जग से तुम हो जुदा। खोया रहता दिन - रात हूँ, तू ही पूजा तू ही खुदा।... Quote Writer 348 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Sep 2023 · 1 min read *तू ही पूजा तू ही खुदा* *तू ही पूजा तू ही खुदा* ******************** तेरी हर कातिल है अदा। सारे जग से तुम हो जुदा। खोया रहता दिन - रात हूँ, तू ही पूजा तू ही खुदा।... Hindi · ग़ज़ल 85 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Sep 2023 · 1 min read *यार के पैर जहाँ पर वहाँ जन्नत है* *यार के पैर जहाँ पर वहाँ जन्नत है* ***************************** यार के पैर जहाँ पर वहाँ जन्नत हैँ, प्यार की दात पुरी हो गई मन्नत है। हौसला साथ रहा तो तुझे... Quote Writer 227 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Sep 2023 · 1 min read *यार के पैर जहाँ पर वहाँ जन्नत है* *यार के पैर जहाँ पर वहाँ जन्नत है* ***************************** यार के पैर जहाँ पर वहाँ जन्नत हैँ, प्यार की दात पुरी हो गई मन्नत है। हौसला साथ रहा तो तुझे... Hindi · ग़ज़ल 366 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Sep 2023 · 1 min read *ना जाने कब अब उनसे कुर्बत होगी* *ना जाने कब अब उनसे कुर्बत होगी* ***************************** ना जाने कब अब उन से कुर्बत होगी, उस दिन दिल की पूरी हसरत होगी। मन मे जागी हैँ मिलने की आशाएँ,... Quote Writer 348 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Sep 2023 · 1 min read *ना जाने कब अब उनसे कुर्बत होगी* *ना जाने कब अब उनसे कुर्बत होगी* ***************************** ना जाने कब अब उन से कुर्बत होगी, उस दिन दिल की पूरी हसरत होगी। मन मे जागी हैँ मिलने की आशाएँ,... Hindi · ग़ज़ल 182 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 Aug 2023 · 1 min read *फूलों मे रह;कर क्या करना* *फूलों मे रह;कर क्या करना* *********************** काँटों से टक्कर लेनी है, फूलों में रह कर क्या करना। अपनों से धोखे खाये हैँ, गैरों से फिर है क्या डरना। आपस में... Quote Writer 469 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 Aug 2023 · 1 min read *फूलों मे रह;कर क्या करना* *फूलों मे रह;कर क्या करना* *********************** काँटों से टक्कर लेनी है, फूलों में रह कर क्या करना। अपनों से धोखे खाये हैँ, गैरों से फिर है क्या डरना। आपस में... Hindi · ग़ज़ल 156 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Aug 2023 · 1 min read *भावों मे गहरी उलझन है* *भावों मे गहरी उलझन है* ********************** भावों में गहरी उलझन है, रिश्तों में ब्रहती खुटपन है। दुनिया जग में आनी - जानी, साँसों से चलती धड़कन है। काँटों के बिस्तर... Hindi · ग़ज़ल 187 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Aug 2023 · 1 min read *राखी लेकर बहना है भाई के घर आई* *राखी लेकर बहना है भाई के घर आई* ******************************* सूनी रह ना जाए कहीं भाई की कलाई। राखी ले कर बहना है भाई के घर आई। बहन -भाई का रिश्ता... Hindi · गीत 68 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Aug 2023 · 1 min read *राखी आई खुशियाँ आई* *राखी आई खुशियाँ आई* ********************** राखी आई खुशियाँ आई, आनंद से ऑंखें भर आई। बहन भाई का प्यारा रिश्ता, ऐसा प्रेम कहीं नहीं मिलता, राखी ले कर बहना आई। आनंद... Hindi · गीत 1 238 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Aug 2023 · 1 min read *पहले वाले मन में हैँ ख़्यालात नहीं* *पहले वाले मन में हैँ ख़्यालात नहीं* ***************************** पहले वाले मन में हैँ ख़्यालात नहीं, बातों में भी पहले वाली बात नहीं। जब से औझल नजरों से मनमीत हैँ, फीके... Quote Writer 178 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Aug 2023 · 1 min read *पहले वाले मन में हैँ ख़्यालात नहीं* *पहले वाले मन में हैँ ख़्यालात नहीं* ***************************** पहले वाले मन में हैँ ख़्यालात नहीं, बातों में भी पहले वाली बात नहीं। जब से औझल नजरों से मनमीत हैँ, फीके... Hindi · ग़ज़ल 109 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Aug 2023 · 1 min read दिल का भी क्या कसूर है दिल का भी क्या कसूर है ******************** दिल का भी क्या कसूर है, तन - मन छाया फितूर है। मंजिल कितनी भी दूर हो, हाजिर हर दम हुजूर है। गम... Quote Writer 337 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Aug 2023 · 1 min read दिल का भी क्या कसूर है दिल का भी क्या कसूर है ******************** दिल का भी क्या कसूर है, तन - मन छाया फितूर है। मंजिल कितनी भी दूर हो, हाजिर हर दम हुजूर है। गम... Hindi · ग़ज़ल 183 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Aug 2023 · 1 min read *खत आखरी उसका जलाना पड़ा मुझे* *खत आखरी उसका जलाना पड़ा मुझे* ******************************* खत आखिरी उस का जलाना पड़ा मुझे, हक आशिकी का यूँ चुकाना पड़ा मुझे। वो छोड़ कर अंजुमन न जाने कहाँ गए, पथ... Quote Writer 449 Share Previous Page 6 Next