Satish Srijan 448 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next Satish Srijan 8 May 2023 · 1 min read महफ़िल में गीत नहीं गाता न शायर हूँ, न ही गायक, न ही संगीत की मुझे परख। न हूँ कोई कवि लोक प्रिय, साहित्य सार की नहीं समझ। कुछ बिखरे अक्षर मामूली, बस यूँ ही... Hindi · कविता 231 Share Satish Srijan 8 May 2023 · 1 min read परशुराम का परशु खरीदो, परशुराम का परशु खरीदो, शम्भू का पैना त्रिशूल। रण चंडी कृपाण हो घर मे, इसमें न करना कुछ भूल। आज बुद्ध अवरुद्ध बनेगा, गुरु गोविंद सिंह ध्याओ। मिलकर रहो पंच... Quote Writer 507 Share Satish Srijan 8 May 2023 · 1 min read चलो दूर चले तुमसे मुझे कुछ कहना चलो दूर चले, मजमा यहाँ बहुत है,चलो दूर चले। तन्हाई हो जहां कह दूं मैं दिल के, उमड़े हैं जो जज्बात चलो दूर चले। सतीश सृजन Hindi · Quote Writer 1 318 Share Satish Srijan 7 May 2023 · 1 min read चाँद बहुत अच्छा है तू! क्या कमी है क्या है खूबी, जानता क्या कौन है। देखता करतूत सबकी, फिर भी रहता मौन है। हर घटना को देखता है चलते चलते सारी रात। अपने में छुपा... Hindi · कविता 231 Share Satish Srijan 6 May 2023 · 1 min read सरहद पर गिरवीं है ड्योढ़ी पर रंग रंगोली बनाया सबने, होली में फाग की बोली गाया सबने। मेरी होली सरहद पर गिरवीं है सृजन, वे घर आये होली तब मनाया हमने। Hindi 283 Share Satish Srijan 5 May 2023 · 1 min read दस्तक बनकर आ जाओ बहुत दिनों से इंतजार कोई कुंडी खट खटायेगा। बहुत हुआ सनम अब दस्तक बनकर आ जाओ। Hindi 355 Share Satish Srijan 5 May 2023 · 1 min read बुद्ध पुर्णिमा पांच मई तेईस 05/05/23 (2+3=5)=5.5.5 ------------------------------------- जन्मदिवस है गौतम बुद्ध का, पूजे भारत देश। 5 5 की तीन आवृति जो है तिथि विशेष। पांच तत्व से बना है मानव, है... Hindi · कविता 1 2 201 Share Satish Srijan 4 May 2023 · 1 min read बगैर पैमाने के कौन से लफ्ज में तारीफ करूं मैं उनकी, शायरी खुद ही बन जाती है आ जाने से। उनकी मौजूदगी ही खुमार है मैकदा है सृजन, मैं तो मदहोश हो जाता... Hindi · Quote Writer 588 Share Satish Srijan 4 May 2023 · 1 min read नायाब तोहफा भला मुमताज के किस काम का नायाब तोहफा, हुआ तामीर उसकी कब्र पर जो ये ताजमहल। सतीश सृजन Hindi · Quote Writer 199 Share Satish Srijan 4 May 2023 · 1 min read लैला लैला बड़े अदब से मेरा सलाम उस दीवाने को, फना हुआ जो मुहब्बत में लैला लैला कहते। सतीश सृजन Hindi · Quote Writer 194 Share Satish Srijan 4 May 2023 · 1 min read दूजी खातून का दूजी खातून का ख्याल तक न करते थे। एक श्री राम जिसकी बीबी थी महज सीता। सतीश सृजन Quote Writer 153 Share Satish Srijan 4 May 2023 · 1 min read हुआ अच्छा कि मजनूँ हुआ अच्छा कि मजनूँ शहंशाह न था वरना, दफन हो जाता उसका प्यार एक ताज महल बनकर। सतीश सृजन Quote Writer 310 Share Satish Srijan 3 May 2023 · 1 min read ताजमहल दरिया के किनारे, एक मकबरा तामीर हुआ, जिसे कहते हैं भई वाह क्या खूब ताज महल। तमाम बीबियों के हरम का इकला शौहर, ये कैसी मुहब्बत थी बादशाह शाहजहाँ तेरी।... Hindi 380 Share Satish Srijan 3 May 2023 · 1 min read तू कहीं दूर भी मुस्करा दे अगर, तू कहीं दूर भी मुस्करा दे अगर, हमारी रूह भी सुकून बहुत पाती है। खिले गुलाब सा हो जाता ये मलूल ज़ेहन, गर्द ए राह पर फुहार बरस जाती है।... Quote Writer 1 423 Share Satish Srijan 3 May 2023 · 1 min read धरा कठोर भले हो कितनी, धरा कठोर भले हो कितनी, बीज संघर्ष करे है उतनी। देर सवेर फाड़ कर अवनी, अंकुर तरु बनता रहता है। सतीश सृजन Quote Writer 444 Share Satish Srijan 2 May 2023 · 1 min read बाधा को 'चल हट' कहता है, बाधा को 'चल हट' कहता है, बनता वही जो सब सहता है। जब तक गहना नहीं बन जाता, स्वर्ण अगन तपता रहता है। सतीश सृजन, लखनऊ. Quote Writer 368 Share Satish Srijan 1 May 2023 · 1 min read हरि से मांगो, यदि मांगो तो हरि से मांगो, मानव से क्या कहना। जिस हालत में केशव राखें, सत्य वचन कह रहना। जग में आये निज करमन बस, जो बोया सो पाया। अपने... Hindi · कविता 243 Share Satish Srijan 1 May 2023 · 1 min read कहने को आज है एक मई, कहने को आज है एक मई, श्रामिक दिवस का शोर भई। मंहगाई से बढ़े रोज खई। सब खुशियां घर से रूठ गई। यदि श्रमिक दिवस मानना है, सन्साधन भी दिलवाना... Hindi · Quote Writer 279 Share Satish Srijan 1 May 2023 · 1 min read कुछ तो ऐसे हैं कामगार, कुछ तो ऐसे हैं कामगार, कम मेहनत में हैं दामदार। कुछ श्रमिक हैं बुद्धिबल में, निपटा देते पल दो पल में। भविष्य के साथ निधि भी है, जीने की सुंदर... Quote Writer 576 Share Satish Srijan 1 May 2023 · 1 min read तपते सूरज से यारी है, तपते सूरज से यारी है, वर्षा भी लगती प्यारी है। जाड़ा में बाहर जाता हूँ, हर मौसम को मैं भाता हूँ। घर आटा चावल लाना है तो सिर पर भार... Hindi · Quote Writer 500 Share Satish Srijan 1 May 2023 · 1 min read श्रमिक दिवस श्रमिक दिवस (01/05/23) तपते सूरज से यारी है, वर्षा भी लगती प्यारी है। जाड़ा में बाहर जाता हूँ, हर मौसम को मैं भाता हूँ। घर आटा चावल लाना है तो... Hindi · कविता · श्रमिक दिवस विशेष 160 Share Satish Srijan 30 Apr 2023 · 1 min read हमारे प्यार का आलम, हमारे प्यार का आलम, देखना है अगर तुझको। उठा कर चश्म को मेरा, नज़र पर रख तो ले अपनी। सतीश सृजन Quote Writer 533 Share Satish Srijan 29 Apr 2023 · 1 min read मौत से किसकी यारी मौत से किसकी यारी सच्ची दिखती,अच्छी लगती, यहाँ की चीजें सारी । कुल कुटुम्ब,धन हाट हवेली, यार दोस्त व्यवहारी। लेन देन व स्वार्थ जगत के झूठी रिश्तेदारी। अपना लगता, पर... Hindi · कविता 279 Share Satish Srijan 28 Apr 2023 · 1 min read रजा में राजी गर रजा में राजी गर जिंदगी नूरानी हो जाएगी। आज जो नई है कल पुरानी हो जाएगी। यहां पर कुछ भी नहीं है मुकम्मल सृजन, हर बस्ती एक दिन वीरानी हो... Quote Writer 221 Share Satish Srijan 28 Apr 2023 · 1 min read जब तक नहीं है पास, जब तक नहीं है पास, थोड़ा कष्ट तो सहूंगा। भले बे 'कार' हूँ अब तक हमेशा नहीं रहूंगा। चढ़ूंगा अपनी खरीदी गाड़ी में, खुद से फ़क़त यही कहूँगा। सतीश सृजन Quote Writer 592 Share Satish Srijan 28 Apr 2023 · 1 min read न दिखावा खातिर न दिखावा खातिर न गुमान खातिर। जिन्दगी जीता हूँ अपने ईमान खातिर। होड़ की दौड़ में नहीं फंसता सृजन। हवस बना देती है, अच्छे इंसान को शातिर। सतीश सृजन Hindi · Quote Writer 1 301 Share Satish Srijan 28 Apr 2023 · 1 min read अगन में तपा करके कुंदन बनाया, अगन में तपा करके कुंदन बनाया, सुबासन भरा शीतल चंदन बनाया। कदम दर कदम पर बहुत है निहोरा, रंगा तूने रचके नहीं रखा कोरा। शुकर शुकर शुकर है तुम्हारा, सब... Quote Writer 555 Share Satish Srijan 28 Apr 2023 · 1 min read बस चलता गया मैं न पैरों में जूते उदर भी था खाली, मैं निकला अकेला थे हालात माली। जहाँ से चला था विरानी डगर थी, भले राह समतल कटीली मगर थी। सभी जेब छूछी... Hindi 308 Share Satish Srijan 26 Apr 2023 · 1 min read दरोगा तेरा पेट जब से मिली वर्दी घूँस बहूत पावत, मुफ्त में यहां वहां जहां तहां खावत। मोटापा तौ होवत है रोगन कै दावत, दरोगा तेरा पेट बहुत बाहर है आवत। न करौ... Hindi · कविता · हास्य 449 Share Satish Srijan 25 Apr 2023 · 2 min read वो बचपन था खेतों से खीरा ले लेते, बगिया से आम चुरा लेते। वहीं बूट चने पर कब्जा था, गन्ना चोरी का जज्बा था। मन था अबोध पन कचपन था, अब पता चला... Hindi · कविता 359 Share Satish Srijan 22 Apr 2023 · 1 min read अपनों का दीद है। अपनों का दीद है। बहुत मजीद है रमजान का इनाम है, आयी ईद है। सतीश सृजन Quote Writer 223 Share Satish Srijan 22 Apr 2023 · 1 min read सिपाहियों के दस्ता कर रहें गस्त हैं, सिपाहियों के दस्ता कर रहें गस्त हैं, संगीन के साये में सारे खुदा परस्त हैं। ये कैसी इबादत है ईदगाह में, सड़के जाम हैं आम जनता पस्त हैं। सतीश सृजन Quote Writer 315 Share Satish Srijan 22 Apr 2023 · 1 min read कविता क़िरदार है कभी हल्की कभी दमदार होती है, कभी नकद है तो,कभी उधार होती है। शब्दों का झुंड है शानदार होती है, ये कविता भी एक किरदार होती है। कभी सुगबुगाती है,... Hindi · कविता 445 Share Satish Srijan 22 Apr 2023 · 1 min read रेणुका और जमदग्नि घर, रेणुका और जमदग्नि घर, जन्मा एक तेजस्वी बालक। भृगु पौत्र में अद्भुत आभा थी, जो भया अवनी का संचालक। भृगु ने रखा था नाम राम, माँ बाप आँख का तारा... Quote Writer 744 Share Satish Srijan 21 Apr 2023 · 1 min read बड़े हौसले से है परवाज करता, बड़े हौसले से है परवाज करता, न झुकता न रुकता न डरता जहां में। नहीं काम छोटे परिन्दे का है ये, कोई बाज़ उड़ता खुले आसमां में। अगर नाम करना... Quote Writer 707 Share Satish Srijan 20 Apr 2023 · 1 min read ईद मुबारक शबूरी और अक़ीदत से, महीना गुजरा रोजे में। फ़ज़ल करके खुदा तूने तोहफे में ईद बक्शा है। सतीश सृजन Hindi · Quote Writer 319 Share Satish Srijan 20 Apr 2023 · 1 min read ईद मुबारक तेरी तौफ़ीक़ ही तो है, मुकम्मल कर सका रोजा मेरे रहमान सौ सौ बार, अदब से है तुझे शज़दा। सतीश सृजन Hindi · Quote Writer 327 Share Satish Srijan 20 Apr 2023 · 1 min read कुंती कान्हा से कहा, कुंती कान्हा से कहा, दीजै मोको दुःख । दुख ही नाम जपाये के, देता बेहद सुख । ऐसा करो गोविंद जी, दुख हो मूसलाधार । दुख ही एकल माध्यम, दुख... Hindi · कविता 546 Share Satish Srijan 20 Apr 2023 · 1 min read जल धारा में चलते चलते, जल धारा में चलते चलते, माँ गुनगुना रही है, बेटा ओहदेदार बनेगा, खुद को सुना रही है। ऐ ! कंधे बैठने वाले, मन के पन्नों पर लिख लेना । मां... Hindi · कविता 228 Share Satish Srijan 20 Apr 2023 · 1 min read खिचड़ी खिचड़ी जितनी सरल बनाने में है, उतनी सरल है खाने में। लघु लागत में ये बन जाती, है आसान पचाने में। पत्नी के मायके जाने पर, खिचड़ी की नहीं सानी।... Hindi · कविता 2 260 Share Satish Srijan 18 Apr 2023 · 1 min read नानी की कहानी होती, नानी की कहानी होती, जिसमें राजा रानी होती। बचपन की शैतानी होती, चढ़ती मस्त जवानी होती। ई फ़ाइल न होता तो अच्छा था। मोबाइल न होता तो अच्छा होता। रिश्तों... Hindi 1 402 Share Satish Srijan 17 Apr 2023 · 1 min read कैसे कह दूं पंडित हूँ कैसे कह दूं पंडित हूँ ------------------------ मद काम क्रोध में पड़ा हुआ, मैं मृगतृष्णा से भरा हुआ। छल प्रपंचों की नहीं कमीं, कोई न कोई रही गमीं। मैं स्वयं ही... Hindi · कविता 2 270 Share Satish Srijan 17 Apr 2023 · 1 min read शहज़ादी चुनरी गायब,मुदरी गायब, गायब आंख का अंजन। कोटी गायब चोटी गायब, गायब पायल बंजन। देखो घुघनराली लट गायब, पैर महावर रंग। भारत की सुंदर नारियों का, गायब अपना ढंग। जीन्स... Hindi · कविता 237 Share Satish Srijan 10 Apr 2023 · 1 min read आश पराई छोड़ दो, आश पराई छोड़ दो, जो करना वो खुद करो। वक्त बदल चुका, ईमान बदल चुका, इंसान बदल चुका , बेईमान बदल चुका, शैतान से बस थोड़ा कम । इसीलिए कहता... Hindi · कविता 1 445 Share Satish Srijan 9 Apr 2023 · 1 min read आवारगी मिली गलियों में उनकी जाकर, मैं बन गया दीवाना निकले वो मुस्कराकर। लहराये काले गेसू जब भी हवा चली। मैंने किसी को चाहा तो, आवारगी मिली। नज़रें मिली थी एक दिन... Hindi 568 Share Satish Srijan 9 Apr 2023 · 1 min read मुसाफिर हो तुम भी सफर पर हो तुम भी सफर पर हैं हम भी। किसी का नहीं है, लफानी बसेरा । मुसाफिर हो तुम भी मुसाफिर हैं हम भी। मुकम्मल ठिकाना, न तेरा न... Hindi · कविता 478 Share Satish Srijan 8 Apr 2023 · 1 min read आवारगी मिली छुप छुप के मैंने देखा, गलियों में उनकी जाकर, मैं बन गया दीवाना निकले वो मुस्कराकर। लहराये काले गेसू जब भी हवा चली। मैंने किसी को चाहा तो, आवारगी मिली।... Hindi · Quote Writer 527 Share Satish Srijan 29 Mar 2023 · 1 min read उसकी दहलीज पर मेरे मुरशिद ने हाथ अपना थमाया जबसे, मुरीद बनकर सर अपना नवाया जबसे। अब तो बेखौफ होकर जीता हूँ, उसकी दहलीज पर आया जबसे। सतीश सृजन Hindi · Quote Writer 450 Share Satish Srijan 27 Mar 2023 · 1 min read नव वर्ष विक्रमी सम्वत हुआ शुरू,दो हजार और अस्सी। दुर्गा रघुवर पूजिये,सुख वैभव घर बस्सी। "नल"नाम संवत लगा,समय बड़ा है कच्चा। बहुत संभल जीवन जिओ,नहीं खाओगे गच्चा। दुआ करो ये दूर रहें,कोट... Hindi · कविता 305 Share Satish Srijan 26 Mar 2023 · 1 min read रमजान में.... रमजान में अल्लाह की रहमत अकूत है, रोजा तेरा कुबूल बस ईमान साफ रख। उसके करम का पार कोई है न पा सका, इंसान बन इंसान का हर दिन खयाल... Hindi 335 Share Previous Page 4 Next