Lalita Kashyap Language: Hindi 261 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 6 Lalita Kashyap 22 Nov 2021 · 1 min read चांद मनहरणघनाक्षरी चांद सोलह कलाएं लिए, प्रभा संग नित जीए, नील गगन पर छाए, सोमाभा अपार है। गगन पे नित डोले, रोहिणी के संग होले , झूम -झूम तारो बीच ,... Hindi · घनाक्षरी 297 Share Lalita Kashyap 22 Nov 2021 · 1 min read गुरु महिमा गुरु महिमा गुरु गुणों की खान है, लूट सके तो लूट। नाता बड़ा महान है, बाकी रिश्ते झूठ।। बाकी रिश्ते झूठ धरो चरणों में माथा। पकड़ शिष्य का हाथ, बनता... Hindi · कुण्डलिया 325 Share Lalita Kashyap 22 Nov 2021 · 1 min read गौरैया गौरैया मात्रा भार 16/14 मैं गोरैया नन्ही चिड़िया फुदक-फुदक इतराती थी चुग कर दाना आंगन द्वारे पोषण अपना करती थी। खप्पर सलेटों की छतों पर निज ठिकाना बनाती थी चुनती... Hindi · कविता 143 Share Lalita Kashyap 21 Nov 2021 · 1 min read शक्ति मां । शक्ति मां जहां -जहां तेरा वास मैया, गलियां सदा मनभावन रहे। जिस घर तेरी पूजा होए, नारियां सदा सुहागन रहे। रोग- शोक निकट न आवे, जहां तेरा गुणगान होवे। पल-... Hindi · कविता 303 Share Lalita Kashyap 21 Nov 2021 · 1 min read कवि की दुनिया न्यारी कवि की दुनिया न्यारी अपनी धुन में रमा रहता, विचारों की धारा में बहता। शब्दों के जालों में उलझता, तव भावों का महल बनता। अति छोटी वस्तु शस्त्र, उसे जान... Hindi · कविता 1 1 346 Share Lalita Kashyap 20 Nov 2021 · 1 min read मनहरणघनाक्षरी मनहरणघनाक्षरी विरह की रैन बीती , प्रेम बाजी मेरी जीती, सांवरा- सलोना पिया, गले से लगाता है। हृदय में लड्डू फूटे, भावना की धारा छूटे, बाहुपाश जकड़ के, प्रीत को... Hindi · घनाक्षरी 270 Share Lalita Kashyap 19 Nov 2021 · 1 min read जल चक्र डमरु घनाक्षरी सभी वर्ण लघु 16,16पर यति 8,8,8,8 जल चक्र सर- सर उड़-उड़, नगर नगर नभ। छम- छम बरसत ,घनन -घनन घन। कड़ ,कड़ कड़ ,कड़, गरज गरज कर। बरस... Hindi · घनाक्षरी 1 485 Share Lalita Kashyap 18 Nov 2021 · 1 min read तुम दिखते चांद सितारों में तुम दिखते चांद सितारों में मेरी प्रीत ,मेरे मीत, ओ मेरे अंतर्मन के गीत। मेरी आवाज, मेरे साज, तुम सुहागिन सर के ताज। तुम नैनो के नूर हो, मैं देखूं... Hindi · गीत 1 1 147 Share Lalita Kashyap 18 Nov 2021 · 1 min read राधिका छंद राधिका छंद ताल तीरे खड़ी सखी, रूप अति गोरा। सुंदर रूप लुभावना, अंग रस घोरा।। पीत वसन अंग लिपटे, नयन मधुशाला। यौवन सोमरस सिमटे, कली मधुबाला।। सर सुंदर पंकज खिले,... Hindi · दोहा 417 Share Lalita Kashyap 18 Nov 2021 · 1 min read पद्मनाभ पद्मनाभ श्यामल मेघ वर्ण धारी, पद्म, गदा, शंख ,सुदर्शन धारी। कंठ वनफूल, श्वेताम्बर सोहे, पद्मनाभ सृष्टिकर्ता धारी। कमलापति कमलनयन, करुणामय कल्याणकारी। भक्तों के भय बंधन काटे, क्षीर सागर शेष शैय्या... Hindi · कविता 323 Share Lalita Kashyap 18 Nov 2021 · 1 min read कली मनहरण घनाक्षरी कली रुत बेकरार आई, पवन सवार आई, कलियों ने आंखें खोली, बागों में बहार है। सांवला- सलोना पिया, हाय भरमाए जिया, उड़- उड़ कली पर, करता पुकार है।... Hindi · घनाक्षरी 1 6 371 Share Previous Page 6