Minal Aggarwal 1149 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 6 Next Minal Aggarwal 7 Mar 2022 · 1 min read इंतजार मां बाप करते हैं इंतजार बेसब्री से हर घड़ी खुश और उत्साहित होकर अपने बच्चे के संसार में जन्म लेने का वही बच्चे बड़े होकर बड़ी ही बेचैनी और उन्हें... Hindi · कविता 235 Share Minal Aggarwal 6 Mar 2022 · 1 min read तुम्हारी याद का दायरा जैसे जैसे समय व्यतीत हो रहा है तुम्हारी याद कम होने के बजाए बढ़ती ही जा रही है तुम्हारी याद का दायरा फैलता जा रहा है दिन प्रतिदिन एक विस्तृत... Hindi · कविता 157 Share Minal Aggarwal 6 Mar 2022 · 1 min read जिंदगी तुम्हें मार मार कर जिंदगी तुम्हें मार मार कर तुम्हारे मरने तक तुम्हें एक लकड़ी जैसा बना ही देती है ताकि तुम अपनी चिता के साथ आसानी से जल सको तुम्हारी देह मिट्टी की... Hindi · कविता 174 Share Minal Aggarwal 6 Mar 2022 · 1 min read बस एक दरवाजा खुला रखा घर से बाहर निकलने के सारे दरवाजे बंद कर दिये उसने बस एक दरवाजा खुला रखा उसके जिस्म से रूह को बाहर निकालने का। मीनल सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार इंडियन... Hindi · कविता 1 289 Share Minal Aggarwal 5 Mar 2022 · 1 min read नामर्द खुदगर्ज है बेहद खुदगर्ज है इसके सिर पर इसके मां बाप का भी न कोई कर्ज है इसके दिल में न किसी के लिए प्यार न हमदर्दी न ही कैसा... Hindi · कविता 2 1 436 Share Minal Aggarwal 5 Mar 2022 · 1 min read जिस दिन यह पायल वह जो अब चलती है तो उसकी पायल नहीं बजती पायल के घुंघरू सब टूट चुके हैं इसलिये पायल नहीं खनकती पांव से वह पायल नहीं उतारेगी क्योंकि पायल के... Hindi · कविता 1 230 Share Minal Aggarwal 5 Mar 2022 · 1 min read घर की अधजली चौखट पर घर में आग लगा रहे हैं और बुझा भी नहीं रहे जब सब कुछ तबाह हो गया तो घर की अधजली चौखट पर एक दीपक जलाने आ गये आखिर घर... Hindi · कविता 160 Share Minal Aggarwal 4 Mar 2022 · 1 min read मैं सागर तुम किनारा मैं सागर तुम सागर की सतह को छूता एक किनारा दोनों का मिलन कैसे हो एक गहराई दूसरे के पास उसे नापने का नहीं कोई भी पैमाना। मीनल सुपुत्री श्री... Hindi · कविता 188 Share Minal Aggarwal 4 Mar 2022 · 1 min read वह मर गया फिर कहते हैं वह मर गया अरे जब मारा ही तुमने है तो कैसे कहते हो कि वह मर गया। मीनल सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज सासनी गेट,... Hindi · कविता 238 Share Minal Aggarwal 4 Mar 2022 · 1 min read मोहब्बत मिलती ही न हो ऐसे सफर की ख्वाहिश किसे थी जिसमें कहीं मोहब्बत मिलती ही न हो हर कदम पर मौत मिलती हो जिंदगी मिलती ही न हो। मीनल सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार इंडियन... Hindi · कविता 291 Share Minal Aggarwal 4 Mar 2022 · 1 min read नदी की बीच धार में नाव में साथ नदी की बीच धार में नाव में किसी का साथ आवश्यक है लेकिन उससे महत्वपूर्ण है यह समझना कि साथ में जो है वह नाव पार लगाने में हाथ बंटाने... Hindi · कविता 262 Share Minal Aggarwal 4 Mar 2022 · 1 min read एक सर्प की केंचुली सा ही एक सर्प की केंचुली सा ही जिस्म अलग होता रूह से रूह जब छोड़ती जिस्म को तो जिस्म अलग हो जाता एक केंचुली सा पर एक काया सर्प सी जिंदा... Hindi · कविता 206 Share Minal Aggarwal 4 Mar 2022 · 1 min read शबनमी ओस में भीगा गुलाब भी नहीं मन ठीक न हो तो कुछ भी अच्छा नहीं लगता शबनमी ओस में भीगा कोई गुलाब का फूल भी नहीं मन को ठीक करने की निरंतर चेष्टा करते रहना ही... Hindi · कविता 250 Share Minal Aggarwal 4 Mar 2022 · 1 min read सुख भी दुख भी महसूस करो एक दूसरे का सुख भी, दुख भी सांझा करो एक दूसरे संग अपने आंसू तो हंसी खुशी भी। मीनल सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज सासनी गेट,... Hindi · कविता 412 Share Minal Aggarwal 3 Mar 2022 · 1 min read चिराग दिल में जलते हैं घर की रोशनी तो बुझ गई पर चिराग दिल में जलते हैं तेरा साथ छूटा तो क्या हुआ तेरे साये तो अंधेरों में भी मिलते हैं। मीनल सुपुत्री श्री प्रमोद... Hindi · कविता 170 Share Minal Aggarwal 3 Mar 2022 · 1 min read हर कोई अपनी बगिया का एक फूल समझो तो हर कोई अपनी बगिया का एक महकता फूल है और न समझो तो एक कांटा फिजा में बहार बहार में खुशबुओं की झंकार उसी की बदौलत है कोई... Hindi · कविता 375 Share Minal Aggarwal 3 Mar 2022 · 1 min read यादों की खुशबू महक रही पर कांटे ही कांटे चुभ रहे दिल के भीतर यह फूलों के बाग कहां चले गये बाग का माली ही चुरा ले गया संग अपने सारे फूल इस वीराने में अब... Hindi · कविता 353 Share Minal Aggarwal 2 Mar 2022 · 1 min read कुआं खाली है तो क्या हुआ कुआं खाली है तो क्या हुआ एक बाल्टी डालती हूं और उसमें भर जायेगा जो पानी तो खींचकर बाहर निकालती हूं आभास भर होने से ही कुछ ख्वाब तो पूरे... Hindi · कविता 177 Share Minal Aggarwal 2 Mar 2022 · 1 min read एक सुनहरा पल कल की कहानी याद करने पर याद आती है परसों की तो नजरों के सामने एक धुंधली तस्वीर सी नजर आती है उससे कुछ दिन और पहले की तो बिल्कुल... Hindi · कविता 458 Share Minal Aggarwal 2 Mar 2022 · 1 min read क्या होगी पतंग की मंजिल यह जमीन मेरी है जमीन पर बना घर मेरा है घर की छत मेरी है घर के कमरे की खिड़की से दिखता आसमान मेरा है आसमान में बहती हवा मेरी... Hindi · कविता 1 180 Share Minal Aggarwal 1 Mar 2022 · 1 min read सही आदमी की पहचान विषकन्या को पिलाता रहता अमृत और प्रभु सदृश्य मानवों को लगाता मार उन्हें दुत्कारता उनका करता उपहास जीवन में समय रहते सही आदमी की पहचान अत्यंत आवश्यक है अन्यथा जब... Hindi · कविता 204 Share Minal Aggarwal 1 Mar 2022 · 1 min read व्यवहार इतना खराब है कि सब कुछ है पर व्यवहार इतना खराब है कि फिर कुछ भी नहीं है जो कुछ भी है वह लगातार है लंबे समय से है और बिना बात है जब... Hindi · कविता 204 Share Minal Aggarwal 27 Feb 2022 · 1 min read तुम्हारी याद जैसे जैसे समय बीत रहा है तुम्हारी याद मेरी स्मृति पटल पर और अधिक प्रबल होती जा रही है तुम मिट गये पर तुम्हारी याद को अपने हृदय स्थल से... Hindi · कविता 1 3 183 Share Minal Aggarwal 27 Feb 2022 · 1 min read इनकी नकारात्मकता से बल मेरे से उस अजनबी का कोई वास्ता नहीं है कोई रिश्ता नहीं है एक पैसे का लेना देना नहीं है फिर भी मेरे हुनर को देख जलता है वह उस... Hindi · कविता 189 Share Minal Aggarwal 27 Feb 2022 · 1 min read एक चींटी का हौसला एक जमीन पर रेंगती छोटी सी चींटी का हौसला तो देखिए न रास्ता है न कोई मंजिल पर चली जा रही न जाने क्या खोजती हुए बिना खौफ के बेफिक्र... Hindi · कविता 1 238 Share Minal Aggarwal 26 Feb 2022 · 1 min read पानी पड़ी राख मोम जलकर पिघल गया लकड़ी जलकर कोयला बनी मैं जीते जी जली तो अग्नि बनी मरने के बाद जली तो पानी पड़ी राख। मीनल सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार इंडियन डाईकास्टिंग... Hindi · कविता 200 Share Minal Aggarwal 26 Feb 2022 · 1 min read तन्हाई अच्छी है तन्हाई अच्छी है उन रिश्तों की भीड़ से जो रजाई सा आगोश में भरकर अपनेपन की गरमाई न दे सकें शूल से चुभते हों जिस फूलों के उपवन से उनसे... Hindi · कविता 315 Share Minal Aggarwal 26 Feb 2022 · 1 min read तेरा ख्याल आते ही तेरा ख्याल आते ही दिल हो जाता है भारी और सांस भी आती नहीं सहम सा चढ़ जाता है मेरा जीवन तो कतरा कतरा बस मरने को हो जाता है... Hindi · कविता 252 Share Minal Aggarwal 25 Feb 2022 · 1 min read उनकी आवाज उनकी आवाज मेरे मन के अहाते में एक खामोशी की तरह गूंज रही है कान सुन रहे हैं उनकी अब तक कही हर कहानी को पर मेरी आंख उन्हें न... Hindi · कविता 229 Share Minal Aggarwal 25 Feb 2022 · 1 min read किसके सहारे बीच रास्ते वह तो हो गये खफा और मुड़कर मेरी तरफ पीठ फेरकर चल दिये कहीं अब आगे का रास्ता किसके सहारे पार करूं मैं कि अकेले चलने की मुझे... Hindi · कविता 260 Share Minal Aggarwal 25 Feb 2022 · 1 min read दिल से दिल तक एक मुनासिब दूरी बनाये रखो दिल से दिल तक जुड़ते रास्तों के दरमियान मैंने सुना है ज्यादा करीब आने से रिश्ते ताश के पत्तों से बने एक घर की तरह... Hindi · कविता 1 295 Share Minal Aggarwal 24 Feb 2022 · 1 min read चाहे तो बिना फूलों के रह लें पर जो कोई आपका साथ न चाहे उसका साथ समय रहते और जल्द से जल्द छोड़ देने में ही भलाई है लोग गुजरते वक्त के साथ मोम से पिघलकर सुधरते नहीं... Hindi · कविता 1 2 201 Share Minal Aggarwal 24 Feb 2022 · 1 min read जीवन का चक्र है यह जीवन का चक्र है यह जो शुरुआत है, वही अंत है जो अंत है वहां से फिर से एक नई शुरुआत होती है लेकिन इस बार एक नये सिरे से... Hindi · कविता 2 2 461 Share Minal Aggarwal 24 Feb 2022 · 1 min read गर प्रभु मुझे कोई महाशक्ति प्रदान करें तो गर मेरे सिर पर प्रभु का हाथ हो और वह मेरी तपस्या से प्रसन्न होकर मुझे कोई आशीर्वाद दें वरदान दें महाशक्ति प्रदान करें तो मैं खुद का नहीं अपितु... Hindi · कविता 1 190 Share Minal Aggarwal 23 Feb 2022 · 1 min read पायल सी खनकती रहती है पायल सी खनकती रहती है तेरी यादों की मेरे मन में लेकिन चुभते हैं उसके घुंघरू एक शूल से मेरे तन में तुझको पाकर यह खोने का अहसास मुझे तो... Hindi · कविता 1 354 Share Minal Aggarwal 23 Feb 2022 · 1 min read खुश होकर खुशी कहती है मन का आसमान कभी साफ होता है तो कभी गम के काले बादल उसे चारों तरफ से घेर लेते हैं लेकिन आहिस्ता आहिस्ता इस गम की काली बादलों की चादर... Hindi · कविता 163 Share Minal Aggarwal 23 Feb 2022 · 1 min read हमेशा मुस्कुराऊंगी मां! तुम अभी तो थी। अभी तो हम दोनों इतनी आत्मीयता से एक दूसरे से कितनी ढेर सारी प्यार और रस भरी बातें कर रहे थे। यह एकाएक तुम मुझे... Hindi · लघु कथा 290 Share Minal Aggarwal 22 Feb 2022 · 1 min read दिल का क्या अच्छा वो जो दिल का क्या अच्छा वो जो दिल वालों को दिल खोलकर जीने न दे दिल तोड़कर सजा दे मुस्कुराने की और जी भरकर रोने भी न दे। मीनल सुपुत्री श्री... Hindi · कविता 461 Share Minal Aggarwal 22 Feb 2022 · 1 min read ख्वाब पूरे होते हैं पर जमीन पर था तो आसमान की चाह थी आसमान पर जमीन की फिर जमीन पर पानी की पानी में हवा की ख्वाबों को पूरा करने का सिलसिला कहीं थम नहीं... Hindi · कविता 229 Share Minal Aggarwal 22 Feb 2022 · 1 min read चेहरा गुलाब सा चेहर गुलाब सा उसका आईना आफताब सा उससे टपकता नूर एक चांद सा उसका दिल एक कंवल सा उसकी रूह एक घर महताब का ओस की बूंदों को छू लें... Hindi · कविता 217 Share Minal Aggarwal 21 Feb 2022 · 1 min read खुद का व्यवहार तुम्हारी बोली कड़वी है तुम्हारे व्यक्तित्व में कड़वाहट है तुम्हें भोली सूरत के मीठे सुर दिल की वीणा से बजाते लोग अच्छे नहीं लगते तुम्हें गुड़ की डली मिसरी की... Hindi · कविता 210 Share Minal Aggarwal 21 Feb 2022 · 1 min read माया सुनहरी यादों के पन्नों पर लहराती एक गुलाब के फूल की पंखुड़ियों सी कोमल काया काया नहीं साया साया नहीं माया प्यार की गहराई प्यार का रहस्य प्यार की माया... Hindi · कविता 184 Share Minal Aggarwal 20 Feb 2022 · 1 min read जिन्होंने मुझे जन्म दिया जिन्होंने मुझे जन्म दिया उन्हें मैं बचा भी न सकी भगवान के घर उन्हें अकेले भेज दिया उनके साथ यह दुनिया छोड़कर जा भी न सकी जिनपर करते थे वह... Hindi · कविता 203 Share Minal Aggarwal 20 Feb 2022 · 1 min read यह दुनिया मेरे लिए यह दुनिया मेरे लिए वह नहीं जैसी यह है यह दुनिया मेरे लिए वह है जैसा कि मैं इसके प्रति महसूस करती हूं और धारणा बनाती हूं। मीनल सुपुत्री श्री... Hindi · कविता 165 Share Minal Aggarwal 20 Feb 2022 · 1 min read मेरा तो रिश्ता था मेरा तो रिश्ता था वर्तमान में पेड़ पर लगे पत्तों से यह पत्ते जो पतझड़ आने से पूर्व ही शायद पेड़ से अलग होकर टूटकर गिरेंगे और इनके स्थान पर... Hindi · कविता 183 Share Minal Aggarwal 17 Feb 2022 · 2 min read फूल चाहिए नहीं चाहिए फूल चाहिए नहीं चाहिए कांटा चाहिए नहीं चाहिए फूल की खुशबू चाहिए नहीं चाहिए फूल का रंग चाहिए नहीं चाहिए फूल का संग चाहिए नहीं चाहिए फूल का तन चाहिए... Hindi · कविता 1 249 Share Minal Aggarwal 17 Feb 2022 · 1 min read आदत फूलों की खुशबुओं से महरूम रहेंगे वो जिन्हें कांटों के जंगल में रहने की आदत पड़ चुकी हो अच्छाई उन लोगों को अक्सर रास नहीं आती जिन्हें बुराई की चाशनी... Hindi · कविता 1 1 305 Share Minal Aggarwal 16 Feb 2022 · 1 min read एक अंधेरे घर में रखे चिरागों में हम तो एक अंधेरे घर में रखे चिरागों में आग लगाते हैं अब वह जलते हैं या जलकर बुझते हैं रोशनी के अंबार सजाते हैं या अंधेरों को और बढ़ाते... Hindi · कविता 1 1 190 Share Minal Aggarwal 10 Feb 2022 · 1 min read तू और हम तू हमारा दर्पण हम तुम्हारे प्रतिबिंब तू हमारा गुलशन हम तुम्हारे गुलाबी लबों पर लहराती एक सबा रंगीन तू हमारी कायनात हम तुम्हारी एक महकती फिजा हसीन तू हमारा सूरज... Hindi · कविता 592 Share Minal Aggarwal 10 Feb 2022 · 1 min read तू खुदा हमारा तू जागता है तो हम जग जाते हैं तू सोता है तो हम सो जाते हैं तू हंसता है तो हम हंस लेते हैं तू रोता है तो हम रो... Hindi · कविता 224 Share Previous Page 6 Next