Sanjay ' शून्य' Language: Hindi 209 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next Sanjay ' शून्य' 29 Jun 2023 · 1 min read हिंदी हूं मैं! हिंदी हूं मै! संस्कृत के संस्कृति से सिंची हुई, मै हूं रेखा गंगा से खींची हुई। सहित गौ - गीता हमारा प्रकृति सा संसार है, मेरा भी एक प्यारा सा... Hindi 2 86 Share Sanjay ' शून्य' 28 Jun 2023 · 1 min read योगी? भगवा वस्त्र है, भाला शस्त्र है, कान में कुंडल, हाथ में कमंडल, एक हाथ भाला, दूजे हाथ माला, शिव का भक्त है, सनातनी रक्त है, देवभूमि से जो आया, गोरख... Hindi 1 389 Share Sanjay ' शून्य' 28 Jun 2023 · 1 min read आशा 🔥आशा🔥 आहत मन को, राहत कैसे बांटी जाए। घोर निराशा घेरे मन को, चाहत कैसे बांटी जाए।। अपनो की महफिल में है, पर मन उदास है। भीतर कितना सूनापन है,... Hindi 1 288 Share Sanjay ' शून्य' 28 Jun 2023 · 5 min read हिंदू कौन? मै हिंदू क्यों हूं? "कहां पता उसको वो कौन था, आंख कान थे खुले मगर मुख मौन था" प्राकृतिक रूप से मानव जीवन की शुरुवात एक स्त्री के गर्भ से,... Hindi 2 363 Share Sanjay ' शून्य' 24 Jun 2023 · 1 min read सनम हम बेवफा न थे , न कभी हो पाएंगे। ज़रा बताइए, अकेले हम क्या सुकून पाएंगे।। जब हम तुमसे है और तुम हो मुझसे । तो अकेले हम या तुम,... Hindi 2 148 Share Sanjay ' शून्य' 24 Jun 2023 · 1 min read कांग्रेस की आत्महत्या 🎇 विदाई🎇 दंगो से दंगो को दबाना, नंगो को नंगो से लड़ाना। बसी हुई बस्तियां जलाना, धर्म जाति में द्वेष बढ़ाना ।। संस्कार का मूल मिटाना, उत्तर से दक्षिण को... Hindi 1 178 Share Sanjay ' शून्य' 23 Jun 2023 · 1 min read कुपुत्र चाहिए नहीं कुछ भी उसको, वह तो मां है। मां के लिए जिया हो, अब वह पुत्र कहां है।। क्या भ्रूण नहीं सिंचित होता, अब है मां के रक्त से।... Hindi 1 292 Share Sanjay ' शून्य' 23 Jun 2023 · 1 min read ज़िंदा हूं बुराई की बुराई क्यों करूं मैं। खुदकी जग हंसाई क्यों करूं मैं।। बुराई से वो सहांशाह बना बैठा है। भला उसकी बड़ाई क्यों करूं मैं।। मैं और मेरा एहतिमाम अभी... Hindi 1 355 Share Sanjay ' शून्य' 23 Jun 2023 · 1 min read दहशत जो नारों के डर से मजहब बदल लिए। पैजामे के नाड़े छोड़ तहमद बदल लिए।। उनका धर्म तो डर है केवल, वैसे तो नंगे ही है। भारत ने धनवान बनाया,... Hindi 2 150 Share Sanjay ' शून्य' 22 Jun 2023 · 1 min read कसौटी थोड़ी बेशर्मी, बेइमानी, हरामखोरी, सीखनी पड़ेगी मुझे। तुम्हारे साथ रिश्ते की कसौटी है ये, देखनी पड़ेगी मुझे।। जिन नियम शर्तो पर जी रहा हूं मैं, बदलना पड़ेगा मुझे। बहुत खो... Hindi 2 375 Share Sanjay ' शून्य' 22 Jun 2023 · 1 min read हिंदू तुम यदि वैश्विक बीमारी हो, तो हम है जगत इलाज प्रिए। तुम यदि कबिलियाई संस्कृत हो, तो हम है सर्व समाज प्रिए।। हम नही ईसाई, यहूदी है, जो सहते रहें... Hindi 2 216 Share Sanjay ' शून्य' 22 Jun 2023 · 1 min read दोयम दर्जे के लोग जनता घुटना टेक हो गई, नेता बिरादरी फेक हो गई। देश वेश का बात न करियो, प्लोटिक्स मैंगो सेक हो गई।। समलैंगीगता सकर्म हो गया, गाय को खाना धर्म हो... Hindi 1 407 Share Sanjay ' शून्य' 21 Jun 2023 · 1 min read विपक्ष भारत का जबकि पूरा भारत , वर्षा बाढ़ की सांसत में हैं। विरासत की सियासत करने वाले आफत में हैं।। चौटाला बादल लालू, सब पार्थ को अर्पिता है। सोनिया नबाब माया, राहुल... Hindi 1 138 Share Sanjay ' शून्य' 21 Jun 2023 · 1 min read बेशर्मी जनता घुटना टेक हो गई, नेता बिरादरी फेक हो गई। देश वेश का बात न करियो, प्लोटिक्स मैंगो सेक हो गई।। समलैंगीगता सकर्म हो गया, गाय को खाना धर्म हो... Hindi 1 292 Share Sanjay ' शून्य' 20 Jun 2023 · 1 min read सच जिन लोगों को सच चुभता हो । उनके जीवन में कैसे शुभता हो।। जो न सीखेगा अपने इतिहासों से। कैसे बच पाएगा जग परिहासों से।। जो अपनी पीढ़ी को भ्रम... Hindi 1 93 Share Sanjay ' शून्य' 19 Jun 2023 · 1 min read शतप्रतिशत प्राप्त नहीं हो सकती मंजिल, लगे रहे यदि औसत मन से। शत प्रतिशत संकल्प भाव से, लगना होगा तन मन धन से।। किया समर्पित लोक भाव को, तो निज का... Hindi 1 324 Share Sanjay ' शून्य' 19 Jun 2023 · 1 min read दर्द दर्द को अपना गुरु बना लो, फिर देखो संघर्ष चुनौती। हरपल सच के दर्शन होंगे, उतर जायेगी स्वर्ण मुखौटी।। दर्द गुरु अब हृदय विराजे, तुम सब पर अब राज करो।... Hindi 1 206 Share Sanjay ' शून्य' 19 Jun 2023 · 1 min read यार न तो है शिकवा, गिला किसी से। मैं अरसों से ,न, मिला किसी से। जो चंद लमहे, गुजरे थे संग तेरे। वही था जन्नत खुदा कसम से।। तेरी मुहब्बत में... Hindi 1 171 Share Sanjay ' शून्य' 19 Jun 2023 · 1 min read मानव मन मानव मूल्यों के प्रति, जब तक तेरी निष्ठा होगी। तब तक इस धरती पर, तेरी मान प्रतिष्ठा होगी।। सत्य प्रेम करुणा भूले, तो भूल गए तुम मानव हो। दिखते तो... Hindi 1 123 Share Sanjay ' शून्य' 19 Jun 2023 · 1 min read उद्घाटन बचाने को पारिवारिक तन । विपक्ष चाहता है परिवर्तन।। संपूर्ण विपक्ष हुए एक ओर। बोल रहे मिलकर सब चोर।। मोदी करें नव संसद उद्घाटन। नहीं चाहता चोरों का तनमन।। नेहरू... Hindi 1 276 Share Sanjay ' शून्य' 19 Jun 2023 · 1 min read खद्योत हैं ' राम ' नहीं है कर्म में, नहि चरित्र है पास। वर्णन करने चल दिए, आदि पुरुष इतिहास।। केवल आखर ज्ञान से, भाखन चले चरित्र। ये सुपनाखा के यार है,... Hindi 1 375 Share Sanjay ' शून्य' 18 Jun 2023 · 1 min read Jai Mata di नेता जी पधारे, माता जी के द्वारे। चमचे पाव पखारे, बोले माता के जयकारे।। हाथ जोड़ नेता जी, इधर उधर निहारे। देख श्रद्धालुओं की कतारें, मैय्या को पुकारे।। मैय्या ने... Hindi 1 156 Share Sanjay ' शून्य' 17 Jun 2023 · 1 min read लोतंत्र शर्म ,असमत और अस्मिता का व्यापार लोकतंत्र में जारी है। पहले सब छुपकर बिकता था अब ये तंत्र ही कारोबारी है। हिजड़े सम्मानित करते हैं वीरों और शहीदों को। अपनो... Hindi 1 95 Share Sanjay ' शून्य' 16 Jun 2023 · 1 min read अहम का वहम आपका ये मानना कि आपको सब कुछ पता है। तो हो गई है लो आपसे एक भोली सी खता है।। आप यदि यह मानते है आपने सब कुछ किया है।... Hindi 1 169 Share Sanjay ' शून्य' 16 Jun 2023 · 1 min read करो तो है बाल्यकाल हकदार सही, पीढ़ी के फल खाने का। किशोरावस्था है तरुणाई में मंजिल की राह बनाने का।। युवावस्था एक व्यवस्था, सृजन और सेवा का है। बाल वृद्ध की जिम्मेदारी... Hindi 1 212 Share Sanjay ' शून्य' 6 Jun 2023 · 1 min read ताशीर मैं उसमे रत, जो भारत है। मेरा धर्म वही, जो धारत है ।। है मृत्युलोक में, यह पुण्य लोक । जहां साथ चलें, सुख और शोक।। अदभुत भौगोलिक स्थिति है।... Hindi 2 150 Share Sanjay ' शून्य' 6 Jun 2023 · 1 min read भ्रम नेता का आपका ये मानना कि आपको सब कुछ पता है। तो हो गई है लो आपसे एक भोली सी खता है।। आप यदि यह मानते है आपने सब कुछ किया है।... Hindi 1 250 Share Sanjay ' शून्य' 5 Jun 2023 · 1 min read कृतघ्न सब कुछ लेना उसका हक है, कुछ देना उसकी जिम्मेदारी नहीं है। परिवार, समाज, देश न बताओ उसको, वह किसी की जागीरदारी नहीं है।। देन है वो ऊपरवाले की, वह... Hindi 2 242 Share Sanjay ' शून्य' 3 Jun 2023 · 1 min read सतत कर्म ( स्वभाव) बादल को समझा दे कोई, सागर में बरस के करेगा क्या। पैदाइश हो अग्निकुंड की, सूरज की तपिश से मरेगा क्या।। चंदा को समझा दे कोई, चंदन को शीतल करेगा... Hindi 459 Share Sanjay ' शून्य' 25 May 2023 · 1 min read संसद उद्घाटन बचाने को पारिवारिक तन । विपक्ष चाहता है परिवर्तन।। संपूर्ण विपक्ष हुए एक ओर। बोल रहे मिलकर सब चोर।। मोदी करें नव संसद उद्घाटन। नहीं चाहता चोरों का तनमन।। नेहरू... Hindi 1 294 Share Sanjay ' शून्य' 23 May 2023 · 1 min read हौसला हौसला ही तय करेगा, फासला प्रारंभ से। निष्ठ होना नित्य चलना, शून्य से आरंभ से।। कौन कहता है कि, छू नहीं सकते गगन। हो समर्पण लक्ष्य में, बाज जैसी हो... Hindi 1 252 Share Sanjay ' शून्य' 14 May 2023 · 1 min read मां लहू उसका पी रहा था भ्रूण वो। उदर रुपी व्योम में, हो रहा था पूर्ण वो।। नौ महीने तक चला, त्याग का ये सिलसिला। रखके जीवन दांव पर, प्रेम रूपी... Poetry Writing Challenge 2 102 Share Sanjay ' शून्य' 14 May 2023 · 1 min read भारतीयों का दर्द नहीं भीख ना दान चाहिए, कृपा नहीं सम्मान चाहिए। टुकड़ों में मत बांटो हमको, पूरा हिंदुस्तान चाहिए।। याद करो, जब आजादी कि कसमें हमने खाई थीं। दो - चार की... Poetry Writing Challenge 3 2 295 Share Sanjay ' शून्य' 14 May 2023 · 1 min read बातें रोज ही होती थी बातें। गम- खुशी, बचपन की बातें।। दिन की बातें, दिल की बातें। गुजरे दिन, महफिल की बातें।। इनकी बातें, उनकी बातें। जाने किन किन की ये... Poetry Writing Challenge 1 200 Share Sanjay ' शून्य' 14 May 2023 · 1 min read समर्पण ईश्वर में हरि का होकर हार गए, तो हरि का कैसे? मांझी होकर नाव डुबाई, हो मांझी कैसे? सेवक हो सेवाकर लेते, तो सेवक कैसे? दाता बनकर भीख मांगते, तो दानी कैसे?... Poetry Writing Challenge 1 202 Share Sanjay ' शून्य' 14 May 2023 · 1 min read भाव तिरंगा तन मन धन अर्पण की इच्छा, प्राण त्याग का भाव हो। केसरिया तब होगा मुखरित, जब बलिदानी भाव हो।। हो कृतज्ञता नैतिक बल हो, सत्य प्रेम का भाव हो। रंग... Poetry Writing Challenge 146 Share Sanjay ' शून्य' 14 May 2023 · 1 min read योगी नाथ है सनातन सत्य सत्ता के, प्रबलतम भाव है योगी। आस्था, प्रेम, करुणा के, सतत सद्भाव है योगी।। शिक्षित है वो दीक्षित है, महा रणवीर है योगी। महाराणा, शिवाजी के , सबल... Poetry Writing Challenge 1 127 Share Sanjay ' शून्य' 14 May 2023 · 1 min read मित्रता दिव्य अलौकिक दृश्य भाव दे, वही चित्र है। प्रेम, प्रतिष्ठा, सरल भाव दे, वही मित्र है। संबंधों के बंधन के बिन बंधा रहे। बिना शर्त जो जीवन पथ पर सदा... Poetry Writing Challenge 1 191 Share Sanjay ' शून्य' 14 May 2023 · 1 min read नेता पढ़ाई पसंद न थी, लफंगई पसंद थी। वह घूमता फिरता था, नंगई पसंद थी।। यूं उम्र बढ़ते बढ़ते, आवारा हो गया। जब लोकतंत्र आया, सबका प्यारा हो गया।। अब भाई... Poetry Writing Challenge 1 76 Share Sanjay ' शून्य' 14 May 2023 · 1 min read दौड़ "पैर" मेरा कह रहा मैं थक गया हूं। नहीं चलता लो, अब रुक गया हूं।। मस्त मन फिर फेंकता है स्वप्न डोरे। तन बदन में मारने लगती हिलोरे।। दौड़ पड़ता... Poetry Writing Challenge 1 125 Share Sanjay ' शून्य' 14 May 2023 · 1 min read ये कहां डरते हैं हम तो घबराते नहीं, तुम डर दिखाते क्यूं भला। तुम जलाओगे उसे, जो अग्नि पथ पर हो चला।। क्यों दिखाते स्वप्न उसको, रंजनों के व्यंजनों की। भूख पर हो विजय... Poetry Writing Challenge 1 109 Share Sanjay ' शून्य' 14 May 2023 · 1 min read आइना रोज़ बनाओ पोज़ बनाओ, आईने से कन्फर्म करो। हद झूठे मक्कार हो गए, थोड़ा ही पर शर्म करो।। दारू पीओ धुवां उड़ाओ, पार्टियों में इंटर्न करो। मौत एक दिन आयेगी... Poetry Writing Challenge 101 Share Sanjay ' शून्य' 14 May 2023 · 1 min read बैठक बैठक तो वो जो घर की बैठक में होती है। पारिवारिक परिचर्चा को सरल सजोती है।। मीटिंग में तो घोड़ों की बस रेस कराई जाती है। टारगेट के बहाने मानव... Poetry Writing Challenge 178 Share Sanjay ' शून्य' 14 May 2023 · 1 min read कायम है बाजार में जरूर रहते हैं साहब, मगर बाजारू नहीं है। बीमारियों का निदान ढूंढ रहे हैं, मगर बीमारू नहीं है।। है कायरों के बीच में अपना भी आशियां, मुझपर अभितक... Poetry Writing Challenge 1 212 Share Sanjay ' शून्य' 14 May 2023 · 1 min read बांटो मत रोटी की चिंता नहीं, मिली भूख पर जीत। हुआ लक्ष्य आसान अब, हर पग पर है मीत।। सत्य सनातन की व्यथा, किससे पूछो जाय। पंच तत्व खुद में लड़े, शंभू... Poetry Writing Challenge 189 Share Sanjay ' शून्य' 14 May 2023 · 1 min read कठिन है कितना नादान हूं मैं, उनको जगाने चला हूं। जो धरती में समा बैठे, उन्हे उठाने चला हूं।। जम गया लहू जिनका, रुधिर नलिका में। बड़ा बेशर्म हूं मैं उनको, जोश... Poetry Writing Challenge 212 Share Sanjay ' शून्य' 14 May 2023 · 1 min read बहंको मत सम्हालों बहकते कदम को, न दम तोड़ दें वो। पहुंचने के मंजिल से पहले, न कसम तोड़ दें वो। गर कदम हैं तुम्हारे, तो रखिए रफ्तार खुद की । कहीं... Poetry Writing Challenge 98 Share Sanjay ' शून्य' 14 May 2023 · 1 min read मोदी और भारत मोदी जी अगुआ बने, हुआ सनातन धन्य। हिंदूजन गदगद हुए, देख देश लावण्य।। धर्मस्थल जगमग हुए, बढ़े वहां संसाधन। नर नारी पुलकित हुए, तगड़ा बना प्रसाधन।। काशी में शिव खुश... Poetry Writing Challenge 90 Share Sanjay ' शून्य' 14 May 2023 · 1 min read अश्लील साहित्य हां मैं इक तरफ खड़ा हूं, दिल में कोई कश्मकश नहीं है। फैसला ये होशोहवास से है, ये बेगैरत या बेबस नही है।। कला के नामपर पैसों के खातिर, अश्लीलता... Poetry Writing Challenge · शेर 1 1 423 Share Sanjay ' शून्य' 14 May 2023 · 1 min read भाव एकाकी यदि भाव तुम्हारा, जीवन में राम नाम की नाव हो। होगा पार जीवन समुद्र भी, चाहे अशांति हो या अभाव हो।। करते रहो तय दूरी प्रतिदिन, यदि तुमको वनवास... Poetry Writing Challenge · कविता 1 228 Share Previous Page 4 Next