प्रीतम श्रावस्तवी Language: Hindi 456 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read ग़ज़ल 1- --------ग़ज़ल----- आदमी की ये बची पहचान है शक़्ल इंसां की मगर हैवान है रख के ये इंसानियत को ताख़ पर आज कितना गिर गया इंसान है भूल कर माँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 280 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read ग़ज़ल --------ग़ज़ल------ मेरी शायरी को पढ़ा क्या करोगे ग़ज़ल जो सुनाऊँ सुना क्या करोगे सितम करने वाले तुझे जानता हूँ कभी बद्दुआ के सिवा क्या करोगे अँधेरों में जीते हैं जो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 238 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read ग़ज़ल -------ग़ज़ल------ मुहब्बत का नग्मा सुनाया तुम्हें रुलाया है ख़ुद को हँसाया तुम्हें सितम भूल कर हम तुम्हारे सनम जो रूठे कभी तो मनाया तुम्हें न तुम ग़मज़दा हो कभी इसलिए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 211 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read ग़ज़ल ------- ग़ज़ल ------- जहां में क्यों कोई हँसता नहीं है दिलों में प्यार का दरिया नहीं है वफ़ा के क्यों बुझे दीपक हैं दिल में मुझे ये कोई समझाता नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 254 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read ग़ज़ल -----ग़ज़ल ----- हर सवालों का आज हल देंगे नित ख़ुशी के नये ही पल देंगे बे-वफ़ाई ही मिलती उल्फ़त में इस रिवायत को हम बदल देंगे तोड़ कर सारे रिश्ते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 206 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read ग़ज़ल -------ग़ज़ल------- मेरा रब शायद मुझे भूला हुआ या किसी ग़लती पे है रूठा हुआ सोचा था दुनिया को दूँगा रौशनी पर बना हूँ शम्स मैं ढलता हुआ हो गया वह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 245 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read दोहे नेता फिर करने लगे, वादों की बौछार। जनता सारी कर रही, मेंघों की जयकार।। राजनीति के ढोल में, बहुत बडा है पोल। मुहर लगाना तुम मगर, अपनी आँखें खोल।। चाटुकार... Hindi · दोहा 527 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read ग़ज़ल -------ग़ज़ल----- हो जिसका बागबां दुश्मन वो हर बागान ख़तरे में कली की कमसिनी फूलों की है मुस्कान ख़तरे में भला बरसेंगी कैसे रहमतें अल्लाह की यारों हो जिस घर में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 227 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read ग़ज़ल ++++++ग़ज़ल+++++++ दर्द सीने में दबाना सीखिए ग़म को सहकर मुस्कुराना सीखिए हाथ तो मिलते हैं लेकिन दोस्तों दिल से दिल को भी मिलाना सीखिए रब तुम्हें देगा बुलंदी एक दिन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 209 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read मुक्तक प्रेम का सूर्य फिर से उगेगा यहाँ धुँध घृणा का इक दिन छँटेगा यहाँ एक दीपक जो मिल कर जला दें सभी ये अँधेरा न हरगिज़ रहेगा यहाँ प्रीतम राठौर... Hindi · मुक्तक 444 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read ग़ज़ल -----ग़ज़ल---- तुम्हारे झूठ का तख़्ता पलटने वाला है वतन में सच का ये सूरज निकलने वाला है यक़ीं नहीं है मुझे अब तुम्हारे वादों का शिरोमणी जी का ही नाम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 375 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read ग़ज़ल -------ग़ज़ल------ दिल को आता है क्यों क़रार नहीं और क्यों ख़ुद पे इख़्तियार नहीं यह तो नादाँ है कितना समझाऊँ बे-वफ़ा है वो तुझसे प्यार नहीं अब न छाएँगे प्यार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 402 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read कुण्डलियाँ ------कुण्डलियाँ---- चौसर बिछी चुनाव की, लगी सियासी दाँव। प्यादे चौकन्ने हुए, न कोई खींचे पाँव।। न कोई खींचे पाँव, करें सब चौकीदारी। जनमत की हो रही, यहाँ पर साझेदारी। कह... Hindi · कुण्डलिया 253 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read ग़ज़ल --------ग़ज़ल------- वो है ख़ुदा जो जहां में चला रहा है मुझे नहीं तो सारा ज़माना मिटा रहा है मुझे किसी के काम न आई ये ज़िन्दगी मेरी यही है दर्द... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 219 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read ग़ज़ल -------- ग़ज़ल -------- पता नहीं था ये दिन ज़िन्दगी दिखाएगी हमारे अपनों से ही दूर लेके जाएगी सियासी दाँव भी चलना मुझे नहीं आता ये ज़िन्दगी लगे ख़ुद को बचा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 186 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read ग़ज़ल ------ग़ज़ल------ दिल को अब तार तार कौन करे यार पत्थर से प्यार कौन करे ये मुहब्बत है घाटे का सौदा इसका अब रोज़गार कौन करे मारता है अगर वो हिस्सा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 384 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read ग़ज़ल ---------ग़ज़ल------- दर्द से होके तू बेख़बर यूँ न जा मान जा मेरी जाने जिगर यूँ न जा आख़िरी हो न ये शाम मेरी कहीं एक पल के लिए तू ठहर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 181 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read छंदमुक्त रचना हमारी सोच में केवल इतना अन्तर है तुम्हारी नज़र में इश्क़ एक एहसास है और मेरे लिए सिर्फ़ सर्वनाश फिर भी चाहता था तुम्हे अपनी जान से बढ़ कर मगर... Hindi · कविता 236 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read ग़ज़ल -------ग़ज़ल----- माँ तेरे प्यार की ज़रूरत है तेरी ममता ही मेरी नेमत है बस तू ही तो जहां में है सच्ची बाक़ी रिश्तों में भी सियासत है क़र्ज़ कैसे तेरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 167 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read ग़ज़ल सबक़ . -------ग़ज़ल----- कुछ इस तरह से आज जहां बे वफ़ा हुआ भाई ही अपने भाई का दुश्मन बना हुआ रोया था ज़ार ज़ार ये दिल मेरा उस घड़ी जब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 196 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read ग़ज़ल ------ग़ज़ल------ जल रहीं हसद की आग में ग़रीब बस्तियाँ पर अमीर कर रहे घरों में अपने मस्तियाँ रौनकें थी जिनसे मुस्कुरा रही थी हर कली अब चमन में आ नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 209 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read ग़ज़ल ------ग़ज़ल----- भाई का हक़ छीन के खाना मेरे बस की बात नहीं बेइमानों में नाम लिखाना मेरे बस की बात नहीं रब ने जितना दिया है मुझको उतने में खुश... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 208 Share प्रीतम श्रावस्तवी 1 May 2019 · 1 min read सच्चा प्यार हमारी सोच में केवल इतना अन्तर है तुम्हारी नज़र में इश्क़ एक एहसास है और मेरे लिए सिर्फ़ सर्वनाश फिर भी चाहता था तुम्हे अपनी जान से बढ़ कर मगर... Hindi · कविता 383 Share प्रीतम श्रावस्तवी 23 Apr 2019 · 1 min read ग़ज़ल ------ग़ज़ल----- ऐ काश! ये दिल तुमसे लगाया नहीं होता तो मैं भी सरे-आम यूँ रुसवा नहीं होता दिल टूट के इस तौर से बिखरा नहीं होता गर उसकी निगाहों में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 231 Share प्रीतम श्रावस्तवी 17 Apr 2019 · 1 min read ग़ज़ल ++++++ग़ज़ल+++++++ दर्द सीने में दबाना सीखिए ग़म को सहकर मुस्कुराना सीखिए हाथ तो मिलते हैं लेकिन दोस्तों दिल से दिल को भी मिलाना सीखिए रब तुम्हें देगा बुलंदी एक दिन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 224 Share प्रीतम श्रावस्तवी 16 Apr 2019 · 1 min read ग़ज़ल -------ग़ज़ल----- हो जिसका बागबां दुश्मन वो हर बागान ख़तरे में कली की कमसिनी फूलों की है मुस्कान ख़तरे में भला बरसेंगी कैसे रहमतें अल्लाह की यारों हो जिस घर में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 203 Share प्रीतम श्रावस्तवी 16 Apr 2019 · 1 min read ग़ज़ल ----ग़ज़ल---- देश के जो हैं परस्तार बदल कर देखें इस इलेक्शन में वो सरकार बदल कर देखें ओढ़ रक्खी जो रिदा हमनें गु़लामों वाली अब तो हम अपना ये क़िरदार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 267 Share प्रीतम श्रावस्तवी 4 Apr 2019 · 1 min read ग़ज़ल --------ग़ज़ल------ मेरी शायरी को पढ़ा क्या करोगे ग़ज़ल जो सुनाऊँ सुना क्या करोगे सितम करने वाले तुझे जानता हूँ कभी बद्दुआ के सिवा क्या करोगे अँधेरों में जीते हैं जो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 188 Share प्रीतम श्रावस्तवी 1 Apr 2019 · 1 min read ग़ज़ल ------ग़ज़ल---- तेरा चेहरा गुलाब हो जैसे एक शायर का ख़्वाब हो जैसे इस तरह मदभरी है आँख तेरी इक पुरानी शराब हो जैसे चाँद चेहरे पे जुल्फ़ यूँ लगती बादलों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 378 Share प्रीतम श्रावस्तवी 1 Apr 2019 · 1 min read ग़ज़ल --------ग़ज़ल----- आदमी की ये बची पहचान है शक़्ल इंसां की मगर हैवान है रख के ये इंसानियत को ताख़ पर आज कितना गिर गया इंसान है भूल कर माँ बाप... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 229 Share प्रीतम श्रावस्तवी 10 Mar 2019 · 1 min read ग़ज़ल --------ग़ज़ल------ [3/9, 6:57 PM] प्रीतम राठौर भिनगाई: न कोई शहर में अपना दिखाई देता है हरेक शख़्स पराया दिखाई देता है करूँ भी किससे ये ज़िन्दादिली की मैं बातें जिसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 214 Share प्रीतम श्रावस्तवी 9 Mar 2019 · 1 min read कुण्डलियाँ रोज बढातीं नारियाँ पुरुषों का ---*सम्मान । फिर भी ये क्यों सह सह रहीं, पग पग पर अपमान ।। पग पग पर अपमान, पीर न जाने कोय। दुर्गा शारद पार्वती,... Hindi · कुण्डलिया 230 Share प्रीतम श्रावस्तवी 9 Mar 2019 · 1 min read कविता शेरे हिन्दुस्तान के सम्मान में भारतीयों के उद्गार बिंग कमाण्डर अभिनन्दन का स्वागत है अभिनन्दन है पाकिस्तान की धरती को जो कर के आया पावन है दीप जलाओ ख़ुशी मनाओ... Hindi · कविता 251 Share प्रीतम श्रावस्तवी 9 Mar 2019 · 1 min read गीतिका ख़ुशियों की लक़ीरों को ये किसने मिटाया है जब देखा हथेली तो बर्बादी ही पाया है मैं कैसे करूँ कोई दुनिया से शिक़ायत भी हमनें तो मुक़द्दर में बस दर्द... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 397 Share प्रीतम श्रावस्तवी 9 Mar 2019 · 1 min read ग़ज़ल -----ग़ज़ल----- आ गया मैं तेरे ठिकाने पर रख दिया दिल तेरे निशाने पर अब चलाएगा कितना तीरों को दिल हुआ ज़ख़्मी मुस्कुराने पर नींद की भी नसीब खुल जाती ख़्वाब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 214 Share प्रीतम श्रावस्तवी 9 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक कितना प्यारा मेरा हिन्दुस्तान है आन है ईमान मेरी जान है हम यहाँ पैदा हुए ये है नसीब दिल फ़िदा भारत पे जां कुर्बान है Hindi · कविता 422 Share प्रीतम श्रावस्तवी 9 Mar 2019 · 1 min read ग़ज़ल रिश्ता भी आज दिल से निभाता नहीं कोई दिल में छुपे हसद को मिटाता नहीं कोई ख़ुशियाँ अमीरों की है ज़माने में इसलिए मुफ़लिस को महफ़िलों में बुलाता नहीं कोई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 226 Share प्रीतम श्रावस्तवी 9 Mar 2019 · 1 min read ग़ज़ल ------ग़ज़ल----- तुम्हारे वास्ते दुनिया भुलाए बैठे हैं ये रोग इश्क़ का दिल को लगाए बैठे हैं तुम्हारे पाँव में काँटा न चुभने पाएगा चले भी आओ कि हम दिल बिछाए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 293 Share प्रीतम श्रावस्तवी 1 Mar 2019 · 1 min read ग़ज़ल ----- ग़ज़ल ------- ख़ुश हुआ कौन और ग़मज़दा कौन है दुनिया ख़ुदग़र्ज़ है सोचता कौन है मेरे ख़्वाबों में ये आ रहा कौन है चुपके से हो गया दिलरुबा कौन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 215 Share प्रीतम श्रावस्तवी 28 Feb 2019 · 1 min read ग़ज़ल * ------- ग़ज़ल ------ दिलों में प्यार की शम्मा जलाने हम चले आए मुहब्बत ही करो सबसे जताने हम चले आए न हासिल कुछ तुम्हें होगा तनफ़्फ़ुर से जहां वालों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 238 Share प्रीतम श्रावस्तवी 28 Feb 2019 · 1 min read ग़ज़ल ------ग़ज़ल----- इश्क़ में आज मुझे हद से गुज़र जाने दे हुस्न की दरिया में प्यासे को उतर जाने दे एक मुद्त से मेरी ज़िन्दगी है सहरा सी आज छू ले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 210 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Feb 2019 · 1 min read ग़ज़ल ------ग़ज़ल---- चलो आज कर दें उजाला यहीं पर है टूटा किसी का सितारा यहीं पर किसी ने तो खोया है बेटा यहीं पर कोई उम्र भर का सहारा यहीं पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 213 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Feb 2019 · 1 min read ग़ज़ल चलो आज कर दें उजाला यहीं पर था टूटा किसी का सितारा यहीं पर किसी ने तो खोया है बेटा यहीं पर कोई उम्र भर का सहारा यहीं पर वतन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 228 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Feb 2019 · 1 min read ग़ज़ल ------ ग़ज़ल----- सबपे रहमत ख़ुदा कीजिएगा दिल की दौलत अता कीजिएग डूब जाए न क़श्ती भँवर में ऐसा मत नाखुदा कीजिएगा दोस्ती में कभी दोस्तों तुम दोस्त से मत दगा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 266 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Feb 2019 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल दुश्मन से भी अब छेड़ दो तक़रार अनोखी या तो मेरे हाथों में दो तलवार अनोखी ख़ामोशी से कुछ बात बनेगी न यहाँ पर कहती है क़लम भर के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 194 Share प्रीतम श्रावस्तवी 16 Feb 2019 · 1 min read 14 फरवरी 9 बजे शाम को पुलवामा कश्मीर में आतंकी हमले में वीर सपूतों की अश्रुपूरित श्रद्धांजली --------ग़ज़ल------ कौन कहता आदमी वह तो इक शैतान है जो वतन के इस चमन को कर रहा वीरान है देखकर ग़मगीन मंज़र आज फिर कश्मीर का दिल ये करता भेज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 169 Share प्रीतम श्रावस्तवी 14 Feb 2019 · 1 min read दोहे 1- प्रेम जगत में उच्च है, निम्न घृणा का रूप। प्रेम वृक्ष विश्राम दे, जब हो दुःख की धूप।। प्रेम दिवस को आइए, कर दे यूँ साकार। गैर न कोई... Hindi · दोहा 1 222 Share प्रीतम श्रावस्तवी 14 Feb 2019 · 1 min read ग़ज़ल ------ग़ज़ल----- ग़हन कौन सा लग गया ज़िन्दगी को छुपी है कहाँ ढूँढ़ता हूँ ख़ुशी को रहे तीरग़ी का बसेरा ही दिल में तरसता हूँ मुद्दत से मैं रौशनी को सिमम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 218 Share प्रीतम श्रावस्तवी 11 Feb 2019 · 1 min read मौसम बसंती आ गया सज गयी है ये धरा मौसम बसंती आ गया बाग वन सुरभित हुआ मौसम बसंती आ गया पीत पट ओढे धरा सोलहो सिंगार कर लग रही है अप्सरा मौसम बसंती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 382 Share प्रीतम श्रावस्तवी 9 Feb 2019 · 1 min read ग़ज़ल -----ग़ज़ल----- ग़मों से उबरने को जी चाहता है ख़ुशी दिल में भरने को जी चाहता है तुम्हारी निगाहों में ही देख कर अब क़सम से सँवरने को जी चाहता है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 213 Share Previous Page 4 Next