सुखविंद्र सिंह मनसीरत Language: Hindi 2395 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 41 Next सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Mar 2020 · 1 min read कोरोना जागरूकता अभियान कोरोना जागरूकता अभियान ************************ अस्त्र-शस्त्र नहीं हमें उठाने हैं जंग जीतनी बचाने घराने हैं खुद की खुद से यह जंग है घर में हमें रहना नजरबंद है चौकीदार की करबद्ध... Hindi · कविता 252 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Mar 2020 · 1 min read हिदायतें और निवेदन हिदायत और निवेदन ********************* कोशिशें सारी नाकाम हो रही सरहदें हमारी हैं जाम हो रही भंयकर महामारी छाया साया दिल की धड़कनों तेज हो रही लॉकडाऊन आदेश हुए जारी आदेश... Hindi · कविता 239 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Mar 2020 · 1 min read बसर नहीं होती ये जिन्दगी बसर नहीं होती ये जिन्दगी *************************** कितनी मुश्किलों भरी है ये जिन्दगी चारदीवारी में बंद पड़ी है ये जिन्दगी परिन्दों भांति इन्सां पिंजरें में कैद है सांसें घुट रहीं हैं,दर्द... Hindi · कविता 182 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Mar 2020 · 1 min read स्वास्थ्य तंत्र की खुली पोल स्वास्थ्य तंत्र की खुली पोल ************************* बजा है जब से कोराना का ढोल स्वास्थ्य व्यवस्था की खुली पोल पहले से नहीं थी कोई भी तैयारी तभी तो फैली कोरोना महामारी... Hindi · कविता 1 260 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Mar 2020 · 1 min read कोरोना कोरोना कोरोना कोरोना कोरोना कोरोना अलविदा यहाँ से कहो ना जब से तुमने दी है दस्तक दुनिया हो गई नतमस्तक यूँ दुनिया को तुम हरो ना अलविदा यहाँ से कहो ना चारों... Hindi · कविता 1 4 429 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Mar 2020 · 1 min read कोरोना संबोधन कोरोना-संबोधन ******************* आठ बजे मोदी संबोधन छूता आसमानी बुलन्दी शाब्दिक भावुक प्रहार से होती है उस दिन पाबन्दी प्रथम संबोधन जब आया जुगलबंदी ना थी रजामंदी लोग देखते ही थे... Hindi · कविता 1 248 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Mar 2020 · 1 min read स्पेनिश चिकित्सक दम्पति स्पेनिश चिकित्सक दम्पति ********************* कोरोना वायरस निगल गया चिकित्सक दम्पत्ति की जान 134 कोरोना रोगी बचा दिए गवा कर कीमती जिंद जान खुशी - खुशी स्पेन में जी रहे था... Hindi · कविता 259 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Mar 2020 · 1 min read शहादत को सलमान ******शहादत को सलाम******** **************************** शहीदों की शहादत को सलाम दोस्तों शहादत से ही आजाद आवाम दोस्तों देश खातिर जिन्होंने जिंदजान वार दी जीवन भर की खुशियाँ भी थी तार दी... Hindi · कविता 2 2 450 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Mar 2020 · 2 min read शहीदे आज़म भगत सिंह शहीदे आज़म भगत सिंह ************************************ आओ याद करें कुर्बानी,भगत सिंह महान की देश के ऊपर जान वार दी,वीर सुत महान की बंगा में जन्म लिया, किशन सिंह का लाल था... Hindi · कविता 1 257 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Mar 2020 · 1 min read परवान चढता प्यार परवान चढता प्यार *************** सूर्यास्त के साथ ही रंगीन शाम ढल गई संग साथ ले गई वो हमारे हसीन सुपने जो देखे,हम दोनों ने चढते सूर्योदय के साथ सुर्ख लाल... Hindi · कविता 304 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Mar 2020 · 1 min read कोरोना का रोना रोया करो ना कोरोना का रोना रोया करो ना ************************ कोरोना का रोना रोया करो ना करोना का मतलब यह करो ना भीड़ में तुम जाया करो ना हाथ अब यूँ मिलाया करो... Hindi · कविता 360 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Mar 2020 · 1 min read दोस्तों संग मौज मस्ती दोस्तों संग खूब मौज मस्ती *************************** दोस्तों संग होती खूब मौज मस्ती यारों की यारी से महफिल सजती दो चार पंछी बैठते एक डाल पर कलरव में झूलते डाली है... Hindi · कविता 1 194 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Mar 2020 · 1 min read निर्भया को न्याय निर्भया को न्याय *********************** दिल में खुशी, आँखों में चमक चारों दरिंदे गए हैं फांसी लटक कानूनी लंबी लड़ाई लड़ी मगर न्याय जीता है, फूला माँ जिगर जघन्य अपराध के... Hindi · कविता 411 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Mar 2020 · 1 min read वायरस का कहर कोरोना वायरस का कहर *************************** कोरोना वायरस का कहर तो देखिए चारों ओर फैला है,हाहाकार देखिए खुशी -खुशी खूब हम गले लगते थे हाथ मिला कर हाल चाल पूछते थे... Hindi · कविता 466 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Mar 2020 · 1 min read बेटियाँ हैं मोमबत्तियाँ बेटियाँ हैं मोमबत्तियाँ ********************************** बाबुल तेरे आँगन की,बेटियाँ हैं मोमबत्तियाँ जगती-बुझती रहती हैं,जैसे हों फुलझड़ियाँ लाड प्यार में पलती हैं,स्वभाव की भावुक हैं काँटों की चुभन ना सहें ,फूलों सी... Hindi · कविता 421 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Mar 2020 · 1 min read कोरोना वायरस *********कोरोना का रोना******* ***************************** कोरोना वायरस का छाया यह खुमार तनिक जनाब, हुआ असर तो देखिए हर कोई दिखता है शहर में बीमार सा तनिक जनाब,कोरोना हश्र तो देखिए मच... Hindi · कविता 294 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Mar 2020 · 1 min read सूनी होली *******सूनी होली****** ********************** बीत गई है वो सुनहरी बेला होली उत्सव की रंगीली बेला होली की शाम है फीकी बीती रंग गुलाल बिना बीती ये बेला आँखें बरसीं,रंग नहीं हैं... Hindi · कविता 224 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Mar 2020 · 1 min read सूनी होली *******सूनी होली****** ********************** बीत गई है वो सुनहरी बेला होली उत्सव की रंगीली बेला होली की शाम है फीकी बीती रंग गुलाल बिना बीती ये बेला आँखें बरसीं,रंग नहीं हैं... Hindi · कविता 294 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Mar 2020 · 1 min read अमर सिंह चमकीला ***दुगरी वाला अमर सिंह चमकीला**** ******************************** पिण्ड दुगरी दा लाल,कमाया जग उते नाम बाबा अमर सिंह चमकीला सी ओहदा नाम छोटी उम्र विच ओहने,गड्डे कामयाबी दे झंडे देश विदेश च... Hindi · कविता 367 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Mar 2020 · 1 min read होली पर्व ***********होली-पर्व******** आया आया रे आया रे आया आया रंगों का महापर्व रंगोली होली आया हमजोलियों की बनाकर तुम टोलियां भर पिचकारी भर कर दागो गोलियां करो हंसी ठिठोलियां,होली पर्व आया... Hindi · कविता 343 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Mar 2020 · 1 min read तुम हमारे हुए ******तुम हमारे हुए****** *********************** आँखों ही आँखों में इशारे हुए तुम हमारे हुए , हम तुम्हारे हुए जो मिले राहों में ,वो चलते बने तुम हमें जो मिले,तुम सहारे हुए... Hindi · कविता 1 2 238 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Mar 2020 · 1 min read तेरे साथ चलता रहि तेरे साथ चलते - चलते ******************* मुझे राहें मिल गई थी तेरे साथ चलते - चलते हम तो राह भटक गए थे ना दर था ना थे ठिकाने गैरों से... Hindi · कविता 4 218 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Mar 2020 · 1 min read बरसती बारिश की बूँदें ****बारिश की बरसती बारिश बूँदें**** ******************************** बारिश की बरसती बूँदे लगती हैं कुछ ऐसे अवनि की जुदाई में आसमां रोता हो जैसे सूर्य के ताप में तपती जलती रहती धरती... Hindi · कविता 2 210 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Mar 2020 · 1 min read मैं धारा बरसाती ******मैं धारा टकराती********** **************************** तुम मेरे दीपक हो,मैं दीये की बाती तुम तो अंतर्भावी हो,मैं तो हूँ जज्बाती दरिया से दिल अंदर तो बहुत गहराई है तुम मेरे साहिल हो... Hindi · कविता 1 2 445 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Mar 2020 · 1 min read आरजू आरजू ****************************** दिल की आरजू है मुझे हर मुकाम मिले हर मुकाम मिले साथ दुआ सलाम मिले वो जो हर खुशी मिली मुझे कबूल नहीं खुशी जो मिले मुझे प्रेम... Hindi · कविता 1 2 207 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Mar 2020 · 2 min read परीक्षा के पल परीक्षा के पल ****************** बल्बों की लड़ियाँ जलती बुझती है जिस कदर परीक्षाओं के दिनों में परीक्षार्थियों का दिल तीव्र तो कभी मंद गति से धड़कता रहता है और...... रक्तवाहिनियों... Hindi · कविता 200 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Mar 2020 · 1 min read जिल्लत में रहना सीख लिया जिल्लत में रहना सीख लिया ---------------------------------- रोते -रोते. हँसना सीख लिया गमों में मुस्कराना सीख लिया हम मालिक थे अपनी मर्जी के तेरी रज़ा में रहना सीख लिया नभ में... Hindi · कविता 3 2 386 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Feb 2020 · 1 min read सियासतदार **सियासतदार** *************** राजनीतिक सियासतदार क्यों नहीं समझते आम जन की भाषा और संविधान की सही परिभाषा अपनी राजनीतिक रोटियाँ सेंकते-सेकते बुझा देते हैं असंख्यों के घर के चुल्हें और ठण्डी... Hindi · कविता 1 2 199 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Feb 2020 · 1 min read शहनाई ******शहनाई********** ********************* मयखाने में रौनक आई हैं बज रही कहीं पर शहनाई है आँखों मे छाई है मयकशी गम भूल जाने की दवाई है कसमें, वादे सभी परस्त हुए दिल... Hindi · कविता 2 302 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Feb 2020 · 1 min read स्वर्ग यहाँ, नर्क यहाँ ********स्वर्ग यहाँ, नर्क यहाँ************* ************************************ सुन लो ओ मूर्ख इंसान ,समय के बोल फरमान नर्क यहाँ,स्वर्ग भी यहाँ, सुनो सुनाऊँ मैं दास्तान करनी यहाँ, भरनी यहाँ,बताता हूँ मैं सुन नादान... Hindi · कविता 1 2 235 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Feb 2020 · 1 min read चिट्ठियाँ *********?प्रेम भरी चिट्ठियाँ************** ***********************?************* अतीत के गर्भ में खो गई मेरी प्रेम भरी चिट्ठियाँ बेहतरीन थी प्रेम की चासनी में डूबी हुई चिट्ठियाँ प्रेयसी से अतरंग प्रेम भावनाओं का एहसास... Hindi · कविता 1 2 274 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Feb 2020 · 1 min read हम पंछी बन जाए **हम भी पंछी बन जाए*** ********************** नभ में नभचर विचरण करते लंबी लंबी ऊँची उड़ान भरते पंक्तिबद्ध हो कतार में चलते प्रसन्नचित्त हो कलरव करते खुशी खुशी खूब हैं चहचहाते... Hindi · कविता 1 443 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Feb 2020 · 1 min read मैं हनुमान बना रहा *********मैं हनुमान बना रहा****** ****************************** जिन्दगी में दोस्तो ,मैं हनुमान बना रहा प्रेमी जोड़ियों को प्रेम प्रसाद बांटता रहा गैरों की जिन्दगी में चीराग जला दिए खुद जिन्दगी में मैं,अंधेरे... Hindi · कविता 2 405 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Feb 2020 · 1 min read तितलियों सी परियां ****तितलियों सी परियां***** ************************* बस में सफर करते हुए अचानक ध्यान भंग-उस ओर हुआ आकृष्ट जहाँ सड़क के साथ चलते बगल में सरसों के पीले-पीले खेत उद्यान में सरसों के... Hindi · कविता 223 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Feb 2020 · 1 min read बिन तोल मत बोलो ****बिन तोले मत बोल*** ********************** शब्द होते बहुत अनमोल बिन तोले,मत मुख से बोल बाण से भी तीखे चुभते बोले कोई कड़वे बोल बढ जाता है मान-सम्मान कहीं कदर पाते... Hindi · कविता 2 523 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Feb 2020 · 1 min read मैं किसे गुलाब पकड़ाऊं मैं किसे गुलाब पकड़ाऊं ******************* वेलेंटाइन दिवस आ गया मैं किसे गुलाब पकड़ाऊं जिसे जान से ज्यादा चाहा ख्वाबों में था जिसे सजाया दिल की बात ना कह पाया अब... Hindi · कविता 1 689 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Feb 2020 · 1 min read प्रेममयी बारिश बूँद हल्की हल्की बारिश की बूँदें कर देती है सिर से पाँव तक मेघ से घने श्यामल गेसू गीले टिप टिप टपकता फिर पानी गेसुओं के झरने में से झड़कर मस्तक... Hindi · कविता 1 476 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Feb 2020 · 1 min read चार मुक्तक ******मुक्तक ***** ***************** चार दिन की जिन्दगानी है यहाँ हर चीज बैगानी है किस वहम में अहम है करे मौत तो सभी को आनी है ********************* सुबह से शाम भी... Hindi · कविता 1 2 299 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Feb 2020 · 1 min read अधूरा प्रेम ********अधूरा ख्वाब************ ****************************** मैं अभागा तुम्हें चाह कर भी पा ना सका दिल में तुम्हारे कभी घर बना ना सका महकते फूलों पर भंवरा मंडराता ही रहा प्रेम रस का... Hindi · कविता 1 439 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Feb 2020 · 1 min read दिल्ली जनार्दन जनादेश ***दिल्ली जनार्दन जनादेश***** *************************** दिल्ली जनार्दन जनादेश आ गया राजनीति पर काम बाजी मार गया धर्म जाति से ऊपर उठ किया वोट काम , ईमानदारी को किया वोट हिंदू -मुस्लिम... Hindi · कविता 1 236 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Feb 2020 · 1 min read तुम कहाँ चल दिए तुम कहाँ चल दिए **************** अरे रूको,जरा सुनो तुम कहाँ चल दिए लगता है दल बदल लिए इतनी जल्दी तो भई हवा भी रुख नहीं बदलती जितनी जल्दी जल्दी तुमने... Hindi · कविता 1 2 267 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Feb 2020 · 1 min read मुक्तक *************मुक्तक*********** ****************************** रंग नूर चेहरे का आज उड़ा उड़ा क्यों है मेरी किस बात पर प्रिय तू खफा क्यों है बिना तू झिझक,शर्म के निसंकोच होकर तनिक मुझे तो ये... Hindi · मुक्तक 1 266 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Feb 2020 · 1 min read कतरा कतरा मेरा यह कहता प्रिये कतरा कतरा मेरा यह कहता प्रिये ************************** कतरा कतरा मेरा यह कहता प्रिये तेरे बिन रहना नहीं गवारा प्रिये रग रग में तुम समाए हो इस कदर जैसे खुश्बू फूलों... Hindi · कविता 1 238 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Feb 2020 · 1 min read जिन्दगी अस्मत लुटाती रही जिन्दगी अस्मत लुटाती रही ********************* हमें मिला नहीं कोई साहिल जिन्दगी गोते लगाती रही जो मिले हमें छलते ही रहे जिन्दगी अस्मत लुटाती रही बख्शा नहीं ,सभी लूटते रहे जिंंदगी... Hindi · कविता 584 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Feb 2020 · 1 min read शमां में जल गया जो हो वो मैं दीवाना हूँ शमां में जल गया हो जो मैं वो परवाना हूँ ----------------------------------------------- तेरी दीवानगी में मैं , पागल दीवाना हूँ तेरे प्यार की मस्ती में मस्त मस्ताना हूँ तेरी मोहब्बत का... Hindi · कविता 200 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Feb 2020 · 1 min read चाँद की चाँदनी हो तुम -----------चाँद की चाँदनी हो तुम --------- ------------------------------------------------ रात को चमचमाते चाँद की चाँदनी हो तुम गगन पर बादलों में गर्जती दामिनी हो तुम फूलों सी खुशबू आती है मखमली बदन... Hindi · कविता 1 2 256 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Feb 2020 · 1 min read दिल के वो मरीज होते हैं दिल के वो मरीज होते हैं ---------------------------- जितने जो रईस होते हैं दिल के वो गरीब होते हैं चेहरों पर जितना हो नूर दिल के वो फ़कीर होते हैं दूर... Hindi · कविता 1 2 511 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Feb 2020 · 1 min read अर्थव्यवस्था का डूबता जहाज देखिए अर्थव्यवस्था का डूबता जहाज देखिए ------------------ - ------------------------ भारतीय सरकार का कमाल देखिए अर्थव्यवस्था का डूबता जहाज देखिए जिस हाथ से जन को कुछ भी देती हैं उसी हाथ से... Hindi · कविता 1 2 245 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Feb 2020 · 1 min read करवटें बदल बदल ----------करवटें बदल-बदल--------- ------------------------------------------- करवटें बदल-बदल, बीताई काली रात नींद नहीं अखियों में सोये ना सारी रात तकिये भीगे हुए , जो थे बाहों के पास आँसू बहते रहे ,आँखों से... Hindi · कविता 1 2 349 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Jan 2020 · 1 min read ठोकरें बहुत खाई हमने यहाँ ठोकरें बहुत खाई हमने यहाँ ----------------- --- ----------- जब से हुए प्रिय हमसे जुदा मेरा सहारा बना यहाँ खुदा यार याराना निभा ना सके छोड़ गए बता मेरी ही खता... Hindi · कविता 1 2 242 Share Previous Page 41 Next