मनोज कर्ण 312 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next मनोज कर्ण 19 Jan 2023 · 1 min read बुद्ध के विचारों की प्रासंगिकता बुद्ध के विचारों की प्रासंगिकता ~~~~~~~~~^~~~~~~~~~ मिथ्या ज्ञान का आभास जिन्हें , वो अहंकार दिखाया करते हैं। बुद्ध की गरिमा को ठेस पहुचाँकर , बुद्ध की प्रतिमा लगाया करते हैं।... Hindi · कविता · बुद्ध के विचारों की प्रासंगिकत 2 446 Share मनोज कर्ण 18 Jan 2023 · 1 min read कनि बुझू तऽ जानब..? कनि बुझू तऽ जानब..? ~~°~~°~~° युरोप अमेरिका सभ जाल बिछौलक , रूस युक्रेन में निरर्थक युद्ध करेलक । निजस्वार्थ लेल कतेको जान ओ लेलक , रूस पर मिलकेऽ ओ प्रतिबंध... Maithili · कनि बुझू तऽ जानब · कविता · मैथिली कविता 4 1 379 Share मनोज कर्ण 15 Jan 2023 · 1 min read आरक्षण का दरिया आरक्षण का दरिया (छन्दमुक्त काव्य) ~~°~~°~~° मैं आरक्षण का दरिया... चला था संसद से निकलकर , सुदूर गांवों तक जाना था मुझे । शहर कस्वा देहात , हर इलाके को... Hindi · आरक्षण का दरिया · कविता · छन्दमुक्त काव्य 2 2 491 Share मनोज कर्ण 15 Jan 2023 · 1 min read वाणशैय्या पर भीष्मपितामह वाणशैय्या पर भीष्मपितामह ~~°~~°~~° हे अर्जुन वाणशैय्या पर , मुझको लिटा दो , बाण गुच्छों का सेज तुम,शिरहन बना दो। सूरज का रथ देखो, अभी दक्षिण मुड़ा है , प्रण... Hindi · कविता · वाणशैय्या पर भीष्मपितामह 3 748 Share मनोज कर्ण 12 Jan 2023 · 1 min read स्वामी विवेकानंद स्वामी विवेकानंद (स्वामी विवेकानंद की जयन्ती पर विशेष) ~~°~~°~~° सजी थी उम्मीदें धरा पर , व्योम तक हुंकार भरना था । चला वो युवा सन्यासी निकल कर , विश्व में... Hindi · कविता · स्वामी विवेकानंद 3 2 1k Share मनोज कर्ण 11 Jan 2023 · 1 min read जाति जनगणना जाति जनगणना ~~°~~°~~° जाति गिनु , थाती गिनु , करु ने अप्पन जोगार यौ। अंगरेजक नीति अपनाउ, बचाबु अप्पन सरकार यौ। जाति गिन गिन नेता खुश अई, आयत फेर आरक्षण... Maithili · कविता · गीत · जाति जनगणना · मैथिली कविता 2 2 480 Share मनोज कर्ण 10 Jan 2023 · 1 min read हिन्दी दिवस हिन्दी दिवस (हिन्दी दिवस पर विशेष) ~~°~~°~~° अंग्रेजी संग गलबहियाँ , अधर करे ठिठोली बस। करते दिन भर मम्मी डैडी , मनाते बस हिन्दी दिवस। भूल गये भारतेंदु युग को... Hindi · कविता · हिन्दी दिवस 2 2 778 Share मनोज कर्ण 8 Jan 2023 · 1 min read कहाँ गया रोजगार...? कहाँ गया रोजगार...? ~~°~~°~~° कहाँ गया रोजगार...? खत्म हुआ रोजगार...! बीए बीकाॅम एमए पढकर , होगा न अब चमत्कार। चला गया रोजगार...! ड्राईवर प्लंबर वेल्डर फीटर , सीखा न कोई... Hindi · कविता · कहाँ गया रोजगार · गीत 3 2 344 Share मनोज कर्ण 6 Jan 2023 · 1 min read ज़ख़्म दिल का ज़ख़्म दिल का ~~°~~°~~° लम्हा लम्हा जागीर हड़प ली , दहलीज पर हम बैठे ही रहे। धरा ज़ख़्मी हैं जिन अंगारों से , उन्हें आसमाँ हम तकते ही रहे। अनल... Hindi · कविता · ज़ख़्म दिल का 2 348 Share मनोज कर्ण 3 Jan 2023 · 1 min read भ्राता हो तुझ सा बलराम... भ्राता हो तुझ सा बलराम... ~~°~~°~~° सप्तमपुत्र देवकी नंदन , रोहिणी सुत बल असुरनिकंदन । सुभद्रा कृष्ण संग बसे पूरी धाम , भ्राता हो तुझ सा बलराम । शेषावतार कहें... Hindi · कविता · गीत · भ्राता हो तुझ सा बलराम 3 704 Share मनोज कर्ण 2 Jan 2023 · 2 min read करपात्री जी का श्राप... करपात्री जी का श्राप... ~~°~~°~~° श्राप फलित होता है , संतो का श्राप फलित होता है... भून दिया था गोलियों से पल में , जिसने संसद को घेरा था ?... Hindi · कविता 3 543 Share मनोज कर्ण 1 Jan 2023 · 1 min read एक दिया ऐसा हूँ मैं... एक दिया ऐसा हूँ मैं... एक दिया ऐसा हूँ मैं , वर्षों से अहर्निश जलता हूँ । देख तेरी कुटिया को प्रतिदिन , रवि सा प्रखर ,ऊष्म करता हूँ। थकता... Hindi · एक दिया ऐसा हूँ मैं · कविता 2 248 Share मनोज कर्ण 31 Dec 2022 · 1 min read हार फिर होती नहीं... हार फिर होती नहीं... ~~°~~°~~° मन ठान ले यदि जीत है , तो हार फिर होती नहीं... सोचता है मन यदि , पर्वत शिखर की ऊचाईयाँ। यदि देखता समुन्दर निकट... Hindi · कविता · गीत · हार फिर होती नहीं 2 624 Share मनोज कर्ण 29 Dec 2022 · 1 min read वीर साहिबजादे वीर साहिबजादे (गुरु गोविंद सिंह जयंती पर विशेष) ~~°~~°~~° नहीं छोड़ेंगे कभी धर्म अपना , चाहे दीवार में चिनवा दो , धरा से व्योम तक की ये गूंज , अब... Hindi · कविता · गुरु गोविंद सिंह जयंती · वीर साहिबजादे 4 2 827 Share मनोज कर्ण 24 Dec 2022 · 2 min read वैदेही का महाप्रयाण वैदेही का महाप्रयाण ~~°~~°~~° अब रहना है जिस हाल, रहो इस जग में ! माँ सीते तो चली भूमि के तल में... तूने न्याय कभी जाना ही नहीं , अटल... Hindi · कविता · वैदेही का महाप्रयाण 3 813 Share मनोज कर्ण 17 Dec 2022 · 2 min read बेशरम रंग बेशरम रंग ~~°~~°~~° बदचलन,बदजुबाँ,और बेरहम , ये रंगमंच अब हो गया है बेशरम। कुछ और ही रंग थे , बीते जमाने में कभी जिसके , अब हो गए बेहया और... Hindi · कविता 5 4 822 Share मनोज कर्ण 14 Dec 2022 · 1 min read एक आओर ययाति(मैथिली काव्य) एक आओर ययाति (मैथिली कविता) ~~°~~°~~° एक आओर ययाति प्रकट भेल , देखलक लोग ई कलियुग में । पूत के रहितेऽ धिया अंग देलक , लाज हेराएल कलियुग में। राज... Maithili · एक आओर ययाति · काव्य · मैथिली काव्य 6 381 Share मनोज कर्ण 12 Dec 2022 · 1 min read भाव अंजुरि (मैथिली गीत) भाव अंजुरि (मैथिली गीत) ~~°~~°~~° चलू प्रीतक नवरीत, गढ़ब सजनी , छोड़ब क्लेशक विचार , करब सदिखन हम प्यार, आब पीडा दिलक नहिं, सहब सजनी... छोड़ू खटपट केऽ बाति ,... Maithili · मैथिली गीत 3 407 Share मनोज कर्ण 11 Dec 2022 · 1 min read बहेलिया(मैथिली काव्य) बहेलिया (मैथिली काव्य) ~~°~~°~~° बहेलिया घुमैत अछि, प्रतिपल , मन केऽ छिछिआउ नै। लगौने अछि जाल,चहुंओर जेऽ , अहां ओहि मे फंसि जाउ नै । काम,क्रोध,मद लोभ के गिठह ,... Maithili · कविता · बहेलिया · मैथिली कविता 3 778 Share मनोज कर्ण 9 Dec 2022 · 1 min read कान्हा हम बिसरब नहिं... कान्हा हम बिसरब नाहि, (मैथिली गीत) ~~°~~°~~° कान्हा हम बिसरब नाहि , ऊधो, कान्हा हम बिसरब नाहि। मधुर मिलन रस कान्हा देलक , ओकर मोल अनमोल । ब्रह्मज्ञान अपनहिं संगि... Maithili · गीत · मैथिली गीत · मैथिली भजन 4 446 Share मनोज कर्ण 7 Dec 2022 · 2 min read कहियो तऽ भेटब(भगवती गीत) कहियो तऽ भेटब (मैथिली भगवती गीत) ~~°~~°~~° कखन अहां मिलब , कहियो तऽ भेटब। शरण में जेऽ आयल छी तऽ, कृपा तऽ करब। निशि दिन हम ध्यान धरै छी ,... Maithili · कहियो तऽ भेटब · गीत · मैथिली गीत · मैथिली भगवती गीत 4 820 Share मनोज कर्ण 5 Dec 2022 · 1 min read भूख (मैथिली काव्य) भूख (मैथिली छ्द्ममुक्त काव्य) ~~°~~°~~° भूख लगैत अछि , मुदा गरीब केऽ । धनमन्त केऽ भूख, बुझायैत कहाँ छै। खटनिहार जन तेऽ , सुक्खल नून रोटी मेऽ सुआदक सुख, ढूंढ... Maithili · कविता · भूख · मैथिली काव्य 1 235 Share मनोज कर्ण 3 Dec 2022 · 1 min read मनवा नाचन लागे मनवा नाचन लागे (मैथिली गीत भजन) ~~°~~°~~° मिलिहैं जब सजन से नैननवा, तेऽ मनवा नाचन लागे । करहुं तन आब सोल्हो सिंगरवा , ई मनवा नाचन लागे । नैनन प्रीत... Maithili · कविता · नृत्य · मैथिली गीत 4 2 573 Share मनोज कर्ण 23 Nov 2022 · 1 min read माँ की यादें... माँ की यादें... ~~°~~°~~° क्यूँ,रुख़सत हुई, माँ "तेरी यादें , यादों में फिर से समाओ ना। दिल करता रो-रोकर फरियादें , माँ,पास फिर से तो आओ ना... बीता पल उन... Hindi · कविता · गीत · माँ की यादें 6 730 Share मनोज कर्ण 16 Nov 2022 · 1 min read श्रद्धा श्रद्धा ~~°~~°~~° श्रद्धा नहीं जब अपनेपन से , श्रद्धा फिर क्यूँ ,अंजान डगर से । बनती नित एक, नई कहानी , फिर क्यों श्रद्धा, अश्रद्धेय दीवानी। बनती नित एक नई... Hindi · कविता 8 4 718 Share मनोज कर्ण 12 Nov 2022 · 1 min read जल जल ~~°~~°~~° जल जीवन का आधार है, पर उसका मीठापन भी जरूरी है। क्या करूँ उस समंदर सा, विशाल दिल लेकर मैं, जो नदियों के मीठे जल को, खारा करते... Hindi · Daily Writing Challenge · Water · कविता · जल 6 2 366 Share मनोज कर्ण 11 Nov 2022 · 1 min read कला कला ~~°~~°~~° कला बिना जग सूना लागे , मानव,पूंछहीन पशु के है समान , ज्ञान यदि पहचान दिलाता , कला ही है जो देता सम्मान। कला से विकृति को ढक... Hindi · Art · Daily Writing Challenge · कला · कविता · गीत 6 8 595 Share मनोज कर्ण 10 Nov 2022 · 1 min read त्याग त्याग ~~°~~°~~° कर्म तो कभी तज सकते नहीं, कर्मफल का त्याग करो बंदे । अंतकाल राम मुख आवत नाहिं , पहले से राम जपो बंदे... इच्छाएँ अनंत,तेरे वश में नहीं... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता · गीत · त्याग 6 2 463 Share मनोज कर्ण 9 Nov 2022 · 1 min read आरंभ आरंभ ~~°~~°~~° आरंभ यदि मन से करे तो , सभी कारज पूर्ण हो जाएंगे। संकल्प यदि दृढ़ साथ लगा ले , असफलता कभी न आयेंगे। विश्वास हो,मन में आस का... Hindi · Daily Writing Challenge · आरंभ · कविता 8 6 577 Share मनोज कर्ण 9 Nov 2022 · 1 min read प्रथम अभिव्यक्ति प्रथम अभिव्यक्ति ~~°~~°~~° मंद हवा का झोंका अनूठा , बदली जो दिशाएँ जीवन की । रहन-सहन की रीति बदल गई, प्रथम अभिव्यक्ति जीवन पथ की । मौन याचना, मौन सहमति... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता · दिशा 7 297 Share मनोज कर्ण 7 Nov 2022 · 1 min read भूख भूख ~~°~~°~~° भूख से बिलबिलाता तन , धूल धूसरित उलझे बाल , झुर्रियों से भरा मुरझाया चेहरा , कपाल पर लिखा है जो , भूख से रहना प्रतिदिन बेहाल ।... Hindi · Daily Writing Challenge · Hunger · अतुकान्त कविता · कविता · भूख 9 5 331 Share मनोज कर्ण 6 Nov 2022 · 1 min read आईना_रब का आईना_रब का ~~°~~°~~° प्रकृति के आंगन में झाँको , आईना रब का भी लगा है। दिखाई बस उसको ही पड़ता , मैल जिसके मन का धुला है.. प्रकृति के आंगन... Hindi · Daily Writing Challenge · Mirror · आईना · कविता · गीत 7 6 537 Share मनोज कर्ण 5 Nov 2022 · 1 min read बारिश बारिश ~~°~~°~~° उम्मीद का बादल अधर में, पर बारिश कहाँ है, कहाँ चैन दिल में। मैल मन का धुलता यदि न , होता है फिर सुर्ख़ नैन तन में। नीर... Hindi · Daily Writing Challenge · Rain · कविता · बारिश 6 287 Share मनोज कर्ण 4 Nov 2022 · 1 min read गांधीजी के तीन बंदर गांधीजी के तीन बंदर (छ्द्ममुक्त काव्य) ~~°~~°~~° बधिरों की हंसी , गूंगों की अभिज्ञान, चेहरे पर रहे सदा निश्छल मुस्कान। देखो तो _ एक सुन नहीं पाता तो , दूसरा... Hindi · कविता 2 384 Share मनोज कर्ण 4 Nov 2022 · 1 min read दोस्ती और कर्ण दोस्ती और कर्ण ~~°~~°~~° दोस्ती की लाज बचाने को कर्ण , कौरवों का साथ निभाया था। सत्य क्या है जानता था कर्ण , पर असत्यपथ चलना स्वीकारा था। अधर्म को... Hindi · Daily Writing Challenge · Friendship · कविता · दोस्ती 4 365 Share मनोज कर्ण 3 Nov 2022 · 1 min read क़फ़स क़फ़स ~~°~~°~~° जब भी नफ़रतें पलती हैं, नाज़ुक से दिल में, कुछ भी हासिल नहीं होता, इस महफ़िल में। फिर भी क़फ़स में, मुहब्बत सिसकता क्यों है ? क़फ़स आज... Hindi · Daily Writing Challenge · Dream · कविता · सपना 4 326 Share मनोज कर्ण 27 Oct 2022 · 1 min read साजिशों की छाँव में... साजिशों की छाँव में... ~~°~~°~~° साजिशों की छाँव में , पलते रहे,बढते रहे । जड़ें कितनी गहरी बिछी , ये तो कभी जाना नहीं । वो आए हुए मेहमान थे... Hindi · कविता 8 2 586 Share मनोज कर्ण 26 Oct 2022 · 2 min read जिंदगी का एकाकीपन जिंदगी का एकाकीपन (एक पागल की मनोदशा) छन्दमुक्त काव्य ~~°~~°~~° जिंदगी का एकाकीपन, न अनाथालय न वृद्धाश्रम। सड़क किनारे बने फुटपाथ पर , फटे पुराने मटमैले वस्त्रों में लिपटा ,... Hindi · कविता 5 583 Share मनोज कर्ण 25 Oct 2022 · 1 min read शिव स्तुति शिव स्तुति ~~°~~°~~° है ठान लो मन में यदि तो, हलाहल भी अमृत बन जाए। यदि मान लो शिव को गुरु , मन का अंधेरा मिट ही जाए। महिमा अलौकिक... Hindi · गीत 9 8 548 Share मनोज कर्ण 23 Oct 2022 · 1 min read अंतर्द्वंद्व अंतर्द्वंद्व ~~°~~°~~° पीहर की यादों मे,जो खोई मैं आज, नादान हंसी और वो चहकता अंदाज । जी रही थी भला जो अपनी मर्जी, पीहर को क्यूँ ,कर दिया नजरअंदाज। विचारों... Hindi · कविता 6 6 528 Share मनोज कर्ण 10 Oct 2022 · 1 min read पथिक मैं तेरे पीछे आता... पथिक मैं तेरे पीछे आता... ~~°~~°~~° पथिक मैं तेरे पीछे आता... सूनी सी इन अंखियों में मेरे , तेरा मोहक छवि बस जाता । वंदन करता मन से तुझको मैं... Hindi · कविता 6 2 376 Share मनोज कर्ण 2 Oct 2022 · 2 min read पेपर वाला पेपर वाला (छंदमुक्त काव्य) ~~°~~°~~° देखा था मैंने गौर से उनकी नज़रों में , कुछ हसरतें शेष बची थी उसमें, सिरहाने रखकर गठरी समाचार पत्रों को, अपलक निहारता, असंख्य तारों... Hindi · कविता 6 2 639 Share मनोज कर्ण 25 Sep 2022 · 1 min read बचपन बचपन ~~°~~°~~° महलों में कहीं पल रहा बचपन, किलकारियों से गूंज रहा है। भूखा तन कहीं जूठे पत्तल पर, बाल सुलभ मन तड़प रहा हैं। सड़कों पर बीत रहा जो... Hindi · कविता 5 4 451 Share मनोज कर्ण 23 Sep 2022 · 1 min read काफिर कौन..? काफिर कौन..? ~~°~~°~~° कहता हूँ मैं ये खुदा से, यहाँ सब तेरे ही बंदे हैं , काफिर नही कोई जग में,सब तेरे ही बाशिंदे हैं । फ़राख़दिल कभी भी काफिर... Hindi · कविता 4 4 279 Share मनोज कर्ण 30 Aug 2022 · 1 min read वक़्त और हमारा वर्तमान वक़्त और हमारा वर्तमान (छन्दमुक्त काव्य) ~~°~~°~~° वक़्त के आगे , कितने बेबस हैं हम सब । कब पलट जाए , किसी को पता नहीं । कश्ती डुबाके कब निकल... Hindi · कविता 5 2 455 Share मनोज कर्ण 19 Aug 2022 · 1 min read हमरा अप्पन निज धाम चाही... हमरा अप्पन निज धाम चाही... ~~°~~°~~° हमरा अप्पन निज धाम चाही , हमरा अप्पन निज गाम चाही , जनकसुता केऽ ई पुण्यभूमि में , एतऽ हमरा अपन पहचान चाही। हमरा... Maithili · कविता · गीत 3 2 787 Share मनोज कर्ण 15 Aug 2022 · 1 min read जागो राजू, जागो... जागो राजू, जागो... ~~°~~°~~° जागो राजू, जागो... अब बहुत हो गया जागो... क्यूँ कालखंड को नीरव करके , पूर्णविराम को आतुर हो। एक तुम्हीं हो जो हँसा-हँसाकर , सारे ग़म... Hindi · कविता 9 4 641 Share मनोज कर्ण 14 Aug 2022 · 2 min read वासना और करुणा वासना और करुणा ~~°~~°~~° साथ-साथ रहती दो बहना, एक वासना दूजा करुणा। वासना तन को दग्ध करती , विक्षिप्त मन कर कामाग्नि सुलगाती। मधुप मृदुल आघात करके, विकल मन में... Hindi · कविता 7 6 580 Share मनोज कर्ण 9 Aug 2022 · 1 min read शून्य की महिमा शून्य की महिमा ~~°~~°~~° शून्य से अनन्त कामना, माया का विस्तार है। अनन्त से फिर शून्य होना , भक्तिपद निराकार है। शून्य का ये चक्र ही तो , शून्य का... Hindi · कविता 5 2 623 Share मनोज कर्ण 10 Jul 2022 · 1 min read नास्तिक सदा ही रहना... नास्तिक सदा ही रहना... ~~°~~°~~° मन से अहं निकाल लो, फिर नास्तिक सदा ही रहना... खुद को यदि तुम जान लो, फिर धर्मविमुख ही रहना। माता-पिता गुरु हरि रूप है,... Hindi · कविता 8 4 657 Share Previous Page 3 Next