guru saxena Language: Hindi 246 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 guru saxena 3 Dec 2017 · 1 min read सुंदरी सवैया सुंदरी सवैया सबका वह पालनहार सदा जग का भरपेट भला करता है। हम तो तुम तो धन ही हरते वह तो सबके दुख को हरता है। मरते सब हैं जनमे... Hindi · घनाक्षरी 2 4k Share guru saxena 2 Dec 2017 · 1 min read घनाक्षरी छंद चित्र की चर्चा घनाक्षरी छंद जीएसटी नोटबंदी जनता को लाए लाभ, जै जैकार व्यापारी किसान करने लगा। विदेशों से काला धन लौटके स्वदेश आया, सीधा मोदी जी के गुणगान करने... Hindi · घनाक्षरी 1 564 Share guru saxena 2 Dec 2017 · 1 min read बाल कविता (हास्य) बाल दिवस पर बाल केंद्रित एक कविता बाल दिवस पर विद्यालय में, बोल रहे थे बाबूलाल। नेहरु जी के सिर के ऊपर, नहीं जमे थे किंचित बाल; उसी याद में... Hindi · कविता 1 894 Share guru saxena 2 Dec 2017 · 1 min read कवियों की सरकार 1 कवियों की सरकार घनाक्षरी छंद एक बोला कवियोंकाक्या है ?सभी मंच पर, देशहित गाते बातें करते बड़ी-बड़ी। राष्ट्रभक्ति तालियों के अंदर समाई हुई, जोड़ते हैं कड़ियों से मिलाते हुए कड़ी।... Hindi · घनाक्षरी 571 Share guru saxena 2 Dec 2017 · 1 min read कवियों की सरकार रेत की दीवार कवियों की सरकार घनाक्षरी छंद रूपक अलंकार कवियों की सरकार बना रहे थे गुरु जी, बनी या कि शेष भाग कुछ बचा काम का। क्या बताएं यार... Hindi · घनाक्षरी 536 Share guru saxena 2 Dec 2017 · 1 min read घनाक्षरी छंद लीला भंसाली से घनाक्षरी छंद लीला भंसाली है दिमाग से तू खाली तूने, नजर ना डाली क्या कहानी हिंदुवाने की । राजस्थानी पानी कहां पद्मा सी रानी कूद, आग में... Hindi · घनाक्षरी 504 Share guru saxena 2 Dec 2017 · 1 min read यथा क्रम अलंकार (एक से पांच राम तक)- गुरू सक्सेना एक से पाँच राम तक यथाक्रम अलंकार घनाक्षरी छंद राम की कृपा से आते जाते दो अभिन्न मिले, वाणी पै विराजमान राम-राम हो गए। तीन काल तीन ताप तीन गुण... Hindi · घनाक्षरी 1k Share guru saxena 2 Dec 2017 · 1 min read पुत्र को सीख घनाक्षरी छंद पंच सरपंच मिलने से मंच नहीं मिला, कुंठित भड़ास कहीं भी निकालता है क्यों। सर्वहित लिख, कुछ अलग सा दिख, बेटा, अनुभव बिन ज्यादा भ्रम पालता है क्यों... Hindi · घनाक्षरी 318 Share guru saxena 2 Dec 2017 · 1 min read चाणक्य की चोटी घनाक्षरी छंद सत्य बात को अगर नब्बेआदमी नकारें, दस के दिमाग में जाके जरूर गड़ेगी। दीप छोटा है भले वजूद उसका है कुछ, अंधकार की पताका कब तक चढ़ेगी ।... Hindi · घनाक्षरी 1 712 Share guru saxena 2 Dec 2017 · 1 min read डमरू घनाक्षरी लोगों से सुना है कि ,इस प्रकार की कविता नर काव्य के रूप में नहीं लिखना चाहिए ।उसका बहुत बड़ा परिणाम भुगतना पड़ता है क्योंकि इस कविता में मात्राओं का... Hindi · घनाक्षरी 1 884 Share guru saxena 2 Dec 2017 · 1 min read हम और वे हरि गीतिका छंद जो तालियों की गड़गड़ाहट से ,गगन तक छा रहे। जो गाय गंगा और, गायत्री की महिमा गा रहे । जो जाति बंधन वर्ग बंधन ,राजनीति में बंधे... Hindi · कविता 1 1 557 Share guru saxena 2 Dec 2017 · 1 min read चदरिया 1-चदरिया सवैया लालच लोभ भरी लिप्सा लिपटी जस होय पिटारी विषैली काम व क्रोध की बेल बनी जब जो थल पास रहा तहां फैली होकर मोह महामद में भरली यह... Hindi · घनाक्षरी 1 451 Share guru saxena 2 Dec 2017 · 1 min read जटायु गाथा जटायु गाथा सवैया छंद सीय बिठा रथ ले चला रावण जैसे कसाई के हाथ में गायू कीन्ह पुकार सिया वन में पर पास कोउ बलवान न आयू धन्य है भारत... Hindi · घनाक्षरी 882 Share guru saxena 2 Dec 2017 · 1 min read कालिया मर्दन ज्योतिषी शंकर जी बनके जिनके पद का स्पर्श था पाया गौतम नारी तरी तप से प्रभु ने अपना पद शीश लगाया जो पद पाने ऋषि मुनि संत अनंत के ध्यान... Hindi · कविता 1 1k Share guru saxena 14 Sep 2017 · 1 min read श्राद्ध पक्ष श्राद्ध पक्ष घनाक्षरी छंद कभी नहीं जाना हाल जरा ना किया ख्याल बीमारियां पिताजी को आती रहीं घेर घेर सेवा कार्य नहीं किया मौका देख भाग लिया नहीं सहयोग दिया... Hindi · घनाक्षरी 487 Share guru saxena 14 Sep 2017 · 1 min read हिन्दुस्तान है हिंदुस्तान है (घनाक्षरी छंद) गुरूजी ने कहा एक शब्द के अनेक अर्थ होते बेटा शब्दों की पूरण करो छान है सत्य, प्रेम, सदभाव, क्षमा, दया, तप, त्याग, सुंदर सुखद विश्व... Hindi · घनाक्षरी 1 387 Share guru saxena 14 Sep 2017 · 1 min read भ्रष्ट नेता चतुर नायिका भ्रष्ट नेता चतुर नायिका रूपक,उपमा अलंकार, घनाक्षरी छंद नेताजी ने कहा खुशहाल कर दूंगा तुझे, पूरे परिवार की गरीबी भी मिटाऊंगा। छोटे भाई को लगा दूं सरकारी नौकरी मे, बड़े... Hindi · घनाक्षरी 526 Share guru saxena 9 Sep 2017 · 2 min read गणेश बाल लीला बाल गणेश लीला(हास्य) बालक गणेश बोले माता तुम कहती हो पिताजी का देवों में श्रेष्ठ स्थान है सबको सपरिवार खाने पै बुलाते लोग हंसी खुशी उत्सव का बनता विधान है... Hindi · घनाक्षरी 1 1 678 Share guru saxena 2 Sep 2017 · 2 min read बाल गणेश लीला (हास्य) बाल गणेश लीला(हास्य) बालक गणेश बोले माता तुम कहती हो पिताजी का देवों में श्रेष्ठ स्थान है सबको सपरिवार खाने पै बुलाते लोग हंसी खुशी उत्सव का बनता विधान है... Hindi · घनाक्षरी 578 Share guru saxena 2 Sep 2017 · 1 min read मन और आत्मा आत्मा ने कहा परमात्मा में ध्यान लगा मनचाहे और थोड़ा सा रोमांस देख लूं। आत्मा ने कहा सौ सौ बार देखा छोड़ इसे मनचाहे और बस एक चांस देख लूं।... Hindi · घनाक्षरी 501 Share guru saxena 30 Aug 2017 · 1 min read हे राम साधू सन्यासी वा बाबा त्यागी तपसी तीर्थ समान दर्शन कर चरणों में लागो मिले तुरत ही पुण्य महान मान्यतायें हैं यही पुरातन हम सब माने जाते हैं पर कुछ पापी... Hindi · कविता 1 298 Share guru saxena 30 Aug 2017 · 1 min read खुद फूंक रहे हैं खुद फूंक रहे हैं घनाक्षरी छंद काट काट रेल की पटरियां उखाड़ रहे, स्टेशन मिटाने में नहीं चूक रहे हैं। आफिसों में तोड़फोड़ सभी शीशे रहे फोड़, नजर उठाए जो... Hindi · घनाक्षरी 303 Share guru saxena 30 Aug 2017 · 1 min read एक संतान शेर समान (एक संतान शेर समान" परिवार नियोजन के इस नारे पर एक छंद) हवा बंद है सरकारी नौकर हूं एक पुत्र पैदा किया, शेर के समान मान समझा आनंद है। अपराधी... Hindi · घनाक्षरी 480 Share guru saxena 30 Aug 2017 · 1 min read राम रहीम बाबा राम रहीम (घनाक्षरी छंद समान भाव) राम व रहीम में नहीं है कुछ फर्क यारो, दोनों की हैं नीतियां समाज खुशहाल की। राम करें जैसा वैसा वैसा ही रहीम... Hindi · घनाक्षरी 354 Share guru saxena 30 Aug 2017 · 2 min read पैरोडी बाबा राम रहीम के उद्गार (फिल्मी तर्ज पर एक गीत) जज ने जरा रहम नहीं खाया है दोस्तो बाबा तुम्हारा जेल में आया है दोस्तो उम्मीद न थी रेप का... Hindi · गीत 1 2 404 Share guru saxena 18 Aug 2017 · 1 min read ब्रज की रज सवैया (ब्रज की रज) ब्रज के वन बाग तड़ाग हैं धन्य जहाँ जन्मे श्रीकृष्ण कन्हाई धन्य धरा वह धन्य कदंब जहाँ मुरली घनश्याम बजाई जो जन्मे ब्रज में हुए धन्य... Hindi · कविता 726 Share guru saxena 18 Aug 2017 · 1 min read रानी अवंती बाई रानी अवंतीबाई को श्रद्धांजलि दुर्गा जैसी उतरी रण में रखा देश का पानी जीवन भर वह रही जूझती हार कभी ना मानी अठ्ठारह सौ सत्तावन की है यह बात पुरानी... Hindi · कविता 4 2 4k Share guru saxena 18 Aug 2017 · 1 min read अनुमान प्रमाण (संभव है किसी दिन)- गुरू सक्सेना संभव है किसी दिन ऐसी कोई आंधी चले, कट्टर विचारों वाले पीले पत्ते झड़ेंगे। ज्वालामुखी शांत होंगें भाँति भाँति प्रान्त होंगे, अटल सिद्धांत होंगे ले तिरंगा बढ़ेंगे। कश्मीर का विधान... Hindi · घनाक्षरी 1 624 Share guru saxena 14 Aug 2017 · 1 min read वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् यह दिन शहीदों के बलिदान का यह दिन भारत के स्वाभिमान का यह दिन शौर्य पराक्रम का प्रतीक तिरंगे की आन बान और शान का झुकने ना देंगे... Hindi · कविता 337 Share guru saxena 14 Aug 2017 · 1 min read तिरंगा तिरंगा, सवैया छंद दे रहे लोग सलामी तुझे यह पाकर पर्व महान तिरंगा तू बतला रहा मोल आजादी का कैसे हुए बलिदान तिरंगा देख तुझे जनमानस में जगा जोश जलेश... Hindi · कविता 398 Share guru saxena 13 Aug 2017 · 2 min read तिरंगा तिरंगा आपस में मतभेद विचारों का देते विरोधी बयान तिरंगा सत्ता में कोई तो कोई विपक्ष में है सबका स्थान तिरंगा खूब लड़ें-झगड़ें पद पाने को युद्ध चुनाव समान तिरंगा... Hindi · कविता 347 Share guru saxena 3 Aug 2017 · 1 min read सिचवेशन कविता वर्षा की फुहार :-सिचुवेशन-: एक नायिका बारिश में भीग रही है उसे देखकर देश के चर्चित कवियों की काव्य मय अभिव्यक्ति क्या होगी इस पर आपने अलग अलग कवियों की... Hindi · कविता 1 669 Share guru saxena 30 Jul 2017 · 1 min read सिचवेशन कविता वर्षा की फुहार :-सिचुवेशन-: एक नायिका बारिश में भीग रही है उसे देखकर देश के चर्चित कवियों की काव्य मय अभिव्यक्ति क्या होगी मैंने लिखते हुए कविता का आनंद लिया... Hindi · कविता 727 Share guru saxena 28 Jul 2017 · 1 min read कलाम साहब को समर्पित सादगी सहजता सरलता से भरे हुए मानवतावादी गुण धर्म धारे धाम थे। थे महान इंसान विज्ञान ज्ञान लिए, भारत की प्रगति के चढ़ते मुकाम थे। चरैवेति चरैवेति सूत्र अपनाए हुए,... Hindi · घनाक्षरी 303 Share guru saxena 27 Jul 2017 · 1 min read कृपान घनाक्षरी-गुरू सक्सेना बैरी आज सीना तान करे जंग का ऐलान, ओ सपूतो सावधान,आन-बान जा न पाय। माता भारती का मान,वीरो राखो देके प्रान, ललकारो प्रण ठान,शत्रु बच के न जाए। छत्रसाल के... Hindi · घनाक्षरी 524 Share guru saxena 27 Jul 2017 · 1 min read कारगिल विजय दिवस पर पाकियों को पकड़ पकड़ पीस डाला ऐसे जैसे कोई चटनी सी पीस डालें सिल में । हौसला बुलंद जैसे मत्त से गयंद सारे शत्रुओं को कुचल बिछाया तिल तिल में।... Hindi · घनाक्षरी 390 Share guru saxena 24 Jul 2017 · 1 min read जरा बतिया ले सवैया छंद आदमी कि नहिं गैस मिटे चहे बीस प्रकार की औषधि खा ले औरत को जब गैस बने वह कोई दवाई का टंटा न घाले एक भी पैसा न... Hindi · कविता 1 332 Share guru saxena 24 Jul 2017 · 1 min read हिमालय कुंदलता सवैया ( 8 सगण 2 लघु) चलते नित हैं सत् के पथ में, फिर हो किस भांति हमारी पराजय। जिस ठौर रहें सब ताप सहें, कुछ भी न कहें... Hindi · कविता 2 418 Share guru saxena 24 Jul 2017 · 1 min read घूमें कभी मन में घने घूमें कभी मन में घने क्षण क्षण यही विचार किस किस पर कविता लिखें किसे छोड़ दें यार किसे छोड़ दें यार व्यंग्य मोदी पर मारें या फिर पाकिस्तान चीन... Hindi · घनाक्षरी 455 Share guru saxena 24 Jul 2017 · 1 min read नेता जी और यमराज एक नेता जाके यमराज की अदालत में, अड़ गया बोला मुझे स्वर्ग भिजवाइये। स्वर्ग भिजवाया बोला क्या धरा सदस्यता में, इंद्र के निकट किसी पद पै बैठाइये। पद पै बैठाया... Hindi · घनाक्षरी 594 Share guru saxena 24 Jul 2017 · 1 min read कुन्डलिया सब प्रकार से सफल है, मोदी जी का राज अन्न सड़ा गोदाम में, फिकी सड़क पर प्याज फिकी सड़क पर प्याज, कृषक फांसी पर लटके सीमा पर घुस चीन देय... Hindi · कुण्डलिया 1 1 593 Share guru saxena 23 Jul 2017 · 1 min read कवी मंच वालो व्यंग्य विनोद कवी मंच वालो कवी मंच वालो यहां मैं जमाऊं वहां तुम जमालो मदारी के लटके सभी एक जैसे ये बातों के झटके सभी एक जैसे वतन प्रेम फटके... Hindi · कविता 2 1 550 Share guru saxena 23 Jul 2017 · 1 min read मनहरण दंडक छंद (सैनिकों से निवेदन) पाक की मिटाने धाक,आगे बढ़ो काटो नाक, मारो शाक पर शाक नहीं रहे दीन का। सिंह से दहाड़ो अरिदल वक्ष फाड़ो, घूम घूम के लताड़ो ताड़ो हर दांव सीन का।... Hindi · घनाक्षरी 290 Share guru saxena 23 Jul 2017 · 1 min read भाषा समक अलंकार राम के अनेक नाम, राम के अनेक धाम, राम के अनेक काम, सेंट परसेंट में। राम की लहर कभी बन के कहर चली, शहर शहर गाँव छाई अरजेंट में। राम... Hindi · घनाक्षरी 1 1 562 Share guru saxena 20 Jul 2017 · 2 min read वीर रस की हास्य कविता मन करता है गीत सुनाऊं वीरों की परिपाटी के मन करता है गीत सुनाऊं काश्मीर की घाटी के कभी-कभी यह भाव सोचकर मैं माइक पर जाता हूं चीन-पाक को चार... Hindi · कविता 1 1 5k Share guru saxena 20 Jul 2017 · 1 min read नया कवि जवानी के जोश में जवान कहां जाके फंसा जोश क्या करा दे कोई होश नहीं रहता अपराधी करे अपराध बार-बार उसे मन में जरा भी अफसोस नहीं रहता नया कवि... Hindi · घनाक्षरी 587 Share Previous Page 5