Dr. Harimohan Gupt Language: Hindi 241 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Dr. Harimohan Gupt 21 Mar 2018 · 1 min read दोहा कवि का यदि स्तर गिरा,घट जाता सम्मान, मात्र प्रशंसा से नहीं, हो सकता कल्याण. डा० हरिमोहन गुप्त Hindi · दोहा 323 Share Dr. Harimohan Gupt 20 Mar 2018 · 1 min read बसन्त ‘बसन्त’ गेहूँ की बाल देख, सबने सुख पाओ है, सरसों जो फूल रही, चेहरा मुस्काओ है. कोयल की कू कू सुन, आम बोराओ है, होरी मनाबे खों, बसन्त आज आओ... Hindi · मुक्तक 363 Share Dr. Harimohan Gupt 18 Mar 2018 · 1 min read नव गीत को बाँटो उजयारा। 2 समय रहते, तुम सतत ही, हर काम कुछ ऐसा करो। समझ कर, सोच कर ढ़ंग से, अपना कदम आगे धरो। कुछ और आगे तो बढो। बन... Hindi · गीत 555 Share Dr. Harimohan Gupt 17 Mar 2018 · 1 min read नहीं अर्थ इसका कुछ होता नहीं अर्थ इसका कुछ होता, मैंने कितना खाया, सार्थक यह माना जायेगा, कितना गया पचाया l यह महत्व की बात नही है, कितना यहाँ कमाया, इसका यहाँ महत्व अधिक है,... Hindi · दोहा 200 Share Dr. Harimohan Gupt 16 Mar 2018 · 1 min read कवि ही ऐसा प्राणी है, कवि ही ऐसा प्राणी है जो, गागर में सागर को भरता केवल वाणी के ही बल पर, सम्मोहित सारा जग करता, सीधी, सच्ची, बातें कह कर, मर्म स्थल को वह... Hindi · मुक्तक 362 Share Dr. Harimohan Gupt 8 Mar 2018 · 1 min read उपदेशक दोहे उसकी यदि होगी कृपा, होगा तब आभास, नहीं दूर वह आपसे, वह तो रहता पास. हिल मिल कर जो रह सके, मिल जुल कर जो खात, उसको प्रभु की ओर... Hindi · दोहा 342 Share Dr. Harimohan Gupt 6 Mar 2018 · 1 min read भगवान राम के प्रति, योग,यज्ञ,जप,तप सभी, व्यर्थ उपाय तमाम, बिना परिश्रम किये ही, मिल सकते श्री राम. भाँग,तमाखू,सुरा का,उतरे नशा प्रभात, राम नाम का नशा है, जो रहता दिन रात. Hindi · लघु कथा 249 Share Dr. Harimohan Gupt 5 Mar 2018 · 1 min read सामयिक दोहे राजनीति में हर जगह, हावी है अब स्वार्थ, तुम हमको,हम तुम्हें दें,क्या यह है परमार्थ. कार्य समीक्षा कर रहे,आत्म प्रशंसा गान, पाया कितना बीच में, इसका करो बखान. Hindi · दोहा 1 301 Share Dr. Harimohan Gupt 4 Mar 2018 · 1 min read होली पर्व आपस में मिल बैठिये,मन मुटाव हो दूर, तो होली सार्थक रहे, मद हो चकनाचूर. रंग, बिरंगी हो रही, सतरंगी बौछार, अमिट छाप यह प्रेम की,द्वेष रहें निस्सार. Hindi · तेवरी 477 Share Dr. Harimohan Gupt 2 Mar 2018 · 1 min read स्नेह और सदभाव का, माथे लगे गुलाल, स्नेह और सदभाव का, माथे लगे गुलाल, प्रेम रंग ऐसा लगे, सब हो जाँय निहाल. Hindi · दोहा 183 Share Dr. Harimohan Gupt 28 Feb 2018 · 1 min read नीत के दोहे, चार शत्रु ये प्रबल हैं, काम,क्रोध,मद,लोभ, जो इनसे बच कर रहा, नहीं सताता क्षोभ. मीठी वाणी ही रही, जीवन में अनमोल, जीत सकेंगे सभी को,सरल,सहज,मृदु बोल. Hindi · दोहा 331 Share Dr. Harimohan Gupt 27 Feb 2018 · 1 min read सम्पदाय हैं बहुत से, अपना अपना ज्ञान, उसे ढूढने के लिए, पढ़े अनेकों ग्रन्थ, उससे मिलना सुलभ है,कोई भी हो पन्थ. सम्पदाय हैं बहुत से, अपना अपना ज्ञान, निर्बल को प्रभु मिल सके,उसका रक्खा मान. उसे ढूढने के लिए, पढ़े अनेकों ग्रन्थ, उससे मिलना सुलभ है,कोई भी हो पन्थ. Hindi · दोहा 162 Share Dr. Harimohan Gupt 13 Jan 2018 · 1 min read सत्यं शिवं सुन्दरम की गूंजी है वाणी, सत्यं शिवं सुन्दरम की गूंजी है वाणी, सत्यमेव जयते की हमने पढ़ी कहानी, ऐक झूठ सौ बार कहें क्या सच हो सकता, सच तो सच है, यही बात जानी पहिचानी... Hindi · मुक्तक 289 Share Dr. Harimohan Gupt 12 Jan 2018 · 1 min read कर्म प्रधान मानते जग में, वे रहते सानन्द l कर्म प्रधान मानते जग में, वे रहते सानन्द सिद्धि साधना में रत जो हैं, पाते परमानन्द l जागो,उठो,बढो तुम आगे, तुम्हें लक्ष्य तक जाना, सत्य आचरण जो अपनाये, वही विवेकानन्द... Hindi · मुक्तक 573 Share Dr. Harimohan Gupt 29 Dec 2017 · 1 min read मिले सफलता जीवन में तुम हार न मानो मिले सफलता जीवन में तुम हार न मानो, छू सकते आकाश, स्वयम को तो पहिचानो l जो करते अभ्यास नितन्तर, आगे बढ़ते, तुम में है सामर्थ, मन्त्र यह मेरा मानो... Hindi · मुक्तक 256 Share Dr. Harimohan Gupt 28 Dec 2017 · 1 min read जब अधर्म बढ़ता धरती पर जब अधर्म बढ़ता धरती पर, कोई सन्त पुरुष आता है, हमको ज्ञान मार्ग दिखलाने, भारत ही गौरव पाता है l संत अवतरित हुये यहाँ पर, विश्व बन्धु का पाठ पढ़ाने,... Hindi · मुक्तक 465 Share Dr. Harimohan Gupt 22 Dec 2017 · 1 min read आया है नया वर्ष आया है नया वर्ष, करते हम अभिनन्दन, हम से जो अग्रज हैं, उनका करते वन्दन। छोटों को शुभाशीष, मंगलमय हो जीवन। प्रेम सदा फूले बस, हम सब उत्साही हों, प्रगति... Hindi · गीत 207 Share Dr. Harimohan Gupt 3 Dec 2017 · 1 min read यों ही कोई बदनाम नहीं होता यों ही कोई बदनाम नहीं होता, वे बजह कोई गुमनाम नहीं होता l गलत इरादे यदि चित्त में हों कभी, तो कोई भी शुभ काम नहीं होता Hindi · मुक्तक 231 Share Dr. Harimohan Gupt 28 Nov 2017 · 1 min read जुगनू जैसा है प्रकाश जुगनू जैसा है प्रकाश बस, मिटा न तिल भर भी अँधियारा , गर्व बढाया मन में इतना, सूरज को तुमने ललकारा। यह गर्वोक्ति न ले लो मन में, तुम्हीं बड़े... Hindi · गीत 235 Share Dr. Harimohan Gupt 15 Nov 2017 · 1 min read कवि धर्म गांधी विश्वामित्र बन, माँग लिया मोती से लाल, सुख धन,वैभव छोड़ राष्ट्रहित आय जवाहर लाल l सत्य अहिंसा का आश्रय ले, पंचशील के अनुयायी, भारत के प्रधान मंत्री रह ऊंचा... Hindi · मुक्तक 342 Share Dr. Harimohan Gupt 14 Nov 2017 · 1 min read घरी घरी देखें घड़ी घरी घरी देखें घड़ी , कौन घड़ी वे आयें घरी घरी पल - पल गिनें , घरी घरी अकुलाएँ Hindi · दोहा 419 Share Dr. Harimohan Gupt 13 Nov 2017 · 1 min read देश,परिस्थिति और काल देश,परिस्थिति और काल का जिसको रहता ज्ञान, साहस, शोर्य जगाने का ही, जो करता अभियान, वैसे तो वह सरल प्रकृति का, प्राणी है पर- कवि मिटता है आन,वान पर यह... Hindi · मुक्तक 420 Share Dr. Harimohan Gupt 11 Nov 2017 · 1 min read जिनका नहीं बहता पसीना बनो कर्मठ, यही तो सब बताते हैं, बढ़े साहस, यही गुरुजन सिखाते हैं l वक्त पर जिनका नहीं बहता पसीना, मानिये वे सदा, आँसू बहाते हैं l Hindi · मुक्तक 194 Share Dr. Harimohan Gupt 11 Nov 2017 · 1 min read वक्त पर ही तुम वक्त पर ही तुम बुरी आदत बदल लो, नहीं तो बदल जायेगा तुम्हारा वक्त भी l Hindi · मुक्तक 439 Share Dr. Harimohan Gupt 9 Nov 2017 · 1 min read नेताओं की चरण वन्दना नेताओं की चरण वन्दना, या अभिनन्दन, उसका यह परिणाम,आज जनजन में क्रन्दन l कुछ तो त्याग हमें बढ़ करके करना होगा, ले लें हम संकल्प, अगर करना परिवर्तन l Hindi · मुक्तक 1 424 Share Dr. Harimohan Gupt 6 Nov 2017 · 1 min read नेह से नाता रहा मनमीत का नेह से नाता रहा मनमीत का, है समर्पण सार ही बस प्रीत का l गीतकारों ने सदा से यह कहा, दर्द से रिश्ता पुराना गीत का l Hindi · मुक्तक 574 Share Dr. Harimohan Gupt 4 Nov 2017 · 1 min read कवि धर्म सत्साहित्य सदा कवि लिखता, चाटुकारिता नहीं धर्म है, वह उपदेशक है समाज का, सच में उसका यही कर्म है l परिवर्तन लाना समाज में, स्वाभाविक बाधाएँ आयें, कार्य कुशलता के... Hindi · कविता 413 Share Dr. Harimohan Gupt 4 Nov 2017 · 1 min read संकल्प नेताओं के चरण वन्दना, या अभिनन्दन, उसका यह परिणाम,आज जनजन में क्रन्दन l कुछ तो त्याग हमें बढ़ करके करना होगा, ले लें हम संकल्प, अगर करना परिवर्तन l Hindi · मुक्तक 459 Share Dr. Harimohan Gupt 3 Nov 2017 · 1 min read योग योग ऐश औ आराम से जीवन कटे, यह भोग है, असंतुलित भोजन करें परिणाम इसका रोग है l परमात्मा से मन सहज हम जोड़ कर देखें सही, स्वस्थ हो तन... Hindi · मुक्तक 636 Share Dr. Harimohan Gupt 1 Nov 2017 · 1 min read विनती सुनलो कृष्ण मुरारी विनती सुन लो कृष्ण मुरारी, विनती सुन लो कृष्ण मुरारी, रघुबर, अबधबिहारी, जप पूजन को मैं क्या जानूँ, निजी स्वार्थ को ही पहिचानूं l नाता केवल भरम जाल से, समझ... Hindi · गीत 453 Share Dr. Harimohan Gupt 31 Oct 2017 · 1 min read मनुआ ले ले प्रभु का नाम मनुआ ले ले प्रभु का नाम, सुनो जी, लेलो प्रभु का नाम l निस्पृह हो कर तू गाये जा, क्या सुबह, क्या शाम l अंधे देखत, बधिर सुनत हैं, पंगु... Hindi · कविता 448 Share Dr. Harimohan Gupt 30 Oct 2017 · 1 min read प्रभु जी,हरते सबकी पीर प्रभु जी, हरते सबकी पीर, सभी दुखी हैं, सभी व्यथित हैं, सब ही बड़े अधीर l काम, क्रोध से जो बच पाते, क्षमा, शान्ति को जो अपनाते, वे ही सन्त... Hindi · गीत 499 Share Dr. Harimohan Gupt 28 Oct 2017 · 1 min read रिश्ते तो अब आम हो गये रिश्ते में जो भी अपने थे, देखो, अब सब आम हो गये, कहाँ जानते लोग हकीकत, हमीं यहाँ बदनाम हो गये l मैने वह ही चादर ओढ़ी, जिसमें अपने पाँव... Hindi · गीत 1 328 Share Dr. Harimohan Gupt 27 Oct 2017 · 1 min read साहित्य जग प्रकाशित है सदा आदित्य से, हम प्रगति करते सदा सानिध्य से, कोई माने, या न माने सत्य है, देश जाग्रत है सदा साहित्य से l Hindi · मुक्तक 1 638 Share Dr. Harimohan Gupt 24 Oct 2017 · 1 min read सागर ने पूँछा सागर ने पूँछा- सागर ने पूंछा सरिता से, मुझे बताओ, सब मुझमें सर्वस्व समाहित है समझाओ. यह अमूल्य उपहार तुम्हीं से तो पाये हैं, लौह, रजत, यह वृक्ष हमें भी... Hindi · कविता 277 Share Dr. Harimohan Gupt 12 Oct 2017 · 1 min read अब पुराना हो रहा है यह मकान अब पुराना हो रहा है यह मकान, देखो खिसकने लगीं ईटें पुरानी, झर रहा प्लास्टर कहे अपनी कहानी। ज रही अब मिटाने पुरानी शान, अब पुराना हो रहा है यह... Hindi · गीत 221 Share Dr. Harimohan Gupt 11 Oct 2017 · 1 min read कैद में है रोशनी प्रतिकूल हो सोची परिस्थिति, विपरीत सभी आपात आज नही तो कल बदलेंगे द्दणता से हालात। चारों तरफ फैला अॅधेरा, कैद में है रोशनी, चन्द्रमा पर तो ग्रहण है, बन्धक बनी... Hindi · कविता 338 Share Dr. Harimohan Gupt 7 Oct 2017 · 1 min read गांधी आज भी जिंदा हैं एक प्रश्न जाग्रत था मन में, मानव क्या जिन्दा रहता, मर कर भी इस जग में ? रुक जाती है साँस, हृदय स्पन्दन रुकता, लेकिन कुछ के वाणी के स्वर,... Hindi · कविता 227 Share Dr. Harimohan Gupt 5 Mar 2017 · 1 min read समय रहते, तुम सतत ही समय रहते, तुम सतत ही, हर काम कुछ ऐसा करो। समझ कर, सोच कर ढ़ंग से, अपना कदम आगे धरो। कुछ और आगे तो बढो। बन सको तुम अगर शिल्पी... Hindi · कविता 593 Share Dr. Harimohan Gupt 5 Feb 2017 · 1 min read कागज पर ही लुप्त हो गये, सारे वादे कागज पर ही लुप्त हो गये, सारे वादे , और सामने केवल इनके गलत इरादे, आदर्शों की कसमें इनकी सभा मंच तक, अंतर मन काले हैं, ऊपर सीधे साधे l... Hindi · कविता 247 Share Dr. Harimohan Gupt 4 Feb 2017 · 1 min read सभी मूर्तियाँ मिटटी निर्मित या केवल पाषण हैं सभी मूर्तियाँ मिटटी निर्मित या केवल पाषण हैं, मात्र भावना है यह मन की, इसीलिए भगवान हैं l आदि काल से ही मानव ने किया स्रजन है, छैनी और हतोड़ी... Hindi · गीत 348 Share Previous Page 5