Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Dec 2017 · 1 min read

आया है नया वर्ष

आया है नया वर्ष, करते हम अभिनन्दन,
हम से जो अग्रज हैं, उनका करते वन्दन।

छोटों को शुभाशीष, मंगलमय हो जीवन।
प्रेम सदा फूले बस, हम सब उत्साही हों,
प्रगति मार्ग जो भी हो, उस पथ के राही हों,
हम उँचाई दू लेंगे, नित प्रयास हों नूतन ।

गत को हम क्या देखें, देखें हम आगत को,
उत्सुक है नव प्रभात,हम सबके स्वागत को।
शुभ चिन्तक जो भी हैं, देखें हम अपनापन,
आया है नया वर्ष, करते हम अभिनन्दन।

जग में प्रसिद्धि के कीर्तिमान तोड़े हम,
भर दें उजयारे को, छूट जाये सारा तम।
मिट जाये अहंभाव, धुल जाये अन्तरमन।
द्वेष, बैर भूलें सब, छोटों को अपनायें,
प्रेम बीज बो कर हम,बगिया को महकायें।
मन मन्दिर अपने ही, बन जायें व्रन्दावन।

ज्ञानवान,बुद्धिमान,प्रभा ओजस्वी हों,
शरदं शतं जीवेत, आप सब यशस्वी हों।
विनती है प्रभु से बस, बन जायें वे साधन।
उत्तर से दक्षिण तक,हिन्दी सब की भाषा,
पूरब से पश्चिम तक, सुदृढ़ रहे यह आशा।
हिन्दी की प्रगति हेतु, जुट जायें ज्ञानी जन।

आया है नया वर्ष

Language: Hindi
Tag: गीत
189 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"सच का टुकड़ा"
Dr. Kishan tandon kranti
तीन मुक्तकों से संरचित रमेशराज की एक तेवरी
तीन मुक्तकों से संरचित रमेशराज की एक तेवरी
कवि रमेशराज
प्राण- प्रतिष्ठा
प्राण- प्रतिष्ठा
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
कहानी इश्क़ की
कहानी इश्क़ की
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
दिल होता .ना दिल रोता
दिल होता .ना दिल रोता
Vishal Prajapati
हिन्दी दोहा-विश्वास
हिन्दी दोहा-विश्वास
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*पति-पत्नी दो श्वास हैं, किंतु एक आभास (कुंडलिया)*
*पति-पत्नी दो श्वास हैं, किंतु एक आभास (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मेरे शीघ्र प्रकाश्य उपन्यास से -
मेरे शीघ्र प्रकाश्य उपन्यास से -
kaustubh Anand chandola
पतझड़ की कैद में हूं जरा मौसम बदलने दो
पतझड़ की कैद में हूं जरा मौसम बदलने दो
Ram Krishan Rastogi
16- उठो हिन्द के वीर जवानों
16- उठो हिन्द के वीर जवानों
Ajay Kumar Vimal
बिजली कड़कै
बिजली कड़कै
MSW Sunil SainiCENA
2629.पूर्णिका
2629.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
संध्या वंदन कीजिए,
संध्या वंदन कीजिए,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
सीरिया रानी
सीरिया रानी
Dr. Mulla Adam Ali
****प्राणप्रिया****
****प्राणप्रिया****
Awadhesh Kumar Singh
अपनी चाह में सब जन ने
अपनी चाह में सब जन ने
Buddha Prakash
तुम भी 2000 के नोट की तरह निकले,
तुम भी 2000 के नोट की तरह निकले,
Vishal babu (vishu)
राधा की भक्ति
राधा की भक्ति
Dr. Upasana Pandey
(8) मैं और तुम (शून्य- सृष्टि )
(8) मैं और तुम (शून्य- सृष्टि )
Kishore Nigam
बस जिंदगी है गुज़र रही है
बस जिंदगी है गुज़र रही है
Manoj Mahato
*बेचारे नेता*
*बेचारे नेता*
दुष्यन्त 'बाबा'
"मैं तुम्हारा रहा"
Lohit Tamta
मुक्ति का दे दो दान
मुक्ति का दे दो दान
Samar babu
छोड़कर जाने वाले क्या जाने,
छोड़कर जाने वाले क्या जाने,
शेखर सिंह
में स्वयं
में स्वयं
PRATIK JANGID
तन्हा क्रिकेट ग्राउंड में....
तन्हा क्रिकेट ग्राउंड में....
पूर्वार्थ
बेफिक्री की उम्र बचपन
बेफिक्री की उम्र बचपन
Dr Parveen Thakur
समय ही अहंकार को पैदा करता है और समय ही अहंकार को खत्म करता
समय ही अहंकार को पैदा करता है और समय ही अहंकार को खत्म करता
Rj Anand Prajapati
ग्रंथ
ग्रंथ
Tarkeshwari 'sudhi'
😢सीधी-सीख😢
😢सीधी-सीख😢
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...