Sanjay ' शून्य' 350 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next Sanjay ' शून्य' 26 Mar 2024 · 1 min read कलियुग है उद्यम जिसका कर्ज हो, झूठ बनाए फर्ज। इनसे रहियो दूर जी, ये कलयुग के मर्ज।। मन रथ पर बैठा हुआ, जिह्वा जिसकी तीर। काम बसत जिनके नयन, हो कलयुग में... Hindi 1 1 107 Share Sanjay ' शून्य' 24 Mar 2024 · 1 min read केजरू अन्ना की अंगुली पकड़ चला एक किरदार। गला फाड़ कर के कहे सबमें भ्रष्टाचार।। आंदोलन की पीठ पर चढ़ बैठा बलवान। अनशन, भाषण , वचन से बनता रहा महान।। लोकपाल... Hindi 1 77 Share Sanjay ' शून्य' 19 Mar 2024 · 1 min read इश्क अमीरों का! मिटता नहीं है अंतर मरने के बाद भी, मकबरे तो देखो शाही का फ़कीर का। मरने बाद बैठी है मुमताज ताज में, सौ ईंट में बस बन गया चौरा कबीर... 1 108 Share Sanjay ' शून्य' 19 Mar 2024 · 1 min read मिटता नहीं है अंतर मरने के बाद भी, मिटता नहीं है अंतर मरने के बाद भी, मकबरे तो देखो शाही का फ़कीर का। मरने बाद बैठी है मुमताज ताज में, सौ ईंट में बस बन गया चौरा कबीर... Quote Writer 1 145 Share Sanjay ' शून्य' 18 Mar 2024 · 1 min read व्यक्ति और विचार में यदि चुनना पड़े तो विचार चुनिए। पर यदि व व्यक्ति और विचार में यदि चुनना पड़े तो विचार चुनिए। पर यदि विचार और संबंध में चुनना हो तो संबंध चुने। हमारे महाकाव्य बताते हैं कि विचारों की उत्पत्ति संबंधों... Quote Writer 1 109 Share Sanjay ' शून्य' 18 Mar 2024 · 1 min read विकल्प न सिया विलाप से, न जटायु युद्ध से। मंदोदरी के प्रेम न माल्यवान प्रबुद्ध से।। न तो लंका दहन से, न पुत्र के हनन से। पुत्र के सलाह से, न... 1 133 Share Sanjay ' शून्य' 16 Mar 2024 · 1 min read मन मेरा कर रहा है, कि मोदी को बदल दें, संकल्प भी कर लें, तो मन मेरा कर रहा है, कि मोदी को बदल दें, संकल्प भी कर लें, तो विकल्प नहीं हैं। जनता के लिए काम करे, दिखता नहीं कोई, राष्ट्र समर्पित कोई व्यक्तित्व... Quote Writer 1 168 Share Sanjay ' शून्य' 14 Mar 2024 · 1 min read वाह नेता जी! चाटत चाटत घिस गया, नेता जी का जूत। नेता बिन पनही हुए, हम हो गए कपूत।। नेता जी का न बचा, पिछला कोई सबूत। हम भी घर बाहर हुए, पापा... Hindi 1 137 Share Sanjay ' शून्य' 12 Mar 2024 · 1 min read नहीं बदलते रोटी सच की खाते हैं, पर झूठ पोषते है। ऐसे नर पशु जीवन में, ईश्वर को कोसते हैं।। धर्म कथा कोई भी, इनके लिए व्यर्थ है। कर्मधर्म यह मोक्ष न... Hindi 1 120 Share Sanjay ' शून्य' 10 Mar 2024 · 1 min read ब्राह्मण जिस भी ब्राह्मण में, रावण अब तक जिंदा है। परशुराम, वशिष्ठ, नारद, भृगु उससे शर्मिंदा हैं।। ब्राह्मण की साधुता स्वयं विष्णु से। बन गोपियां वो करते प्रेम कृष्ण से।। नारद... Hindi 1 106 Share Sanjay ' शून्य' 10 Mar 2024 · 1 min read रिश्ते घर में करता बाप जहां बच्चों के बीच दलाली होगा। धीरे धीरे घर का कुनबा एक एक कर खाली होगा।। बच्चों की तुम बात ही छोड़ो, रहेगा वहां पिता ही।... Hindi 1 103 Share Sanjay ' शून्य' 8 Mar 2024 · 1 min read शिव सबके आराध्य हैं, रावण हो या राम। शिव सबके आराध्य हैं, रावण हो या राम। सिद्धि बांटे जगत में, स्वयं रहे निष्काम।। प्रभु गुरुओं के हो गुरु, देवों के हो देव। कालों के हो काल, कहते सब... Quote Writer 3 253 Share Sanjay ' शून्य' 7 Mar 2024 · 1 min read *है गृहस्थ जीवन कठिन *है गृहस्थ जीवन कठिन माया मोह अनंत। कर्म धर्म देखत हसत, देव, दनुज अरू संत।* जय सीताराम Quote Writer 2 243 Share Sanjay ' शून्य' 7 Mar 2024 · 1 min read प्रदर्शन "प्रदर्शन" चकाचौंध जो देख रहे हो, वो सब केवल हौआ है। धवल हंस है घूम रहा, अंदर से काला कौआ है।। कपड़ों से कैसे पहचाने, पढ़ा लिखा या बउआ है।... 1 108 Share Sanjay ' शून्य' 6 Mar 2024 · 1 min read कुछ लोग घूमते हैं मैले आईने के साथ, कुछ लोग घूमते हैं मैले आईने के साथ, पूर्णिमा के चांद में दिखता है उन्हे दाग। सबसे जलील शख्स है जो अपने शहर का, कहता है कि दुनिया में कोई... Quote Writer 1 219 Share Sanjay ' शून्य' 5 Mar 2024 · 1 min read नदी की बूंद है नदियों क्या प्रभाव, हम सबको सभी विदित है। हिमखंडो की शिहरन सी, अविरल भाव निहित है।। हिम से बूंदे जलधारा बन, अविराम यात्रा करती है। पर्वत मालाओं से लड़ती,... Hindi 1 139 Share Sanjay ' शून्य' 2 Mar 2024 · 1 min read जुबां गर समझ लो जिंदगी ज़ुबान को। तो जीत लोगे गर्दीशी तूफान को।। गर तेरी ज़ुबान यूं चलती रहेगी। खुद मरेगी जिंदगी को मार देगी।। न अधिक मीठा न बोलो ढेर... Hindi 1 121 Share Sanjay ' शून्य' 2 Mar 2024 · 1 min read Good morning 🌅🌄 Good morning 🌅🌄 जीवन की शुभता में थे जो....आज नही धरती पर वो। तुम तारा बन मुझको साहस देते रहना, सब है पता भला तुमसे क्या कहना।। ऊर्जा अक्षुण है... Quote Writer 1 1 229 Share Sanjay ' शून्य' 1 Mar 2024 · 1 min read नर से नर पिशाच की यात्रा प्यास ने प्रेरित किया तो, कूप लेकर आए हम। चुनने हमें जब सार थे, तो सूप लेकर आए हम।। युद्ध जब बढ़ने लगे, तब बुद्ध लेकर आए हम। बौद्ध दूषित... 1 128 Share Sanjay ' शून्य' 27 Feb 2024 · 1 min read धोखे का दर्द धोखे का दर्द तुमसे ना उम्मीद तो थे मगर, आदावत करोगे सोचा न था। जैसे नोचा मेरे जज्बात तूने, जिस्म गिद्धों ने भी नोचा न था। गलतफहमी है, दिन यूं... Hindi 1 118 Share Sanjay ' शून्य' 26 Feb 2024 · 1 min read कृतघ्न व्यक्ति आप के सत्कर्म को अपकर्म में बदलता रहेगा और आप कृतघ्न व्यक्ति आप के सत्कर्म को अपकर्म में बदलता रहेगा और आपको छलता रहेगा, पहचाने और सावधान रहें। वह कोई भी और कहीं भी हो सकता है। उसे सद्भभाव से... Quote Writer 1 211 Share Sanjay ' शून्य' 26 Feb 2024 · 1 min read चुनाव आनेवाला है हो जाओ तैयार साथियों हो जाओ तैयार। छोड़ो घर परिवार साथियों छोड़ो घर परिवार।। नेता की ललकार साथियों छोड़ो घर परिवार। करो समर्पित खुद को, कर दो घर परिवार।। नेता... Hindi 1 168 Share Sanjay ' शून्य' 13 Feb 2024 · 1 min read सूरत बदलेगी तेरी सूरत, खुद के संवारने से। ख़ाक न बदलेगा, यूं सेखी बघारने से।। काम करो खुदपर, छोड़ो फिजूल बातें। दिनरात एक कर दो, जबतक बने न बातें।। यदि बात... Poetry Writing Challenge-2 1 73 Share Sanjay ' शून्य' 11 Feb 2024 · 1 min read Farishte तुम्हें रोशन करूं कैसे, खुद को कितना जलाऊं मैं, ज़रा तूही बता कैसे, ज़मी पे चांद लाऊं मैं। तेरी बेरहम ख्वाइश को, है मैने लहू से सींचा। तुझे अपना समझने... Poetry Writing Challenge-2 1 99 Share Sanjay ' शून्य' 10 Feb 2024 · 1 min read अपनी इच्छाओं में उलझा हुआ मनुष्य ही गरीब होता है, गरीब धोखा अपनी इच्छाओं में उलझा हुआ मनुष्य ही गरीब होता है, गरीब धोखा देने में माहिर होता है क्योंकि गरीबी एक धोखा है। निर्धनता जेब में हो तो ठीक परंतु मस्तिष्क... Quote Writer 2 238 Share Sanjay ' शून्य' 10 Feb 2024 · 1 min read दान किसे हिंदू वीरों, मत दौड़ो तुम महावीर बन , बौने नेताओ के पीछे। उनका मकसद धन बटोरना, तुमको रखना है पीछे।। त्याग तपस्या नहीं पास कुछ, बन बैठे कैसे ये नेता।... Poetry Writing Challenge-2 2 112 Share Sanjay ' शून्य' 9 Feb 2024 · 1 min read आएंगे तो मोदी ही बिरले होते हैं पूत यहां, जो इस मां का कर्ज चुकाते है। ज्यादा तर चोर उचक्के तो चोरी कर घर ही चलाते हैं।। जो किया समर्पित जीवन को,आठ पहर बस... Poetry Writing Challenge-2 1 130 Share Sanjay ' शून्य' 7 Feb 2024 · 1 min read फकीरी मुझे नाराज़ करने का अलग अंदाज़ है उनका, करूं बाते जो पूरब की तो पश्चिम जोड़ देते हैं। गज़ब है नज़रिया उनका आवारापन को ले करके, फरिश्ता कह उन्हें रूहानियत... Poetry Writing Challenge-2 2 117 Share Sanjay ' शून्य' 6 Feb 2024 · 1 min read वो और राजनीति लठैत बुलाए थे बकैत के लिए, धरना सजाया था टिकैत के लिए। काम नहीं आया पंजाब भी गया, क्या करूं मैं वोट के डकैत के लिए।। मेरे उठाए मुद्दे सब... Poetry Writing Challenge-2 1 224 Share Sanjay ' शून्य' 30 Jan 2024 · 1 min read आदतें आदतें झूठ की चादर जो मोटी ओढ़ ली, शर्म की सर्दी भला फिर क्या करेगी। जो जलाया घर का चूल्हा जलन से, दया की दरिया भी उसका क्या करेगी।। प्रेम... Poetry Writing Challenge-2 1 118 Share Sanjay ' शून्य' 28 Jan 2024 · 1 min read पलटूराम में भी राम है राम प्रियोंं के पाले में फिर पलटे पलटूराम। है कृपा प्रभुराम की हुए सकल सुख धाम।। जो लोग नहीं पहुंचे राम की प्राण प्रतिष्ठा में। देखो खलल पड़ गई उनकी... Poetry Writing Challenge-2 1 238 Share Sanjay ' शून्य' 27 Jan 2024 · 1 min read राम भजे राम भजे तुलसी हुए, जग में तुलसीदास। रामनाम को ओढ़कर, बापू बने मोहनदास।। भक्ति काल के कवि सभी, पाए सबसे मान। कबीर रहीम या मलिक, चाहे हो रसखान।। रामनाम से... Poetry Writing Challenge-2 1 54 Share Sanjay ' शून्य' 25 Jan 2024 · 1 min read चरित्र राम है हो चित्र राम का मंदिर में, हो राम चरित्र अंदर में। बांध बनाने से रोक सके, है हस्ती नहीं समंदर में।। पत्थर तैरेंगे पानी में, है राम चरित्र अगर मन... Hindi 1 121 Share Sanjay ' शून्य' 25 Jan 2024 · 1 min read बचपन अपना अपना खांची में गोबर के कुछ छोत लिए हम सो कर उठते थे। फिसलन भरे रास्तों से ही तो हम अपने खेत पहुंचते थे।। भोजन के खातिर केवल खेत और खेत... Poetry Writing Challenge-2 1 121 Share Sanjay ' शून्य' 20 Jan 2024 · 1 min read गृहस्थ के राम ऋषि, मुनि, ज्ञानी, न शास्त्र निष्ठ हूं। गुरु, गिरजा,शंकर,न मनुज श्रेष्ठ हूं।। न माता पिता भाई, न तो वशिष्ठ हूं। मैं शबरी निषाद जैसा उनमें निष्ठ हूं।। मैं न जानूं... Hindi 2 147 Share Sanjay ' शून्य' 19 Jan 2024 · 1 min read दरिया का किनारा हूं, दरिया का किनारा हूं, निगहवां मंजर का, डूबते वही हैं जो सम्मान नहीं करते। मजधार बताता हूं मर्यादा नदी की भी, है पार वही करते, जो अपमान नहीं करते।। Quote Writer 2 229 Share Sanjay ' शून्य' 17 Jan 2024 · 1 min read मां वक्त गुजरा तो गुज़र जाने दो, घटाएं गम की खूब छाने दो। दुवाएं मां की हैं मेरे साथ अभी, मुझे तुम चैन से सो जाने दो।। रूठ के जाना है... Hindi 2 190 Share Sanjay ' शून्य' 8 Jan 2024 · 1 min read *राम स्वयं राष्ट्र हैं* स्वमन को बस में रख सके, जन जन के मन में बस सके। जो गंभीर हो समुद्र सा, वही तो मेरे राम है।। महाबली हो, कांतिवान हो, जितेंद्रिय हो, बुद्धिमान... Hindi 1 2 225 Share Sanjay ' शून्य' 5 Jan 2024 · 1 min read प्यार बहाने तुम्हारे सताने लगे है, क्यूं रातों की नीदें उड़ाने लगे हैं। नहीं तोड़ दे प्रेमबंधन कहीं, बनाने में जिसको जमाने लगे हैं।। हवाओं के रुख भी बदलने लगे, बन... Hindi 1 127 Share Sanjay ' शून्य' 4 Jan 2024 · 1 min read ईश्वरीय समन्वय का अलौकिक नमूना है जीव शरीर, जो क्षिति, जल, प ईश्वरीय समन्वय का अलौकिक नमूना है जीव शरीर, जो क्षिति, जल, पावक, गगन, समीर (पंचतत्व) परस्पर विरोधी गुण होते हुए भी नर से नारायण की यात्रा करने में सक्षम है।... Quote Writer 2 259 Share Sanjay ' शून्य' 4 Jan 2024 · 1 min read राम प्राणों से प्रिय राम थे कैकेई के, क्यों उसने ही वनवास दे दिया। किस मुंह रहते राम अवध में, जब घर में छल का वास दे दिया।। दशरथ मरणासन्न छोड़... 1 167 Share Sanjay ' शून्य' 3 Jan 2024 · 1 min read जाहि विधि रहे राम ताहि विधि रहिए लक्ष्य बदलते रहे सदा, या यूं कह दूं कोई लक्ष्य न था। जीवन तो जीते रहे मगर, इसका कोई उपलक्ष्य न था।। या समझूं की जीवन तो, बस पैदा होना... Hindi 1 221 Share Sanjay ' शून्य' 1 Jan 2024 · 1 min read Ram और कुछ मैं क्या पढू मैने पढ़ा है राम को। और जपतप क्या करूं मैं जपूं श्री राम को।। थे निभाने धर्म कुछ तो विषय बहु पढ़ने पड़े। थे वे... Hindi 1 190 Share Sanjay ' शून्य' 30 Dec 2023 · 1 min read प्रेम और पुष्प, होता है सो होता है, जिस तरह पुष्प को जहां भी प्रेम और पुष्प, होता है सो होता है, जिस तरह पुष्प को जहां भी हो वहीं सुशोभित होता है, कुछ ऐसा ही हाल प्रेम का भी है। न चाह न... Quote Writer 1 238 Share Sanjay ' शून्य' 27 Dec 2023 · 1 min read मीठे बोल न हंस के बोलिए, न कस के बोलिए। न बोलिए कटाक्ष, न बहस के बोलिए।। है बात यदि जरूरी तो संवाद कीजिए। न शब्द जाल बुनिए न विवाद कीजिए।। है... Hindi 1 194 Share Sanjay ' शून्य' 26 Dec 2023 · 1 min read राम अवध के जै श्री राम था अटूट विश्वास अवध में, मंदिर के निर्माण की। लाखों राम भक्त ने दे दी, आहुत खुद के प्राण की।। राम अवध में अवध राम में, अलग... Hindi 1 259 Share Sanjay ' शून्य' 23 Dec 2023 · 1 min read निराशा क्यों? मैं केवल चरित्र की पूजा करता हूं। ना धन वैभव के पीछे मै मरता हूं।। लोभी ही धन वैभव पूजा करते हैं। धनमोही ही अपनों को दूजा करते हैं।। धन... Hindi 2 161 Share Sanjay ' शून्य' 20 Dec 2023 · 1 min read श्रीराम अयोध्या में पुनर्स्थापित हो रहे हैं, क्या खोई हुई मर श्रीराम अयोध्या में पुनर्स्थापित हो रहे हैं, क्या खोई हुई मर्यादाएं भी पुनर्जीवित होंगी। तो क्या माने की राम आयेंगे, मर्यादाएं लायेंगे।आशान्वित हैं हम अवध के नवयुवकों से। Quote Writer 2 1 230 Share Sanjay ' शून्य' 19 Dec 2023 · 1 min read शाकाहारी बने पाशाणों में प्राण प्रतिष्ठित करते हो। नदी, पहाड़, वृक्ष की पूजा करते हो।। नव ग्रह दसों दिशाओं के याचक हो। तुम पंचतत्व व पंचकर्म के जातक हो।। क्यूं ईश्वर अंशों... Hindi 1 198 Share Sanjay ' शून्य' 18 Dec 2023 · 1 min read सब कुछ पा लेने की इच्छा ही तृष्णा है और कृपापात्र प्राणी ईश् सब कुछ पा लेने की इच्छा ही तृष्णा है और कृपापात्र प्राणी ईश्वर के अस्तित्व को बल देते है। नर से नारायण की यात्रा केवल कर्मयोद्धा करते हैं और वही... Quote Writer 2 233 Share Previous Page 3 Next