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नवम दिवस सिद्धिधात्री,सब पर रहो प्रसन्न।
Neelam Sharma
नवम दिवस सिद्धिधात्री,
Neelam Sharma
अष्टम कन्या पूजन करें,
Neelam Sharma
अष्टम कन्या पूजन करें,
Neelam Sharma
जीवन में शॉर्ट कट 2 मिनट मैगी के जैसे होते हैं जो सिर्फ दो म
Neelam Sharma
जिस काम से आत्मा की तुष्टी होती है,
Neelam Sharma
प्रेम और घृणा दोनों ऐसे
Neelam Sharma
🙏
Neelam Sharma
खींचकर हाथों से अपने ही वो सांँसे मेरी,
Neelam Sharma
वो देखो ख़त्म हुई चिड़ियों की जमायत देखो हंस जा जाके कौओं से
Neelam Sharma
पृष्ठों पर बांँध से बांँधी गई नारी सरिता
Neelam Sharma
आईना मुझसे मेरी पहली सी सूरत माँगे ।
Neelam Sharma
🙏
Neelam Sharma
माँ स्कंदमाता की कृपा,
Neelam Sharma
🙏🙏
Neelam Sharma
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Neelam Sharma
जय मातु! ब्रह्मचारिणी,
Neelam Sharma
श्वासें राधा हुईं प्राण कान्हा हुआ।
Neelam Sharma
आजा कान्हा मैं कब से पुकारूँ तुझे।
Neelam Sharma
कान्हा प्रीति बँध चली,
Neelam Sharma
तू गीत ग़ज़ल उन्वान प्रिय।
Neelam Sharma
कुछ दर्द झलकते आँखों में,
Neelam Sharma
वक्रतुंडा शुचि शुंदा सुहावना,
Neelam Sharma
दूब घास गणपति
Neelam Sharma
हे!जगजीवन,हे जगनायक,
Neelam Sharma
कूल नानी
Neelam Sharma
सफलता का महत्व समझाने को असफलता छलती।
Neelam Sharma
समस्त जगतकी बहर लहर पर,
Neelam Sharma
विश्व सिंधु की अविरल लहरों पर
Neelam Sharma
महा कवि वृंद रचनाकार,
Neelam Sharma
नमस्ते! रीति भारत की,
Neelam Sharma
सुता ये ज्येष्ठ संस्कृत की,अलंकृत भाल पे बिंदी।
Neelam Sharma
अतुल वरदान है हिंदी, सकल सम्मान है हिंदी।
Neelam Sharma
दिवाकर उग गया देखो,नवल आकाश है हिंदी।
Neelam Sharma
पयोनिधि नेह में घोली, मधुर सुर साज है हिंदी।
Neelam Sharma
अतुल वरदान है हिंदी, सकल सम्मान है हिंदी।
Neelam Sharma
लेके फिर अवतार ,आओ प्रिय गिरिधर।
Neelam Sharma
ज्ञान के दाता तुम्हीं , तुमसे बुद्धि - विवेक ।
Neelam Sharma
शिकायत है हमें लेकिन शिकायत कर नहीं सकते।
Neelam Sharma
थाल सजाकर दीप जलाकर रोली तिलक करूँ अभिनंदन ।
Neelam Sharma
पंचचामर मुक्तक
Neelam Sharma
विश्व गुरु भारत का तिरंगा, विश्व पटल लहराएगा।
Neelam Sharma
जन गण मन अधिनायक जय हे ! भारत भाग्य विधाता।
Neelam Sharma
मेरी नज़रों में इंतिख़ाब है तू।
Neelam Sharma
मेरी नज़रों में इंतिख़ाब है तू।
Neelam Sharma
पुकारती है खनकती हुई चूड़ियाँ तुमको।
Neelam Sharma
पुकारती है खनकती हुई चूड़ियाँ तुमको।
Neelam Sharma
आबाद सर ज़मीं ये, आबाद ही रहेगी ।
Neelam Sharma
रक्त से सीचा मातृभूमि उर,देकर अपनी जान।
Neelam Sharma
हलमुखी छंद
Neelam Sharma