सुखविंद्र सिंह मनसीरत Language: Hindi 2395 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 40 Next सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Apr 2020 · 1 min read हमसफर हमसाया ****हमसफर हमसाया**** *********************** मेरा हमसफर मेरा हमसाया है बड़ी जद्दोजहद से प्रेम पाया है शिद्दत से जी भरके जिसे चाहा देर से ही आखिर दिन आया है प्रेम होता है... Hindi · कविता 1 2 288 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Apr 2020 · 5 min read मेरी प्रेम गाथा भाग 11 प्रेम कहानी भाग 11 परी और मेरी बॉर्ड की परीक्षाएं हो चुकी थी ,मित्र परिणाम शेष था।मैं अपने प्रिय नवोदय को छोड़ कर आ चुका था और परी वहीं पर... Hindi · कविता 541 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Apr 2020 · 1 min read मानव विकार *********मानव विकार********** ***************************** अहम वहम मनोरोग से मानव मन ग्रस्त आत्मविश्वास हथियार से हो जाता पस्त मानव मन मे अंदर पैदा करती है विकार मानव मानवीय मूल्य का करती हैं... Hindi · कविता 3 448 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Apr 2020 · 6 min read मेरी प्रेम गाथा भाग 10 प्रेम कहानी भाग 10 ********* और इस तरह नवोदय की यात्रा करते हुए मैं अब विद्यालय के अंतिम गंतव्य यानि नवोदय की अंतिम कक्षा बारहवीं का छात्र था और फरी... Hindi · कहानी 262 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Apr 2020 · 2 min read दूध और चाय की प्याली दूध और चाय की प्याली ******************** दूध और चाय की प्याली जंग छिड़ गई बहुत भारी दूध की प्याली यूँ बोली कान कर सुन चाय प्याली रंग में काली कलोटी... Hindi · कविता 2 608 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Apr 2020 · 1 min read घरवाली बाहरवाली *****घरवाली बाहरवाली****** ************************** आजादी में बंधन,बंधन में आजादी प्रेमिका से प्रेम करें, पत्नी से शादी पत्नी और प्रेमिका में अन्तर इतना जायज और नाजायज में है जितना सोच कभी कहीं... Hindi · कविता 2 2 909 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Apr 2020 · 1 min read प्रेम *********प्रेम*********** *********************** प्रेम ही निष्ठा हैं, प्रेम प्रतिष्ठा है प्रेम सम्मान है,प्रेम इम्तिहान है प्रेम इन्तजार है,प्रेम इजहार है प्रेम इकरार है,प्रेम ही इंकार है प्रेम तकरार है,प्रेम ही करार... Hindi · कविता 2 215 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Apr 2020 · 1 min read क्यों रोता है क्षण क्षण **क्यों रोता है क्षण क्षण** ******************** पल पल हर पल क्षण क्षण दिल रहे अशान्त क्षण क्षण शालीनता का वास है नहीं रहने लगा उदास क्षण क्षण संतुष्ट स्तर नित्य... Hindi · कविता 501 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Apr 2020 · 1 min read प्रेम प्रस्ताव *********प्रेम प्रस्ताव******* ************************* प्रेम प्रस्ताव जब स्वीकार होता है प्रेम का तीर दिल के पार होता है प्रेम भाषा कठिन समझ ना आए दिन में तड़फाती,रात को जगाए समझ आए... Hindi · कविता 2 252 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Apr 2020 · 1 min read होगा जन कल्याण *******होगा जन कल्याण******** ***************************** दीवाली सी बीती गई काली बोली रात जन गण ने दीप जला रोशन कर दी रात दीपशिखा लौ से जगमग सब गांव शहर जन मन अन्दर... Hindi · कविता 642 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Apr 2020 · 10 min read मेरी प्रेम गाथा भाग 9 प्रेम कहानी भाग 9 नवोदय विद्यालय में ग्रीष्मकालीन अवकाश हो गए और विद्या के अन्य विद्यार्थियों की भांति मैं भी अपने घर माँकी ममतामयी हाथों की रोटियां खाने घर आ... Hindi · कविता 299 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Apr 2020 · 1 min read कोरोना यौद्धा सम्मान ***कोरोना योद्धा सम्मान*** *********************** कोरोना योद्धाओं सम्मान में दीपक जलाएं निज मकान में अन्धेरे में प्रकाश जगाया है एकता का सन्देश पहुंचाया है तम में जुगनुओं से चमकते थे घर... Hindi · कविता 458 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Apr 2020 · 1 min read प्रेम गीत *********प्रेम गीत********** ************************* हम तेरे बिन कहीं रह नहीं सकते तुम बिन अब हम जी नहीं सकते जब से मिले हो ,हो गए हो अपने दिन-रात लें अब तुम्हारे ही... Hindi · कविता 1 284 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Apr 2020 · 1 min read आँखें भर आई हैं ****आँखें भर आई हैं***** ********************** आज दिल में तन्हाई छाई है लगता अपनों की रुसवाई है अपना जाए दिल दुखता है दुखदायी आज घड़ी आई है अकेलापन सदा लोचता है... Hindi · कविता 206 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Apr 2020 · 1 min read कोरोना मुक्ति मंत्र *********कोरोना मुक्ति मंत्र********* ******************************** लॉकडाऊन अभियान को सफल बनाओ कोरोना उन्मूलन तुम उपहारस्वरूप पाओ लॉकडाऊन की अगर धज्जियाँ उड़ाओगे निज को आइसोलेशन वार्ड में तुम पाओगे कोरोना वायरस की रक्त... Hindi · कविता 217 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Apr 2020 · 1 min read श्रद्धा रूप ***********श्रद्धा-रूप************* ******************************** आओ तुम्हे बताता हूँ, श्रद्धा रूप प्रकार कैसे - कैसे जन मन में आए श्रद्धा विचार जब जन मन अंदर दिखाने का भाव आए जन का ये दिखावा... Hindi · कविता 1 272 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Apr 2020 · 6 min read मेरी प्रेम गाथा भाग 8 प्रेम कहानी भाग 8 और इस प्रकार भय,बेईज्ज़ती और बदनामी के साये तले दसवें की परीक्षा अच्छे अंक अर्जन से उतीर्ण कर लु थी और विद्यालय की सबसे मस्त और... Hindi · कहानी 317 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Apr 2020 · 1 min read जमाने के संग तुम बदलो *********जमाने के संग तुम बदलो********* ************************************** कोई मुर्ख समझता हैं, तो कोई अज्ञानी मुझे समझे कोई भोला समझता हैं, तो कोई अंजान मुझे समझे लोगों की समझ तो देखो,मुझे क्या... Hindi · कविता 2 279 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Apr 2020 · 1 min read जागकर बीताई हर रात पूछेगा जागकर बीताई हर रात पूछेंगे ************************ जब मिल कर साथ साथ बैठेंगे बहुत बाते शेष साथ साथ करेंगे बहुत कुछ बाते अपनी सुनाएंगे कैस गुजारे दिनरैन हम बताएंगे दिल में... Hindi · कविता 209 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Apr 2020 · 1 min read आमर सिंह चमकीला अमर सिंह चमकीला ***************************** अमर सिंह चमकीला कमाल कर गया गायिकी में अमर अपना नाम कर गया 1. दुगरी का धनी राम जो बहुत था गरीब मगर आमजन दिल के... Hindi · कविता 317 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Apr 2020 · 1 min read रात्रि को दीपक जगाना है रात्रि को दीपक जलाना है ******************** रात्रि को दीपक जलाना हैं कोरोना जड़ से मिटाना है दीया ,मोमबत्ती या टॉर्च से तम में उजियारा जगाना हैं कोरोना वैश्विक महामारी है... Hindi · कविता 469 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Apr 2020 · 1 min read लॉकडाऊन में लव बर्डस लॉकडाऊन में लव बर्डस †****************** सदैव रॉकडाऊन हो जो रहते थे लव बर्डस प्रेममयी क्रियाओं और क्रीड़ाओं में लीन-विलीन अनुराग आनन्द अनुभूति अनुग्रहण में व्यस्त हो व्यतित करते यौवन काल... Hindi · कविता 238 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Apr 2020 · 1 min read दियासलाई और मानव दियासलाई और मानव ****************** माचिस की डिबिया में बंद दियासलाइयों सा है मानव चरित्रों का कर्म जैसे एक ही डिब्बी में बंद वो दियासलाइयां एक एक कर के क्रियाशील हो... Hindi · कविता 397 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Apr 2020 · 1 min read गैरतमंद कहाँ हमे मिले गैरतमंद कहाँ हमें मिले ****************** व्यवधान पैदा हैं करते समाधान कहाँ से मिले काँटो में रहते हम सदा बातें काँटों की हम करें बागों से फूल तोड़ते हार फूलों के... Hindi · कविता 574 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Apr 2020 · 1 min read अंग संग रहेु अंग संग रहेंगे सदा ************** दिल की यही सदा होंगे कभी ना जुदा मौसम जैसा भी हो जिएंगे जीवन अदा मुश्किलें गर आएंगी डट कर लड़ेंगे सदा कैसी भी हो... Hindi · कविता 195 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Apr 2020 · 1 min read घर घर में अब विभिषण सारे लोग हो गए घर घर में अब विभिषण सारे लोग हो गए ******************************* मर्यादा पुरुषोत्तम राम जग से लोप हो गए घर घर में अब विभीषण सारे लोग हो गए राजा दशरथ जैसे... Hindi · कविता 2 734 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Apr 2020 · 1 min read कोरोना आया भारत में हैरान हो गया कोरोना आया भारत में हैरान हो गया ****************************** कोरोना आया भारत में हैरान हो गया देख रंग - ढंग भारतीय परेशान हो गया यहाँ पर धार्मिक,जातीय सीमाएं बहुत हैं हिन्दू-मुश्लिम... Hindi · कविता 1 2 171 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Apr 2020 · 1 min read घर मैं हूँ जैसे पड़ा समान प्रिये घर में हूँ जैसे पड़ा समान प्रिये *********************** तेरे दर पर रहूँ मैंदिन रात प्रिय तेरी सुनता रहूँ मैं हर बात प्रिये यारों संग छूट गए हैं साथ प्रिये तेरे... Hindi · कविता 517 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Apr 2020 · 8 min read मेरी प्रेम गाथा भाग 5 मेरी प्रेम गाथा भाग 5 ******************* मेरा हर दिन इसी तरह की दिनचर्या में से होकर गुजरता था। जन्माष्टमी का पर्व आने वाला था जिसे हम हम लोग बहुत धूम... Hindi · कहानी 1 446 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Apr 2020 · 1 min read बंदिशों में बंद घर मकान हो गया बंदिशों में बंद घर मकान हो गया ************************ घर में बैठ बन्द बुरा हाल हो गया बन्दा था काम का बेकार हो गया फुर्सत ए लम्हें, यार ना मिल पाते... Hindi · कविता 359 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 Mar 2020 · 1 min read बेअसर नीतिगत बेअसर नीतियां ************ नहीं होता है किसी सुझाव का कोई असर जब भूख का हो पेट पर असर कानून,भाषण और प्रभावमयी प्रवचन हो जाते हैं तब भूखों के लिए बेअसर... Hindi · कविता 1 237 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 Mar 2020 · 1 min read अनगर्जियाँ अनगर्जियाँ *********** 1 खुद को संवारा गैरों को बिगाड़ा ले डूबी हैं तुझे वो तेरी खुदगर्जियाँ 2 किसी की ना मानी सदा की मनमानी तेरे हाल की गवाह वो तेरी... Hindi · कविता 2 205 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 Mar 2020 · 7 min read मेरी प्रेम गाथा भाग 4 मेरी प्रेम गाथा भाग 4 ******************* प्रियांशु त्रिपाठी का जवाब सुनकर मेरे मन में हताशा आ गई थी और दिल का चैन उड़ गया था।लेकिन वह तो अनभिज्ञ थी कि... Hindi · कहानी 487 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 Mar 2020 · 1 min read गरीबों की बेच बोटियां बोटियां गरीबों की बेच बोटियां बोटियां *********************** कितनी सस्ती हो गई है गरीबी संकट में भाग जाते हैं करीबी भूख में अगर कोई दे निवाला खींच फोटो निकालते दिवाला लूटते लोगों... Hindi · कविता 250 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Mar 2020 · 1 min read नदी किनारे छोटा सा गांव हो नदी किनारे छोटा सा गांव हो ************************ नदी किनारे छोटा सा गांव हो पेड़ पौधों की हरी भरी छांव हो गांव में छोटा सा घर संसार हो घर में बसता... Hindi · कविता 2 578 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Mar 2020 · 1 min read यादों के सहारे जिंदगी है कटती यादों के सहारे जिंदगी है कटती ************************ आफतें हैं जिंदगी तबाह करती यादों के सहारे जिंदगी है कटती जब होते सामने,कोई मोल नहीं पीछे से ही दुनिया,है याद करती कट... Hindi · कविता 409 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Mar 2020 · 1 min read मेरी प्रेम गाथा भाग 3 मेरी प्रेम गाथा भाग 3 ************************** आखिर कुछ दिन बाद वो दिन भी आ गया जिस दिन का बेसब्री से इंतजार था,उसका जन्मदिन। एक दिन पूर्व ही शाम को असेंबली... Hindi · कहानी 284 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Mar 2020 · 2 min read मेरी प्रेम गाथा भाग 2 मेरी प्रेम गाथा भाग -2 **************************************** आठवीं कक्षा में पहुंचते ही आत्मविश्वास बढ़ गया था क्योंकि वरिष्ठता एक सोपान ओर चढ़ लिया था। इसी दौरान नवोदय प्रवेश परीक्षा का परीक्षा... Hindi · कविता 277 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Mar 2020 · 1 min read मेरी प्रेम गाथा भाग 1 मेरी प्रेम गाथा 1 ********************************* जवाहर नवोदय विद्यालय में छट्ठी कक्षा पास करने के उपरांत सातवीं कक्षा में पहुंच गया था और अगली कक्षा में पहुंचते ही मित्र मंडली में... Hindi · कविता 245 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Mar 2020 · 1 min read याद आता बीता जमाना याद आता वक्त पुराना ******************** समय याद आता है पुराना प्रेम भरा था बीता जमाना रिश्ते-नाते सभी थे जिन्दा दादा-दादी औरनानी-नाना सांझे चूल्हे पे भोजन बनता सबको मिलता था निवाला... Hindi · कविता 506 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Mar 2020 · 1 min read रामायण का पाठ रामायण का पाठ ************************* रामायण पुनः प्रसारण देखकर आया बीता जमाना बचपन याद फिर उसी दौर में पहुंच गए याद संपूर्ण कुटुम्ब देखता आया याद कहीं बिजली देवी चली ना... Hindi · कविता 517 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Mar 2020 · 1 min read मेरे हुजूर आए है मेरे हुजूर आए हैं ***************** खुशी से झूम कर गाओ मेरे हुजूर आए हैं-2 तराने प्रेम के गाओ प्रिय प्रधान आए हैं-2 1.मन के सच्चे दिल से अच्छे मेरी आँखों... Hindi · कविता 216 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Mar 2020 · 1 min read मजबूर मजदूर मजबूर मजदूर ****************** मजदूर बन गया मदारी मिली भूख और बीमारी रोजी रोटी कमाने आया रोटी नहीं मिली बीमारी छत भी नहीं बना पाया प्रवासी रहा सदा मदारी यहाँ भी... Hindi · कविता 1 376 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Mar 2020 · 1 min read राजा मान सिंह प्रधान राजा मान सिंह प्रधान ******************** खुशी से झूम कर गाओ प्रिय नेता महबूब आए हैं प्रिय नेता महबूबा आए हैं दिल से राग मल्हार गाओ राजा मान सिंह जी आए... Hindi · कविता 285 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Mar 2020 · 1 min read दो दिल मिल रहे हैं दो दिल मिल रहें हैं ************** दो दिल मिल रहें हैं मगर डरते डरते कोरोना ना हो जाए यूँ ही चुपके चुपके जग में छाया कोहरा कोरोना बना मोहरा धीरे... Hindi · कविता 1 290 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Mar 2020 · 1 min read कलयुगी जमाना आया कलयुग का जमाना ******************** आया है कलयुग का ज़माना यहाँ पे नहीं हैं अपना बैगाना अगला पिछला भूल कर बैठे अध्धाय भूल गए सब पुराना भूले हैं हंसना और... Hindi · कविता 351 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Mar 2020 · 1 min read ठगा का ठगा रह गया ठगा का ठगा रह गया ****************** जोड़ा माया का खजाना धरा का धरा ही रह गया संकट की घड़ी में इंसान घर में बंद पड़ा रह गया सारा थम गया... Hindi · कविता 1 228 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Mar 2020 · 1 min read दायरा दरिया पार हो गया दायरा दरिया पार हो गया ********************* स्वतन्त्र जो था एक परिन्दा वक्त की गिरफ्त में आ गया परिन्दा स्वतन्त्रता का आदि पिंजरे में बंद है,कैद हो गया ऊँची ऊँची उड़ाने... Hindi · कविता 1 257 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Mar 2020 · 1 min read घर की कैद में कैदी है इंसान घर की कैद में कैदी है इंसान *************************** जब से घर की कैद में कैदी है इंसान पर्यावरण नहीं दुषित साफ है जहान आसमान अब खाली द्विजों के लिए पक्षियों... Hindi · कविता 2 426 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Mar 2020 · 2 min read नारी सा बलिदानी जग में कहीं नहीं नारी सा बलिदानी जग में कहीं नहीं ***************************** नारी सा बलिदानी जग में कहीं नहीं नारी सा स्वाभिमानी जग में कहीं नहीं कोरोना उन्मूलन अभियान में सजग हैं समर्पण ,कर्तव्यनिष्ठा... Hindi · कविता 1 295 Share Previous Page 40 Next