सुखविंद्र सिंह मनसीरत Language: Hindi 2395 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 38 Next सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 May 2020 · 1 min read साथ तुम्हारा ***** साथ तुम्हारा ***** ********************* सिसक सिसक कर मैं रोया जिस पल था तुमको खोया जड़ तुल्य हुआ अंग प्रत्यंग बिलख बिलख कर था रोया संवर गया हर पल मेरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 453 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 May 2020 · 1 min read प्यार सत्कार प्यार सत्कार (हाइकु) **************** प्यार-सत्कार बन गया व्यापार है आजकल बढ़ रहा है जिस्मफरोशी धंधा देह व्यापार लुप्त हो गई अनुराग भावना मन अन्दर बज रहा है नफरतों का घंटा... Hindi · हाइकु 1 2 239 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 May 2020 · 1 min read रुत है प्यार दी ** रुत प्यार दी ** ************** रुत है ए प्यार दी यार दे दीदार दी आजा पींग पाइए जिन्द है पुकार दी अंब उते बूर आया चित मेरा घबराया नशा... Hindi · गीत 1 332 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 May 2020 · 1 min read यार मेरा दिलदार यार मेरा दिलदार ************** यार मेरा दिलदार है अखियाँ दा तारा मेरे दिल दा राजा मैंनू लगदा प्यारा सोहणी सूरत तेरी मेरे मन वस गई खूबसूरत वे चेहरा सारे जग... Hindi · गीत 1 274 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 May 2020 · 1 min read हाइकु श्रमिक हाइकु श्रमिक ********** श्रम दिवस है भद्दा मजाक श्रमिक साथ बहाते खून स्वेद से शरोबार ये उपहार ये मजदूर बद से बदहाल हैं मजबूर सुबह शाम रहते परेशान काम ना... Hindi · हाइकु 2 1 448 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 May 2020 · 1 min read मजदूर दिवस **** श्रम दिवस ***** ******************* आज एक मई का वार हैं सुना है श्रमिक त्यौहार है दिहाड़ीदार दिहाड़ी पर है हाथ में श्रम के औजार हैं आज श्रमिक खाली कहाँ... Hindi · कविता 2 1 538 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 May 2020 · 1 min read जिंदगी की घड़ियां *** जिंदगी की घड़ियाँ **** *********************** मुश्किलों भरी आई है घड़ियाँ टूट रहीं हैं जीवन की लड़ियाँ काँटों भरी डगर है जीवन की मंजिल पर पहुंचाएंगी घड़ियाँं जिंदगी तारीकियों से... Hindi · कविता 2 1 563 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 May 2020 · 1 min read कोरोना दोहावली ********* कोरोना दोहावली********* ******************************** कोरोना प्रहार से , जनता हुई स्तब्ध भय का साया छा गया,जनमत हुआ क्षुब्ध कोरोना की मार से,जन जन है भयमीत सौशल दुरियाँ बढ़ गई, नहीं... Hindi · दोहा 1 250 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Apr 2020 · 1 min read सब्जी संग बहू पाई ******* सब्जी संग बहू पाई ******** ******************************* बेटा गया था बाजार, सब्जी भाजी लाने ले आया सब्जी बनाने वाली माँ सिराहने माँ घर में बैठी कर रही थी मसाला तैयार... Hindi · कविता 2 1 733 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Apr 2020 · 1 min read मौत देती नहीं मोहलत मौत देती नहीं मोहलत ***************** दौलत हो चाहे शौहरत मौत देती नहीं मोहलत सब ने यहाँ से है जाना काम आती नहीं दौलत चाहे रंक हो या राजा सभी हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 202 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Apr 2020 · 1 min read दृष्टि से गिरे,नहीं उठ पाओगे दृष्टि से गिरे,नही उठ पाओगी *********************** गिराने वाला कभी उठता नहीं गिराए गए हो तो उठ जाओगे गैर नजरों का भी श्रृँगार बनो दृष्टि से गिरे, नहीं उठ पाओगे अपने... Hindi · कविता 2 241 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Apr 2020 · 1 min read बंदी जीवन भी क्या जीवन है बंदी जीवन भी क्या जीवन ********************** बंदी जीवन भी क्या जीवन है जहाँ आजादी का वास नहीं नित सांस घुटती जो रहती है ताजी सांसे आस - पास नहीं देख... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 407 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Apr 2020 · 1 min read लहरों को हटते देखा है लहरों को हटते देखा है ****************** लहरों को टलते देखा है संघर्ष में भिड़ते देखा है शेखी जो बड़ी जताते थे विपदा में टलते देखा है शान्ति के जो राजदूत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 227 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Apr 2020 · 1 min read मॉबाइल दैत्य ******* मॉबाइल दैत्य******* ************************* मॉबाइल दैत्य से किनारा कीजिए थकी आँखें जरा सहारा कीजिए दूर होते जा रहें हैं सभी रिश्ते वार्तालाप से कम दुरियाँ कीजिए जो हैं दूर वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 243 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Apr 2020 · 1 min read चार दिन की जिंदगानी ***चार दिन की जिन्दगानी***** ************************** जाने वाले कभी रुकें हैं कहाँ सदा यादों में जिन्दा रहते हैं यहाँ एक दिन तो सभी को जाना ही है चाह कर कोई रूक... Hindi · कविता 1 3 435 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Apr 2020 · 1 min read यार अंबरा दे तारे यार अंबरा दे तारे *************** यार अंबरा दे तारे हैं जानो वध प्यारे जावां मैं वारे - वारे मेरी अखियों दे तारे सुखां सुख सुख पाये मेरी जिन्द मेरे साये... Hindi · गीत 1 230 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Apr 2020 · 1 min read सीता सतीत्व प्रमाण सीता सतीत्व प्रमाण **************** मानव रूपी लक्ष्मण की बनाई हुई एक समाज की मर्यादा रूपी लक्ष्मण रेखा को तोड़ कर-लांघ कर महिला रूपी सीता दानव रूपी रावण के चंगुल मे... Hindi · कविता 2 3 246 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Apr 2020 · 1 min read घर में गति विराम घर में करें गति विराम ***************** हाथ जोड़ करूँ पुकार घर से न निकलें बाहर कोराना है महामारी बनो नहीं तुम सरदार अब न भाई चारा है दूर से तुम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 417 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Apr 2020 · 1 min read एकांत में उदासीन *****अकेले में उदासीन***** ************************ जिन्दगी में मौसम मस्ताना देखा प्रेम में दिलदार दीवाना देखा जब जब वो मेरे जीवन में आए आने से पहले ही जाना देखा बागों में फूल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 422 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Apr 2020 · 1 min read सुनो मुसाफिर ****सुनो मुसाफिर**** ******************* सुनो मुसाफिर जाने वाले, बात जरा यह सुन जाना घर में बैठीं आस लगाए, याद उसे भी कर लेना 1. बिन माली के कोई पौधा कैसे भला... Hindi · गीत 2 241 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Apr 2020 · 1 min read प्रकृति प्रहार **प्रकृति प्रहार** ************** प्रकृति-प्रहार से सीख जाता है ये अंहकारी मानव जिन्दगी का पाठ वर्ना रहता है सदा जलेबी की भांति एकदम टेढा-मेढ़ा मोह- माया-लोभ क्रोध और द्वेष की चासनी... Hindi · कविता 2 1 257 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Apr 2020 · 1 min read आँखों में रही नींद कहाँ आँखों में रही नींद कहाँ ******************* आँखों में रही नींद कहाँ पहले जैसे दिन रात कहाँ काटे से भी कटते नही क्यों नहीं ये दिन रात यहाँ आँखें भी पथराई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 258 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Apr 2020 · 1 min read फूल सा चेहरा मुरझाया क्यों है फूल सा चेहरा मुरझाया क्यों है ************************* फूल सा चेहरा मुरझाया क्यों है वो यार दिलदार घबराया क्यों है चहुं ओर खुशियों के भरे मेले हैं भारी भीड़ में तू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 242 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Apr 2020 · 1 min read कोरोना काल ********* कोरोना काल *********** ********** कुण्लियाँ ************ 1 काल समय की बात है,बदलें बात असूल जैसा भी वक्त आए ,करें वैसे कबूल कहते थे सब लोग,सभी को होगा जाना अकेले... Hindi · कुण्डलिया 2 256 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Apr 2020 · 1 min read प्रेम ********प्रेम (कुण्लियाँ)********** ****************************** 1 प्रेम - कटोरा सुधा का,पिएं भाग्यशाली खुदा के बंदे पी गए , रह गए बलशाली तू मत बन नादान, अवसर लाभ उठाइए मिला मान सनमान,पी पी... Hindi · कुण्डलिया 1 1 254 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Apr 2020 · 1 min read दारू कच्ची पक्की **दारू कच्ची पक्की** ******************* दारू पक्की चाहे कच्ची नहियों सेहत लई अच्छी शरीर खुरदा ही जावे बर्फ खुरदी जिवें कच्ची दारु हो जावे जदो भारु बंदा हो जांदा उतारू दिल... Hindi · कविता 1 528 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Apr 2020 · 1 min read पंजाबी गीत ****पंजाबी गीत**** ****************** गल सुण ले वे दिलदारा जानो वध के वे तू प्यारा तेरे मेरे प्यार दे पर्चे छपते नित गली बाजारां मेरी छोटी जिन्द निमाणी कली छडी वे... Hindi · कविता 1 363 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Apr 2020 · 1 min read हसरतें अधूरी **हसरतें अधूरी** ************** तुम्हें पा ना सका प्यार जता न सका हाल ए दिल सनम तुम्हे बता न सका राहें अन्जान थी ना ही पहचान थी समझ न पाए हम... Hindi · कविता 1 1 221 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Apr 2020 · 3 min read न्याय ********************न्याय******************** ********************कहानी******************* बहुत ही पुरानी बात हैं।अवध रियासत का राजा मान सिंह राठोड़ बहुत ही न्यायप्रिय, दयालु , समझदार और शक्तिशाली था । उसके राज मे रियासत की प्रजा सुखुसमृद्ध... Hindi · कहानी 1 1 521 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Apr 2020 · 1 min read माँ घनाक्षरी ***********माँ (घनाक्षरी)************* *********************************** गोदी माँ की झूल कर किया बाल्यकाल पार । तोतली बोली समझे माँ की शक्ति अपार ।। सब को है खिला कर जूठा खाती फिर आप। कभी... Hindi · घनाक्षरी 1 2 404 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Apr 2020 · 1 min read माँ जसाला माँ(जसाला) ********** 1 माँ तेरे बिना है सूना सूना सारा जहान ढूँढता हूँ तुम्हें जमीन से आसमां 2 खो गई हो तुम हवाओं में किन राहों में काली घटाओं में... Hindi · कविता 1 415 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Apr 2020 · 1 min read माँ स्वर्गसिधारी *****माँ स्वर्गसिधारी***** ************************ आँखों में हैं आँसू ,दिल में प्यास माँ स्वर्गसिधारी , स्वर्ग में वास याद आते हैं माँ के मीठे बोल शब्द कर्णप्रिय थे,ना कोई मोल शाम सवेरे... Hindi · कविता 1 2 245 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Apr 2020 · 1 min read माँ माँ (हाइकु) ******** 1 माँ का दुलार ममता का खजाना प्रेमसागर 2 माँ की तस्वीर दिल में हैं छपती विस्मरणीय 3 माँ प्रतिबिंब त्याग बलिदान का दैविक मूर्ति 4 माँ... Hindi · हाइकु 2 407 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Apr 2020 · 1 min read गम के साये ******गम के साये******** *********************** मेरे मन अंदर यह ख्याल आए जिन्दगी में क्यों हैं गम के साये खुदा ने क्यों धूप - छांव बनाई खुशी के साथ-साथ दी तन्हाई क्यों... Hindi · कविता 2 555 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Apr 2020 · 1 min read अजनबी *****अजनबी***** **************** अजनबी कौन हो तुम कहाँ से आए हो तुम यहाँ के लगते नहीं किस देश से आए तुम यहाँ की है बोली नहीं यहाँ का पहरावा नहीं लक्षण... Hindi · कविता 1 625 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Apr 2020 · 1 min read किसान हाइकु किसान(हाइकु) *********** 1 भुखमरी की कगार पर आज है अन्नदाता 2 है कर्जदार देश का कर्णधार हाल-बेहाल 3 भूखे हैं बच्चे बिखरे अरमान टूटे सुपनें 4 बाढ़ की मार सूखे... Hindi · हाइकु 547 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Apr 2020 · 1 min read प्रेम पर जसाला प्रेम पर जसाला ************ 1 वो मिली तब से लग गई प्रेम की झड़ी हसीन हो गई ये विरान जिन्दगी 2 वो मुझे याद हैं मुलाकातें हाथों में हाथ मीठी... Hindi · कविता 2 207 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Apr 2020 · 1 min read हाइकु हाइकु रचना *********** 1 स्वतंत्र पक्षी परतंत्र मानव खुदा ही जाने 2 स्वार्थी मानव निस्वार्थी है प्रकृति पाप का भागी 3 कढ़ी जो नारी पढ़ी लिखी पे भारी बचे समाज... Hindi · हाइकु 1 298 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Apr 2020 · 1 min read कोरोना पर हाइकु कोरोना फर हाइकु *************** 1 काम विराम कोरोना कोहराम लॉकडाऊन 2 मुंह पर मास्क सोशल डिसटैंस बचाव मंत्र 3 दूरी दुराव हाथ जोड़ प्रणाम यही संस्कार 4 एकांतवास घर में... Hindi · हाइकु 2 239 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Apr 2020 · 3 min read प्रेम प्रतीक्षा भाग 11 प्रेम प्रतीक्षा भाग-11 अंजली के होने वाले दुल्हे की मृत्यु का समाचार सुन कर पूरे घर और रिश्तेदारों के बीच मातम का माहोल छा गया था और अंजली के सीने... Hindi · कहानी 2 258 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Apr 2020 · 1 min read भाईचारा *********भाईचारा********** ************************* भाई भाई बीच होता था भाईचारा भाई भाई बीच बंट गया भाईचारा भाई भाई पे देता था जो जान वार आज आतुर है जान लेने भाईचारा टोटे में... Hindi · कविता 610 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Apr 2020 · 1 min read मंत्रमुग्ध सुरबाला ******मंत्रमुग्ध सुरबाला****** ************************* दिलनशीं,हमनशी,रूपवती हो तुम यौवन से भरपूर मयनशी हो तुम नभ मे बादलों में छिपी बदली हो जैसे अभी भूमि पर बरसी हो तुम विश्वामित्र की मेनका सरीखी... Hindi · कविता 2 244 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Apr 2020 · 1 min read धरती दिवस **********धरती दिवस************ ******************************* दृढ़ संकल्पित हो कर धरा दिवस मनाएं विश्वभर को भू दिवस की शुभकामनाएं प्रदूषण बढ़ रहा छाया रज का आवरण पौधारोपण से धरा हरी - भरी बनाएं... Hindi · कविता 2 400 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Apr 2020 · 1 min read मैं मौसम बरसाती ********मैं मौसम बरसाती******** ***************************** तुम मेरे दीपक हो, मैं दीये की बाती तुम तो अन्तर्भावी हो,मैं तो हूँ जज्बाती दरिया से दिल अंदर तो बहुत गहराई है तुम मेरे साहिल... Hindi · कविता 2 389 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Apr 2020 · 1 min read याद मेरी उसको आती तो होगी याद मेरी उसको आती तो होगी ************************* याद मेरी उसको आती तो होगी रात में उठाकर जगाती तो होगी यादों का झौंका नोचता तो होगा रगों में खून उसके खोलता... Hindi · कविता 290 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Apr 2020 · 1 min read बदल रही जिंदगी ********बदल रही जिंदा********* ***************************** उलझने छाई हुई जिन्दगी में इस कदर बेबसी नजर आए यहाँ आज हर तरफ मायूसी ने छीना है अमन चैन जिन्दगी बैचेनियाँ उदासियाँ बढ़ रही हर... Hindi · कविता 1 278 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Apr 2020 · 1 min read दीवाना दिल है पुकारे दीवाना दिल है पुकारे ***************** दीवाना दिल है पुकारे बनो तुम हमारे सहारे दिन रात ये दिल है रोए तुम बिन हैं हम बेसहारे सूनी दिल की यहाँ राहें ला... Hindi · कविता 2 187 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Apr 2020 · 1 min read सर्वोत्तम भारत यह देश सर्वोत्तम भारत यह देश ****************** कोरोना आया देश में दे रहा है सर्वत्र सन्देश घूम घूम विश्व देख लिया सर्वोत्तम भारत यह देश अवरोधक शक्ति श्रेष्ठतम स्वदेश हो या फिर... Hindi · कविता 2 188 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Apr 2020 · 3 min read प्रेम प्रतीक्षा भाग 10 *************प्रेम प्रतीक्षा***************** **************भाग 10******************* जैसा कि सुखजीत और अंजली के प्रेम प्रसंग की पोल पट्टी खुल चुकी थी और अब अवरोध के बाद दोनों के रास्ते अलग अलग हो गए... Hindi · कविता 332 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Apr 2020 · 1 min read खुदा की नियामत है खुदा की नियामत है *************** आप मेरे पास हो खुदा की इनायत है तुम जो मिल गए हो गिला ना शिकायत है तेरे बिना मैं नहीं मेरे बिना तुम नहीं... Hindi · कविता 635 Share Previous Page 38 Next