Umesh उमेश शुक्ल Shukla Language: Hindi 227 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Umesh उमेश शुक्ल Shukla 14 Sep 2024 · 1 min read देश के रास्तों पर शूल जो बोएंगे वो ही काटेंगे इसे भारतवासी गए भूल अपने कर्मों से ही बिछाते गए देश के रास्तों पर शूल दिन पर दिन बढ़ता रहा इस देश में अंग्रेजी का... Hindi 70 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 13 Sep 2024 · 1 min read रखो माहौल का पूरा ध्यान अपनों का दिल खुश कर सकती आपकी मुस्कान आप सकुशल हैं उनको हो जाएगा ये इत्मीनान मगर विघ्न संतोषियों के दिल पे लोट जाएंगे सांप वे जज्ब नहीं कर पाते... Hindi 51 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 7 Sep 2024 · 1 min read हिंदी कब से झेल रही है हिंदी कब से झेल रही है सौतेलेपन का व्यवहार सरकारी महकमों में भी मिले इसे उपेक्षा की मार शीर्ष पर अरसे से जमे हैं जो बड़े नामवर हुक्काम वो ही... Hindi 52 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 30 Jun 2024 · 1 min read उन व्यक्तियों का ही नाम सिर्फ तुम्हारे लिए ही नहीं बनी यह दुनिया याद रहे भारत के सूबों में अर्से से करोड़ों लोग आबाद रहे जनता याद रखती है बस उन व्यक्तियों का ही नाम... Hindi 62 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 27 Jun 2024 · 1 min read हुईं मानवीय संवेदनाएं विनष्ट कभी हर व्यक्ति सुनता रहा बुलबुलों का गीत पर अब की पीढ़ी नहीं है बुलबुलों से ही परिचित आज युग की आपाधापी में खोए हुए हैं सब युवा प्रकृति औ... Hindi 70 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 24 Jun 2024 · 1 min read सकारात्मक ऊर्जा से लबरेज आषाढ़ मास में कीजिए ईश्वर की भक्ति भरपूर दैहिक, दैविक, भौतिक ताप आप से रहेंगे दूर दूर यादों का पिंजरा आप को देगा नहीं मानसिक क्लेश जब अपने आराध्य की... Hindi 57 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 18 Jun 2024 · 1 min read धनिकों के आगे फेल पूंजीपतियों औ अपराधियों के चंगुल में फंसी हुई है राजनीति ऐसे में नागरिकों को पीड़ाओं से यहां भला मिलेगी कैसे मुक्ति आम जनता को बड़ी शिद्दत से लोकतंत्र की करनी... Hindi 87 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 23 May 2024 · 1 min read इंद्रदेव समझेंगे जन जन की लाचारी रोज ब रोज होते जा रहे गर्मी के तेवर अति कड़क लू की लपटें सुखा रही हैं जीवों, जंतुओं का हलक सूर्यदेव के ताप से विकल हुए हर शहर,गांव के... Hindi 87 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 28 Apr 2024 · 1 min read रोशनी का रखना ध्यान विशेष डूबता सूर्य हर शख्स को देता है हमेशा एक संदेश अंधेरा सन्निकट है रोशनी का रखना ध्यान विशेष सबको दिल से आश्वस्त वो कर जाता है हर दिन अंधकार का... Hindi 116 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 5 Apr 2024 · 1 min read ताउम्र करना पड़े पश्चाताप समय का चक्र घूमता रहता देता सबको यही एक सीख होकर सतर्क सदा आगे बढ़ो और बनाओ अपनी एक लीक समय की गति समझ साधना होगा उससे बेहतर तालमेल तभी... Hindi 163 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 28 Mar 2024 · 1 min read भ्रष्टाचार ने बदल डाला हर गली, गांव में गूंजेगा अब बुलबुलों का गीत हर दल के नेता बताएंगे खुद को जनता का मीत वोट औ समर्थन पाने को वो देंगे लंबी लंबी तकरीर बड़े... Hindi 94 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 27 Mar 2024 · 1 min read अर्थार्जन का सुखद संयोग जनादेश का पूर्व आकलन भी ज्यों गुफा का रहस्य फिर भी टीवी पर जारी रहे इसका क्रम अवश्य तय एजेंडे पर काम कर रहे मीडिया के सब लोग उनके लिए... Hindi 184 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 2 Mar 2024 · 1 min read खोटे सिक्कों के जोर से खोटे सिक्कों के जोर से सियासत बदनाम इन्हें चलन से बाहर कर सकता है अवाम जो संसद में खामोशी ओढ़े रहते हैं पांच साल उनको नेतृत्व सौंप कर क्यों हम... Hindi 2 126 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 7 Feb 2024 · 1 min read खोया है हरेक इंसान सपनों की दुनिया में ही खोया है हरेक इंसान सपनों के पीछे भाग के वो पा रहा नए मुकाम सपने सच होते तब जब वो करे शिद्दत से प्रयास अपनी... Hindi 179 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 30 Jan 2024 · 1 min read गिरगिट को भी अब मात राजनीति में नैतिकता का अब नहीं है कोई स्थान सारी मर्यादाएं लांघ कर नेता करते निज उत्थान नेताओं के कृत्य ने दे दी गिरगिट को भी अब मात सत्ता के... Hindi 116 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 25 Jan 2024 · 1 min read राह बनाएं काट पहाड़ युवाओं की दुनिया में ऊर्जा का अजब भंडार यदि मन से वो ठान लें राह बनाएं काट पहाड़ ऊसर को भी कर देते वो फसलों से गुलजार रेगिस्तान में बहा... Hindi 191 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 23 Jan 2024 · 1 min read बस नेक इंसान का नाम कोरा कागज हाथ लेके भव में उतरा हर इंसान बल, बुद्धि औ विवेक से वो उसमें भरे रंग तमाम ईश्वर कृपा से ही मनुष्य को मिलती है सही राह उस... Hindi 1 157 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 20 Jan 2024 · 1 min read प्रभु शुभ कीजिए परिवेश राम कृपा से दिख रहा है देश में अद्भुत आहृलाद नव प्रासाद में विराज कर रामलला देंगे आशीर्वाद सदियों से जन जन के मन में व्यापा रहा जो मलाल उसे... Hindi 141 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 10 Jan 2024 · 1 min read मेरी लाज है तेरे हाथ जीवन एक खुली किताब सा छुपे नहीं हैं कोई राज जो भी चाहे देखे औ पढ़े नहीं कभी कोई एतराज जिस समाज में भी रहते रखें उनके मान का ध्यान... Hindi 145 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 10 Jan 2024 · 1 min read मेरी लाज है तेरे हाथ जीवन एक खुली किताब सा छुपे नहीं हैं कोई राज जो भी चाहे देखे औ पढ़े नहीं कभी कोई एतराज जिस समाज में भी रहते रखें उनके मान का ध्यान... Hindi 207 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 4 Jan 2024 · 1 min read खांचे में बंट गए हैं अपराधी सियासत में अपराधी का खूब होता रहा घालमेल समस्या अब बहुत जटिल कौन डाल पाएगा नकेल अपराधीतत्व ही आज जब हैं सियासी सत्ता के सरताज फिर समाज से खत्म कैसे... Hindi 193 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 22 Dec 2023 · 1 min read हौंसले को समेट कर मेघ बन केवल रूदन से बदला नहीं जग का इतिहास कर्मवीरों ने बदले युग के सभी ढर्रे सोल्लास जो हालात के सामने सहज घुटने देते हैं टेक इतिहास उनके नाम को देता... Hindi 185 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 21 Dec 2023 · 1 min read शांति से खाओ और खिलाओ हर जन प्रतिनिधि के हाथ लग जाती रहस्यमयी चाबी जीतने के कुछ दिन बाद ही दिखते हैं उनके ठाट नवाबी कारों और कोठियों की बन जाती लंबी लंबी सी कतार... Hindi 172 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 29 Nov 2023 · 1 min read सुकर्मों से मिलती है प्रयत्नों से मिल सकता है कभी खोया हुआ सामान लाख जतन से वापस नहीं होता खोया हुआ सम्मान बड़ी शिद्दत से कायम रखें निज गरिमा और सम्मान यही आपको दिला... Hindi 195 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 16 Nov 2023 · 1 min read अधिकांश होते हैं गुमराह आत्मा अजर अमर बतलाते सभी पुराण वो नित्य, निरंतर ईश वश रहती है गतिमान विधि के आदेश पर वो धरे वसुधा पर कोई देह नियत समय के बाद ही वो... Hindi 2 300 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 13 Nov 2023 · 1 min read सच समझने में चूका तंत्र सारा सवालों में छिपे रहते आम इंसानों के दर्द इन्हें हल करके बढ़ाता इंसान विकास की हद मुश्किलें तभी सुलझें जब सवाल हों शीशे से साफ अन्यथा समाधान खोजने में इंसान... Hindi 2 233 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 11 Nov 2023 · 1 min read जीवन से तम को दूर करो दीपों का हरेक हिस्सा हरे दिल और दिमाग का तम मानवता के आदर्शों को जी सकें हम सब हरदम हर उज्ज्वल रश्मि देती सब के मन को प्रकाश खुद को... Hindi 291 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 11 Nov 2023 · 1 min read वोट की खातिर पखारें कदम माल ए मुफ्त, दिल ए बेरहम वोट की खातिर पखारें कदम कोष की चाबी वोटरों के हाथ पर उनको ही रहे हैं ललचाय उन्हें इल्म है कि कुछ तोहफों से... Hindi 1 164 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 10 Nov 2023 · 1 min read सुशब्द बनाते मित्र बहुत शब्द साक्षात ब्रह्म है बता गए पुरखे, सयाने शब्दों से ही निकले हर संदेश का भिन्न मायने परस्पर संचार में सदा इनका एक खास महत्व शब्दों से संगठन निखरें बिखरें... Hindi 266 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 9 Nov 2023 · 1 min read छटपटाता रहता है आम इंसान भारत जैसे देश में रंगीन दिन की बात वैसे जैसे कोई छेड़ दे कोई जख्म अकस्मात राजधानी दिल्ली अभी प्रदूषण से रही हैं हांफ यमुना वर्षों से सरेआम उगल रही... Hindi 1 146 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 6 Nov 2023 · 1 min read घुली अजब सी भांग भारतीय राजनीति के कूप में घुली अजब सी भांग राजनेता अपनी जीत को करते नित नव नव स्वांग खुद को मानें दुग्ध धुला प्रतिद्वंद्वियों का हरें चीर पर असलियत में... Hindi 446 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 1 Nov 2023 · 1 min read विष बो रहे समाज में सरेआम टुकड़ों में समाज को तोड़ रहे लेकर धर्म औ जाति का नाम स्वार्थ सिद्धि के लिए राजनेता विष बो रहे समाज में सरेआम ईर्ष्या, द्वेष और बैर भाव से हो... Hindi 163 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 31 Oct 2023 · 1 min read दृढ़ आत्मबल की दरकार साहसी कदम उठाने को दृढ़ आत्मबल की दरकार निश्छल आत्मा ही धारण करे ये पुण्य बल अपरंपार अब दुनिया में व्यापक छल फरेब और धोखे का व्यापार दूर दूर तक... Hindi 284 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 30 Oct 2023 · 1 min read जनता के हिस्से सिर्फ हलाहल पांच राज्यों में चुनावी माहौल हर राजनीतिक दल में जारी है कोलाहल जनता के हिस्से सिर्फ हलाहल सियासी दल चाहें जिताऊ प्रत्याशी भविष्य निर्माण को नेताओं में अजब फंताशी जीतकर... Hindi 232 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 27 Oct 2023 · 1 min read राम जैसा मनोभाव पग पग संग एक डगर चलें बदल जाएगी ऋतु चहुंओर सामूहिक शक्ति से निपटेंगी जन समस्याएं भी बगैर शोर संगठन में शक्ति है ये बतला गए पुरखे और साधु सयाने... Hindi 1 151 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 27 Oct 2023 · 1 min read मैं खुद से कर सकूं इंसाफ कभी कभी ये जीवन लगता है अर्थ हीन मेधा और आभा से परे बस एक मशीन बेपटरी से ही बीत रहे जीवन के तमाम दिन सोचा हुआ कभी सधा नहीं,सो... Hindi 168 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 26 Oct 2023 · 1 min read काम चलता रहता निर्द्वंद्व रात का डर कभी वहां नहीं जहां होता है भरपूर प्रकाश अंधेरा ही उड़ाया करता है हर शख्स का होशोहवास समुचित प्रकाश का जहां कहीं होता उपयुक्त प्रबंध वहां उपस्थित... Hindi 1 118 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 25 Oct 2023 · 1 min read प्रभु राम नाम का अवलंब बिना कहे ही सब कुछ मिले,मांगे मिले न भीख जग में मनुष्य उस रूप में दिखें जैसा चाहे जगदीश सबकी ही अपनी मान्यता अलग अलग हो विश्वास जैसी ईश्वर की... Hindi 240 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 24 Oct 2023 · 1 min read मन से हरो दर्प औ अभिमान पग पग पर रावण खड़ा करता विकट अट्टहास प्रभु श्रीराम भी चकित हैं सृष्टि का कैसा ये विकास भौतिक संसाधनों के पीछे दीवाने पूरे भारत के लोग धन संग्रहण के... Hindi 2 143 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 21 Oct 2023 · 1 min read राजनीतिकों में चिंता नहीं शेष लोकतंत्र में बहुत कठिन करना चोर की पहचान तरह तरह के लबादों में लिपटे सियासी श्रीमान एक दूसरे से अलहदा हैं सबके राजनीतिक लक्ष्य जनहित के दावे करते हैं सब... Hindi 1 182 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 19 Oct 2023 · 1 min read अरबपतियों की सूची बेलगाम आज जल,जंगल और जमीन पर जमी पूंजीपतियों की दृष्टि इन पर कब्ज़ा जमाकर रचना चाह रहे वो अपने मन की सृष्टि आज के दौर में सब सरकारें भी बस धनिकों... Hindi 189 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 17 Oct 2023 · 1 min read करते रहिए भूमिकाओं का निर्वाह रास्ते सबके लिए खुले रहें दिन रात आते जाते लोग पर जुदा सबके जज्बात कोई रोटी की फ़िक्र ले पग से नापे हर रोज कोई वाहनों पे सवार हो करे... Hindi 2 290 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 16 Oct 2023 · 1 min read खोजें समस्याओं का समाधान हर इंसान कर रहा है इत ऊत खुशियों की तलाश भौतिक संसाधनों में वो ढ़ूंढ़ रहा सुख का प्रकाश चंचल मन रखता हैं कहां चैन और आराम का भाव पूरे... Hindi 207 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 15 Oct 2023 · 1 min read वहशीपन का शिकार होती मानवता जब तक रहे मानस शुद्ध तब तक नहीं कोई युद्ध जब मानस होता है कुंद तब पसरे शत्रुता की धुंध कत्ल ओ गारद वहशीपन का शिकार होती मानवता साज़िश, अविश्वास,... Hindi 1 125 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 12 Oct 2023 · 1 min read मन में क्यों भरा रहे घमंड इस समूचे ब्रह्मांड के हम इक छोटे से पिंड फिर भी ना जाने मन में क्यों भरा रहे घमंड राम कृपा से मिली है यह पंचभूत रचित देह फिर भी... Hindi 135 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 10 Oct 2023 · 1 min read लीजिए प्रेम का अवलंब जहां कहीं विश्वास का होता है प्रबल अभाव वहां पग पग पे षड्यंत्र का बढ़ता रहता प्रभाव खल और छल, छद्म का आवरण रहता चहुंओर एक दूजे को अरि सदृश... Hindi 1 190 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 1 Oct 2023 · 1 min read दूसरों को देते हैं ज्ञान खुद पेंशन, भत्ता निगल दूसरों को देते हैं ज्ञान सचमुच देश के सांसद दुनिया में बड़े महान अपने लिए जायज है कोष से सभी निकासी दूसरों के सामने रखते बातें... Hindi 1 166 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 30 Sep 2023 · 1 min read मानवीय संवेदना बनी रहे वादा कर आराधना का जग में आए सब प्राणी भव सागर के जाल में उलझ कर रहे मनमानी हे प्रभु मुझको दीजिए अपनी कृपा दिन, रात हर पल सन्मति,सद्पंथ की... Hindi 181 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 28 Sep 2023 · 1 min read शकुनियों ने फैलाया अफवाहों का धुंध एक का है उजला बदन दूसरे का बिल्कुल स्याह पहले को सत्य कहे जग दूजे को मानता अफवाह सुगम, सहज सबके लिए सदा जग में सत्य की राह जो इसका... Hindi 164 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 27 Sep 2023 · 1 min read हौसले से जग जीतता रहा हौसले से जग जीतता रहा है बार बार इंसान समूचे जग में प्रसिद्ध हैं ढेर सारे आख्यान हौसलों ने बदल दिया विविध देशों का भूगोल इतिहास चेताया करता सदा आंखें... Hindi 1 158 Share Page 1 Next