Taj Mohammad 1392 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Taj Mohammad 14 Mar 2024 · 1 min read हमें सलीका न आया। ज़िन्दगी को जीनें का हमें तरीका न आया। पढ़े तो हम खूब ही पर हमें सलीका न आया।।1।। क्या क्या बयां करें हम तुम्हें मां की खूबियां। मां के जैसा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 119 Share Taj Mohammad 13 Mar 2024 · 1 min read जिंदगी को जीने का तरीका न आया। जिंदगी को जीने का तरीका न आया। पढ़े तो हम खूब पर सलीका न आया।। ताज मोहम्मद लखनऊ Quote Writer 104 Share Taj Mohammad 9 Mar 2024 · 1 min read मैं गर्दिशे अय्याम देखता हूं। हर जगह मैं गर्दिशे अय्याम देखता हूं। जीने की खातिर मैं कुछ काम ढूंढता हूं।। चांद सितारे सब छुपे है बदलियों में। रातों में उठकर मैं चमकता चांद ढूंढता हूं।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 196 Share Taj Mohammad 6 Mar 2024 · 1 min read हर राह सफर की। कुछ पल आ करके यूं ही गुजर जातें हैं। बन कर याद जो जिन्दगी भर रह जातें हैं।।1।। कौन समझाए उन्हें जो हमे भूल गए हैं। अपनी यादों से जो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 120 Share Taj Mohammad 5 Mar 2024 · 1 min read कोई तो डगर मिले। दिल के अहसास लिख रहा हूं अल्फाजों में। इन्हें ढाला है मैने अपनी चाहत के सांचों में।। तुम दूर हो गए हो हमसे, कोई भी गम नही। कमबख्त रूह बसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 121 Share Taj Mohammad 3 Mar 2024 · 1 min read उफ ये सादगी तुम्हारी। बार-बार तुझको पढनें की आदत सी हो रही है । उफ ये सादगी तुम्हारी तो कयामत सी हो रही है।।1।। फिर आया हवा का झोंका तेरी खुशबू लेकर। शायद हमारें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 163 Share Taj Mohammad 3 Mar 2024 · 1 min read यूं ही कुछ लिख दिया था। यूं ही कुछ लिख दिया था, मैनें तुम्हारे बारे में,,, मुझे क्या पता था, तुम बदनाम हो जाओगे!!! बेखबर था उस गुनाह से, जो मुझसे हुआ है अन्जानें में,,, किसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 131 Share Taj Mohammad 3 Mar 2024 · 1 min read तुझे भूले कैसे। तू अभी भी जिन्दा है कही मुझमें। तुझे भूले कैसे तू बसता है दिलमें।। कोशिशें हजार ना कामयाब रही। जाऊं कहां जब तू दिखता है रबमें।। ताज मोहम्मद लखनऊ Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 152 Share Taj Mohammad 3 Mar 2024 · 1 min read ख्वाहिशों की ज़िंदगी है। जिंदगी में कुछ यूं भी है गम मिले। वक्त तो बीता पर ये कभी कम न पड़े।। ख्वाहिशों की ज़िंदगी है क्या करें। सफर में तो रहे पर हम सफर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 168 Share Taj Mohammad 3 Mar 2024 · 1 min read तमन्ना है तू। तू चांदनी महताब की, तू रोशनी आफताब की। तमन्ना है तू मेरे दिल की, मुझे चाहत है तेरे साथ की।। ताज मोहम्मद लखनऊ Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 113 Share Taj Mohammad 3 Mar 2024 · 1 min read ज़िन्दगी नाम है चलते रहने का। अहसान मत लेना किसी अपने का। वर्ना जुर्म आएगा फिर उसे ठगने का।।1।। माना वक्त बुरा है पर सदा न रहेगा। यहां ज़िन्दगी नाम है चलते रहने का।।2।। काश कुछ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 123 Share Taj Mohammad 3 Mar 2024 · 1 min read दुआ को असर चाहिए। चेहरा पढ़ने को नज़र चाहिए। यहां ज़िन्दगी जीने को हुनर चाहिए।।1।। करने को तो सब ही करते है। पर मुकम्मले दुआ को असर चाहिए।।2।। बड़ी खामोश है ये ऊंची इमारतें।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 104 Share Taj Mohammad 2 Mar 2024 · 1 min read इश्क का इंसाफ़। तुझको लेकर ये दिल अक्सर बगावत करता है। पर ये नफ्स है मेरा जो इसकी हिफाज़त करता है।।1।। हैरां हूं परेशां हूं जानें क्यों ये सुनता नहीं है मेरी। पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 137 Share Taj Mohammad 2 Mar 2024 · 1 min read मुहब्बत सचमें ही थी। कुछ कमियां मुझमें भी थी। कुछ कमियां तुझमें भी थी।। इश्क के सच्चे वादों में, कुछ तेरी तो कुछ मेरी, झूठी कसमें भी थी।। ना तुम बेवफा थे। ना हम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 166 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read मोहब्बत। बिना काटे जो घाव दे, ऐसी तासीर है। मोहब्बत भी मेरे यारो, एक शमसीर है।। सेहरा भी गुलशन लगे, चाहत वो चीज़ है। तुम खुश रहो गम लेने को, ये... Hindi · शेर 1 121 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read तू ही याद आया है। जब-जब वक्त के लम्हों ने रुलाया है। दिल को बस इक तू ही याद आया है।।1।। खुशियों को ना मिले मेरे घर का पता। किस्मत ने भी हमको बड़ा सताया... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 2 105 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read चाहत। चाहत कहां कभी पुरानी, होती है,,, ये बस वफा की निशानी, होती है!!! मुहब्बत में आंखे ही बातें, करती है!!! दीवानगी खामोश जुबानी, होती है!!! तुम पूंछते हो मुहब्बत की,... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 1 69 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read गुजरे ज़माने वाले। गुजरे ज़माने वाले तुझे मैं क्या नाम दूं। जो तुझे अच्छा लगे उसी से पुकार लूं।।1।। तेरी कल्बे तमन्ना तो जानूं चाहतों की। फिर मैं भी उम्मीद का दामन थाम... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 71 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read उजले ख्वाब। कुछ उजले ख्वाब देखे है मेरी नजरों ने। वफा का वादा किया है वक्त के लम्हों ने।।1।। फिरसे जीने की तमन्ना दिल में जागी हैं। अंधेरा मिटा है नई सुबह... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 54 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read जीने को बस यादें हैं। तुममें हममें कुछ तो मुख्तालिफ बातें हैं। फासले दरम्यां हुए जीने को बस यादें हैं।।1।। तुम क्या गए जिन्दगी से वीरानें आ गए। परेशांन बहुत करती अब तन्हा ये रातें... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 65 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read पहचान मुख्तलिफ है। यहां पे हर मज़हब की पहचान मुख्तलिफ है। किसी की अ किसी की A किसी की अलिफ है।।1।। यूं तो बड़ा ही आसान है सुनकर के बताना। आवाजे घंटी हिंदू... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 77 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read खुशियों से भी चेहरे नम होते है। खुशियों से भी चेहरे नम होते है। कौन कहता है कि रोने को बस गम होते है।।1।। दिलों के दरम्यां फासले आते है। जब रिश्तों में होने को अकीदे कम... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 82 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read अरमान ए दिल। टूटकर अरमान ए दिल बिखर गए है। अब हम उनसे क्या कुछ कहे जो बेवफा बन गए।।1।। वो दिल तोड़कर तोहमत भी दे रहे है। नादा थे हम जो उनके... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 69 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read हमारी रूह ले गए हो। जिन्दगी भर का चैन ओ सुकूं ले गए हो। बेजान करके जिस्म से हमारी रूह ले गए हो।।1।। तड़पता छोड़ कर दिल तोड़ कर गए हो। नफरतों का इश्क तुम... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 66 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read तन्हाई के आलम में। तन्हाई के आलम में जिंदगी अलहदा जी रहे है। अपने ही घर में देखो हम बनकर मेहमां रह रहे है।।1।। कभी हम हुआ करते थे महकते फूले गुलशन। पर अब... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 67 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read जब भी तुम्हारा ज़िक्र आया। जब भी तुम्हारा ज़िक्र आया। हमने नज़रे अदब से झुका ली।।1।। तेरी ही सलामती की खातिर। हमने रातों दिन बस दुआ की।।2।। गर तूमने की बेवफाई कभी। समझना हमने ये... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 60 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read उम्मीद का दामन। उम्मीद का दामन थामे थामे तमाम उम्र काट दी। पर जिंदगी की दुश्वारियां है कि जाती ही नहीं है।।1।। हम अपने जख्मों को किसी को दिखाते नही है। पर ये... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 61 Share Taj Mohammad 12 Feb 2024 · 1 min read हर गम छुपा लेते है। उनको देखकर हम हर गम छुपा लेते हैं। सामने उनके झूठा ही सही पर हम मुस्कुरा देते हैं।।1।। गम का कोई भी साया ना पड़े उन पर। वो हमेशा खुश... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 103 Share Taj Mohammad 12 Feb 2024 · 1 min read वक्त सा गुजर गया है। कभी कभी उसे भी याद करके जी लेता हूं। जो आ करके मेरी जिन्दगी में वक्त सा गुजर गया है।।1।। मैं मशगूल था बड़ा अपनी तन्हा जिंदगी में। आज यादो... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 149 Share Taj Mohammad 12 Feb 2024 · 1 min read तमाम उम्र काट दी है। अच्छा किया तुमने हमारा दिल तोड़कर। क्या खूब वफा निभाई हमको तन्हा छोड़कर।।1।। थोड़े से गम क्या मिले तुम परेशां हो गए। हमने तमाम उम्र काट दी है यूं इनको... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 131 Share Taj Mohammad 9 Feb 2024 · 1 min read तुम अभी आना नहीं। शहर की आब-ओ-हवा है ठीक नही तुम अभी आना नही। हर सम्त ही क़यामत है आयी यहाँ तुम अभी आना नही।।1।। सियासत की है बड़ी मजहब पर इन स्याह सियासतदानों... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 147 Share Taj Mohammad 9 Feb 2024 · 1 min read गर सीरत की चाह हो तो लाना घर रिश्ता। गर सीरत की चाह हो तो लाना घर रिश्ता। वर्ना अब सूरत की कोई दिखाई ना होगी।। Quote Writer 182 Share Taj Mohammad 9 Feb 2024 · 1 min read गुजरा वक्त। गुज़रा वक्त कहां लौटकर आता है। झूठी जिन्दगी यहां हर बशर बिताता है।। हम जिंदगी जी रहें है बस यादों में। आज में जीना इस दिल को न आता है।।... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 215 Share Taj Mohammad 9 Feb 2024 · 1 min read खुशबू चमन की। खुशबू चमन की किसको अच्छी नहीं लगती। आबरू अब किसी में हमें सच्ची नहीं दिखती।।1।। हया व लाज़ भी गहना होता है लड़कियों का। सयानी हो गईं है बिटिया यूं... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 138 Share Taj Mohammad 9 Feb 2024 · 1 min read रूबरू। यूं रूबरू आओगे तो अश्क छलक जायेंगे। डरते है मिलने से हम फिर से बहक जायेंगें।।1।। बड़े मुश्किल से संभाला है मैने यूं दिल को। शांत पड़े दिल के शोले... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 218 Share Taj Mohammad 7 Feb 2024 · 1 min read सियासत में आकर। हम सोचते थे सियासत में आकर वह कुछ काम करेंगें। अपने असर से दो-चार रियासतें शहर की मेरे नाम करेंगें।।1।। निज़ाम गर आया इस बार उनकें हाथों में इस वतन... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 2 153 Share Taj Mohammad 7 Feb 2024 · 1 min read खैर-ओ-खबर के लिए। शहर दर शहर घूमता हूं तेरी एक नजर के लिए। हर सुबह यूं ही तैयार होता हूं इक अंजाने सफर के लिए।।1।। खामों खाँ नजरे उठती हैं महफिल में हर... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 199 Share Taj Mohammad 6 Feb 2024 · 2 min read मेरी मां। रात भर जागता हूं मैं जाने क्या-क्या सोचा करता हूं। जिंदगी रुक सी गई है अब तो हर रोज यही किया करता हूं।।1।। सुबह उठता हूं मायूसी के साथ और... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 204 Share Taj Mohammad 6 Feb 2024 · 1 min read बारिश की बूंदों ने। बारिश की बूंदों ने फिर उसकी याद दिलाई है। इश्क के नाम पर जिसने हमसे की बेवफाई है।।1।। इक पल सनम ना दिखे मन बेचैन हो जाता है। दिलों को... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 165 Share Taj Mohammad 5 Feb 2024 · 1 min read यही सोचकर इतनी मैने जिन्दगी बिता दी। अपनी करूं या करूं मैं अपने खुदा की। यही सोचकर इतनी मैने जिन्दगी बिता दी।।1।। गुरबती देखकर आज ये नजरें भर आयी। फिर मां ने बच्चे को अपनी रोटी खिला... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 1 113 Share Taj Mohammad 5 Feb 2024 · 1 min read ज़िन्दगी चल नए सफर पर। ज़िन्दगी चल नए सफर पर चलते है। फिर से किसी के हम सफर बनते है।।1।। इश्क तो करेंगे पर दिल ना अब देंगें। इस बार मुहब्बत से बेखबर रहते है।।2।।... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 1 165 Share Taj Mohammad 5 Feb 2024 · 1 min read मां रिश्तों में सबसे जुदा सी होती है। मां रिश्तों में सबसे जुदा सी होती है। मां खुदा तो नपर खुदा सी होती है।। ✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️ Quote Writer 178 Share Taj Mohammad 5 Feb 2024 · 1 min read पाकर तुझको हम जिन्दगी का हर गम भुला बैठे है। पाकर तुझको हम जिन्दगी का हर गम भुला बैठे है। तेरी इबादत करके हम खुद को काफ़िर बना बैठे है।। ✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️ Quote Writer 1 157 Share Taj Mohammad 7 Jan 2024 · 1 min read अच्छा नहीं होता बे मतलब का जीना। अच्छा नहीं होता बे मतलब का जीना। अगर न हो गम तो क्या मैखाने में पीना।। जिंदगी समझ में आ जायेगी मेरे यारों। अगर सीख लो अपने जख्मों को सीना।।... Quote Writer 267 Share Taj Mohammad 7 Jan 2024 · 1 min read ऐसा क्या लिख दू मैं..... ऐसा क्या लिख दू मैं जो तेरी रूह को छू जाए। पढ़कर जिसे तेरे दिल को कुछ सुकूँ आए।।1।। कैसे बयां करूं मैं तेरी इस शक्ल ओ सीरत को। लिखूं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 172 Share Taj Mohammad 7 Jan 2024 · 1 min read रिश्तों की बंदिशों में। अपनी करूं या करूं मैं अपने खुदा की। यही सोचकर इतनी मैने जिन्दगी बिता दी।।1।। गुरबती देखकर आज ये नजरें भर आयी। फिर मां ने बच्चे को अपनी रोटी खिला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 194 Share Taj Mohammad 7 Jan 2024 · 1 min read नए सफर पर चलते है। ज़िन्दगी चल नए सफर पर चलते है। फिर से किसी के हम सफर बनते है।।1।। इश्क तो करेंगे पर दिल ना अब देंगें। इस बार मुहब्बत से बेखबर रहते है।।2।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 151 Share Taj Mohammad 20 Sep 2023 · 1 min read गमों ने जिन्दगी को जीना सिखा दिया है। गमों ने जिन्दगी को जीना सिखा दिया है। दर्दों ने इन लबों को हंसना सिखा दिया है।।1।। जीने मरने की तुम अब कोई बात न करो। हमने खुद ही कब्र... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 1 264 Share Taj Mohammad 13 Sep 2023 · 1 min read तू आ पास पहलू में मेरे। तू आ पास पहलू में मेरे तेरी रूह में मैं दाखिल हो जाऊं। बनकर सांसे तेरे दिल की धड़कन में मैं शामिल हो जाऊं।।1।। मैं सज्दा करूं तेरे वास्ते, दुआओं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 204 Share Taj Mohammad 21 Jun 2023 · 1 min read हम बेजान हैं। कैसे बताएं तुमको कि हम कितना परेशान है। जिस्म में हरकत है फिर भी लगे हम बेजान हैं।।1।। हाल क्या बताए हम तुमको अपनी गुरबतों का। जहां भी जाएं हमें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 3 486 Share Previous Page 2 Next