श्रीहर्ष आचार्य Language: Maithili 145 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid श्रीहर्ष आचार्य 21 Nov 2024 · 1 min read माए दुलार तोहर, अँचरीमे नुका जाए तोहर नजरि, सभ दुख हरिया जाए। बिन तोहर, दुनियाँ लगै अधूरी कखनो नै होय, तोरासँ दूरी। तोहर ममता, गंगा जल सन पावन तोहर छाँव, हमर... Maithili · ग़ज़ल/गीतिका 13 Share श्रीहर्ष आचार्य 21 Nov 2024 · 1 min read बिहारी बाबू अखनो अखनो एहि धरती पर, बोझिल भयले जीवन भार। काहे से तों बिहारी बाबू, झेले दुख केर अपार। परदेशक रस्ता ताकि-झाकि, सपना टूटल दिन राति । गामक माटि, पाइन,पोखरि, सभ... Maithili · Poem 13 Share श्रीहर्ष आचार्य 21 Nov 2024 · 1 min read प्रित करूण कोबर,जाऐ दुलहनिया सूतक संमाद, लेने संगतिया। दुलहनि जाहि, दुलरि आबि नंदनी, दुलरि साजैथ छथि, आँगन मोर। सजनि के बाट, नोर-छहर भेल, मनक कथा, कहू गेल । सपना टूटल, भंग... Maithili · गीत 12 Share श्रीहर्ष आचार्य 21 Nov 2024 · 1 min read मैथिली भव निहारु आरु चित दासी, प्रियतम पद कमल चित भवानी। झरी झरी बाजू,मन मकरंद मानुख भाखा मधुर बोल । मैथिली!! मधु रसक लोभि हे माधव, कते दिन रहै परदेस राधेय... Maithili · Poem 10 Share श्रीहर्ष आचार्य 21 Nov 2024 · 1 min read प्रीतम प्रीत हमे,सुनल सजनीया, जिब भए रहल सँभालि। नेह के नयन भरमाएल, डहार पाग चाल-मानि॥ बोली बानी भल भासल, ताहि मनमा लागल पीर। तोहर सनेह रहलं सहेजि , अँगनइ चले बोल... Maithili · कविता 10 Share श्रीहर्ष आचार्य 21 Nov 2024 · 1 min read अबकि सावनमे , चले घरक ओर अबकि सावनमे चले घरक ओर, माटि जतह आंगन बिछाए, आ छप्परक छेन्हसँ चुएत बूंन्नी, कहैत सभ पुरखा पिहानी। तुलसी जत चउरी पर जलैत दीपक बाती, आ पाइनसँ भरल गलीक धूरि... Maithili · कविता 11 Share श्रीहर्ष आचार्य 8 Nov 2024 · 1 min read कतेए पावन कतेए दूरि,कतेए पावन! स्नेह सँ सजल, अविरल प्रवाह! अंग अंगनाक, माटि से महकल, जाहिमे समाए जगह जननी सीता !! गंगा सँ निर्मल, हिमालय सँ उच्च, प्राकृतिक तखन धरती सँ जुड़ल!... Maithili · कविता 23 Share श्रीहर्ष आचार्य 8 Nov 2024 · 1 min read नमन करू नमन करूँ तोहे ,भव्य अम्बर, जत वैदिक ध्वनि गुंजित होइछ, अंतर मोनहि ज्योतिर्मय मंत्रक आभा, अनंत सत्यक रेखांकित,देवीक धारा । यैह भू, यैह पवन, यैह दिव्या अग्नि जोति, सभ नमन... Maithili · कविता 22 Share श्रीहर्ष आचार्य 8 Nov 2024 · 1 min read चेतावनी सुनो विदेह!शस्त्र उठाय, काटिल वन को , बुद्धिक ज्ञानक दीप जराय, दानव धारा ताहि से बचाय ! चलू वैदिक ओहि ओर मगध को अंधकार सब छोरि जाय। राज भवन छोरय... Maithili · कविता 17 Share श्रीहर्ष आचार्य 8 Nov 2024 · 1 min read छठि अतहुँ अहि गाममे, सुरभित पुष्पक खान देखे, गगा केर किनारा बैसल , स्नेहिल ममता दुलार देखे। सराबोर गंगा धार देखे, तरेगन कऽ निहार देखे, टिकुली साजल नारी केर, साधिक सुखद... Maithili · कविता 20 Share श्रीहर्ष आचार्य 31 Oct 2024 · 1 min read पर्णकुटी केर दीपोत्सव पर्णकुटी केर दीपोत्सव पर्णकुटी मे एकसी बैसी, बैदेही केर दिव्यरूप। अन्हार वनक बीच भँवर, भक्ति केर अमिट प्रीत अधीर। ओ रूप निहार रहल नभ, नयन में शक्ति संजोने राजदुलारी। प्रेम-बैराग्यक... Maithili · कविता 33 Share श्रीहर्ष आचार्य 21 Oct 2024 · 1 min read मिथिला के अमृत स्वर मुलतान से मिथिला के संदेस, मुधर सुगंधित गीत मे आह्वान, बंगालक मोनमे गूँज गुँजित, कविशेखर केर मधुर गान। मैथिली संस्कृतिक अमिट अहीं, पायलक टनटन मे जीनगिक राग, प्रेमक धरामे रागिनी... Maithili · कविता 30 Share श्रीहर्ष आचार्य 6 Oct 2024 · 1 min read तोहर स्नेह तू जखने मोर अँगनवा रहलहुँ, सगरो घर उजियार भऽ गेलऽ। रूप-रस केर अन्हरिया राति में, जइसे चन्ना फगुनहटिया छहरलऽ। मधुर बोली तोहर, सनेस सुनल, प्राणक संग बान्हलऽ मोर मन। मुरली... Maithili · कविता 28 Share श्रीहर्ष आचार्य 6 Oct 2024 · 1 min read कोशी मे लहर कोसी के लहर जब उठल अपार, कछार बस्तीमे मचि गेल हाहाकार। धारामे बहल सभक सप्पन, ले माटि बान्ह गाम अपन। धारा कहैय— "हमर राह कठिन, जे जियैय हमर संग, से... Maithili · कविता 26 Share श्रीहर्ष आचार्य 6 Oct 2024 · 1 min read सरस्वती, की कहु हम सरस्वती, की कहु हम पवन सँ चुमैत जे धार, सपनक लहर मे बहि जाए, धरतीक छाती कठोर चोट, कखनो उमंगक मौन भाषा, आब सिसकैत एक पुकार। सरस्वती, की कहु हम?... Maithili · कविता 23 Share श्रीहर्ष आचार्य 1 Oct 2024 · 1 min read कोशी मे लहर कोसी के लहर जब उठल अपार, कछार बस्तीमे मचि गेल हाहाकार। धारामे बहल सभक सप्पन, ले माटि बान्ह गाम अपन। धारा कहैय— "हमर राह कठिन, जे जियैय हमर संग, से... Maithili · कविता 22 Share श्रीहर्ष आचार्य 30 Sep 2024 · 1 min read प्रेमक धार तुमार नयन के लहरिया देख, हमार मन तऽ बहिया के जाब ई प्रेमक धार महा गहिर, हमार नैय कहाँ किनार पाब? तुमि कहिया अपन प्रेमक जोर, हमरा संगे खेलल कतहुँ... Maithili 25 Share श्रीहर्ष आचार्य 30 Sep 2024 · 1 min read इ सभ संसार दे मोन सँ हे गौरी, सजना के पियार दे, कलकत्ता सँ लौट आय, पावस फुहार दे। गंगा मैया सँ दुलार लए कऽ तनिक उधार अंचरी लहराय के, इ सब संसार दे।... Maithili 22 Share श्रीहर्ष आचार्य 30 Sep 2024 · 1 min read बड़ि मुद्दति अरचन ते पाइयो बड़ि मुद्दति अरचन ते पाइयो प्रान में महकै सुहागिन नारी की, छोटे गृह, हिय बड़े, तोहे कैसें समायो? हिय की धरकन में तू बसे ऐसिन, अपने बरे ताजमहल कबहूँ न... Maithili 27 Share श्रीहर्ष आचार्य 29 Sep 2024 · 1 min read डर नाहि लागो तोरा बाप से डर नाह लागो तोरा बाप से, सीनाहे हमरो पथर छाप से। बाप तोहर हमरा की करतो? लालू लटकल नाह कखनो, दुनियाँ के ई घोघ घाप से, डर नाह लागो तोरा... Maithili 26 Share श्रीहर्ष आचार्य 29 Sep 2024 · 1 min read भट सिमर वाली भट सिमर वाली मोन पड़ै , खेतक बाटे सऽ घर ऐलै । घोघ उठेलै, ठोढ़ दबेलै, आँगनक फूल बुझ मुरझैलै। सड़ल-गिलान माटिक रस्ता, धूरसँ भयल सब परस्ता। ककरा कहबै, की... Maithili 25 Share श्रीहर्ष आचार्य 29 Sep 2024 · 1 min read बाबा के गाम मे बाबा के गाम मे बाबा के गाम, तोय देखलौं कहिया? जत' खेत आ पथार कहियो सोन रहै , आब ओहि धूर-माटिमे जकड़ल बाट, सपना बनिकए' कहिया से बिसरल छल। गाछ-पाछ... Maithili 24 Share श्रीहर्ष आचार्य 15 Sep 2024 · 1 min read मृगतृष्णा प्रभुत्वक ताँकमे, रातिक ठिठुरैत बास, चाँनिक चदरी, खिसकऽ बैस। सोहारीक टुकड़ीसँ, पेट भरल मटोल, गाँवक पगडंडी पर, सपना बुनैत चल। बिसरै जाहु पथ, नेनपनक धारा, जइमे सपना आ हकीकत, फिसलैत... Maithili · कविता 62 Share श्रीहर्ष आचार्य 14 Sep 2024 · 1 min read काली भजन काली माय के चरणमे, हम सभके शरण भेटए। दुख आ विपत्तिक हरण करब, आशीर्वाद तोहरे भेटए। काली तोर रूप अनेक, सभ अन्हार दूर करैए भक्तक हृदयमे बसिकऽ, पग मे सभ... Maithili · गीत 47 Share श्रीहर्ष आचार्य 14 Sep 2024 · 1 min read काली भजन जय जय महादेवी, अमल अविनाशी। त्रिभुवन पालनहार, महाशक्ति महारानी। तोंहि जगत केर जननी, अधम केर उद्धाहार शिव संग महाकाली तोहि, भव-भय हारणहार। खड्ग धरल हाथेमे, असुर संगहार, मुण्डमाला पहिरल, रक्तपान... Maithili · गीत 65 Share श्रीहर्ष आचार्य 14 Sep 2024 · 1 min read दुलहिन गोरी बनि सखि सजल सिंगार, देखि बधु केँ देखि ससुराल। सिंदूरक रेखा माथ, मुकुट मुकुटावल कान। कपोल सोहावन लाल, नयन तोर काजर काढ। सुरंग रंग चुनरी ओढ़ल, सेज सोहावन पाट।... Maithili · कविता 37 Share श्रीहर्ष आचार्य 14 Sep 2024 · 1 min read दुलहिन दुलहिन धनि हे सखि, से दुलहिन साजल, कते कलेवर शोभे हे। सिंदूर रेख, माँग भरोहल, कुन करू हे बखान। कज्जर आँखि, कमल-दल लोचन, सोभा अति अभिराम। बिन्दी ठाढ कपोल-माथ, चुमकि... Maithili · कविता 27 Share श्रीहर्ष आचार्य 2 Sep 2024 · 1 min read बागक सुख हरियर बगिचामे फुलक रंग देख, सूरजक किरणसँ जीवनक पंख फलक देख। नदीक लहरक संग मनक गान सुन, ताराक जालमे चाँदक मुस्की देख। पक्षी सभक चहचहाहट सँ मन हर्षाए, धरतीक ममता... Maithili · कविता 1 63 Share श्रीहर्ष आचार्य 28 Aug 2024 · 1 min read संगम धरतीक गहराइमे बैसए, प्रेमक दिव्य सनेस, वनक छागरमे, सुने पुरखा केर मधुर आवाज । सूरूज किरण बुनैत हे , सपना केर रंगीन गीत, सभ गाछक छाहरिमे, नुकायल हे भक्ति केर... Maithili 45 Share श्रीहर्ष आचार्य 26 Aug 2024 · 1 min read वनक पुकार सुन वन के आह्वान, गाछक सरसराहट सुन, पातक छाहरि मे रहैत, धड़कन के आवाज सुन । माटि के छै अपन गंध , . पवन मे हमर गीत, धरतीक गोद मे... Maithili · कविता 1 41 Share श्रीहर्ष आचार्य 26 Aug 2024 · 1 min read * ------कृष्ण ---* कृष्ण तोहर,कल्पना के बसैए छि हृदय केर द्वार सभ धड़कनमे,बांसुरी गूँजै, सपनाक मीठ रुुणझुन धार। माया के चंचल छाहमे, मोन सदिखन भटकैत हमर, कखनो हँसीमे, कखनो नोरमे, सदा अद्भुत अदृश्य... Maithili · कविता 32 Share श्रीहर्ष आचार्य 26 Aug 2024 · 1 min read कृष्ण वेदान्तक वाणी, कृष्ण के वाचनमे, अर्जुनक जीनगीक सार सिखेहे । अद्वैतक दर्शन, कर्मक पाठ प्रेम, ज्ञान आ भक्तिक प्रसाद !! वेदान्तक प्रतिध्वनिमे माधव राग, ब्रह्माक प्रकाशमे आत्मा प्रकाश। निस्वार्थ कर्मक... Maithili · कविता 41 Share श्रीहर्ष आचार्य 26 Aug 2024 · 1 min read कान्हा जन्मोत्सव प्रकाशक व्याख्यामे, एक राग विलाप, कान्हा संस्कारक सुगन्ध अमर धारा । हमर भारतक भूमिसँ एहिक प्रेम अमर, प्राकृत्य उत्सवमे जनम संस्कृति अलाप बांसुरी के धुन गोकुल के गली में गूँजल,... Maithili · कविता 1 40 Share श्रीहर्ष आचार्य 26 Aug 2024 · 1 min read शिवहर शिवहरक धरती, पावन आ सुन्नर, जतह लोकमे, सजल प्रेम सुन्नर। खेत-खलिहान, हरियर माटि, गाम लोग, बनल रसिक गाथा। गोरियाक साड़ी, आँगन में, गीत गा देलहुँ , सुख रंगरा मे रातिक... Maithili · कविता 66 Share श्रीहर्ष आचार्य 26 Aug 2024 · 1 min read मिथिलाक बेटी मिथिला कहि प्रेमसँ, पाली बोल, बुट्टी संजीवनी, तोअ छै महिलाक नारि , सप्पन केर अधिकारी । चूड़ीक खनकमे ,बसल अहि , बिन्दीक लालीसे सुशोभित, गंगाजलक पवित्र धारा सन. सभ डेग... Maithili · कविता 43 Share श्रीहर्ष आचार्य 26 Aug 2024 · 1 min read दिनकर #दिनकरक कविता,जेना अग्निक ज्वाला, शब्दमे ओज, हर पाँति मे छै तेजस्वीता। वीर रसक अद्भुत सृजन, भारत मायके गर्वित वंदन। स्वतंत्रताक संघर्षमे उत्सव जखन, शब्दमे बसल देशभक्तिक गहिर नशा। रश्मीरथी'मे देखल... Maithili · कविता 42 Share श्रीहर्ष आचार्य 26 Aug 2024 · 1 min read वैशाली वैशालीक नगर वुधु आ मिथिले संस्कार, ई वैशाली जनम लियौ,भगवान धारा,वैशाली जतह गुरुहे महावीरक जन्म देला ,वैशाली | विदेहक छातीया, शांतिक दुआर, आध्यात्मिक जगत ताबहिसँ ओहिमे बसल जतेए । जैन... Maithili · कविता 48 Share श्रीहर्ष आचार्य 26 Aug 2024 · 1 min read मैथिल मिथिलाक सुगंध माटि मधुर सँ भरल अछि, मैथिली वाणि, हिअसँ जुड़ल,मिठ्ठास मे भीजल। सादा साड़ी,पान-गंजामे लपेटल, सादगी केर मूर्ति रूप, लालित्यमे सजल। संस्कारक धारा, पीढ़ी धरि बहैत, विद्याक देवी, वैशालीमे... Maithili · कविता 33 Share श्रीहर्ष आचार्य 25 Aug 2024 · 2 min read प्रीत ओ तरेगन जाहि तरेगन सँ सेहो मध्यगाम मे प्रश्नचिन्ह सँअ से तोहर संस्कार सुनरकी मेटल काहे इतिहास मे देह मुक्ति द्वार से हमार जिनगी प्रश्नचिन्ह हमर हामर के मीठ बोल... Maithili 43 Share श्रीहर्ष आचार्य 19 Aug 2024 · 1 min read अभिनन्दन गंगाक दूनू ओर , दोसर नदी आ पोखर भरि गेल ,गर्जन स्वर चाहे ओ पहाड़,मैदान हो, घाटी हो वा खाई। वन मे बानरक चहक करूण विसंगत चहक सुनबा मे आबए... Maithili · कविता 46 Share श्रीहर्ष आचार्य 18 Aug 2024 · 1 min read पंचयति अयलीह काकी भरि दूअ झोरा समाद आ सनेस सनाते बाटे सोझे आऽ आगे पंचायत गामक राजनीतिज्ञ गली मे देखलहुँ मात्र एक दिन पहिने -पहिल बनर-बानर संग खेल ताँकू अखने बंद... Maithili · कविता 42 Share श्रीहर्ष आचार्य 27 May 2024 · 7 min read प्रसिद्ध मैथिली साहित्यकार आ कवि पं. त्रिलोचन झा (बेतिया चम्पारण जिला ) अइ कोठीक धान ओइ कोठी- नाम हमर त्रिलोचन झा थिक वानू छपरा वासे। मध्य जिला चम्पारणहिक जे वेतिया नगरक पासे।। मिथिला देशहि पश्चिम दक्षिण योजन मात्र प्रमाणे। प्रसिद्ध मैथिली साहित्यकार... Maithili · संस्मरण 2 159 Share श्रीहर्ष आचार्य 27 May 2024 · 3 min read लिलि रे """श्रद्धांजलि!""""""""" जन्म: 26 जनवरी 1933 जन्म स्थान: रामनगर, पूर्णिया जिला पुण्यतिथि - 03फरबरी,2022) (लिली रे के रचना संसार व छोट छिन जिवनी ) समान आ पुरस्कार * मरीचिका उपन्यासपर साहित्य अकादेमीक... Maithili · संस्मरण 78 Share श्रीहर्ष आचार्य 27 May 2024 · 4 min read सुल्तानगंज की अछि ? जाह्न्नु गिरी व जहांगीरा? ************************ कनिंघम न॑ कहल॑ छै कि सुल्तानगंज क॑ जहांगीर न॑ पुनः स्थापित करलकै, ई लेली ओकरा ‘जहंगीरा’ कहलऽ जाय हय । हिन्दू धर्मशास्त्र के अनुसार ई जाह्नविगिरी आ जाह्नुगिरी छै... Maithili · Article 97 Share श्रीहर्ष आचार्य 20 May 2024 · 5 min read मिथिलाक सांस्कृतिक परम्परा जनक, याज्ञवल्क्य, गौतम, गंगेश, मण्डन, विद्यापति, ज्योतिरोश्वरक,जैन आ बौद्ध महिमामयी भूमि मिथिला, न्याय, तत्वमीमांसा एवं सांख्यक जन्मभूमि मिथिला भौगलिक दृष्टिएँ 25°28' सँ 26° 52' उत्तर अक्षांश तथा 84° 56' से... Maithili · लेख 69 Share श्रीहर्ष आचार्य 20 May 2024 · 1 min read विदेह देस से । इतिहास मध्य स्वप्न कुंजमे तोर बोल मधुर रक्तरंजित सरस्वती की कलकल धारा करू हे,मिथिला सिंगार,करू! विदेही के विदेह देस से । कुलवन देवी ललित वस्त्रमे मात जगततारणी जगदबे मैथिली सिते,कैसे... Maithili · कविता 74 Share श्रीहर्ष आचार्य 12 May 2024 · 1 min read यदि किछ तोर बाजौ माए हमर अखनौ यदि किछ तोर बाजौ तब तोय सिनेह जानि दअ लिहे हमर मंदिर अँहे संस्कार मोरे ओ हामर देस गामक,दुलहिन हे यदि पिताश्री किछ तोर बाजौ तब मंजुसा... Maithili · कविता · गीत 80 Share श्रीहर्ष आचार्य 12 May 2024 · 1 min read गामक रहीम मम्मा आय अऐछ काजै किछुओ बोझ आय रहिते नाचै से दिन पुर्णविराम,तिरहुत देस बुझेलन्हि ? दर्श दिर्घ सुधी केर अमेर लखोलनि ? वैधनाथजीक विजय पताका ,विजय रथ पर जय... Maithili · Poem 86 Share श्रीहर्ष आचार्य 5 May 2024 · 1 min read प्रश्न चिन्ह ओऽ कालखंड अतिकाय विदेहि वेदान्त परिचय प्रश्नक चिन्ह बहुते रास इतिहास युद्धविराम की ! तोरी ओठ मधुर वाणी कीयै बलम परदेशी ओऽ मधु घटा घनघोर मंदिरमे भरि भरि अँजुरी !... Maithili · कविता 68 Share श्रीहर्ष आचार्य 28 Apr 2024 · 1 min read दुआर तोहर छी मनुष्य पाथर वृरहिद् विश्व भाने तोंहि धर्मअवतारण शक्ति रूपे जगदबा छी दुआर तोहर यथार्थ अभिलाषी धर्म तिलक राघव सनात तिलकधारी नित रंग माए अँजोर रंक्ततिलक,कुलदेवी भरत भारती अभिमान हमारि... Maithili · कविता 64 Share Page 1 Next