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Page 3
दीन की सेवा कर प्यारे----
दीन की सेवा कर प्यारे----
सुनील कुमार
नाव कबहुँ गाड़ी चढ़ै----
नाव कबहुँ गाड़ी चढ़ै----
सुनील कुमार
ईर्ष्या-द्वेष बहुधा किया----
ईर्ष्या-द्वेष बहुधा किया----
सुनील कुमार
नारी का सम्मान कर----
नारी का सम्मान कर----
सुनील कुमार
नारि होवें जगदायिनी----
नारि होवें जगदायिनी----
सुनील कुमार
घर की मर्यादा नारि से-----
घर की मर्यादा नारि से-----
सुनील कुमार
लज्जा काया नारि की---
लज्जा काया नारि की---
सुनील कुमार
हे भारतभूमि नमो नमः
हे भारतभूमि नमो नमः
सुनील कुमार
वक्त-वक्त की बात---
वक्त-वक्त की बात---
सुनील कुमार
कुछ वक्त हमे भी दो----
कुछ वक्त हमे भी दो----
सुनील कुमार
मलिन हुआ प्रभु जग तेरा----
मलिन हुआ प्रभु जग तेरा----
सुनील कुमार
हिय में जब तक मैं रहा---
हिय में जब तक मैं रहा---
सुनील कुमार
धरम-धरम चिल्लाई रहा-----
धरम-धरम चिल्लाई रहा-----
सुनील कुमार
कामी लोभी ना करै----
कामी लोभी ना करै----
सुनील कुमार
हरि जग में अब ना रहा------
हरि जग में अब ना रहा------
सुनील कुमार
मधुप पराग चूस कर----
मधुप पराग चूस कर----
सुनील कुमार
बोया पेड़ खजूर का----
बोया पेड़ खजूर का----
सुनील कुमार
तिनका-तिनका जोड़ि कै----
तिनका-तिनका जोड़ि कै----
सुनील कुमार
जात-पात में क्या रखा----
जात-पात में क्या रखा----
सुनील कुमार
गुरु ज्ञान है बाँटि रहा----
गुरु ज्ञान है बाँटि रहा----
सुनील कुमार
जिन्दगी यूँ गुलजार हुई
जिन्दगी यूँ गुलजार हुई
सुनील कुमार
प्रभु !प्रिया तुम्हे पुकारि रहै----
प्रभु !प्रिया तुम्हे पुकारि रहै----
सुनील कुमार
दिन उबरत ना प्रभु बिना----
दिन उबरत ना प्रभु बिना----
सुनील कुमार
पिया-पिया मैं रट रही----
पिया-पिया मैं रट रही----
सुनील कुमार
हरि सदृश प्रिया ज्यौं मिले----
हरि सदृश प्रिया ज्यौं मिले----
सुनील कुमार
सब में एकहि लहू बहै----
सब में एकहि लहू बहै----
सुनील कुमार
खाली हाथ सब आये हैं------
खाली हाथ सब आये हैं------
सुनील कुमार
साधु सुमिरन है करि रहा------
साधु सुमिरन है करि रहा------
सुनील कुमार
पाप की मटकी भर गई------
पाप की मटकी भर गई------
सुनील कुमार
काया मलि-मलि धुलि रहा-----
काया मलि-मलि धुलि रहा-----
सुनील कुमार
चिड़िया बैठी डाल पर----
चिड़िया बैठी डाल पर----
सुनील कुमार
पिय सा सुन्दर कोई ना------
पिय सा सुन्दर कोई ना------
सुनील कुमार
पिय मोहे भवन पधारिया----
पिय मोहे भवन पधारिया----
सुनील कुमार
काया कै कोई मोल ना-----
काया कै कोई मोल ना-----
सुनील कुमार
डाली-डाली कली खिली---
डाली-डाली कली खिली---
सुनील कुमार
शीतल सुगन्ध बिखेर रहा-----
शीतल सुगन्ध बिखेर रहा-----
सुनील कुमार
जब पिय थे मैं ना रही----
जब पिय थे मैं ना रही----
सुनील कुमार
पिय वियोग बहु सह लिया-----
पिय वियोग बहु सह लिया-----
सुनील कुमार
पिय मोरा है राम सखि-----
पिय मोरा है राम सखि-----
सुनील कुमार
प्रिय बुलावा भेजा मोहि----
प्रिय बुलावा भेजा मोहि----
सुनील कुमार
हरि ब्याहि मोहि संग सखी
हरि ब्याहि मोहि संग सखी
सुनील कुमार
जामैं मानुष प्रेम भरा-----
जामैं मानुष प्रेम भरा-----
सुनील कुमार
मानुष-मानुष में द्वेष भरैं----
मानुष-मानुष में द्वेष भरैं----
सुनील कुमार
साधु करम है करि रहा-----
साधु करम है करि रहा-----
सुनील कुमार
कलियां पुष्प ज्यौं बन गईं-----
कलियां पुष्प ज्यौं बन गईं-----
सुनील कुमार
नई पत्तियां खिल गईं----
नई पत्तियां खिल गईं----
सुनील कुमार
कोयल बोले बाग में-----
कोयल बोले बाग में-----
सुनील कुमार
पतझड़ के दिन बीत गए-----
पतझड़ के दिन बीत गए-----
सुनील कुमार
भूखा दर-दर भटकि रहा-----
भूखा दर-दर भटकि रहा-----
सुनील कुमार
सतजन प्रभु को समझ लिए-----
सतजन प्रभु को समझ लिए-----
सुनील कुमार
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