Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
सुनील कुमार
47 Followers
Follow
Report Content
8 Oct 2021 · 1 min read
पिय मोरा है राम सखि—–
पिय मोरा है राम सखि, सो तो माहि चितचोर।
साथ चली मैं जाऊंगी, होके डोली सवार।।
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
Like
Share
1 Like
· 185 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
करवाचौथ
Mukesh Kumar Sonkar
दो शे'र - चार मिसरे
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
देव-कृपा / कहानीकार : Buddhsharan Hans
Dr MusafiR BaithA
जब निहत्था हुआ कर्ण
Paras Nath Jha
समुद्र से गहरे एहसास होते हैं
Harminder Kaur
** मन में यादों की बारात है **
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
प्रथम गुरु
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
■ ऋणम कृत्वा घृतं पिवेत।।
*Author प्रणय प्रभात*
जिन्दगी मे एक बेहतरीन व्यक्ति होने के लिए आप मे धैर्य की आवश
पूर्वार्थ
क्या रखा है???
Sûrëkhâ
जब किसान के बेटे को गोबर में बदबू आने लग जाए
शेखर सिंह
"कलयुग का दौर"
Dr. Kishan tandon kranti
चन्द्र की सतह पर उतरा चन्द्रयान
नूरफातिमा खातून नूरी
मौन मुसाफ़िर उड़ चला,
sushil sarna
करवाचौथ
Neeraj Agarwal
Happy Mother's Day ❤️
NiYa
गुरुवर
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
चलो माना तुम्हें कष्ट है, वो मस्त है ।
Dr. Man Mohan Krishna
मेरी खुशी वह लौटा दो मुझको
gurudeenverma198
तंग जिंदगी
लक्ष्मी सिंह
🌺हे परम पिता हे परमेश्वर 🙏🏻
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
दोहे-बच्चे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
जागता हूँ मैं दीवाना, यादों के संग तेरे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
गुजरे हुए वक्त की स्याही से
Karishma Shah
ये जनाब नफरतों के शहर में,
ओनिका सेतिया 'अनु '
*बाल गीत (मेरा मन)*
Rituraj shivem verma
नहीं भुला पाएंगे मां तुमको, जब तक तन में प्राण
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*जिंदगी में जब मिले सुख-दुख पिता की याद आई (गीत )*
Ravi Prakash
रूप का उसके कोई न सानी, प्यारा-सा अलवेला चाँद।
डॉ.सीमा अग्रवाल
ये मेरा हिंदुस्तान
Mamta Rani
Loading...