Rituraj shivem verma 159 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Rituraj shivem verma 16 Jun 2024 · 3 min read घर मे बुजुर्गो की अहमियत एक बहुत बड़ा विशाल पेड़ था। उस पर बहुत सारे हंस रहते थे। उनमें एक बहुत बुजुर्ग हंस था, वह बुद्धिमान और बहुत दूरदर्शी। सब उसका आदर करते ‘ताऊ’* कहकर... 1 61 Share Rituraj shivem verma 16 Jun 2024 · 2 min read मेरा हमेशा से यह मानना रहा है कि दुनिया में जितना बदलाव हमा मेरा हमेशा से यह मानना रहा है कि दुनिया में जितना बदलाव हमारी पीढ़ी ने देखा है वह ना तो हमसे पहले किसी पीढ़ी ने देखा है और ना ही... Quote Writer 1 130 Share Rituraj shivem verma 15 Jun 2024 · 1 min read लफ्जों के जाल में उलझा है दिल मेरा, लफ्जों के जाल में उलझा है दिल मेरा, हर हर्फ़ में बसी है एक दास्तान, गहराई में उतरती हूँ तो पाती हूँ, ख्वाबों की वादियों में बसा है अरमान। हर... Quote Writer 1 123 Share Rituraj shivem verma 15 Jun 2024 · 1 min read मन की मनमानी से हारे,हम सब जग में बेचारे। मन की मनमानी से हारे,हम सब जग में बेचारे। चाहा बहुत संजोना सपने,पर दिल के हो गए किनारे। मन की चंचल चालों में,फंसते जाते बारम्बार। छोड़ दी हमने कोशिश सारी,अब... Quote Writer 125 Share Rituraj shivem verma 14 Jun 2024 · 2 min read 👍बाटी खाने के नियम..😃 👍बाटी खाने के नियम..😃 🍪(1) बाटी जीन्स पेन्ट पहन कर नहीं खानी चाहिए । बैठने में तकलीफ होती है, बाटी कम भाती है।😛😛 🍪(2) बाटी खाते वक्त मोबाइल का स्विच... Quote Writer 107 Share Rituraj shivem verma 14 Jun 2024 · 2 min read चश्मा साफ़ करते हुए उस बुज़ुर्ग ने अपनी पत्नी से कहा :- हमार चश्मा साफ़ करते हुए उस बुज़ुर्ग ने अपनी पत्नी से कहा :- हमारे ज़माने में मोबाइल नहीं थे। *पत्नी* पर ठीक 5 बजकर 55 मिनट पर मैं पानी का ग्लास... Quote Writer 1 123 Share Rituraj shivem verma 14 Jun 2024 · 1 min read बेटा बेटी है एक समान, बेटा बेटी है एक समान, दोनो करते जग निर्माण। अगर बेटा तन है तो बेटी मन है, अगर बेटा अंश है तो बेटी अंश है। अगर बेटा प्राण है तो... Quote Writer 136 Share Rituraj shivem verma 14 Jun 2024 · 1 min read हमसफर ❤️ हमसफर ❤️ जिन्दगी की राह में यूं ही साथ साथ चलना, आदत जो पड़ गई है तेरी, अब नहीं बदलना। खुशियां जो तूने दी है, काहे को अब है गिनना,... Quote Writer 108 Share Rituraj shivem verma 14 Jun 2024 · 1 min read नन्हे-मुन्ने हाथों में, कागज की नाव ही बचपन था । नन्हे-मुन्ने हाथों में, कागज की नाव ही बचपन था । जिसके नीचे खेले वो, पीपल की छाँव ही बचपन था। कभी झील सा मौन कभी, लहरों सा तूफानी बचपन, कभी... Quote Writer 101 Share Rituraj shivem verma 14 Jun 2024 · 1 min read पिता' शब्द है जीवन दर्शन,माँ जीवन का सार, पिता' शब्द है जीवन दर्शन,माँ जीवन का सार, पिता शांत है सागर सा, माँ गंगा की धार। पिता अंधेरों में दीपक सा, माँ भटकों को राह, मात-पिता इन दो शब्दों... Quote Writer 1 113 Share Rituraj shivem verma 14 Jun 2024 · 1 min read मुस्कुराहट खुशी की आहट होती है , मुस्कुराहट खुशी की आहट होती है , उसे झी भर के सुनो मुस्कुराहट हर चेहरे की नज़ाकत होती है , उसे दिल भर कर देखो मुस्कुराहट हर चहक के दिल... Quote Writer 92 Share Rituraj shivem verma 14 Jun 2024 · 1 min read दो अनजाने मिलते हैं, संग-संग मिलकर चलते हैं दो अनजाने मिलते हैं, संग-संग मिलकर चलते हैं सुख-दुःख के साथी हैं दोनों, गिरते और संभलते हैं।। पति का नाम भरोसा है, पत्नी का नाम समर्पण पति-पत्नी एक दूजे पर... Quote Writer 125 Share Rituraj shivem verma 13 Jun 2024 · 1 min read वो भारत की अनपढ़ पीढ़ी वो भारत की अनपढ़ पीढ़ी जो हम सबको बहुत डाँटती थी - कहती थी “नल धीरे खोलो... पानी बदला लेता है! अन्न नाली में न जाए, नाली का कीड़ा बनोगे!... Quote Writer 155 Share Rituraj shivem verma 13 Jun 2024 · 1 min read आज यादों की अलमारी खोली आज यादों की अलमारी खोली हाथ लगा एक अधूरा ख़त जिसमें लिखीं थीं कुछ अधूरी बातें बातों से झांक रहे थे अधूरे सपने और सपनों से लिपटे थे दो आधे... Quote Writer 139 Share Rituraj shivem verma 12 Jun 2024 · 2 min read बथुवे जैसी लड़कियाँ / ऋतु राज (पूरी कविता...) बथुवे जैसी लड़कियाँ / ऋतु राज (पूरी कविता...) वे लड़कियाँ बथुआ की तरह उगी थीं जैसे गेहूँ के साथ बथुआ बिन रोपे ही उग आता है ठीक इसी तरह कुछ... Quote Writer 121 Share Rituraj shivem verma 12 Jun 2024 · 2 min read अपनी सत्तर बरस की मां को देखकर, अपनी सत्तर बरस की मां को देखकर, क्या सोचा है तुमने कभी, कि वो भी कालेज में टाईट कुर्ती और स्लैक्स पहन कर जाया करती थी। तुम सोच नहीं सकते... Quote Writer 1 117 Share Rituraj shivem verma 12 Jun 2024 · 1 min read Be beautiful 😊 Be beautiful 😊 सुनो स्त्री 💛 जिंदगी के ताने बाने में , कहीं कमियां..कभी खूबियां, तुम्हें जताई जाएगी और बखूबी बताई भी जाएंगी . इन छुट्टियों में अपनी जिम्मेदारियां को,... Quote Writer 3 93 Share Rituraj shivem verma 9 Jun 2024 · 1 min read पागल सा दिल मेरा ये कैसी जिद्द लिए बैठा है पागल सा दिल मेरा ये कैसी जिद्द लिए बैठा है दो किनारे हम ये मिलने की उम्मीद लिए बैठा है एक पल के लिए भी मेरे जहन से हटता ही... Quote Writer 139 Share Rituraj shivem verma 9 Jun 2024 · 1 min read तेरी मौजूदगी में तेरी दुनिया कौन देखेगा तेरी मौजूदगी में तेरी दुनिया कौन देखेगा तुझे मेले में सब देखेंगे मेला कौन देखेगा तमन्ना की जगह लाशें तमन्ना कौन देखेगा अब अपने जीते जी अपना जनाज़ा कौन देखेगा... Quote Writer 160 Share Rituraj shivem verma 9 Jun 2024 · 1 min read फूल का शाख़ पे आना भी बुरा लगता है फूल का शाख़ पे आना भी बुरा लगता है तू नहीं है तो ज़माना भी बुरा लगता है ऊब जाता हूँ ख़मोशी से भी कुछ देर के बाद देर तक... Quote Writer 146 Share Rituraj shivem verma 9 Jun 2024 · 1 min read सब लोग जिधर वो हैं उधर देख रहे हैं सब लोग जिधर वो हैं उधर देख रहे हैं हम देखने वालों की नज़र देख रहे हैं कोई तो निकल आएगा सरबाज़-ए-मोहब्बत दिल देख रहे हैं वो जिगर देख रहे... Quote Writer 159 Share Rituraj shivem verma 9 Jun 2024 · 1 min read फ़ना से मिल गये वीरानियों से मिल गये हैं फ़ना से मिल गये वीरानियों से मिल गये हैं बिछड़ के तुमसे परेशनियों से मिल गये हैं न जाने हाल मेरी सलतनत का क्या होगा मिरे वज़ीर मेरी रानियों से... Quote Writer 89 Share Rituraj shivem verma 9 Jun 2024 · 1 min read कभी कहा न किसी से तिरे फ़साने को कभी कहा न किसी से तिरे फ़साने को न जाने कैसे ख़बर हो गई ज़माने को दुआ बहार की माँगी तो इतने फूल खिले कहीं जगह न रही मेरे आशियाने... Quote Writer 119 Share Rituraj shivem verma 9 Jun 2024 · 1 min read मोहब्बत ना-समझ होती है समझाना ज़रूरी है मोहब्बत ना-समझ होती है समझाना ज़रूरी है जो दिल में है उसे आँखों से कहलाना ज़रूरी है उसूलों पर जहाँ आँच आए टकराना ज़रूरी है जो ज़िंदा हो तो फिर... Quote Writer 141 Share Rituraj shivem verma 9 Jun 2024 · 1 min read जिस अयोध्या नगरी और अयोध्या वासियों को आप अपशब्द बोल रहे हैं जिस अयोध्या नगरी और अयोध्या वासियों को आप अपशब्द बोल रहे हैं… जिस नगरी के बारे में आप कह रहे हैं कि “वहां जाइए तो प्रसाद मत ख़रीदिए घर से... Quote Writer 229 Share Rituraj shivem verma 4 Jun 2024 · 1 min read संस्कार संस्कार जो प्रतिध्वनि से घबराते, प्रतिविम्ब देख डर जाते हैं खुश होते निजी भुलावे में, बहकावे के पद गाते हैं। उनके हित में कभी कोई, कानून खड़ा न होता है... Quote Writer 82 Share Rituraj shivem verma 29 May 2024 · 2 min read जब एक शख्स लगभग पैंतालीस वर्ष के थे तब उनकी पत्नी का स्वर्गव जब एक शख्स लगभग पैंतालीस वर्ष के थे तब उनकी पत्नी का स्वर्गवास हो गया था। लोगों ने दूसरी शादी की सलाह दी परन्तु उन्होंने यह कहकर मना कर दिया... Quote Writer 123 Share Rituraj shivem verma 29 May 2024 · 4 min read एक जमाना था... एक जमाना था... खुद ही स्कूल जाना पड़ता था क्योंकि साइकिल बस आदि से भेजने की रीत नहीं थी, स्कूल भेजने के बाद कुछ अच्छा बुरा होगा ऐसा हमारे मां-बाप... Quote Writer 128 Share Rituraj shivem verma 29 May 2024 · 1 min read जो हुक्म देता है वो इल्तिजा भी करता है जो हुक्म देता है वो इल्तिजा भी करता है ये आसमान कहीं पर झुका भी करता है तू बेवफ़ा है तो ले इक बुरी ख़बर सुन ले कि इंतज़ार मेरा... Quote Writer 2 198 Share Rituraj shivem verma 29 May 2024 · 2 min read मेरा हमेशा से यह मानना रहा है कि दुनिया में जितना बदलाव हमा मेरा हमेशा से यह मानना रहा है कि दुनिया में जितना बदलाव हमारी पीढ़ी ने देखा है वह ना तो हमसे पहले किसी पीढ़ी ने देखा है और ना ही... Quote Writer 106 Share Rituraj shivem verma 29 May 2024 · 2 min read *हमारा विनाश कव शुरू हुआ था?* 👉🏻 *हमारा विनाश कव शुरू हुआ था?* 👉🏻 1.हमारा विनाश उस समय से शुरू हुआ था जब हरित क्रांति के नाम पर देश में रासायनिक खेती की शुरूआत हुई और हमारा... Quote Writer 120 Share Rituraj shivem verma 29 May 2024 · 2 min read हमारे जमाने में साइकिल तीन चरणों में सीखी जाती थी , हमारे जमाने में साइकिल तीन चरणों में सीखी जाती थी , पहला चरण - कैंची दूसरा चरण - डंडा तीसरा चरण - गद्दी ... *तब साइकिल की ऊंचाई 24 इंच... Quote Writer 79 Share Rituraj shivem verma 28 May 2024 · 2 min read ससुराल में साली का ससुराल में साली का बाग़ में माली का होंठो में लाली का पुलिस में गाली का मकान में नाली का कान में बाली का पूजा में थाली का खुशी में... Quote Writer 83 Share Rituraj shivem verma 22 May 2024 · 1 min read चाँद को चोर देखता है चाँद को चोर देखता है मोरनी को मोर देखता हैं हमे बहुत बुरा लगता हैं जब तुझे कोई और देखता है ऋतुराज वर्मा 8953057283 Quote Writer 71 Share Rituraj shivem verma 20 May 2024 · 1 min read *निरोध (पंचचामर छंद)* *निरोध (पंचचामर छंद)* निरोध चित्तवृत्ति का हुआ नहीं तो व्यर्थ है। पवित्र चित्तवृत्ति ही अमूल्य कोश अर्थ है। समर्थवान है वही निरुद्ध वृत्ति जो करे। कुकृत्य से सुदूर हो सदैव... Quote Writer 132 Share Rituraj shivem verma 19 May 2024 · 2 min read एक कहानी सुनाए बड़ी जोर से आई है।सुनोगे ना चलो सुन ही लो एक कहानी सुनाए बड़ी जोर से आई है।सुनोगे ना चलो सुन ही लो कहते है घर मे सबसे छोटा सबसे लाडला होता है सबसे ज्यादा मोहब्बत उसे ही मिलती हैं।... Quote Writer 99 Share Rituraj shivem verma 19 May 2024 · 1 min read लापता सिर्फ़ लेडीज नहीं, हम मर्द भी रहे हैं। हम भी खो गए हैं लापता सिर्फ़ लेडीज नहीं, हम मर्द भी रहे हैं। हम भी खो गए हैं नौ से पांच की नौकरी में, कोचिंग कारखानों के पोस्टरों में, कंधे पर बैग टांगे, जेनरल... Quote Writer 142 Share Rituraj shivem verma 19 May 2024 · 1 min read "नग्नता, सुंदरता नहीं कुरूपता है ll "नग्नता, सुंदरता नहीं कुरूपता है ll मगर सादगी को कौन पूछता है ll पाश्चात्य के पीछे भागने वालो, सूर्य पश्चिम में ही तो डूबता है ll ख्वाहिशों का न भरने... Quote Writer 104 Share Rituraj shivem verma 13 May 2024 · 1 min read ---माँ--- ---माँ--- माँ संवेदना है, भावना है, अहसास है माँ जीवन के फूलों में, खूशबू का वास है माँ रोते हुए बच्चे का, खुशनुमा पालना है माँ मरूस्थल में नदी या... Quote Writer 89 Share Rituraj shivem verma 13 May 2024 · 1 min read माँ ---माँ--- माँ संवेदना है, भावना है, अहसास है माँ जीवन के फूलों में, खूशबू का वास है माँ रोते हुए बच्चे का, खुशनुमा पालना है माँ मरूस्थल में नदी या... 42 Share Rituraj shivem verma 13 May 2024 · 1 min read गर्म दोपहर की ठंढी शाम हो तुम गर्म दोपहर की ठंढी शाम हो तुम मेरे दिल का सुकून मेरे दिल का आराम हो तुम तुम हो तो सब कुछ है जिंदगी मे मेरी खुशियों का दूसरा नाम... Quote Writer 1 242 Share Rituraj shivem verma 13 May 2024 · 1 min read मन हमेशा एक यात्रा में रहा मन हमेशा एक यात्रा में रहा कहीं से .. कहीं भी.. तक की यात्रा । समय और दूरी के नियमों से बेख़बर बंदिशों से बेफिकर मन लांघता गया अनंत की... Quote Writer 154 Share Rituraj shivem verma 13 May 2024 · 1 min read जब तुमने वक्त चाहा हम गवाते चले गये जब तुमने वक्त चाहा हम गवाते चले गये जब तुमने साथ मांगा हम निभाते चले गये जब तुमने ख्याल चाहा हम मनाते चले गये लेकिन जब हमने प्यार मांगा तुम... Quote Writer 85 Share Rituraj shivem verma 1 May 2024 · 1 min read मेरी दोस्ती के लायक कोई यार नही मेरी दोस्ती के लायक कोई यार नही मेरी दुश्मनी झेल सके ऐसी कोई तलवार नहीं Quote Writer 217 Share Rituraj shivem verma 29 Apr 2024 · 1 min read एक होस्टल कैंटीन में रोज़-रोज़ एक होस्टल कैंटीन में रोज़-रोज़ नाश्ते में खिचड़ी दे देने से परेशान 85 छात्रों ने होस्टल वार्डन से शिकायत करी और बदल-बदल के नाश्ता देने को कहा. 100 में से... Quote Writer 89 Share Rituraj shivem verma 25 Apr 2024 · 1 min read सपना है आँखों में मगर नीद कही और है सपना है आँखों में मगर नीद कही और है दिल तो है जिस्म मे मगर धड़कन कही और है कैसे बया करे हाल ए दिल जी तो रहे है मगर... Quote Writer 175 Share Rituraj shivem verma 25 Apr 2024 · 1 min read *मेरा वोट मेरा अधिकार (दोहे)* *मेरा वोट मेरा अधिकार (दोहे)* जन्मसिद्ध अधिकार है,मेरा प्रिय मतदान। सोच समझकर दो उसे,जिसे सर्वहित ज्ञान।। मूल्यवान मतदान है, इसका हो सम्मान। बिना विचारे फेंक मत,कर विवेक का मान।। इस... Quote Writer 197 Share Rituraj shivem verma 25 Apr 2024 · 2 min read *दही खाने के 15 अद्भुत चमत्कारी अमृतमयी फायदे...* *दही खाने के 15 अद्भुत चमत्कारी अमृतमयी फायदे...* (1). दही का सेवन करने से हमारी पाचन शक्ति बढ़ती हैं, हर-रोज दही खाने से भूख न लगने की बीमारी खत्म हो... Quote Writer 81 Share Rituraj shivem verma 25 Apr 2024 · 1 min read *माँ सरस्वती (चौपाई)* *माँ सरस्वती (चौपाई)* चली लेखनी कृपा हुई जब। मात समायी हैं रग रग जब।। बिन माता के भाव न उठता। कभी न कविता में मन लगता।। कर पर बैठी वे... Quote Writer 216 Share Rituraj shivem verma 25 Apr 2024 · 1 min read *पत्थरों के शहर में कच्चे मकान कौन रखता है....* *पत्थरों के शहर में कच्चे मकान कौन रखता है....* *आजकल हवा के लिए रोशनदान कौन रखता है...!* *अपने घर की कलह से फुरसत मिलें तो सुनें....* *आजकल पराई दीवार पर... Quote Writer 156 Share Previous Page 2 Next