Phoolchandra Rajak 477 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next Phoolchandra Rajak 26 Nov 2021 · 1 min read श्री फल। फलों में सबसे ज्यादा प्रिय नारियल का फल माना जाता है। क्योंकि,नारियल समस्त देवताओं को प्रिय होता है। इसलिए मानव समाज अपने इष्ट देवी देवताओं को यह फल भेंट के... Hindi · लेख 2 2 578 Share Phoolchandra Rajak 25 Nov 2021 · 1 min read बस पत्थर को भगवान! औरत से जन्म लेकर, फिर औरत में समा जाता है। राहें बना कर नई नई, फिर मंजिल पाता है। कुछ इधर की कुछ उधर की, पढ़ता और पढ़ाता है। कुछ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 5 312 Share Phoolchandra Rajak 24 Nov 2021 · 1 min read किसान! किसान भारत की शान। लेकिन हमको नही पहचान।आज नही बन सका महान। पर ! दुनिया का इसके बिना नही चलता खान,पान।दिन रात मेहनत करता है, करता श्रमदान। फिर भी हमेशा... Hindi · मुक्तक 2 2 285 Share Phoolchandra Rajak 23 Nov 2021 · 1 min read आस्तिक और नास्तिक! कुछ व्यक्ति अपने आप को नास्तिक मानते हैं। लेकिन उन्हें इस शब्द का अर्थ नही मालूम है।कि आस्तिक और नास्तिक की परिभाषा क्या है? वैसे तो कोई भी व्यक्ति नास्तिक... Hindi · लेख 1 545 Share Phoolchandra Rajak 22 Nov 2021 · 1 min read हीरे की पहचान! हीरे को कौन पसंद करता है।जो पत्थर दिल बन जाता है।हीरा भी एक पत्थर ही होता है।बस! अपनी खास चमक के कारण हीरा कहलाता है।हीरा कौन जानता,पहचानता है।उसका उपयोग चंद... Hindi · मुक्तक 2 2 351 Share Phoolchandra Rajak 21 Nov 2021 · 1 min read खून नही वो पानी है। खून नही वो पानी है,सब कुछ धानी धानी है। जिस खून में उबाल ना हो ,वह कैसी जवानी है। खून नही वो पानी है। ऊंट बिल्ली ले गई , ये... Hindi · कविता 2 1 863 Share Phoolchandra Rajak 20 Nov 2021 · 1 min read दान का महत्व। हमारे वेदों में दान का महत्व बहुत बड़ा बताया गया है। लेकिन हमारी शिक्षा ,वेद संमत न होने के कारण हमने अपनी जिंदगी में दान को महत्त्व नही दिया है।... Hindi · लेख 1 1 251 Share Phoolchandra Rajak 19 Nov 2021 · 1 min read गुरु नानक देव जी पर विशेष गुरु नानक देव जी सिख धर्म के प्रथम गुरु माने जाते हैं।नानक देव जी ने, मानव समाज को जो ज्ञान बताया,वह मानव की आत्मा के कल्याण के लिए था। और... Hindi · लेख 1 1 123 Share Phoolchandra Rajak 19 Nov 2021 · 1 min read तत्व ज्ञान। किसी भी पदार्थ का टूट कर बिखर जाना, इसके बाद तत्व का रुपानतरण हो जाता है।यह प्रक्रिया हमेशा चलती रहती है।कि किसी भी तत्व की आखरी प्रक्रिया, वायु तक सिमित... Hindi · लेख 1 1 413 Share Phoolchandra Rajak 18 Nov 2021 · 2 min read मत -भेद मनुष्य के मन में बहुत प्रकार के मत उत्पन्न होते चले गए।जबकि हमारे वेदों में सब कुछ वर्णित था। हमने उन्हें न तो ठीक से पढ़ा, और ना ही ठीक... Hindi · लेख 1 1 216 Share Phoolchandra Rajak 17 Nov 2021 · 1 min read हे अर्जुन उठो! हे अर्जुन उठो,------------दुष्टो को सबक सिखाना है।अब समय नही सोने का,सत्य की रक्षा के लिए फिर, गाण्डीव उठाना है।देखो तो अब ऐसा लगता है,कि वीरों से पृथ्वी खाली है। इसलिए... Hindi · कविता 1 1 194 Share Phoolchandra Rajak 16 Nov 2021 · 1 min read सुबह का समाचार। सुबह सुबह जब आया अखबार।जब पढ़ा तो, लिखा था शहीद हुआ परिवार।यह पढ़कर,मेरे निकल पड़े अश्रुधार।कब तक? सैनिकों को आंतकवाद की बलि चढ़ाओगे। अभी नही जागे तो,बाद में पछताओगे।क्या गुजरी... Hindi · कविता 1 3 188 Share Phoolchandra Rajak 15 Nov 2021 · 1 min read कभी कभी अपने आप को पढ़ना! मनुष्य को कभी कभी अपने आप को भी पढ़ना चाहिए। क्योंकि उससे मनुष्य को अपनी की हुई गलतीयो का पता चल जाएगा। और उनमें सुधार भी होने लगेगा। लेकिन सवाल... Hindi · लेख 1 159 Share Phoolchandra Rajak 14 Nov 2021 · 1 min read वेतन लाख का काम टका का! वेतन लाख रुपए का, काम करता न टका का।पद की गरिमा बहुत भारी।पर न समझे जिम्मेदारी।ये कैसी है लाचारी,देख रहे हैं सब तमाशा, अपनी बारी -बारी ।अब दुनिया भई बेचारी।जरा... Hindi · मुक्तक 2 3 276 Share Phoolchandra Rajak 13 Nov 2021 · 1 min read कुर्बानी! आज मनुष्य शायद , कुर्बानी के अर्थ को नही समझ पाया है।यह शब्द उर्दू भाषा से लिया गया शब्द है।पर!हम किसी भी शब्द के अर्थ को जाने बिना ही हम... Hindi · लेख 4 7 534 Share Phoolchandra Rajak 12 Nov 2021 · 1 min read बजीरे आजम इन चीख- पुकारों से ये नन्हे बच्चों की की हा हा कारों से।पूछो! शहीद सैनिकों की विधवा नारी के मन से। काश्मीर घाटी के उस रुद्र क्रदंन से। प्रतिदिन के... Hindi · मुक्तक 3 3 331 Share Phoolchandra Rajak 11 Nov 2021 · 1 min read क्यों तू पर्दे के पीछे! क्यों तू पर्दे के पीछे रहता है। क्यों अपनी जिंदगी को कठिनतम बनाता है। हमेशा पर्दे के पीछे दौड़ लगाता रहता है। क्यों अपनी जिंदगी को टाइम पास बनाता है।मन... Hindi · मुक्तक 1 1 390 Share Phoolchandra Rajak 10 Nov 2021 · 1 min read योग! मनुष्य अभी तक योग क्या है?यह नही जान पाया है। योग कहने में बहुत आसान है। लेकिन यह शब्द पूरी सृष्टि को समेटे हुए है। और हमारी पृक्रति भी योग... Hindi · लेख 1 1 593 Share Phoolchandra Rajak 9 Nov 2021 · 1 min read हे पथिक! हे पथिक---------------+++++++++सुनो दुष्टों के बीच सज्जन का रहना। कितना मुश्किल है उसकी व्यथा कहना। कैसे खुश रहता होगा। कितना दुख सहता होगा। उसके अंतर मन की ,व्यथा कौन समझता होगा।... Hindi · कविता 3 4 246 Share Phoolchandra Rajak 8 Nov 2021 · 1 min read हम रहें न रहें पर नाम! हम रहें न रहें पर तेरा नाम रहेगा। अच्छा बुरा काम रहेगा। एक दिन बुझ जायेगी, ये शमा।पर तेरी महफ़िल का नाम रहेगा। अच्छे काम करने वाले इस जग में... Hindi · मुक्तक 2 1 211 Share Phoolchandra Rajak 7 Nov 2021 · 1 min read कहीं कोई परशुराम जन्म! गलत --गलत करते करते,गलत सहते सहते।गलत कहते कहते, अभी तक इस कचरे को हटा नही पाया है। क्योंकि? हमने अपने को नही पहचान पाया है। दुहाई बुद्धिमान की देता चला... Hindi · मुक्तक 1 1 167 Share Phoolchandra Rajak 6 Nov 2021 · 1 min read बेकार! आज कल यह शब्द बहुत प्रचलन में आता है।कि अमुक वस्तु बेकार हो चुकी है। उसे फेंक दिया जाता है, लेकिन आज कोई भी चीज बेकार नहीं होती है।वह कोई... Hindi · लेख 2 1 280 Share Phoolchandra Rajak 5 Nov 2021 · 1 min read आत्मा की आत्मा से बात। दीपावली का दिन था,एक फैक्टरी का मालिक अपनी फैक्ट्री में मां लक्ष्मीजी की पूजा करने के लिए आता है। और उसके पास महंगी महंगी गाड़ियां हैं, उन्हीं गाड़ी में उनको... Hindi · कहानी 3 2 476 Share Phoolchandra Rajak 4 Nov 2021 · 1 min read हम ज्ञान से अंधेरे-----+ हम ज्ञान से अंधेरे की ओर , बढ़ रहे हैं। क्या गजब का पाठ पढ़ रहें हैं।गलत को गलत कहते हैं। हम हमेशा अत्याचार को सहते रहे हैं। सत्य की... Hindi · मुक्तक 182 Share Phoolchandra Rajak 4 Nov 2021 · 1 min read एक दिन पूजते हैं। एक दिन पूजता है! और सारी साल मारता है। कैसे कैसे व्यवहार करता है। क्या? ऐसा मानव कर सकता है। उसे युग परिवर्तन मान लिया करता है।कि हम विज्ञानी ,लक्ष्मी... Hindi · मुक्तक 175 Share Phoolchandra Rajak 3 Nov 2021 · 1 min read दीपावली खूब मनाये! दीपावली खूब मनाये, लेकर परिवार को संग।ना चलाना वो पटाखे, जिससे पक्षी होवे तंग।।मूक पशु पक्षियों का हमेशा रखें ध्यान। यही धर्म मानव का है, इससे हो कल्याण।।अपनी ही खुशी... Hindi · दोहा 171 Share Phoolchandra Rajak 2 Nov 2021 · 1 min read आज संवेदन हीन-----हुआ! आज संवेदन हीन-----हुआ इंसान। फिर भी बनता बहुत महान।चलै ठगों के पीछे पीछे।करै नही पहचान।आज संवेदन हीन हुआ इंसान। दुहाई देता फिरें,हम है बुद्धि मान।आज कितना भी सिखाओ, कितना भी... Hindi · मुक्तक 3 188 Share Phoolchandra Rajak 31 Oct 2021 · 1 min read विटामिन वाह, वाह में! एक सबेरा मेरी निगाह में हैं। हां उजाला सभी की चाह में है।हम अंधेरे में जी रहे हैं। दोस्त। और सूरज तुम्हारी राह में है। हंसते रहिए तमाम उम्र भर।एक... Hindi · मुक्तक 2 1 201 Share Phoolchandra Rajak 31 Oct 2021 · 1 min read किसी को खुशी दे! किसी को तुम खुशी दे सको एक पल की । ऐसा कर्म करते चलो , क्योंकि खबर नही पल की। पत्थर को पूजते , पूजते हो गया पत्थर दिल।जिस राह... Hindi · कविता 2 1 198 Share Phoolchandra Rajak 30 Oct 2021 · 1 min read अगर चैलेंज हो! अगर चैलेंज हो जीवन में। वीरों की भागीदारी,हो शासन में। व्यवस्था में तभी सुधार होगा, लोकतंत्र के आंगन में। अपने को बुद्धि मान समझने बालों। गरीब और अमीर समझने बालों।यह... Hindi · मुक्तक 2 4 187 Share Phoolchandra Rajak 29 Oct 2021 · 1 min read यह कहना आसान है। सब कुछ कह देना आसान होता है। मूर्त रुप देना बहुत कठिन होता है। लगता नही कुछ भी कह देने से। बड़ी से बड़ी बात समझाने से।हो जाता है सब... Hindi · मुक्तक 1 209 Share Phoolchandra Rajak 28 Oct 2021 · 1 min read जड़ और चेतन। जड़ शब्द को हमने वृक्षों से लिया और मानव स्वभाव से जोड़ दिया गया है। इसी प्रकार हमने चेतन शब्द को संवेदना से उठाया और जोड़ दिया ,स्वभाव से। जड़--का... Hindi · लेख 1 345 Share Phoolchandra Rajak 27 Oct 2021 · 1 min read जीव और निर्जीव। प्रकृति जीव और निर्जीव दोनों के सहयोग से चलती है। ईश्वर की रचना बहुत विचित्र है।कि जीवित प्राणी को निर्जीव के ऊपर खड़ा कर दिया है। किसी भी जानवर के... Hindi · लेख 2 3 433 Share Phoolchandra Rajak 26 Oct 2021 · 1 min read संकेत और संदेश। आज मैं इन दोनों शब्दों की व्याख्या कर रहा हूं।इन दोनों शब्दों में क्या अंतर है। और दोनों का अर्थ क्या है। संकेत-यह शब्द किसी वस्तु की ओर इशारा कर... Hindi · लेख 228 Share Phoolchandra Rajak 25 Oct 2021 · 1 min read आरती पत्नी रानी की। आरती पत्नी रानी की,कि देवरानी जेठानी की।सबको भोजन रोज बनाबै। अपना दुख दर्द विसराबै। परिवार की तुमसे है, शोभा रानी की। आरती पत्नी रानी की कि देवरानी जेठानी की। तुमसे... Hindi · गीत 3 2 371 Share Phoolchandra Rajak 24 Oct 2021 · 1 min read आरती पति देवा की (करवां चौथ पर) आरती पति देवा की,कि निस्वारथ सेवा की।मैं तुम्हारी सेवा दार,तुम मेरे त्यौहार।एक सफर के दो साथी,ऐसी जीवन सेवा की। आरती पति देवा की।कि निस्वारथ सेवा की।ग्रहस्थ जीवन की, पहली कड़ी... Hindi · मुक्तक 1 3 310 Share Phoolchandra Rajak 23 Oct 2021 · 1 min read विरला की गति। हम सब बन गये है, ज्ञानी ।सभा बीच कर रहे हैं कविता वखानी।बिन कानों से सुनते हैं ये प्रानी।यह रहस्य को केवल विरला ही जानी। जिंदगी को तो यों जीतें... Hindi · कविता 1 181 Share Phoolchandra Rajak 22 Oct 2021 · 1 min read मन की ऊर्जा। मनुष्य के शरीर में मन की अंनत ऊर्जा होती है। जैसे जैसे मनुष्य का शरीर विकास करता है।उसी प्रकार से ऊर्जा का भी संचार होता है।जब मनुष्य बालिग होता है,... Hindi · लेख 415 Share Phoolchandra Rajak 21 Oct 2021 · 1 min read दिमागी कसरत। मनुष्य अपने हाथ पैरों की कसरत तो करता रहता है।पर दिमाग की भी कसरत करना चाहिए। उससे मनुष्य की बुद्धि का विकास होता है। और मन शांत रहता है। हमारा... Hindi · लेख 3 1 657 Share Phoolchandra Rajak 21 Oct 2021 · 1 min read शहद और हल्दी शहद मनुष्य के जीवन रक्षक दवा का काम करती है। इसलिए यह ईश्वर के भोग में शामिल की जाती है।शहद हमारे लिए बहुत उपयोगी है।यह वात, पित्त,कफ तीनों के लिए... Hindi · लेख 199 Share Phoolchandra Rajak 20 Oct 2021 · 1 min read बुद्धिमान और मूर्ख। मनुष्य की बुद्धि कब काम करतीं हैं।जब मनुष्य का मन शांत हो। और मन कभी भी शांत नहीं रहता है।मन को शांत रखने के लिए राम नाम का जाप करना... Hindi · लेख 1 3 494 Share Phoolchandra Rajak 19 Oct 2021 · 1 min read दीपावली कैसे मनाता है। हिंदी ओढ़ता, हिंदी बिछाता हिंदी मात्र भाषा बताता है। दीपावली का त्यौहार फिर अंग्रेजी में क्यों मनाता है।अपनी संस्कृति से आज क्यों नाता तोड़ रहा है। विदेशी भाषा से क्यों... Hindi · कविता 1 1 264 Share Phoolchandra Rajak 18 Oct 2021 · 1 min read हमारी भाषा और व्यवहार। मैं भाषा को एक दवा का रुप देना चाहता हूं। जिससे हर इंसान स्वस्थ्य रह सके, वाणी ऐसी बोलिए,जो मन का आपा खोए।ओरन को शीतल करे ,आपने शीतल होय।। भारत... Hindi · लेख 1 1 177 Share Phoolchandra Rajak 17 Oct 2021 · 1 min read यंत्र और मानव। आज के मानव का जीवन यंत्रों के आधीन हो गया है।मानव अपनी सुख सुविधाओं के लिए लगातार यंत्रो का निर्माण कर रहा है।उसका जीवन,सुखमय हो रहा है।यह उसे लग रहा... Hindi · लेख 1 1 271 Share Phoolchandra Rajak 17 Oct 2021 · 1 min read ध्यान। मानव जीवन में ध्यान योग का बहुत महत्त्व है। इसलिए ही त्रषि मुनि प्रतिदिन ईश्वर का ध्यान किया करते थे।ध्यान में बहुत बड़ी शक्ति होती है।जब अपने परिवार का कोई... Hindi · लेख 433 Share Phoolchandra Rajak 16 Oct 2021 · 1 min read मन और बुद्धि। मनुष्य के शरीर में मन बहुत शक्तिशाली होता है।मन वश में करना एक सिद्धि के समान है।अगर मनुष्य का मन वश में हो जाता है।वह दुनिया पर विजय प्राप्त कर... Hindi · लेख 2 1 432 Share Phoolchandra Rajak 15 Oct 2021 · 1 min read दिल में राम वसाले। तू दिल में वसाले मेरे राम को, तो संसार सागर से पार हो जायेगा।तू अपना न बना इस संसार को,वरना एक दिन बहुत पछतायेगा।तू समझ कर न समझ न बन,।कब्जे... Hindi · गीत 2 2 187 Share Phoolchandra Rajak 14 Oct 2021 · 1 min read समझने वाले इशारों को! समझने वाले इशारों को समझ को समझ जाते हैं।न समझने वाले कोशिश नहीं करते हैं। जिनकी मर चुकी हो जिज्ञासा। फिर हाथ लगेगी निराशा।जो कभी अपना दिल साफ न करते... Hindi · मुक्तक 1 1 185 Share Phoolchandra Rajak 13 Oct 2021 · 1 min read हे जगत जननी मां। हे जगत जननी मां,सुन लो मेरी पुकार।कितनी भीड़ है तेरे दरबार। जिसमें कोई नहीं भक्त शुमार।हे जगत जननी मां सुन लो मेरी पुकार। दुष्टों को , क्यों पाल रही है।... Hindi · गीत 197 Share Phoolchandra Rajak 12 Oct 2021 · 1 min read वह मनुष्य नही हो सकता ॽ जो किसी की गर्दन काट, सकता है।वह सच्चे अर्थों में मनुष्य नही हो सकता है। अपने पेट की खातिर, किसी की बलि चढ़ाता है।वह सच्चे अर्थों में धर्मी नही हो... Hindi · कविता 1 219 Share Previous Page 4 Next