Dr Meenu Poonia Tag: कविता 171 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Dr Meenu Poonia 1 Nov 2021 · 1 min read दीपावली नए कपड़ों संग हम सब इतराएं भिन्न भिन्न मिठाई हर जन को भाए चमचमाती रोशनी सबको लुभाए जीवन में उल्लास भरती दीपावली, देवी लक्ष्मी, विष्णु जी को भोग लगाएं देशी... Hindi · कविता 4 583 Share Dr Meenu Poonia 30 Oct 2021 · 1 min read महिलाओं वाली खुशी " वैसे तो खुश होते हैं सभी वर्ग के इंसान ही, लेकिन महिलाओं वाली खुशी की तो बात ही कुछ ओर है खुश होने के भी होते हैं हजारों लाखों कारण,... Hindi · कविता 2 615 Share Dr Meenu Poonia 29 Oct 2021 · 2 min read सरकारी नौकर मेरी तो समझ से बाहर सारा मसला है क्यों दुनिया सरकारी नौकरी की दीवानी है ? क्या और कैसे बताऊं तुम्हें मैं आज सरकारी नौकर की अजीब कहानी है, लगभग... Hindi · कविता 3 917 Share Dr Meenu Poonia 28 Oct 2021 · 1 min read " अखंड ज्योत " आ जाओ सारे आकर बैठो मेरे पास अखंड ज्योत की मैं कथा सुनाऊं कोरोना अवधि में आया था नवरात्रा उसी समय का आज जिक्र कर जाऊं, कलश स्थापना को उत्साहित... Hindi · कविता 2 622 Share Dr Meenu Poonia 25 Oct 2021 · 1 min read " अपनी ढपली अपना राग " सुखा फूल मुरझा कर पड़ा जो सड़क पर किसी को लगे गंध तो किसी को पराग आज सब हैं अपनी मर्जी के मालिक सबकी अपनी ढपली अपना अपना राग, सफेद... Hindi · कविता 1 1 969 Share Dr Meenu Poonia 21 Oct 2021 · 1 min read कलम रंग रूप और भिन्न आकार लिखने का मैं करती काम छोटी बड़ी और रंग बिरंगी मीनू मेरा कलम है नाम, प्राचीन ग्रंथों की बनावट में मैंने ही तो लिखा था... Hindi · कविता 5 1 677 Share Dr Meenu Poonia 9 Oct 2021 · 1 min read " मां भवानी " आया नवरात्र का पवित्र त्यौहार नव सज्जा से सजे हैं बाजार बेड़ा करती सबका पार भवानी ऐसी है मेरी मां भवानी, लाल चूड़ा हाथों में पहनकर गोटे की चूनर सिर... Hindi · कविता 3 920 Share Dr Meenu Poonia 6 Oct 2021 · 1 min read " समुद्री बादल " हर कोई चाहे आज बादल पर पैर रखना कोई बोले परियों का बास कोई कहे इसे बर्फ का जमना, बच्चे बैठ जाएं जिद्द करके हमको बादल पार है जाना हवाईजहाज... Hindi · कविता 2 891 Share Dr Meenu Poonia 5 Oct 2021 · 1 min read " मायूस धरती " आंचल में मैंने तुम्हे खिलाया बारिश का निर्मल जल पिलाया आशियाना बनाने को दिया स्थान बरसाया मैंने तुम सब पर दुलार, फल खाकर मेरे मिटाई भूख प्राकृतिक छटा से मन... Hindi · कविता 3 1 767 Share Dr Meenu Poonia 1 Oct 2021 · 1 min read " जीवित जानवर " जीभ मुझे भी दी है भगवान ने क्या हुआ जो बोलता नहीं हूं भावनाएं तो बसी हैं मुझमें भी मैं जानवर भी सजीव ही हूं, पेट भरता हूं माना रूखे... Hindi · कविता 5 4 775 Share Dr Meenu Poonia 1 Oct 2021 · 1 min read "सुन नारी मैं माहवारी" मैं हूं प्रकृति की देन मत तूं मुझसे घबरा अंधविश्वास में मत उलझ खुलकर अपनी पीड़ा बता, क्यों छुपाए तूं मुझे क्यों तूं हिचकिचाए आत्मसम्मान समझ मुझसे माहवारी आज चिल्लाए,... Hindi · कविता 6 6 556 Share Dr Meenu Poonia 2 Jun 2021 · 1 min read जालिम कोरोना सुन्न कर दिया सब जहरीला हुआ वातावरण बिकने लगी है हवा कोरोना की मार तगड़ी, घर पर हुए बच्चे बोर पढ़ाई भी हुई है खोटी मस्ती हो गई कोसों दूर... Hindi · कविता 2 455 Share Dr Meenu Poonia 2 Jun 2021 · 1 min read "बारिश संग बदरिया" लालिमा छाई है माह सावन का चमक रही बिजली घुमड़ रही बदरिया, तन को कर स्पर्श मचाए यह गुदगुदी सुरीली आवाज संग चले जब मंद हवा, कागज की ले नाव... Hindi · कविता 2 1 891 Share Dr Meenu Poonia 23 Dec 2020 · 1 min read ''प्रकृति का गुस्सा कोरोना'' बच्चे, वृद्ध, नौजवान बैठे थे नव वर्ष 2020 आगमन के इंतजार में, दस्तक कोरोना की मचा गई तबाही बुरी तरह हिला मानव प्रकृति की मार में। दिखे वहीं सिर्फ मार्मिक... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 26 696 Share Dr Meenu Poonia 7 Feb 2020 · 1 min read विलुप्त होती हंसी कभी-कभी मेरे दिल में ख्याल आता है कि मैं बनाई गई हूं सिर्फ कलयुग देखने के लिए, कभी-कभी सबका चेहरा सूजा हुआ नजर आता है कभी प्यार से बोलते हैं... Hindi · कविता 2 701 Share Dr Meenu Poonia 25 Jan 2020 · 2 min read स्वर्ग नरक का फेर अनादि काल से मान्यता चली आ रही है यह जन्म है पिछले जन्म के कर्मों का फेर इसी आधार पर भगवान ने बनाया हमें किसी को गरीब किसी को कुबेर... Hindi · कविता 2 1 769 Share Dr Meenu Poonia 22 Jan 2020 · 1 min read चित्कार जगत जननी नारी को भगवान भी सर झुकाता है मगर यह कलयुगी इंसान क्यों नहीं नारी को पहचानता है,? हर कदम पर दबाए इसे आबरू को भी नोचता है हवस... Hindi · कविता 2 2 641 Share Dr Meenu Poonia 18 Jan 2020 · 1 min read गुम होता अस्तित्व भाभी, दामाद, जीजा जी, पुत्र वधू का भाई का स्त्रीलिंग बहन बनाकर भाभी का अस्तित्व मिटा दिया, पुत्र का स्त्रीलिंग पुत्री बनाकर पुत्रवधू को कहां छुपा दिया ? कहां गए दामाद और जीजा जी ? अपनी मर्जी... Hindi · कविता 3 1 1k Share Dr Meenu Poonia 19 Sep 2019 · 1 min read घृणित नजर इज्जत करो नारी की, जो हर मर्द की ताकत होती है रूप रोल चाहे कुछ भी हो, हर लड़की किसी की बेटी होती है पत्नी, बेटी पर कोई आंख उठाए,... Hindi · कविता 3 562 Share Dr Meenu Poonia 18 Sep 2019 · 1 min read दरिंदगी से तो भ्रूण हत्या ही अच्छी भ्रूण हत्या से कलयुग में बचाया मुझे नई जिंदगी की राह खुली थी आंखों में कामयाबी के सपने लिए शहर की सड़क पर निकली थी अभी तो शरीर की शुरुआत... Hindi · कविता 2 772 Share Dr Meenu Poonia 17 Sep 2019 · 1 min read परिवार दुख सुख का संगम है परिवार हर स्थिति में हमें सहलाता है उतार-चढ़ाव भरी जिंदगी में हर कदम पर हमें बहलाता है हर सदस्य अपनी न्यारी भूमिका इस परिवार में... Hindi · कविता 2 587 Share Previous Page 4