Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Oct 2021 · 1 min read

” जीवित जानवर “

जीभ मुझे भी दी है भगवान ने
क्या हुआ जो बोलता नहीं हूं
भावनाएं तो बसी हैं मुझमें भी
मैं जानवर भी सजीव ही हूं,
पेट भरता हूं माना रूखे सूखे से
लेकिन, तुझ नर जैसे देखता तो हूं
आशियाना सिर पर नहीं है मेरे
हूं मैं जानवर लेकिन, जीवित तो हूं,
माना खूंटे से मैं बंधा हुआ, लेकिन
अहसास दर्द का महसूस करता तो हूं
पीड़ा मेरी मीनू तूं भी ना समझे
तुझ जैसे बच्चों को जन्म देता तो हूं,
चोट लगे तब बयां नहीं कर पाता
लेकिन, कष्ट में कराहता तो हूं
निज तरीके से समझाने का प्रयास करता
नर नहीं हूं मैं जानवर ही तो हूं।

Language: Hindi
5 Likes · 4 Comments · 758 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Meenu Poonia
View all
You may also like:
गुस्सा
गुस्सा
Sûrëkhâ Rãthí
मैंने रात को जागकर देखा है
मैंने रात को जागकर देखा है
शेखर सिंह
झरोखा
झरोखा
Sandeep Pande
💐प्रेम कौतुक-299💐
💐प्रेम कौतुक-299💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*सबसे अच्छी मॉं के हाथों, निर्मित रोटी-दाल है (हिंदी गजल)*
*सबसे अच्छी मॉं के हाथों, निर्मित रोटी-दाल है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
श्री राम का जीवन– गीत
श्री राम का जीवन– गीत
Abhishek Soni
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
यह आज है वह कल था
यह आज है वह कल था
gurudeenverma198
ज़िन्दगी का सफ़र
ज़िन्दगी का सफ़र
Sidhartha Mishra
जो शख़्स तुम्हारे गिरने/झुकने का इंतजार करे, By God उसके लिए
जो शख़्स तुम्हारे गिरने/झुकने का इंतजार करे, By God उसके लिए
अंकित आजाद गुप्ता
तुम महकोगे सदा मेरी रूह के साथ,
तुम महकोगे सदा मेरी रूह के साथ,
Shyam Pandey
सदा किया संघर्ष सरहद पर,विजयी इतिहास हमारा।
सदा किया संघर्ष सरहद पर,विजयी इतिहास हमारा।
Neelam Sharma
खालीपन - क्या करूँ ?
खालीपन - क्या करूँ ?
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*हमारा संविधान*
*हमारा संविधान*
Dushyant Kumar
पुस्तक समीक्षा- धूप के कतरे (ग़ज़ल संग्रह डॉ घनश्याम परिश्रमी नेपाल)
पुस्तक समीक्षा- धूप के कतरे (ग़ज़ल संग्रह डॉ घनश्याम परिश्रमी नेपाल)
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
क्या मणिपुर बंगाल क्या, क्या ही राजस्थान ?
क्या मणिपुर बंगाल क्या, क्या ही राजस्थान ?
Arvind trivedi
वो मेरे बिन बताए सब सुन लेती
वो मेरे बिन बताए सब सुन लेती
Keshav kishor Kumar
इक परी हो तुम बड़ी प्यारी हो
इक परी हो तुम बड़ी प्यारी हो
Piyush Prashant
वक्त थमा नहीं, तुम कैसे थम गई,
वक्त थमा नहीं, तुम कैसे थम गई,
लक्ष्मी सिंह
चमकते सूर्य को ढलने न दो तुम
चमकते सूर्य को ढलने न दो तुम
कृष्णकांत गुर्जर
नन्हे बाल गोपाल के पाच्छे मैया यशोदा दौड़ लगाये.....
नन्हे बाल गोपाल के पाच्छे मैया यशोदा दौड़ लगाये.....
Ram Babu Mandal
वक़्त बदल रहा है, कायनात में आती जाती हसीनाएँ बदल रही हैं पर
वक़्त बदल रहा है, कायनात में आती जाती हसीनाएँ बदल रही हैं पर
Sukoon
मेरा दामन भी तार-तार रहा
मेरा दामन भी तार-तार रहा
Dr fauzia Naseem shad
ठोकरे इतनी खाई है हमने,
ठोकरे इतनी खाई है हमने,
कवि दीपक बवेजा
आपकी खुशहाली और अच्छे हालात
आपकी खुशहाली और अच्छे हालात
Paras Nath Jha
Ajeeb hai ye duniya.......pahle to karona se l ladh rah
Ajeeb hai ye duniya.......pahle to karona se l ladh rah
shabina. Naaz
#जय_राष्ट्र
#जय_राष्ट्र
*Author प्रणय प्रभात*
सच्चे रिश्ते वही होते है जहा  साथ खड़े रहने का
सच्चे रिश्ते वही होते है जहा साथ खड़े रहने का
पूर्वार्थ
शिवाजी गुरु समर्थ रामदास – बाल्यकाल और नया पड़ाव – 02
शिवाजी गुरु समर्थ रामदास – बाल्यकाल और नया पड़ाव – 02
Sadhavi Sonarkar
ठग विद्या, कोयल, सवर्ण और श्रमण / मुसाफ़िर बैठा
ठग विद्या, कोयल, सवर्ण और श्रमण / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
Loading...