Dr Manju Saini Language: Hindi 707 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next Dr Manju Saini 18 Aug 2022 · 1 min read शीर्षक:दोस्ती दोस्ती दोस्ती सलोना और सुहाना अहसास है, दोस्ती एक सुहाना सा सफर हैं ये हर रिश्ते से अलग व न्यारा है इसमें छिपा प्यारा सा एक अहसास हैं जब महफ़िलें... Hindi 66 Share Dr Manju Saini 17 Aug 2022 · 1 min read शीर्षक:मैने देखा है **** मैने देखा है*** मैने तुम्हें देखा है करीब अपने अंतर्मन में बसे हुए मैने तुम्हे देखा है खुली आँखों से बिल्कुल समीप ही अपने मैने तुम्हे सुना है अपने... Hindi 75 Share Dr Manju Saini 14 Aug 2022 · 1 min read शीर्षक:अमृत महोत्सव अमृत महोत्सव हर घर तिरंगे को अपने, शान से फहराए पर बच्चे बच्चे को अपने,महत्व भी बतलाए आजादी का अमृत महोत्सव,सभी मनाइए तिरंगे को अपने जनमानस तक भी पहुचाए मिलजुल... Hindi 117 Share Dr Manju Saini 14 Aug 2022 · 1 min read शीर्षक:धरती माँ सजाओ सब मिल धरती को वृक्ष तो माँ का श्रंगार होते है करे माँ का श्रंगार मिलजुल कर कि माँ निहार रही चुपचाप कर लगाओ उनकी सतह पर पेड़ खिलेंगे... Hindi 256 Share Dr Manju Saini 13 Aug 2022 · 1 min read शीर्षक:चाल कलम की कलम भी क्या अजीज चीज़ हैं... जो खुद को खाली करके... किसी के जज्बातों को भरती हैं… रूप शब्दो का लेकर करती दर्द बयाँ… कलम भी क्या अजीज चीज है…... Hindi 126 Share Dr Manju Saini 11 Aug 2022 · 1 min read शीर्षक:बिन पीहर सुनी तीज ऋतुएँ यूँ ही धीरे धीरे अपना रूप बदलती रहती हैं ऋतुओं के पन्ने हम अलट पलट कर देखते रहते हैं वो अपने वायदे के अनुसार ही आती जाती हैं और... Hindi · कविता 95 Share Dr Manju Saini 11 Aug 2022 · 1 min read शीर्षक: मधुर नेह के धागे शीर्षक: मधुर नेह के धागे एक धागे से बंध जाता हैं भाई-बहन का प्यार रिश्ते चाहे हजार इससे बड़ा न कोई त्योहार भाई की कलाई में सजता बहन का प्यार... Hindi · कविता 123 Share Dr Manju Saini 7 Aug 2022 · 1 min read शीर्षक:वक्त नहीं मिलता कभी शीर्षक:वक्त नहीं मिलता कभी अब छोटो को संस्कार देने का ये कैसी विडंबना रख दी वक्त ने आज या जीविकापार्जन में ही भूल गए हम क्यो समाप्ति की कगार पर... Hindi 125 Share Dr Manju Saini 7 Aug 2022 · 1 min read दोस्ती दोस्ती तो ऐसा व्योम है… जिसमें प्यार का चंद्र चाँदनी फैलाता हैं और संग संग यादो को सहेजने के लिए रिश्तों की गर्माहट समेटने को सूर्य जगमगाता है खुशियों के... Hindi 247 Share Dr Manju Saini 5 Aug 2022 · 1 min read शीर्षक:लहरों सा शोर शीर्षक:लहरों सा शोर अंदर एक अनकहा सा शोर हैं मेरे ठीक वैसे ही जैसे समुद्र की लहरों का टीस की लहरें भीतर ही उठती हैं लगता है कभी की बांध... Hindi 329 Share Dr Manju Saini 5 Aug 2022 · 1 min read शीर्षक:दोस्ती सुहाना अहसास शीर्षक:दोस्ती सुहाना अहसास दोस्ती सलोना और सुहाना अहसास है, दोस्ती एक सुहाना सा सफर हैं ये हर रिश्ते से अलग व न्यारा है इसमें छिपा प्यारा सा एक अहसास हैं... Hindi 247 Share Dr Manju Saini 5 Aug 2022 · 1 min read मैं चुप थी ●●●●●मैं चुप थी●●●●● मैं तो चुप ही थी न जाने कैसे कलम को भनक लगी और चल दी मेरी आपबीती लिखने और कह डाले मेरे मन के सारे राज जो... Hindi 224 Share Dr Manju Saini 18 Jul 2022 · 1 min read शीर्षक:खिलौना शीर्षक:खिलौना मेरे पास बहुत खिलौने हैं…. मेरे माता-पिता, दादा-दादी ने दिलवाए जन्मदिन पर कुछ दिए रिश्तेदारों और दोस्तों ने अवसर दे दिए जाते हैं मुझे खिलौने उपहार में जिनमें से... Hindi 94 Share Dr Manju Saini 17 Jul 2022 · 1 min read शीर्षक:ऐ बादल "इश्क था उसका बादलों सा कुछ देर बरस कर कहीं खो गया आया था नेह की घटाओ सा फिर हवा के झोंको सा चला गया वो जो पीछे था किरणों... Hindi 208 Share Dr Manju Saini 16 Jul 2022 · 2 min read शीर्षक:पावस ऋतु सुहानी पावस ऋतु आई संग में अपने लेकर प्रकृति के बहुत से मनोहारी दृश्य परिवर्तन पर्वत, पहाड़, ताल, झरने भी स्नेह जल से भरमाये प्रकृति भी नैसर्गिक भावनाओं से ओत-प्रोत... Hindi 322 Share Dr Manju Saini 16 Jul 2022 · 1 min read शीर्षक:बादल शीर्षक: बादल बादलो की प्रीत बस बूंदों से! ए बादल तू बरसा दे अपनी प्रीत को!! बादल को भी मानो प्रीत हुई बूंदों से मचल रहा है मिलन को उनसे... Hindi 130 Share Dr Manju Saini 15 Jul 2022 · 1 min read शीर्षक: भोले आगमन पर प्रकृति रंग शीर्षक: भोले आगमन पर प्रकृति रंग भोले नाथ भण्डारी की आज प्रकृति करे अगुवाई बम बम के नारों से भोले जी भक्तों ने धूम मचाई आसमान से आज नन्ही नन्ही... Hindi 97 Share Dr Manju Saini 14 Jul 2022 · 1 min read शीर्षक:रहूँ सजदे में रहूँ सजदे में अपनी लेखनी के क्योंकि मेरी कलम को अब भी तलाश स्याही की जारी हैं कुछ लिखने को शब्द शब्द लिखती रही सजदे में तेरे दिल मे उठे... Hindi 111 Share Dr Manju Saini 11 Jul 2022 · 1 min read शीर्षक:नव जीवन उत्सर्जन शीर्षक: नव जीवन उत्सर्जन करती उद्बोधन प्रकृति मानो जगा रही मानव को चिरनिंद्रा से देखो कैसे नव उत्सर्जन फिर से भरता प्राण न हो सुसुप्त ए वृक्ष तू हो फिर... Hindi 93 Share Dr Manju Saini 9 Jul 2022 · 1 min read शीर्षक:ईद मुबारक शीर्षक:ईद की मुबारक आओ आज मिलकर ईद मनाते है अपनी खुशियो को संग समूह के मनाते है मेरे समूह में रोज ईद सी खुशियां मिले आओ आज अलग अंदाज से... Hindi 2 144 Share Dr Manju Saini 8 Jul 2022 · 1 min read शीर्षक:साथ अपनो का शीर्षक:साथ अपनो का जीवन के मायने अगर है समझन तो परिवार का साथ होना हैं जरूरी जीवन नैया आसानी से पार लगाना जिंदगी सिर्फ जीने का नाम नही अपनो के... Hindi 1 144 Share Dr Manju Saini 5 Jul 2022 · 1 min read शीर्षक:अक्सर शीर्षक:अक्सर अकसर यादो की असीम पीड़ा मन में भावों की उठती पीड़ा यादे जो लहरों सी उठती हैं हमेशा मन की टीस बनी रहती हैं अक्सर ऐसा ही होता हैं….... Hindi 2 182 Share Dr Manju Saini 28 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:मैं बहता स्वच्छ पानी मैं निर्मल जल बहता चुपचाप सा पर मेरी व्यथा समझ न सका कोई कितना कुछ कहना चाहता हूँ अविरल गति से बहता रहता हूँ बात कौंधती हैं मुझे कि बिन... Hindi 111 Share Dr Manju Saini 28 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:-कुछ अपनी कुछ उसकी शीर्षक:-कुछ अपनी कुछ उसकी कुछ अपनी कुछ उसकी सुनें और सुनायें जिसे सुन हम दोनो को ही तभी सुकून आये…. पता है न तुम्हे जहां हम मिले थे पहली बार... Hindi 97 Share Dr Manju Saini 28 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:सच ये भी है शीर्षक:सच ये भी है एक सच ये भी हैं…. नशा तो बढ़ता ही जा रहा हो जाता हैं मातम ये क्या हो गया मेरे देश का नोजवान आज नशे की... Hindi 121 Share Dr Manju Saini 28 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक शीर्षक अपनी प्रतिक्रिया देकर करती हूँ आज मन के भाव लेकर बात सारी ही खुलकर समक्ष आपके आज क्यो युवा हो रहे है आपकी ही जमी से दूर क्यो..?बताइए मुझें... Hindi 139 Share Dr Manju Saini 28 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक: शीर्षक: कुछ सकूं दिल को मिले मुझमे तुम ही समाए हो इश्क में तुमको ही पाया मैने न जाने क्यों तुमको ही बसाया दिल मे इसी चाह में कि मुझे... Hindi 92 Share Dr Manju Saini 28 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक: शीर्षक: अल्फ़ाज़ अपने कागज पर उतारती हूं धरा के आँचल में सुखों की हरियाली से सजाना चाहती हूँ बस यूँ ही लेखनी से धरा के दुख को उकेरना चाहती हूँ... Hindi 170 Share Dr Manju Saini 28 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:वक्त नहीं मिलता शीर्षक:वक्त नहीं मिलता अब छोटो को संस्कार देने का ये कैसी विडंबना रख दी वक्त ने आज या जीविकापार्जन में ही भूल गए हम क्यो समाप्ति की कगार पर आज... Hindi 94 Share Dr Manju Saini 27 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:दोस्ती एक प्यारा सा रिश्ता शीर्षक:दोस्ती एक प्यारा सा रिश्ता ये अजीब रिश्ता किस्मत वालो को मिलता है रूखी सी जीवन यात्रा में,रस प्रेम,का मिलाता हैं। जो मिलता जब,होता था बिल्कुल अनजान पर साथ रहकर... Hindi 87 Share Dr Manju Saini 27 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:प्यारा बचपन पोस्ट:१ शीर्षक:प्यारा बचपन देखो बचपन कितना अच्छा न्यारा प्यारा। कितना खुश यहाँ होता बच्चा बच्चा सारा।। बिल्कुल निर्भीक न कोई जिम्मेदारी होती। न कोई सामाजिक बंधन न ही चिंता होती।।... Hindi 155 Share Dr Manju Saini 26 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक: नशा तो बढ़ता ही जा रहा शीर्षक: नशा तो बढ़ता ही जा रहा हो जाता हैं मातम ये क्या हो गया मेरे देश का नोजवान आज नशे की लत न जाने कहाँ के कहाँ आ गया... Hindi 251 Share Dr Manju Saini 26 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक: नशा मुक्त युवा शीर्षक: नशा मुक्त युवा आज के समय में नशा एक बीमारी हो गई अनमोल जीवन समय से पहले ही बर्बादी हो गई बेसमय ही युवा मौत का शिकार बनाती चली... Hindi 97 Share Dr Manju Saini 26 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक: मैं पत्थर हूँ शीर्षक: मैं पत्थर हूँ मैं पत्थर हूँ… मेरी जीवन लीला बहुत विचित्र हैं कौन कब समझ पाया पूर्णता से मुझे मनुष्य तो मनुष्य में ही पत्थर दिल देख पाया कहाँ... Hindi 99 Share Dr Manju Saini 24 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक सावन शीर्षक:सावन ए सावन… चुपके से तेरा आगमन मन मयूर नाचने को आतुर सुहानी सी बयार औऱ पेड़ो पर पड़े झूले तू चुपके से आई बारिश की फुहार ए सावन… चुपके... Hindi 110 Share Dr Manju Saini 16 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:पापा की अनमोल सीख शीर्षक:पापा की हिंदुत्व सीख अमर रहे भारत देश,अमर मेरे जवान रहे बोल पापा के मुझे सदा ही याद रहे हिंदू संस्कृति उच्च हमारी यही ज्ञान वो देते रहे अध्यात्मिकता की... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 1 1 337 Share Dr Manju Saini 16 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:पापा के मार्गदर्शक बोल शीर्षक:पापा के मार्गदर्शक बोल आस रख पापा कहते थे.. समझाते थे आस से सब हासिल होता हैं निराशा चिंतन को बाधित करती है खुशियां स्वतः ही रुक जाती हैं तू... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 1 1 263 Share Dr Manju Saini 16 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:पापा के दिए पंख शीर्षक:पापा के दिए पंख ऊँची उड़ान भर खोल ख्वाबों के पंख अपने ख्वाबो का आसमान तेरा बस खोल पंख अपने बोलते थे पापा स्वयं भर उड़ान कर पूरे सपने अपने... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 1 2 217 Share Dr Manju Saini 16 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:काश ! आप सुन पाते पापा शीर्षक:काश ! आप सुन पाते पापा काश कि आप तक पहुंच जाती मेरी कराहने की आवाज काश आप सुन पाते मेरे दर्द की पीड़ा का अहसास पर आप तो चले... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 1 1 181 Share Dr Manju Saini 14 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक: कभी खुशी कभी ग़म पापा शीर्षक: कभी खुशी कभी ग़म पापा ख़ुशी की बात आप ने की परवरिश मेरी खून पसीने से सभी इच्छाए की पूर्ण मेरी नही होने दिया किसी भी कमी का अहसास... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 1 255 Share Dr Manju Saini 14 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक: मेरे पापा हर वक्त जहन में शीर्षक: मेरे पापा हर वक्त जहन में हर वक्त आप मेरी यादो में बसे हैं यादो के निशान गहरे तक उकेरित है नही भूल पाती हूँ मैं किसी भी वक्त... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 1 189 Share Dr Manju Saini 14 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक: कुछ कह पाती पापा शीर्षक: कुछ कह पाती पापा बहुत कुछ कहना था,आपसे मुझे अब यही पछतावा साथ साये की तरह तड़फाता हैं बार बार मुझे,झकझोरता हैं मुझे जो कह न सकी आपसे ,वही... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 207 Share Dr Manju Saini 13 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:पापा के जाने पर भी शीर्षक:पापा के जाने पर भी आपके चले जाने पर भी… कोयल की वही कूक सुनाई दे रही हैं मगन मतवाली उड़ उड़ गा रही हैं डाली-डाली बैठ गुनगुना रही हैं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 2 190 Share Dr Manju Saini 13 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक: पापा मेरे खुशियां मेरी शीर्षक: पापा मेरे खुशियां मेरी मेरी तो मुस्कान थे मेरे प्यारे पापा मेरे होठों की हँसी खुशी थे मेरे पापा मेरी आँखों में खुशी व चमक थे मेरे पापा पापा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 2 167 Share Dr Manju Saini 13 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:पापा संग खुशियां अपार शीर्षक:पापा संग खुशियां अपार पापा आप संग खुशियां मिलती थी खुशियां अपार,प्यार मिलता था अपार आप साक्षात थे तो सुकून मिलता था अपार आपसे तो मुझे तब मिलता था भरपूर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 227 Share Dr Manju Saini 13 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक: पापा का कहना "मैं रहूं न रहूं" शीर्षक: पापा का कहना "मैं रहूं न रहूं" जिंदगी का जिंदगी से साथ जिंदा रहे हम, रहे जब तक हमारा हौसला जिंदा रहे बिटिया तुममे रहूँगा मैं हमेशा मैं रहूं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 1 151 Share Dr Manju Saini 11 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:सिलसिला पापा की यादो का शीर्षक:सिलसिला पापा की यादो का सिलसिला बदस्तूर यूँ ही जारी है मेरे शब्दों का रुप लेकर आपकीतस्वीर को जब भी देखती हूँ कलम ओर शब्द यूँ ही चलते है क्योंकि…... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 1 162 Share Dr Manju Saini 9 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक: ख्यालो में पापा शीर्षक: ख्यालो में पापा जब भी सोती हूँ आपकी यादो का तकिया लगा सोती हूँ आपके ख्यालों का तकिया सिरहाने लगाती हूँ बस यही सोच कि आप आएंगे आज ख्यालो... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 163 Share Dr Manju Saini 9 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक: पापा चिट्ठियां खो गई वो आपकी शीर्षक: पापा चिट्ठियां खो गई वो आपकी पापा घर छुटा आपके जाने के बाद वो चिट्ठियां कहां खो गई पता नही चला पैतृक संपत्ति में वे मिल जाती तो मुझसा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 162 Share Dr Manju Saini 9 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:पापा बिन कैसा गाँव शीर्षक:पापा बिन कैसा गाँव आप गए तो बदली रंगत हुआ परिवार विसंगत वक्त के साथ बदली रंगत न अब उनकी कोई संगत पापा बिन कैसा गाँव… न वो खुशियां ना... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 155 Share Previous Page 4 Next