ज्योति Language: Hindi 282 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ज्योति 4 Aug 2024 · 1 min read आसन सूर्य , ब्रह्मा , शिव , विष्णु , गजानन , इन्हें ढुंढे किसी और घर - आंगन । ये रहते हमारे मन अंदर , क्यों नहीं दे पाते इनको वहीं... Hindi 2 48 Share ज्योति 16 Feb 2024 · 2 min read ” मजदूर की जुबानी “ गाते हैं मजदूर की कहानी , अपनी कल्पना और अपनी वाणी आज सच्चे मजदूर की जुबानी , सुनते हैं हम एक उनकी कहानी । रात भले ही अंधेरे में गुजरे... Poetry Writing Challenge-2 1 138 Share ज्योति 15 Feb 2024 · 1 min read ” क्या फर्क पड़ता है ! “ क्या फर्क पड़ता है ! कलम दो रूपए का हो या दो हजार का , उसका काम तो सिर्फ लिखना है । लिखने का निर्णय तो हमारा होता है ,... Poetry Writing Challenge-2 3 94 Share ज्योति 14 Feb 2024 · 1 min read ” आसान नही होता है “ अंजाने से बात ना करने की सलाह देने वाले, अजनबी के साथ ना जाने के संस्कार देने वाले, पिता का एक अनोखा चेहरा होता है । जिंदगी भर के लिए,... Poetry Writing Challenge-2 1 86 Share ज्योति 13 Feb 2024 · 1 min read ” कुम्हार है हम “ देख बच्चे की बचकानियां , कह देते है हम , इसी से है सारी परेशानियां । अरे ! भूल गए है क्या हम , इन ढांचों के कुम्हार है हम... Poetry Writing Challenge-2 1 128 Share ज्योति 12 Feb 2024 · 1 min read ” शुध्दिकरण ” सुना है ! तुलसी के पत्ते को जिन चीजों में मिलाओ वो पवित्र हो जाता है , तुलसी के पत्तो की माला पहनाने के बाद भी बलात्कार पीड़ित को पवित्र... Poetry Writing Challenge-2 2 110 Share ज्योति 11 Feb 2024 · 1 min read बारिश ने क्या धूम मचाया ! हाय ये हाय ! क्या मौसम आया , बारिश ने तो धूम मचाया । कई दिनों बाद फिर छाता खुलवाया , चारों ओर जल ही जल बरसाया । हाय ये... Poetry Writing Challenge-2 2 102 Share ज्योति 10 Feb 2024 · 1 min read ” कभी – कभी “ कभी – कभी ये दुनिया इतनी बड़ी लगती है , जब एक ही शहर में रह कर उस सख्स से नहीं मिल पाते हैं जिनसे मिलना चाहते हैं । कभी... Poetry Writing Challenge-2 2 127 Share ज्योति 9 Feb 2024 · 1 min read मैं पापा की परछाई हूं छोटे से वो पैर मेरे और छोटी वो उंगलियां , बिन कुछ समझे पकड़ पापा का हाथ देखने चली मैं दुनिया । इस दुनिया ने क्या रंग सिखाया , दोगले... Poetry Writing Challenge-2 1 90 Share ज्योति 8 Feb 2024 · 1 min read ये आवारगी बहुत सुंदर हुआ करती है ये आवारगी , हर प्रेमी की पहचान होती है ये आवारगी । कुछ पल के लिए कभी गिरा देती है ये आवारगी , तो कभी... Poetry Writing Challenge-2 1 138 Share ज्योति 7 Feb 2024 · 1 min read ये कसूर मेरा है ! परिवार जैसा और परिवार होन में फर्क जरा है , हालात बदलतें ही , हाथ छोड़ देना शायद तेरी कला है । तु बुरा ना मान , ये कसूर मेरा... Poetry Writing Challenge-2 1 99 Share ज्योति 6 Feb 2024 · 1 min read ” कृष्ण – कृष्ण गाती रहूं “ तेरे लिए जो भी करूं , चाहें जो हो सब मैं सहु । बस इतना मैं कहूं , तेरे बिना ना मैं रहूं , कृष्ण – कृष्ण गाती रहूं ।... Poetry Writing Challenge-2 1 107 Share ज्योति 5 Feb 2024 · 1 min read ” असंतुष्टि की गाथा “ ये क्या हैं ? मुझे कुछ समझ नहीं आता । हर दूसरे दिन के साथ , ये असंतुष्टि एक गाथा बन जाता । जब ना देखा तो , देखने की... Poetry Writing Challenge-2 1 66 Share ज्योति 4 Feb 2024 · 1 min read ” ये आसमां बुलाती है “ ये रंगीली आसमां भी ना , पता नहीं क्या चाहती है ? बार – बार अपनी अदाओं से , मुझे अपने पास बुलाती है । हर सुबह नई उमंग जगाती... Poetry Writing Challenge-2 1 111 Share ज्योति 3 Feb 2024 · 1 min read ” भेड़ चाल “ हे भाया ! तुने ही ये कहर है ढाया , पाखंड से अंधेर नगरी बनाया । कभी नहीं अपना विवेक लगाया , हमेशा भेड़ चाल को ही अपनाया । हर... Poetry Writing Challenge-2 2 71 Share ज्योति 2 Feb 2024 · 1 min read ” क्या रिश्ता ये निभाते हैं ? “ ये सूरज रौशनी देता हैं , ऊर्जा का स्रोत भी बनता हैं । ये पेड़ – पौधे भूख मिटाते हैं , ये पुष्प खुशबू बिखेरती हैं । क्या रिश्ता ये... Poetry Writing Challenge-2 1 167 Share ज्योति 1 Feb 2024 · 1 min read ” अनोखा रिश्ता “ आपका स्वागत करने की मेरी चाह ने , इस कदर मुझे दिवानी बना डाला है । इन आंखों से आपकी नज़र उतारे , इन होंठों से आपका तिलक कर ,... Poetry Writing Challenge-2 2 89 Share ज्योति 31 Jan 2024 · 1 min read ” क्योंकि , चांद में दाग़ हैं ! “ सूरज की किरणें , जीवों और प्राकृतिक के लिए उपहार हैं । रोज प्रातः करते पुजा उसकी , देते जल हर बार हैं । क्योंकि , चांद में दाग़ हैं... Poetry Writing Challenge-2 1 78 Share ज्योति 30 Jan 2024 · 2 min read ” शायद तु बेटी है ! “ ना जाने किस मिट्टी की तु गड़ी है , तु किसमत की कितनी धधी है , सारी रश्में – कसमें तेरे लिए ही है । शायद तु बेटी है !... Poetry Writing Challenge-2 1 99 Share ज्योति 29 Jan 2024 · 1 min read ” बारिश की बूंदें " कुछ खो गया , कुछ बाकी है । आज फिर तेरे आने की ख्वाहिश बाकी है ! ” ये जो बारिश की बूंदें है , गगन से धरती पर गिरे... Poetry Writing Challenge-2 1 66 Share ज्योति 28 Jan 2024 · 1 min read ” एक मलाल है “ कल जो नकाब में थे , आज वो बेनकाब है । कल जो साथ में थे , आज वो सिर्फ याद में है । हमारी मासूमियत भी तेरी तलबदार है... Poetry Writing Challenge-2 1 129 Share ज्योति 27 Jan 2024 · 1 min read ” सपनों में एक राजकुमार आता था “ अंजान थे जब जिंदगी के इम्तिहां से , लेकिन सपनों में एक राजकुमार आता था । ज्यादा काम – धाम करना नहीं सीखा , बस सतरंगी सपने सजाना आता था... Poetry Writing Challenge-2 1 165 Share ज्योति 26 Jan 2024 · 1 min read ” सुन कोरोना ! ” सुन कोरोना ! जब तु आया था , सब के मन में डर समाया था । ना तु अपना है ना तु पराया है , तु तो बस एक साया... Poetry Writing Challenge-2 1 100 Share ज्योति 25 Jan 2024 · 1 min read ” मेरी लेखनी “ हे लेखनी ! तेरे साथ से ही जीती हूं , सुबह – शाम तेरे सहारे लिखती हूं । अपने बातों का ताना-बाना बुनती हूं , तुझसे ही अपना हर राज़... Poetry Writing Challenge-2 1 56 Share ज्योति 24 Jan 2024 · 1 min read ” माता-पिता और गुरु में फर्क “ ” अद्भूत सा एक रिश्ता बनाया , एक शिष्य को गुरु से मिलाया । ” एक छोटा सा फर्क होता है माता-पिता और गुरु में , जिसका परिणाम बहुत अद्भूत... Poetry Writing Challenge-2 1 72 Share ज्योति 15 Feb 2022 · 1 min read " आखिरी अल्फाज़ " सिद्धत थी कि , हर पन्ने पर अपना हर सफ़र लिख देंगे , सफ़र अधुरा और आदाश ही सिर्फ पुरी है । कभी हालात तो कभी वक्त ने साथ नहीं... Hindi · शेर 4 1 280 Share ज्योति 11 Feb 2022 · 1 min read " बिजी लोग " मुझे तीन सिम नम्बर याद करने थे , पापा , मम्मी और दीदी के , मैंने तो तीस याद कर लिए जो बिजी थे । अब इन तीनों को डायल... Hindi · शेर 2 330 Share ज्योति 9 Feb 2022 · 1 min read " सदमे में थे " यूं तो हम अपनी जिंदगी में किसी को आने ना देते , चलो आ भी गए तो कोई हक जताने ना देते ! वो थोड़ा खराब था और हम सदमे... Hindi · शेर 1 289 Share ज्योति 31 Jan 2022 · 1 min read " वक्त की तरह " काश ! ये दर्द उस वक्त की तरह हो जाता , जो कभी किसी के लिए लौट कर नहीं आता । Hindi · शेर 1 244 Share ज्योति 27 Sep 2021 · 1 min read " चुप हैं हम ! " पहले कुछ वो कहते थे , कुछ मैं कहती थी , कुछ कुछ कहते कहते हम एक-दूसरे से लड़ पड़ते थे ! अब वो भी चुप हैं और हम भी... Hindi · शेर 1 379 Share ज्योति 26 Sep 2021 · 1 min read " सपनों में एक राजकुमार आता था " अंजान थे जब जिंदगी के इम्तिहां से , लेकिन सपनों में एक राजकुमार आता था । ज्यादा काम - धाम करना नहीं सीखा , बस सतरंगी सपने सजाना आता था... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 350 Share ज्योति 5 Sep 2021 · 1 min read " वक्त " वक्त को वक्त समझने में इतना वक्त ना लगा देना , सही वक्त के इंतजार में ये गुजरा हुआ वक्त ना कर देना ! Hindi · शेर 3 1 557 Share ज्योति 5 Sep 2021 · 1 min read " अल्फाज़ " दिल में दर्द है , आंखों से हंसती रहती है । दिल आंसु बहा नहीं सकता , आंखें बरसती रहती है ।। Hindi · शेर 2 475 Share ज्योति 5 Sep 2021 · 1 min read " अल्फाज़ " जिससे इश्क़ नहीं था , उसने बदनाम कर दिया ! जिससे इश्क़ है , उसने स्वीकार ही नहीं किया !! - ज्योति Hindi · शेर 1 465 Share ज्योति 19 Jul 2021 · 1 min read " शोर " सुन कर मेरे दर्द भरे अतित को , तुम कहते हो हम तुम्हें बोर करते हैं । तो ठीक है ! अब दर्दों को लफ्ज़ बना कर थोड़ा शोर करते... Hindi · शेर 6 2 311 Share ज्योति 18 Jul 2021 · 1 min read " इंतजार " वो हमारे पहलू में ऐसे आ कर बैठे , वो बरसो पहले ही चले गए , आज भी उनके इंतजार में हम वह गए बैठे । Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 525 Share ज्योति 18 Jul 2021 · 1 min read " रंग " हम चले थे जिनकी दुनियां में रंग भरने , उसने ही हमारी जिंदगी के बारे रंग छीन लिए । Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 512 Share ज्योति 18 Jul 2021 · 1 min read " दर्पण " वो धड़क रहें थे हमारे हृदय में धड़कन बन के , हम ढूंढ रहे थे उन्हें दर्पण बन के । Hindi · शेर 3 1 392 Share ज्योति 18 Jul 2021 · 1 min read " वो हमे चांद कहते हैं " वो हमे चांद कहते हैं ! पता नहीं , वो हमारा नाम धरते है ? या चांद में दाग़ है , कहकर बदनाम करते है । Hindi · मुक्तक 3 405 Share ज्योति 18 Jul 2021 · 1 min read " एक मलाल है " कल जो नकाब में थे , आज वो बेनकाब है । कल जो साथ में थे , आज वो सिर्फ याद में है । हमारी मासूमियत भी तेरी तलबदार है... Hindi · कविता 4 298 Share ज्योति 22 Jun 2021 · 1 min read " इश्क़ का दलाल " कसमों की लाखों पर , धोखे का कफ़न ओढ़ाया है | आज फिर मुझसे मिलने , एक इश्क़ का दलाल आया है | Hindi · शेर 3 2 536 Share ज्योति 22 Jun 2021 · 1 min read " हमदर्द ना मिले " जिंदगी में तुझे भी ऐसा वक्त मिले , तु लाखों दलिले पेश करें | पर तुझे भी कोई समझ ना सकें , तु तड़पता रहे और तुझे कोई हमदर्द ना... Hindi · शेर 3 2 550 Share ज्योति 22 Jun 2021 · 1 min read " हक मिले " अर्ज किया हैं ! कुछ वक्त के लिए जिंदगी में तुझे कुछ वक्त मिल जाए, खुदा करे ! तेरे उस वक्त पर हमें कुछ हक मिल जाए | Hindi · शेर 2 284 Share ज्योति 7 Apr 2021 · 1 min read "जज्बा " हवा के आगे कुछ दीयें जला रखे हैं , बुझा ना पाए कोई ऐसे जज्बे जगा रखे हैं । ज़्यादा तो सोना - चांदी लाॅकर में नहीं छुपा रखे हैं... Hindi · शेर 2 2 300 Share ज्योति 1 Feb 2021 · 1 min read " बारिश की बूंदें " " कुछ खो गया , कुछ बाकी है । आज फिर तेरे आने की ख्वाहिश बाकी है ! " ये जो बारिश की बूंदें है , गगन से धरती पर... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 89 524 Share ज्योति 22 Jan 2021 · 1 min read '' शुध्दिकरण '' सुना है ! तुलसी के पत्ते को जिन चीजों में मिलाओ वो पवित्र हो जाता है , तुलसी के पत्तो की माला पहनाने के बाद भी बलात्कार पीड़ित को पवित्र... Hindi · मुक्तक 1 527 Share ज्योति 22 Jan 2021 · 1 min read '' वर्जिन होने की मांग '' एक का इश्क़ बन कर देख ली , एक को इश्क़ बना कर देख ली । दोनों ने वर्जिन होने की मांग की ! मेरे इश्क़ ने तो वहीं दम... Hindi · शेर 5 2 283 Share ज्योति 21 Jan 2021 · 1 min read '' चमकते चेहरे '' चमकते चेहरे को देख , हमारे पास दौड़े आए वो ! टूटे-दिल को देख , उलटे पाँव भाग गए वो ! हम तो आज भी इस सोच में बैठे है... Hindi · शेर 2 313 Share ज्योति 21 Jan 2021 · 1 min read '' कसमों की बेड़ियां '' बांध के हमारे पैरो में कसमों की बेड़ियां , वो कहते है तुम आज़ाद हो ! रख कर बेड़ियों की चाबी अपने पास , वो कहते है तुम दगाबाज हो... Hindi · शेर 3 307 Share ज्योति 19 Jan 2021 · 1 min read '' वो हमसे प्यार करते है '' ना वो इंकार करते है , ना वो इज़हार करते है , हमारा खुदा ही जानता है ! वो हमे किस कदर बेकरार करते है । दूर हो कर भी... Hindi · शेर 5 4 512 Share Page 1 Next