Kavita Chouhan Language: Hindi 235 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kavita Chouhan 17 Oct 2024 · 1 min read ज्योत्सना ***ज्योत्स्ना *** नभ में चमकी सुंदर गोलाई संग प्रखर ज्योत्सना आई टिमटिमाते सहस्त्रों तारे गगन के आंचल छिपते सारे श्वेत धवल आभा जगमगाई चंद्रिका शशि मिलन को आई मिलन ये... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · सहित्यपीडिया 43 Share Kavita Chouhan 2 Oct 2024 · 1 min read ****महात्मा गाँधी**** भारत देश मे यूँ चली थी जब सत्याग्रह की आँधी संत हुआ था एक महान सा नाम था मोहनदास गाँधी बाल्यकाल में मोहन कहलाते चरखा , खादी उनको भाते माता... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · सहित्यपीडिया 1 45 Share Kavita Chouhan 21 Sep 2024 · 1 min read सोलह श्राद्ध ****सोलह श्राद्ध**** सोलह दिन यह पावन कितने आते धरा पर हमारे अपने जलांजलि दे क्षुधा पूर्ण करें पिंडदान, श्राद्ध संपूर्ण करें परलोक से पूर्वज पधारे कभी जो थे मध्य हमारे... Hindi · आध्यात्मिक हिंदी गजल/ गीतिका · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · श्राद्धकर्म · सहित्यपिडिया 62 Share Kavita Chouhan 19 Sep 2024 · 1 min read ****स्वप्न सुनहरे**** नटखट चंचलता मनस उतरी उजास विहीन भोर ठहरी लाली नभ में गहन बिखरी जलती तपती इक दुपहरी अक्षि दिखती झील सी गहरी कुछ क्षण न ठहरी विभावरी सितारा न कोई... Hindi · कविता · कविता-हिन्दी · चौपाइयाँ · सहित्यपिडिया 1 49 Share Kavita Chouhan 7 Sep 2024 · 1 min read ****गणेश पधारे**** गौरी पुत्र गणेश पधारे सज उठे है घर और द्वारे बाजे रुनझुन सी पैजनिया मंद मंद सी मधुर मुस्कनिया विघ्नहर्ता, सिद्धि विनायक हो बुद्धि दाता शुभता दायक हो एकदंत, वक्रतुंड... Hindi · कविता · गणेश चतुर्थी · सहित्यपीडिया · हिन्दीकविता 45 Share Kavita Chouhan 6 Sep 2024 · 1 min read ***हरितालिका तीज*** सोलह श्रृंगार आज ही करके शिव गौरा को खूब सजायें निर्जल निराहार व्रत धरके हरितालिका तीज मनायें व्रतों में व्रतराज कहलाता हर नारी के मन को भाता सुंदर हाथ मेहंदी... Hindi · कविता · कविता चौहान · चौपाइयाँ · चौपाई · सहित्यपिडिया 43 Share Kavita Chouhan 26 Aug 2024 · 1 min read बाल गोपाल **बाल गोपाल*** नंद के घर लाल आयो थी यमुना विकराल आनंद हो अपार छायो हुआ पराजित काल दुष्ट कंस रहस्य जाना मृत्यु भय उसे अपार सब धर्म, नाते तोड़े पापी... Hindi · कविता · कविता-हिन्दी · कृष्ण भजन · कृष्णजन्माष्टमी · सहित्यपिडिया 45 Share Kavita Chouhan 16 Aug 2024 · 1 min read स्वाधीनता दिवस ****स्वाधीनता दिवस**** देश को मिली स्वाधीनता दूर हुई तब पराधीनता शहीदों ने सर्वस्व लुटाया फिरंगी शासन तब ही थर्राया गाँधी,सुभाष टैगोर ,पाल ने आंदोलन थे तब चलाये वीर सावरकर आजाद,सारे... Hindi · कविता · सहित्यपिडिया · स्वतंत्रता दिवस 61 Share Kavita Chouhan 11 Aug 2024 · 1 min read ****तुलसीदास**** राम नाम का मोती मनका हॄदय में राम को बसाये रामचरित मानस को रचके गोस्वामी तुलसीदास कहाये रामनाम में अटूट श्रद्धा रामभक्ति में ही लीन रहे रचे अनेक दोहे चौपाइ... Hindi · कविता · तुलसीदासजी · रामचरितमानस · सहित्यपिडिया 61 Share Kavita Chouhan 5 Aug 2024 · 1 min read ***दिव्यांग नही दिव्य*** अंनत सा दर्द हिय में समेटे जीना है सबसे यूँ हटके विश्वास हो दृढ़ संकल्प भरा रखना दर्द एक और धरा काया से विकलांग भले हूँ हिम्मत से हारी नही... Hindi · इन्द्रवज्रा छंद · कविता · सहित्यपिडिया · हिन्दीकविता 82 Share Kavita Chouhan 4 Aug 2024 · 1 min read ****दोस्ती**** नमन मंच ****दोस्त**** जिंदगी के वीरान रास्तों में कुछ अनजाने मिल जाते हैं संग चलते हैं साया बनके वह प्यारे दोस्त कहलाते हैं सुख दुख में तो साथ देकर वो... Hindi · कविता · चौपाइयाँ · छंदकविता · सहित्यपीडिया 64 Share Kavita Chouhan 26 Jul 2024 · 1 min read ****बारिश की बूंदें**** बारिश की ये प्यारी बूंदे छमछम कर के बरसी जाये दुल्हन सी सज सँवर के धरा सुंदर अनुपम रूप दिखलाये स्याह पयोद, दामिनी चमके मंद निशा मधु कामिनी महके धरा... Hindi · Best Hindi Kavita · Sahityapedia · कविता · चौपाइयाँ 3 105 Share Kavita Chouhan 30 Jun 2024 · 1 min read **नेकी की राह पर तू चल सदा** नेकी की राह पर चल सदा जीवन ये तो बहुत अल्प सा सत्कर्म संग कर्तव्य निभा नेकी कर के तू पुण्य कमा मानवता धर्म ही सबसे बड़ा करना कदर इसकी... Hindi · Sahitypidiya · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 1 130 Share Kavita Chouhan 7 May 2024 · 1 min read *हनुमान के राम* राम, रघुनंदन, राघव रघुराई हनुमंत के प्रभु सदा सहाई बजरंगबली कै तुमही स्वामी राजीव लोचन अंतर्यामी। मारुति नंदन तुम्हरे प्यारे वानर कपीस तुम रामदुलारे ले रघुवीर लछिमन संग ही अहिरावण... Hindi · कविता · गीत · सहित्यपिडिया 2 125 Share Kavita Chouhan 7 May 2024 · 1 min read ****बहता मन**** ****बहता मन**** यदा कदा किंचित भावनाओं में यूँ बह जाता ये मन है अनूठी, दिलकश प्रीत सी उदित मनभावन ये तरंग है। कभी मन मे हर्ष प्रसन्नता कभी पलती चित्त... Hindi · कविता · सहित्यपिडिया · हिंदी कविता 1 99 Share Kavita Chouhan 30 Apr 2024 · 1 min read *बेहतर समाज* जनजन अब यूँ अनुशासित हो शिक्षा, संस्कार सर्व ज्ञापित हो नव परिवेश, भविष्य सजायें आओ समाज बेहतर बनायें। दया,नेह, सम्मान सिखलायें सब को सदमार्ग दिखलायें जागे इक उज्जवल आशा बदले... Hindi · समाज पर कविता · सहित्यपिडिया · हिंदी कविता 1 78 Share Kavita Chouhan 6 Apr 2024 · 1 min read मीठी वाणी मीठी वाणी ही बोलिये कर्ण में सदा मधु घोलिये कदाचित जिह्वा विद्या बसती हर जन को वे यूँ परखती। कोई हॄदय न आहत हो कभी बोले मृदु भाषा जन सभी... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · सहित्यपिडिया 1 119 Share Kavita Chouhan 6 Apr 2024 · 1 min read ****प्रेम सागर**** प्रेम सागर ये अंनत गहरा कलकल प्रवाहित सा ठहरा प्रेम बयार स्वच्छंद न्यारी सुंदर पुष्प की अनुपम क्यारी। शीतल सुवास उपवन महका शशि निशा के आगोश बहका गुपचुप बतिया करते... Hindi · कविता · चौपाइयाँ · सहित्यपिडिया 1 127 Share Kavita Chouhan 6 Apr 2024 · 1 min read ****हमारे मोदी**** भारत माँ का सपूत प्यारा कर्मपथ पर बढ़ता जाये देख अचंभित नभ भी उसको कर्म निरंतर करता ही जाये। देशप्रेम की चाह थी इतनी गृह,आराम सब छोड़ आये चल पड़े... Hindi · कविता · चौपाइयाँ · नरेंद मोदी · सहित्यपिडिया 1 117 Share Kavita Chouhan 3 Apr 2024 · 1 min read ****वो जीवन मिले**** जो मिला न कभी जीवन में खुशनुमा वो नवजीवन मिले कुम्हलाये सुमन उपवन में पुष्पों से आच्छादित पथ मिले। टूटती सी साँसों की लड़ियां इक इक आस उम्मीद के लिये... Hindi · कविता · चौपाई · सहित्यपीडिया 118 Share Kavita Chouhan 29 Mar 2024 · 1 min read ***होली के व्यंजन*** व्यंजन सारे होते निराले स्वादिष्ट मनभावन से प्यारी सुगंध सर्वत्र फैली खिल उठे यूँ मुखड़े सारे। गुझिया,चकली,पेड़े,जलेबी मुठिया,मठरी,और दाबेली मीठे नमकीन सबको प्यारे शकरपारे बन गए करारे। मीठी रबड़ी सबको... Hindi · कविता · चौपाई · साहित्यपीडिया · होलीगीत 146 Share Kavita Chouhan 17 Mar 2024 · 1 min read ****तन्हाई मार गई**** निकले हम घर से दूर यूँ कुछ कामकाज की तलाश में अपनो से जब दूर हो गये हमको तन्हाई मार गई। था बड़ा शहर सफर भी बड़ा कोई न दिखता... Hindi · कविता · सहित्यपीडिया 102 Share Kavita Chouhan 7 Mar 2024 · 1 min read ****शिव शंकर**** शीश ही गंगा भालचंद्र धरे भक्तन के वो दुख दरद हरे आशुतोष,संकर जटाधारी कैलाशपति, शंभू, त्रिपुरारी। डम डम करही डमरू बाजे मुखते उज्जवल आभा साजे भस्म रमाये,धूनी लगाये तांडव करही... Hindi · चौपाइयाँ · महाशिवरात्रि · सहित्यपीडिया · हिंदी कविता 162 Share Kavita Chouhan 5 Mar 2024 · 1 min read ****जानकी**** वसुधा के गर्भ जन्मी जानकी जनक नरेश सप्रेम अपनाई तात समुझि ते प्रीति लगाई तव जनकसुता कहाई जानकी। वैदेही,जनकतनया,जानकी रघुनाथ संग ब्याही जानकी शशि सम मुखआभा सी दमके सरोज लोचनी,दिव्या... Hindi · Sahityapedia · कविता · चौपाइयाँ · रामचौपाई · सिया राम भजन 112 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read टूट गई बेड़ियाँ टूट गयी यूँ बेड़ियाँ सारी आये धरा पे कृष्ण कन्हाई वासुदेव कान्हा को छुपाये यमुना विकराल रूप दिखाये देवकी वसुदेव भय से कँपते कारागार में थमते छुपते दुष्ट कंस ने... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 1 119 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read चुभते शूल …… चुभते शूल …… चुभते हिय में अब शूल है चहुँओर अवलोकित तिमिर सा आकुल खोजती इक सितारा मेले कुचैले पग में धूल है। पुश्त है अत्यंत लहुलूहान सी व्रणों पीड़ा... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 91 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read शिक्षक…. शिक्षक…. जीवन मे पथ नया दिखलाके शिखर तक उसने पहुँचाया अँधियारो में इक दीप बनके भर दिया जीवन मे उजियारा। अक्षर ज्ञान,गिनती पहाड़े इक, दहाई, सैकड़ा,हज़ारे शब्द वे सारे यूँ... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 73 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read स्पर्श स्पर्श वो अनूठा अद्भूत था प्रेम बयार यूँ सीने में चलती अनगिनत स्वप्न लिए नयनों में स्नेह अपार था कण कण मेरे हृदय का यूँ तुम्हारे ही तो आधीन था... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 114 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read गणेश आये रूनझुन सी पायलिया बाजे नन्हें नन्हें कदमों से चलके सारे जग में धूम मचाने सबके दुलारे गणेश आये। विघ्नेश, मंगलकर्ता,सिद्धिदाता भक्त के वे ही भाग्य विधाता वक्रतुंड,एकदंत कहलाते मोदक उनको... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 100 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read चुन लेना चुन लेना राह से काँटे…. चुन लेना राह से काँटे हवायें भी हिलोर देना द्वारे चंदा भी चमचमायेगा प्रेम छवि हिय में उकेर देना क्षीण हुई कंटिल पथ पर चलते... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 79 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read बापू गाँधी राष्ट्रपिता वो कहलाते बच्चे उनको बापू बुलाते सत्य,अहिंसा का पाठ पढ़ाया यूँ देश को आज़ाद कराया। जीते थे सदा जीवन सादा देश से किया था इक वादा था तनमन जीवन... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 80 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read भारत माँ का एक लाल भारत माँ का एक लाल वीर सपूत महान जिसका नारा था ये जय जवान जय किसान। था छोटी कद काठी का व्यक्तित्व था यूँ विशाल जनजन को ऊर्जा देकर किया... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 80 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read नींद आती है सोने दो नींद आती है सोने दो जगाते स्वप्न बेचैनी से भूला के इन सारे क्षणों को चैन के साये में खोने दो। इक नया कल फिर से आएगा नई चुनौतियाँ, उम्मीद... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 84 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read जीवन ये हर रंग दिखलाता जीवन ये हर रंग दिखलाता हर्ष तो कभी दर्द दे जाता पाठशाला ये है अनोखी सबकी धैर्य परीक्षा होती। है सफल वही गुणीजन बड़ा परिश्रम जिसके हाथों जड़ा थककर कभी... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 166 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read ****माता रानी आई**** ****माता रानी आई**** लाल लाल चुनरिया सजाई शेर पे सवार हो माँ आई उग आये हरे भरे जवारे जय माता दी सब पुकारें। हलवा,पूड़ी साग बनाऊँ मैया को क्या भोग... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 87 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read जब सत्य प्रकाशमय हो जब सत्य प्रकाशमय हो अंधकार पर लगा विराम हो द्वेष ,जलन ,ईर्ष्या से परे सब मन मे प्रेम ,स्नेह भरा हो उँच नीच भेदभाव भुलाकर सबके लिये सदभाव हो झूठ... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 124 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read मैं इक निर्झरिणी नीर भरी मैं इक निर्झरिणी नीर भरी अश्रुओं से यूँ अक्षि सँवरी बन संगीत इक भीतर सजा कभी विरह तो हॄदय बसा। यूँ ही नभ बरबस निहारती पिपासा इक भीतर कराहती हो... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 106 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read उज्जवल रवि यूँ पुकारता उज्जवल रवि यूँ पुकारता अलंकृत रश्मियाँ निहारता बिछते पथ सैकड़ों सितारें उदीप्त जुगनू कितने सारे। श्वेत चाँदनी झिलमिलाई आस की नव किरण सजाई महक से आच्छादित फुलवारी सरसर बह रही... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 1 71 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read अधिकारों का प्रयोग करके अधिकारों का प्रयोग करके अविलंब,कर्तव्य निर्वाह करो शीघ्र आज प्रस्थान करो आलस्य त्याग मतदान करो। चुनने का यूँ अवसर आया इक नई स्वतंत्रता लाया नवयुग का आज प्रारंभ करो मतदान... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 68 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read चिरनिद्रा से नारायण जागे चिरनिद्रा से नारायण जागे शुभ पावन घड़ियाँ ले आई तुलसी शालीग्राम संग आये गगन में ज्योत्सना दिखलाई। आँवला, गन्ना,बोर भाजी खोल बंधन शुभ महुर्त सारे आई आज देव प्रबोधिनी जल... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 136 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read जीवन रंगमंच एक पहेली जीवन रंगमंच एक पहेली नियति चलती संग सहेली सुप्त आस ही प्रतिक्षण चली साँझ की बेला बरबस ढली। हिय में कहीं साज न सजा रंग ये विरस,अनाम सा बना कहीं... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 163 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read जाके हॄदय में राम बसे जाके हॄदय में राम बसे नेह संपत्ति रत्नाकर जसे सुंदर,मनोहर रूप तब लयो सुख,प्रमोद,उल्लास ते दयो। मनभावन रमणीक दिखलाये ले जानकी संग प्रभु आये दमके भाल प्रखर उजियारा दीपक, ज्योति,रविकर... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 89 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read धुंध में लिपटी प्रभा आई धुंध में लिपटी प्रभा आई कुहरे संग शीतलता लाई पथ सुने तो कहीं ओस भरे अलाव तापते लोग खड़े। सर्द हवा ने रुख बदलाया धरा ने नव्य रूप दिखलाया सरसों,बथुआ,की... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 84 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read मेरे वतन सूरज न निकला मेरे वतन सूरज न निकला गहन तिमिर यूँ घनघोर बना सूक्ष्म प्रभा को हिय तरसा था पयोद घना फिर न बरसा। गुम थी जहाँ इक उजियारी रविकर आभा प्रखर न्यारी... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 122 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read अवध में दीप जलायेंगे अवध में दीप जलायेंगे अनेक रश्मियां जगमग सी नव पल्लव भी खिल जायेंगे आज फिर रघुवीर आयेंगे। अब न बैर,तिरस्कार होगा नेह,प्रेम पुरस्कार होगा पयोद दर्द के छँट जायेंगे आज... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 77 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read *रामलला* मंगल पावन बेला आई रघुनंदन को संग ले आई अवध में लाखों दीप जले धन्य हुई तब सरयू माई। जगमग अनगिनत दीप जले गृह,नगर वंदनवार से सजे प्रखर रवि से... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 2 60 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read *तुम न आये* चंचल सी चाँदनी छिटकी थी निशि कुछ मद्धम धूंधली थी थे नयन इक आस लगाये रैन बीती तब तुम न आये। थी पथ पर अनवरत सी खड़ी अटल बन कभी... Poetry Writing Challenge-2 · Latest Hindi Poetry 86 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read *बसंत आया* उपवन में ऋतुराज समाया धरा ने नव्य रूप दिखलाया खग ने मधुर सा गीत गाया सखी री मोहक बसंत आया। पीली सरसों सर्वत्र फैली धवल चाँदनी शशि संग खेली प्रखर... Poetry Writing Challenge-2 · Latest Hindi Poetry · Poetry Writing Challenge 1 136 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read *दिल कहता है* तुम मेरे हो ये मेरा दिल कहता है ! आज बहुत है बेकरार तुझको पाने को कोई बात न माने नहीं संभलता है , हर पल रहती हैं नजरें कुछ... Poetry Writing Challenge-2 · Latest Hindi Poetry · Poetry Writing Challenge 1 136 Share Kavita Chouhan 14 Feb 2024 · 1 min read ****बसंत आया**** उपवन में ऋतुराज समाया धरा ने नव्य रूप दिखलाया खग ने मधुर सा गीत गाया सखी री मोहक बसंत आया। पीली सरसों सर्वत्र फैली धवल चाँदनी शशि संग खेली प्रखर... Hindi · कविता · बसंत और पतझड़ · सहित्यपीडिया 184 Share Page 1 Next