Johnny Ahmed 'क़ैस' 212 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Johnny Ahmed 'क़ैस' 29 Jul 2023 · 1 min read माना डगर कठिन है माना बहुत है मुश्किल माना डगर कठिन है माना बहुत है मुश्किल लेकिन अगर यक़ी हो मिलती है यार मंज़िल है इम्तिहान कोई ये ज़िंदगी हमारी हर सम्त पर खड़ा है मौक़ा-शनास क़ातिल इस... Hindi · Johnny Ahmed 187 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 25 Jul 2023 · 1 min read जब तलक है ज़िन्दग़ी बस काम उसने लिख रखा है जब तलक है ज़िन्दग़ी बस काम उसने लिख रखा है मौत के तो बाद बस आराम उसने लिख रखा है हाँ ख़ुदा ने जन्म लिक्खा फिर जवानी भी लिखी है... Hindi 1 205 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 22 Jul 2023 · 1 min read अचानक जब कभी मुझको हाँ तेरी याद आती है अचानक जब कभी मुझको हाँ तेरी याद आती है मेरे चारों तरफ़ ख़ुश्बू गुलों की फैल जाती है ज़माने हो गए तुझको नहीं देखा मगर फिर भी सुबह हर रोज़... Quote Writer 300 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 22 Jul 2023 · 1 min read अचानक जब कभी मुझको हाँ तेरी याद आती है अचानक जब कभी मुझको हाँ तेरी याद आती है मेरे चारों तरफ़ ख़ुश्बू गुलों की फैल जाती है ज़माने हो गए तुझको नहीं देखा मगर फिर भी सुबह हर रोज़... Hindi 110 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 16 Jul 2023 · 1 min read देखती तक नहीं वो घड़ी-भर मुझे देखती तक नहीं वो घड़ी-भर मुझे हाँ वही जो नहीं है मयस्सर मुझे ख़ैर शायद मोहब्बत मेरी भूल थी सो सज़ा भी मिलेगी जनम-भर मुझे देखकर भी नज़र फेर लेती... Hindi · Johnny Ahmed 196 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 15 Jul 2023 · 1 min read क्या अजब दौर है आजकल चल रहा क्या अजब दौर है आजकल चल रहा आदमी अब टमाटर से सस्ते हुए साँप का डसना अब तक तो देखा नहीं मैंने देखा है इंसा को डसते हुए -Johnny Ahmed... Quote Writer 1 422 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 9 Jul 2023 · 1 min read इस तरह का कभी हादसा फिर न हो इस तरह का कभी हादसा फिर न हो ज़ीस्त में इश्क़ का सानेहा फिर न हो दिल के हर पेड़ को ख़त्म जड़ से करो ताकि दिल में कभी घोंसला... Hindi · Johnny Ahmed 118 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 8 Jul 2023 · 1 min read कहा था जिसे अपना दुश्मन सभी ने कहा था जिसे अपना दुश्मन सभी ने भँवर से निकाला हमें तो उसी ने जिसे मैं समझता रहा दोस्त अपना मेरी पीठ में घोंपा खंजर उसी ने न मुझको रहा... Quote Writer 283 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 2 Jul 2023 · 1 min read कहा था जिसे अपना दुश्मन सभी ने कहा था जिसे अपना दुश्मन सभी ने भँवर से निकाला हमें तो उसी ने जिसे मैं समझता रहा दोस्त अपना मेरी पीठ में घोंपा खंजर उसी ने न मुझको रहा... Hindi 1 81 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 16 Jun 2023 · 1 min read यादें यादें नदी के किनारे ठीक उसी नीलमोहर की छाव तले बैठ जाता हूँ आजकल, जिसे भेदकर धूप हमें छू भी नहीं पाती थी हाँ अकेले बैठना थोड़ा कठिन तो ज़रूर... Quote Writer 246 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 16 Jun 2023 · 1 min read यादें नदी के किनारे ठीक उसी नीलमोहर की छाव तले बैठ जाता हूँ आजकल, जिसे भेदकर धूप हमें छू भी नहीं पाती थी हाँ अकेले बैठना थोड़ा कठिन तो ज़रूर है,... Hindi · Johnny Ahmed 224 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 9 Jun 2023 · 1 min read कलयुग एक दौर था जब भी सोते थे ख़्वाब सुहाने आते थे, ये वक़्त भी कैसा वक़्त है जिसमें, नींद भी नहीं आती है। एक दौर था जब सारे बच्चें भोले... Hindi · Johnny Ahmed 226 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 4 May 2023 · 1 min read दर्द दिल का किसी को सुनाता नहीं 212 212 212 212 दर्द दिल का किसी को सुनाता नहीं हाँ मगर आजकल मुस्कुराता नहीं आँसुओं का समंदर है दिल में मेरे एक आँसू भी लेकिन बहाता नहीं बन... Hindi · Johnny Ahmed · कविता 121 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 28 Apr 2023 · 1 min read गर्मी वाली छुट्टियां वैसे तो हम जीवन में ढेरों त्योहार मनाते हैं पर एक ऐसा पर्व है जिसको सोचके ही मुस्काते है आग बबूला सूरज से ये सब बच्चों को बचाता है गर्मी... Hindi · Johnny Ahmed 249 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 28 Apr 2023 · 1 min read गर्मी की छुट्टियां नींद न आने पर पर घंटों तक, लोरी गाके सुनाती है ओढ़नी से अपने बच्चे को, कड़ी धूप से बचाती है मां गर्मी के मौसम में, जौ का पानी पिलाती... Hindi · Johnny Ahmed 365 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 24 Apr 2023 · 1 min read लब-ए-साहिल हमारी आस में आँखें टिकाए है लब-ए-साहिल हमारी आस में आँखें टिकाए है समंदर भी हमारी याद में आँसू बहाए है जुदाई में भले ही मैं न रोया एक भी आँसू ग़म-ए-फ़ुर्क़त मुझे भी है मेरा... Hindi · Johnny Ahmed 222 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 15 Apr 2023 · 1 min read चमचागिरी- एक कठोर तप यह एक कला है , साधना है जीवन भरकर की तपस्या है चमचों को चमचागिरी से बिल्कुल नहीं समस्या है। ज़ुबान पर जी-हुज़ूर साहब जो बोलें वो मंजूर बिना मज़दूरी... Hindi · Johnny Ahmed 1 596 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 8 Apr 2023 · 1 min read ख़ून के धब्बें ख़ून के धब्बें शर्ट पे उसके लगे हुए थे मोटे-मोटे लेकिन क्योंकि जेब में उसकी इक सेहतमंद बटवा था, सोने की चेन थी उसकी, हीरे की अंगूठी थी गाड़ी भी... Hindi · Johnny Ahmed 179 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 7 Apr 2023 · 1 min read अचानक जब कभी मुझको हाँ तेरी याद आती है अचानक जब कभी मुझको हाँ तेरी याद आती है मेरे चारों तरफ़ ख़ुश्बू गुलों की फैल जाती है ज़माने हो गए तुझको नहीं देखा मगर फिर भी सुबह हर रोज़... Quote Writer 295 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 1 Apr 2023 · 1 min read छोड़कर मैं आज तेरी गलियों को आगे बढ़ा छोड़कर मैं आज तेरी गलियों को आगे बढ़ा तुम में मुझमें कुछ नहीं था तुमने ऐसा क्यों कहा छोड़कर मैं आज तेरी गलियों से आगे बढ़ा उसकी आंखों में चमक... Hindi · Johnny Ahmed 439 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 20 Mar 2023 · 1 min read एक दिन तो कभी ऐसे हालात हो एक दिन तो कभी ऐसे हालात हो आप हमसे मिले और बरसात हो आप फिसले मैरी गोद में आ गिरे बस ख़ुदा की तरफ़ से ये सौग़ात हो आपसे पूछ... Hindi · Johnny Ahmed · Uskechalejaaneae 189 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 20 Mar 2023 · 1 min read एक दिन तो कभी ऐसे हालात हो एक दिन तो कभी ऐसे हालात हो आप हमसे मिले और बरसात हो आप फिसले मेरी गोद में आ गिरे बस ख़ुदा की तरफ़ से ये सौग़ात हो आपसे पूछ... Hindi · Quote Writer 476 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 7 Mar 2023 · 1 min read यादों की अलमारी बासी पुरानी ज़िन्दगी के घर में अब भी एक कोना बचा हुआ है जिससे ख़ुशबू आती रहती है। उस कोने में एक बे-हद पूरानी दबीज़ यादों की अलमारी रखी है... Hindi · Johnny Ahmed 1 169 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 6 Mar 2023 · 2 min read उसकी रहमत की नहीं हद ग़म-ए-शब मुख़्तसर नहीं भले तवील सही अपनी हर बात ग़लत दुनिया की दलील सही फिर भी लड़ते हुए बढ़ाते रहो अपने कदम आदत-ओ-सीरत-ए-दहर है ख़िज़ा का मौसम दिल में जो... Hindi · Johnny Ahmed 1 365 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 21 Feb 2023 · 1 min read कितना मुश्किल होता होगा जीते जी मर जाना भी कितना मुश्किल होता होगा। मरते मरते जीते रहना कितना मुश्किल होता होगा। हाल-ए-ग़म में हँसते रहना कितना मुश्किल होता होगा हर दिन ख़ुद से लड़ते... Hindi · Johnny Ahmed 262 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 15 Feb 2023 · 1 min read बेबसी इतने क़रीब मगर फिर भी कितने दूर हैं हम उलझनों के वज़न तले दबे मजबूर हैं हम। तुम्हारे मख़मल से मुलायम होंठों को, अपने होंठों से छूना चाहता हूँ मैं... Hindi · Johnny Ahmed 183 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 12 Feb 2023 · 1 min read हक़ीक़त बताना ज़रूरी नहीं था हक़ीक़त बताना ज़रूरी नहीं था मुझे यूँ रुलाना ज़रूरी नहीं था अगर तुम नहीं थी ग़ज़ल मेरी फिर तो तुम्हें गुनगुनाना ज़रूरी नहीं था मुझे छोड़कर तुमको जाना अगर था... Hindi · Ghazal · Johnny Ahmed 1 154 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 2 Feb 2023 · 1 min read शेर... चले जाते हैं मय-ख़ाने शराबी सोचकर बस ये उदासी की दवा बस इस शिफ़ा-ख़ाने में मिलती है -जॉनी अहमद 'क़ैस' Hindi · Johnny Ahmed 164 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 29 Dec 2022 · 1 min read मैं तुम्हारा इंतज़ार करूँगा जिस तरह अपने मुक़र्रर वक़्त से पीछे चल रही ट्रैन का इंतज़ार स्टेशन मास्टर करता है; जैसे बा-उम्मीद एक भूखा मिस्कीन ज़ीस्त के करवट बदलने का इंतज़ार करता है; जैसे... Hindi · Johnny Ahmed · Poem 1 1 286 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 28 Dec 2022 · 1 min read क्योंकि इश्क़ है हज़ारों फ़ीट ऊपर से बारिश बेजान ज़मीं को अपने लम्स का एहसास देने आती है उसे चूमने आती है क्योंकि इश्क़ है। सब्ज़ मेहंदी सिलबट्टे पर पिसने के बाद किसीके... Hindi · Johnny Ahmed · Kavita · Poem 2 2 247 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 27 Dec 2022 · 1 min read भीगे हैं अश्क़ों से सारे भरम दहलीज़-ए-दिल पे आके रुकी ज़िन्दगी जैसे थम सी गई चलना ज़रूरी हाँ था बहुत नज़रें मगर मुड़ ही गई यादें तेरी इस दिल में बसी तूने दिए पर दिल को... Hindi · Johnny Ahmed · गीत 2 157 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 16 Dec 2022 · 1 min read ग़ज़ल जिस जगह आख़िरी बार हम तुम मिले फूल ही फूल अब उस जगह पर खिले। हाँ वहीं पर हमारा बना मक़बरा थी जहाँ बैठकर तुम सुनाती गिले। इश्क़ का मर्ज़... Hindi · Ghazal · Johnny Ahmed 1 218 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 19 Nov 2022 · 1 min read प्यारा बचपन वक़्त की उँगली पकड़े हुए जब आधी ज़ीस्त गुज़र गई, आधे साथी पीछे छूटें और आधों की ख़बर नहीं। यक-लख़्त किसी इक शाम को मैं ठहरा और फिर खो गया,... Hindi · Johnny Ahmed · कविता 1 166 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 31 Oct 2022 · 1 min read शर्म जब कपड़ें पहने हुआ एक इंसाँ, नंगों के शहर में आया चारों तरफ़ देखके नंगें, आदमी वो शरमाया। सारे नंगें तरस भरी, नज़रों से उसको देख रहे थे क्यों ये... Hindi · Johnny Ahmed · कविता 3 1 193 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 5 Oct 2022 · 1 min read नागन उसकी आँखों ने जब मेरे चेहरे से करवट बदली उसने अपना चेहरा बदला पैरों की आहट बदली। घूँघट चौखट पनघट बदले वो भी ख़ुद सरपट बदली आख़िर काली नागन ने... Hindi · Johnny Ahmed · कविता 2 159 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 23 Sep 2022 · 1 min read जमी हुई धूल उस जमी हुई धूल को साफ़ मत करो वक़्त के आईने पर पर्दा ज़रूरी होता है। जो किस्सा भूल जाने में भलाई हो उसे भूल जाओ.…....याद मत करो जो छोड़कर... Hindi · Hindi Poem · Johnny Ahmed · कविता 3 369 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 15 Sep 2022 · 1 min read नाचनेवालियाँ अब हमें ज़िन्दगी की ख़बर मिल रही मौत से जब हमारी नज़र मिल रही। ज़ीस्त उस रोज़ से बे-असर लग रही मौत जब से हमे बन सँवर मिल रही। जनवरी... Hindi · Ghazal · Johnny Ahmed · Kavita 1 240 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 10 Sep 2022 · 1 min read जनता किसी गुस्ताख़ चींटी की तरह जूती तले मसल दी जाएगी। ताकि जनता माँग न सके अपने हक़ का कुछ भी। एक वेश्या के बदन से जैसे ग्राहक कपड़े नोचता है,... Hindi 1 173 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 7 Sep 2022 · 1 min read मैं नहीं मगर मैं नहीं मगर बरामदे पे रखे गेरुवे फूलदान पूछ रहे थे उन पर अपने अल्फ़ाज़ का पानी कब डालोगी। घर की हवादार खिड़कियाँ पूछ रही थी तुम उन्हें नए पर्दों... Hindi · Johnny Ahmed · Kavita · Love 1 137 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 19 Aug 2022 · 1 min read हाँ तुझे बस ये बताना चाहता हूँ हाँ तुझे बस ये बताना चाहता हूँ अब तुझे मैं भूल जाना चाहता हूँ। नाँव बनवाकर तेरे झूठें ख़तों की एक नाली में बहाना चाहता हूँ। ख़ूब ख़र्चे कर दिए... Hindi · Ghazal · Johnny Ahmed 2 319 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 22 Jul 2022 · 1 min read अँगड़ाई हम ज़िन्दगी से ऊबकर मर ही गए होते मगर हमने किसी इक सुब्ह उसकी अँगड़ाई देख ली -Johnny Ahmed 'क़ैस' Hindi · Johnny Ahmed · Love · शेर 2 369 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 10 Jun 2022 · 1 min read अम्मी आकर कहा फ़रिश्तों ने " तुझको हर एक ख़ुशी मिलेगी। मौत के बाद जन्नत भी मिलेगी। "' हँसते हुए बस इतना पूछा " क्या जन्नत में अम्मी मिलेगी......? " -जॉनी... Hindi · Johnny Ahmed · कविता 3 1 375 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 29 May 2022 · 1 min read पी गहरी क्या है ? पी की आँखें मीठी क्या है ? पी की बातें सरगम क्या है ? पी के पायल बादल क्या है ? पी का आँचल पी की... Hindi · कविता 1 1 193 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 29 May 2022 · 1 min read तेरे लिए मुझे फ़क़त उतना करना है तेरे लिए बहार जितना करता है फूलों के लिए -Johnny Ahmed 'क़ैस' Hindi · शेर 1 220 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 24 May 2022 · 1 min read ख़्वाहिश यूँ तो अज़ल से लम्स मेरा याद है तुझको फिर भी मिरी ख़्वाहिश कि तुझको चूमके देखूँ -Johnny Ahmed 'क़ैस' Hindi · शेर 1 124 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 22 May 2022 · 1 min read ग़ुस्लख़ाना वो ग़ुस्लख़ाना मिरा सबसे बड़ा दुश्मन है तू रोज़ जिसमें नहाती है बिला कपड़ों के -Johnny Ahmed 'क़ैस' Hindi · शेर 1 306 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 10 May 2022 · 1 min read दिल हमारा टूटने पर क्या किसी को ग़म हुआ दिल हमारा टूटने पर क्या किसी को ग़म हुआ कौन रोया साथ अपने कौन कब मरहम हुआ। हम बिना सुर-ताल ही हर राग को गाते रहे रूह ने जब तार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 1 450 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 29 Apr 2022 · 1 min read तुम मुझे भुला दोगी शायद तुम मुझे भुला दोगी शायद पर मैं नहीं भूल पाउँगा। न तुम्हारी आँखे, जिनसे चाँद रोशनी लेता था। न तुम्हारी बातें, जो शक्कर से भी मीठी थी। न तुम्हारे दाए... Hindi · कविता 2 286 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 27 Apr 2022 · 1 min read हमें जिनसे मोहब्बत है वही हमसे ख़फ़ा क्यूँ है हमें जिनसे मोहब्बत है वही हमसे ख़फ़ा क्यूँ है बड़ी जिसकी ज़रूरत है वही हमसे खफ़ा क्यूँ है हमें तो बात भी करनी नहीं आती किसी से पर करे जिनसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 214 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 25 Apr 2022 · 1 min read गर किसी मोड़ पर हम कभी फिर मिले गर किसी मोड़ पर हम कभी फिर मिले देख कर हम खुशी से गले फिर मिले बैठ कर फिर बहुत देर तक यूँ रहे जिस तरह से सफ़र में मुसाफ़िर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 161 Share Previous Page 2 Next