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Language: Hindi
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मानवता के दुश्मनों से हो जाओ सावधान!
मानवता के दुश्मनों से हो जाओ सावधान!
Jaikrishan Uniyal
प्रसंग वश-समय चक्र-स्वाधीनता से अब तक! [प्रथम भाग!]
प्रसंग वश-समय चक्र-स्वाधीनता से अब तक! [प्रथम भाग!]
Jaikrishan Uniyal
लौक डाउन [ताला बंदी] मेरे सपने में आया !
लौक डाउन [ताला बंदी] मेरे सपने में आया !
Jaikrishan Uniyal
जाता क्या तू चायना!
जाता क्या तू चायना!
Jaikrishan Uniyal
परीक्षा
परीक्षा
Jaikrishan Uniyal
चलो,जंलाएं दिए!
चलो,जंलाएं दिए!
Jaikrishan Uniyal
प्रसंग वश-वचन-प्रण-या हठ!
प्रसंग वश-वचन-प्रण-या हठ!
Jaikrishan Uniyal
छोड़ भी दो अब राग कोरोना!
छोड़ भी दो अब राग कोरोना!
Jaikrishan Uniyal
पलायन का संकट!-गाँवों की उपेक्षा-शहरों का आकर्षण!
पलायन का संकट!-गाँवों की उपेक्षा-शहरों का आकर्षण!
Jaikrishan Uniyal
जीवन जीने की जंग-गांव शहर के संग!
जीवन जीने की जंग-गांव शहर के संग!
Jaikrishan Uniyal
महाभारत का संदर्भ!कोरोना से जंग !!
महाभारत का संदर्भ!कोरोना से जंग !!
Jaikrishan Uniyal
कोरोना की जंग में मूच्छें गंवाई!
कोरोना की जंग में मूच्छें गंवाई!
Jaikrishan Uniyal
जय जय गंगे मां-हर हर गंगे मां !
जय जय गंगे मां-हर हर गंगे मां !
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कोरोना दिखा रहा डर भारी!
कोरोना दिखा रहा डर भारी!
Jaikrishan Uniyal
कन्नैया-कन्नैया तुम्हें आना पड़ेगा!वचन गीता वाला निभाना पड़ेगा
कन्नैया-कन्नैया तुम्हें आना पड़ेगा!वचन गीता वाला निभाना पड़ेगा
Jaikrishan Uniyal
तृष्णा से पूर्णता की ओर!
तृष्णा से पूर्णता की ओर!
Jaikrishan Uniyal
पंचायत चुनाव-अबकी बारी
पंचायत चुनाव-अबकी बारी
Jaikrishan Uniyal
अभिनन्दन. का. अभिनन्दन
अभिनन्दन. का. अभिनन्दन
Jaikrishan Uniyal
शहीदों की शहादत और शहीदी का मर्म
शहीदों की शहादत और शहीदी का मर्म
Jaikrishan Uniyal
विरांगना का उदघोष
विरांगना का उदघोष
Jaikrishan Uniyal
गले लगना-गले मिलना-और गले पडना
गले लगना-गले मिलना-और गले पडना
Jaikrishan Uniyal
मेरी राशी किलै पैट्यां छैं
मेरी राशी किलै पैट्यां छैं
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माँ बसन्ती-पिता राम कृष्ण
माँ बसन्ती-पिता राम कृष्ण
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कृष्ण - द्रौपदी सवांद
कृष्ण - द्रौपदी सवांद
Jaikrishan Uniyal
भूत लगी या देवता आई?
भूत लगी या देवता आई?
Jaikrishan Uniyal
जद्दो जहद की तिसरी कडी, सडक और नाली !
जद्दो जहद की तिसरी कडी, सडक और नाली !
Jaikrishan Uniyal
जिन्दगी की जद्दो जहद के मध्य,ब्यथा और ब्यवस्था की जंग!
जिन्दगी की जद्दो जहद के मध्य,ब्यथा और ब्यवस्था की जंग!
Jaikrishan Uniyal
आम आदमी की जद्दो -जहद्द के मध्य,ब्यथा और ब्यवस्था की जंग
आम आदमी की जद्दो -जहद्द के मध्य,ब्यथा और ब्यवस्था की जंग
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वेदना में हैं पहाड
वेदना में हैं पहाड
Jaikrishan Uniyal
तीस साल पहले का दौर-व-तीस साल बाद का शोर
तीस साल पहले का दौर-व-तीस साल बाद का शोर
Jaikrishan Uniyal
जो मैं होता कुंआरा,या पत्नी होती टीचर
जो मैं होता कुंआरा,या पत्नी होती टीचर
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मैं थका हुआ हूँ
मैं थका हुआ हूँ
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यह दोष किसका है‼यहाँ दोषी कौन नहीं❗
यह दोष किसका है‼यहाँ दोषी कौन नहीं❗
Jaikrishan Uniyal
यह रिस्ता,कैसा है
यह रिस्ता,कैसा है
Jaikrishan Uniyal
गुस्से और नसे के दौर में करें यह उपाय
गुस्से और नसे के दौर में करें यह उपाय
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बेटियां अपनी,बेटे पराये
बेटियां अपनी,बेटे पराये
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कुर्सी की चाह,नेताओं की डाह
कुर्सी की चाह,नेताओं की डाह
Jaikrishan Uniyal
एक और कार्य काल
एक और कार्य काल
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अपने अपने मन की
अपने अपने मन की
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पत्नी वन्दना
पत्नी वन्दना
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चोरी
चोरी
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दिगभ्रमित
दिगभ्रमित
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जीवन -मृत्यु के मध्य के वह पल
जीवन -मृत्यु के मध्य के वह पल
Jaikrishan Uniyal
जीवन-मृत्यु का संघर्ष
जीवन-मृत्यु का संघर्ष "एक वानगी"
Jaikrishan Uniyal
ये चुनाव , हम और वो
ये चुनाव , हम और वो
Jaikrishan Uniyal
पक्ष-विपक्ष का तर्क -वितर्क
पक्ष-विपक्ष का तर्क -वितर्क
Jaikrishan Uniyal
लो बीतने को है एक और कार्य काल
लो बीतने को है एक और कार्य काल
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कृष्ण-कर्ण संम्वाद ,प्रसंगवस-आज के परिवेश में
कृष्ण-कर्ण संम्वाद ,प्रसंगवस-आज के परिवेश में
Jaikrishan Uniyal
अटल -नवाज-सम्वाद
अटल -नवाज-सम्वाद
Jaikrishan Uniyal
कुम्भ की डुबकी संग देवदर्शन
कुम्भ की डुबकी संग देवदर्शन
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