डॉ विजय कुमार कन्नौजे 165 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next डॉ विजय कुमार कन्नौजे 24 Jan 2024 · 1 min read कौरव दल का नाश कौरव दल का नाश ============. बार बार होने के बावजूद धृतराष्ट्र के केवल पुत्र मोह ने कौरव दल का नाश किया मात्र दुर्योधन का अहंकार, ब्यभीचार, आतंकवादियों का भरोसा, चापलुस,... Hindi · कविता 1 323 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 20 Nov 2023 · 1 min read मातर मड़ई भाई दूज मातर मड़ई,, भाई दुज =============== मातर मड़ई मेला भाई दुज के दिन। चलव संगी जाबों देव धामी के तीर।। नाचत कुदत राऊत सकलाही सब झिन। सोहही बांधें राऊत रवतईन रांधही... Hindi · कविता 377 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 20 Nov 2023 · 1 min read ये नोनी के दाई ये नोनी के दाई ================= का बतावव दुःख संगी जिन्गी के काहनी। घातेच सुघ्घर लागय जी गोसईन के जुबानी।। दिन भर चिल्लावत राहव ये नोनी के दाई। लान तो ओ... Hindi · कविता 2 307 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 17 Nov 2023 · 1 min read प्रतीक्षा प्रतीक्षा प्रतीक्षा है किसी और की मेरा तो कोंई और। नहीं ठिकाना जीवन का कहां मिलेगा ठौर।। प्रतिक्षा है मुझे मौत की वहीं मिलेगा ठौर। कटु वचन, अटल सत्य है... Hindi · कविता 2 316 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 17 Nov 2023 · 1 min read बरसात बरसात के आने पे मौसम सूहानी लगता है। चिड़ियों की चहक से आंगन सुहानी लगता है।। बरसात के आने पे धरा हरियाली लगता है। ग्रीष्मकाल के जाने पे मौसम खुशियांली... Hindi · कविता 1 298 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 17 Nov 2023 · 1 min read आल्हा छंद विधा,, आल्हा छंद मापनी,,16-15 पर यति प्रति पद 31मात्राऍ ================= काम बुता में अब लग जावव अब लूबोन खेत के धान । जुर मिल करपा बीड़ा लाबो अनदाई के करबो... Hindi · कविता 339 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 17 Nov 2023 · 1 min read मन मुकुर सुंदर कर्म कीजिए,मन मुकुर करे साफ। निज कमी को देखीए,न करें मन उदास।। निज दृष्टि से देखिए,किस गहरे में आप। खोजन चले दुष्टन को, दुष्ट बने खुद आप।। तौं सुधारे... Hindi · कविता 1 351 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 16 Nov 2023 · 1 min read निश्छल प्रेम मानसरोवर साहित्य अकादमी दैनिक प्रतियोगिता दिनांक 16/11/2023विषय,, निश्छल प्रेम ==========.==========....===== निश्छल प्रेम श्री कृष्ण का लीजै हृदय लगाय। प्रेम कीजिए राधेय बनकर निश्छल प्रेम हो जाय।। निश्छल प्रेम भक्ति भाव... Hindi · कविता 1 442 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 16 Nov 2023 · 1 min read जनक दुलारी विश्व हिन्दी सृजन सागर मंच। जनक दुलारी दिनांक 16/11,/2023 स्वरचित मौलिक रचना =============== धरती से प्रगट भई आदिशक्ति भवानी उद्भव स्थिति संहार कारिणी क्लेश हारिणी, जग तारिणी सुन लीजिए अरज... Hindi 1 388 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 10 Nov 2023 · 1 min read छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस अटल जी का भीष्म प्रतिज्ञा काम किया जी भारी। स्वतंत्र राज्य बन बैठी मोर छत्तीसगढ़ महतारी।। राष्ट्रपति अब्दुल कलाम बोले जय जय छत्तीसगढ़ के माटी। स्वर्ग सम है दृश्य यहां... Hindi · कविता 2 359 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 10 Nov 2023 · 1 min read गुलामी के कारण परबुधिया रिहिस अनपढ किसान। परदेशिया करा बदय फट मितान।। जेकर फल पाइस देश गुलाम दुख भोगिस अनपढ़ किसान पहिली जमाना चुतिया बनय खासअनपढ़ रहे गा किसान आंखी मुंद के दस्तखत... Hindi · कविता 2 401 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 10 Nov 2023 · 1 min read धनतेरस धनतेरस ====== शुभाशीष शुभकामना, धनतेरस का अरमान खुश रहें,सब लोगन,यह धन्वंतरि का वरदान अमृत तुल्य औषधि अधिक, प्रकृति में भगवान खोज निकाला धन्वंतरि, धनतेरस का वरदान।। खोजी हो तो खोजिये,... Hindi · Article · कविता 2 299 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 10 Nov 2023 · 1 min read क्या गजब बात क्या गजब बात जब जब चुनाव आता है, लोगों की भावना बन जाती है हम अपने स्वजातीयों को ही वोट करेंगे, क्योंकि वह जाति भाई है। लेकिन उस दिन को... Hindi · कविता 1 237 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 10 Nov 2023 · 1 min read दिवाली त्योहार का महत्व दिवाली त्योहार का वैज्ञानिक महत्व ==================... मानव जीवन में त्योहारों का एक विशेष महत्व है, तो आइये हम जाने त्योहारों का राजा देवारी दिवाली का वैज्ञानिक महत्व है। 1,, चार... Hindi · कविता 1 319 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 13 Oct 2023 · 1 min read जस गीत ई पत्रीका के छटवां अंक बर ===============.= बिरही भिंगोए बर हो तय आबे भवानी बिरही भिंगोए बर न पहिली दिन तय बिरही भिंगोबे दुसर दिन जोत जलाबे तिसर दिन चन्द्र... Hindi · कविता 1 1k Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 13 Oct 2023 · 1 min read सच कहूं तो झूठ कहूं की सच कहूं या रहुं सदा मैं मौन। झूठ लबार तो बहुत है सत्य बखाने है कौन ।। चुप सरीखा सा सुख नही सदा रहूं मैं मौन। सच... Hindi · कविता 3 532 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 12 Oct 2023 · 1 min read मातृ भाषा हिन्दी मातृ भाषा हिन्दी पशु पक्षी चिरई चिरगुन निज भाषा को अपनाते हैं। क्या हुआ रे मानव जो खिचड़ी भाषा को पकाते हैं।। निज भाषा पर है शर्म तुम्हें खिचड़ी को... Hindi · कविता 1 483 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 12 Oct 2023 · 1 min read जस गीत आबे दाई तय आबे ओ तोर गोड़ के धुर्रा गिराबे ओ। नान्हे नान्हे लईका तोर। तय मया के बरषा कराबे ओ। आबे दाई तय आबे ओ मया के बरषा कराबे... Hindi · कविता 1 369 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 11 Oct 2023 · 2 min read संत कवि पवन दीवान,,अमृतानंद सरस्वती संत कवि पवन दीवान,,अमृतानंद सरस्वती ============== अमृतानंद सरस्वती को धरूं हृदय में ध्यान। सजग कर मम दिल को दें तत्वों का ज्ञान।। बढ़े सनातन धर्म का जग में पुण्य प्रताप।... Hindi · कविता 1 468 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 11 Oct 2023 · 1 min read चंद्रयान विश्व कीर्तिमान चंद्रयान विश्व कीर्तिमान चंद्रयान विश्व कीर्तिमान से, छाया भारत का सम्मान। बिज्ञान जगत में छा गया भारत का सम्पूर्ण ज्ञान।। धन्य है हमारी मातृभूमि धन्य हमारा धाम। धन्य हमारा बिज्ञान... Hindi · कविता 1 304 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 11 Oct 2023 · 1 min read पुरखा के बदौलत पुरखा के बदौलत =========== पितर पाख सिरागे, फेर पूरखा ल नई भुलावव। पुरखा के बदौलत ये, जऊन मैं इंहा जिंदा हावव।। ददा के ददा पुरखा ददा तुंहर दया म अइस... Hindi · कविता 2 1 346 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 10 Oct 2023 · 1 min read कैसी है ये जिंदगी कैसी है ये जिंदगी ===========..==== कैसी है ये जिंदगी समझ किसी का न आता है। तर्क कुतर्क करके मुरख ब्यर्थ समय गंवाता है।। हाड़ मांस पुतला को सत्य स्वरूप मानता... Hindi · कविता 1 324 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 10 Oct 2023 · 1 min read जुग जुग बाढ़य यें हवात जुग जुग बाढ़य यें हवात सावित्री सम पतिव्रता, होय अचल येंहवात। खुश रहो आनन्द रहो जुग जुग बाढ़य येंहवात खुश रहो, आनन्द रहो शौभाग्यवती हो बेटी। येंहवात तुम्हारा बना रहे... Hindi · कविता 1 374 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 10 Oct 2023 · 1 min read मेरे देश की मिट्टी मेरे देश की मिट्टी =========== जिस मिट्टी के महक से उड़े सुगंध फुहाड़। उस मिट्टी की महिमा को अनंत अनंत प्रणाम।। सुगंध युक्त है,अनुपम छटा है मेरे देश की मिट्टी... Hindi · कविता 2 565 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 10 Oct 2023 · 1 min read ऐ भगतसिंह तुम जिंदा हो हर एक के लहु में विषय,,ऐ भगतसिंह तुम जिंदा हो,हर एक के लहुट में दिनांक,,28/09/2023 ===============...= ऐ भगतसिंह तुम जिंदा हो, हर एक लहु के कतरे में। बिलख पड़े थे बाल्यकाल से सुन मातृभूमि के... Hindi · कविता 1 381 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 10 Oct 2023 · 1 min read शहीद देश के खातिर मिटने वाला शहिद जवान वीर अनेक। देश सरहद पर मिटने वाला भारत भूमि का लाल अनेक। कुछ नामी है कुछ गुनामी है कुछ का ही नाम जान... Hindi · कविता 1 254 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 10 Oct 2023 · 1 min read श्री बिष्णु अवतार विश्व कर्मा सृष्टि रची है जिसने, किया स्वर्ण लंका का निर्माण देख महल लंका को, रावण को हुआ था अभिमान कर्म कार थे विश्वकर्मा साक्षात बिष्णु का अवतार। छन भर में सृष्टि... Hindi · Article 1 371 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 10 Oct 2023 · 1 min read मानव धर्म प्रकाश मानव धर्म प्रकाश ======.===..== सबका मालिक एक है ईश्वर अल्ला ईस टेक। गुरू नानक, कबीरा संत नाना पंत है सब देख।। सत्य दया प्रेम अहिंसा परमो धर्म उपकार। सबसे पहले... Hindi · कविता 1 356 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 10 Oct 2023 · 1 min read बच्छर म एक घंव बच्छर म एक घंव ममा दाई घर जाबो। पोरा तिहार बर नदिया बैला चलाबो।। बांस के असकुड़ सीली चक्का चढाबों दाई के संग संग तीजा माने ल जाबो बच्छर म... Hindi · कविता 1 444 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 10 Oct 2023 · 1 min read यह कैसन सपेरा है सोच सोच,रोज रोज चलन का बेरा है। सोज सोज,खोज खोज रहनी बसेरा है।। नोच नोच खाजी खां कलियन म डेरा है। बागो के फुलन पर भौरों का बसेरा है।। सोच... Hindi · कविता 1 399 Share Previous Page 2 Next