Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Tag: कविता
184 posts
Page 3
मेरी फितरत तो देख
मेरी फितरत तो देख
VINOD CHAUHAN
मेरी फितरत ही बुरी है
मेरी फितरत ही बुरी है
VINOD CHAUHAN
मैं तो महज जीवन हूँ
मैं तो महज जीवन हूँ
VINOD CHAUHAN
मैं तो महज चुनौती हूँ
मैं तो महज चुनौती हूँ
VINOD CHAUHAN
मैं तो महज शराब हूँ
मैं तो महज शराब हूँ
VINOD CHAUHAN
अर्धांगिनी
अर्धांगिनी
VINOD CHAUHAN
लौट आओ ना
लौट आओ ना
VINOD CHAUHAN
मैं तो महज क़ायनात हूँ
मैं तो महज क़ायनात हूँ
VINOD CHAUHAN
मैं तो महज बुनियाद हूँ
मैं तो महज बुनियाद हूँ
VINOD CHAUHAN
मैं तो महज प्रेमिका हूँ
मैं तो महज प्रेमिका हूँ
VINOD CHAUHAN
मैं तो महज संसार हूँ
मैं तो महज संसार हूँ
VINOD CHAUHAN
मैं तो महज आईना हूँ
मैं तो महज आईना हूँ
VINOD CHAUHAN
मैं तो महज तकदीर हूँ
मैं तो महज तकदीर हूँ
VINOD CHAUHAN
मैं तो महज इंसान हूँ
मैं तो महज इंसान हूँ
VINOD CHAUHAN
मैं तो महज एक नाम हूँ
मैं तो महज एक नाम हूँ
VINOD CHAUHAN
मैं तूफान हूँ जिधर से गुजर जाऊँगा
मैं तूफान हूँ जिधर से गुजर जाऊँगा
VINOD CHAUHAN
सागर से अथाह और बेपनाह
सागर से अथाह और बेपनाह
VINOD CHAUHAN
अधखिला फूल निहार रहा है
अधखिला फूल निहार रहा है
VINOD CHAUHAN
सफर अंजान राही नादान
सफर अंजान राही नादान
VINOD CHAUHAN
मैं तो महज एक माँ हूँ
मैं तो महज एक माँ हूँ
VINOD CHAUHAN
मैं तो महज आग हूँ
मैं तो महज आग हूँ
VINOD CHAUHAN
मैं तो महज नीर हूँ
मैं तो महज नीर हूँ
VINOD CHAUHAN
मैं तो महज शमशान हूँ
मैं तो महज शमशान हूँ
VINOD CHAUHAN
मैं तो महज संघर्ष हूँ
मैं तो महज संघर्ष हूँ
VINOD CHAUHAN
मैं तो महज पहचान हूँ
मैं तो महज पहचान हूँ
VINOD CHAUHAN
मैं तो महज इत्तिफ़ाक़ हूँ
मैं तो महज इत्तिफ़ाक़ हूँ
VINOD CHAUHAN
मैं तो महज आवाज हूँ
मैं तो महज आवाज हूँ
VINOD CHAUHAN
मैं तो महज एक ख्वाब हूँ
मैं तो महज एक ख्वाब हूँ
VINOD CHAUHAN
मैं तो महज वक्त हूँ
मैं तो महज वक्त हूँ
VINOD CHAUHAN
मैं तो महज एहसास हूँ
मैं तो महज एहसास हूँ
VINOD CHAUHAN
तिल,गुड़ और पतंग
तिल,गुड़ और पतंग
VINOD CHAUHAN
सब्र रख
सब्र रख
VINOD CHAUHAN
हिंदी से सीखा है हमने
हिंदी से सीखा है हमने
VINOD CHAUHAN
काँटों का दामन हँस के पकड़ लो
काँटों का दामन हँस के पकड़ लो
VINOD CHAUHAN
गुजरे लम्हे सुनो बहुत सुहाने थे
गुजरे लम्हे सुनो बहुत सुहाने थे
VINOD CHAUHAN
भीगे अरमाँ भीगी पलकें
भीगे अरमाँ भीगी पलकें
VINOD CHAUHAN
ख़्वाहिश है तेरी
ख़्वाहिश है तेरी
VINOD CHAUHAN
डूबता सूरज हूंँ या टूटा हुआ ख्वाब हूंँ मैं
डूबता सूरज हूंँ या टूटा हुआ ख्वाब हूंँ मैं
VINOD CHAUHAN
मत पूछो कोई वो क्या थे
मत पूछो कोई वो क्या थे
VINOD CHAUHAN
हर घड़ी यूँ सांस कम हो रही हैं
हर घड़ी यूँ सांस कम हो रही हैं
VINOD CHAUHAN
दीवार में दरार
दीवार में दरार
VINOD CHAUHAN
रामलीला
रामलीला
VINOD CHAUHAN
गुुल हो गुलशन हो
गुुल हो गुलशन हो
VINOD CHAUHAN
जाने वाले बस कदमों के निशाँ छोड़ जाते हैं
जाने वाले बस कदमों के निशाँ छोड़ जाते हैं
VINOD CHAUHAN
बख्स मुझको रहमत वो अंदाज़ मिल जाए
बख्स मुझको रहमत वो अंदाज़ मिल जाए
VINOD CHAUHAN
आसमाँ के परिंदे
आसमाँ के परिंदे
VINOD CHAUHAN
गंगा से है प्रेमभाव गर
गंगा से है प्रेमभाव गर
VINOD CHAUHAN
आदमी आदमी से डरने लगा है
आदमी आदमी से डरने लगा है
VINOD CHAUHAN
जिस नारी ने जन्म दिया
जिस नारी ने जन्म दिया
VINOD CHAUHAN
हम पर्यावरण को भूल रहे हैं
हम पर्यावरण को भूल रहे हैं
VINOD CHAUHAN
Page 3
Loading...