'अशांत' शेखर 640 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next 'अशांत' शेखर 26 Sep 2022 · 1 min read ✍️एक सुबह और एक शाम रोज एक सुबह शाम के इंतजार में दम तोड़ देती है रोज एक शाम सुबह के वादों की कसम तोड़ देती है …………………………………………// ©✍️'अशांत' शेखर 26/09/2022 Hindi · Ashantlekhani 3 6 190 Share 'अशांत' शेखर 26 Sep 2022 · 1 min read ✍️लबो ने मुस्कुराना सिख लिया मुश्किलो के ऊँचे पहाड़ो पे चढ़ना उतरना सिख लिया दर्द का समंदर लाख गहरा हो हमने तैरना सिख लिया पाँव छालों भरे है फिर भी रास्तो से हमें कोई बैर... Hindi · शेर 3 6 191 Share 'अशांत' शेखर 26 Sep 2022 · 1 min read ✍️कल और आज कल के इंतजार में शायद ये वक़्त गुजर जायेगा आज की शुरुवात में शायद ये लम्हा सँवर जायेगा ………………………………………………………………// ©✍️'अशांत' शेखर 26/09/2022 Hindi · Ashantlekhani · कोटेशन 4 6 353 Share 'अशांत' शेखर 25 Sep 2022 · 1 min read ✍️कुछ रक़ीब थे... जो हमदर्दी जतानेवाले बहुत करीब थे उनमें से छुपे इरादोवाले कुछ रक़ीब थे ………………………………………………………// ©✍️'अशांत' शेखर 25/09/2022 Hindi · शेर 4 4 183 Share 'अशांत' शेखर 25 Sep 2022 · 1 min read ✍️कमाल था... मेरा ऊंचाई को छूना भी तो बड़ा ही कमाल था..! आसमाँ का ख़्वाब किसका यहाँ मुक्कमल था..? …………………………………………………………………// ©✍️'अशांत' शेखर 25/09/2022 Hindi · Ashantlekhani · शेर 3 5 448 Share 'अशांत' शेखर 25 Sep 2022 · 1 min read ✍️ मिलाप... आखिर जानेवालों पर ये कैसा है विलाप उम्र का तो मौत के साथ गहरा है मिलाप ………………………………………………………// ©✍️'अशांत' शेखर 25/09/2022 Hindi · Ashantlekhani · शेर 1 4 167 Share 'अशांत' शेखर 25 Sep 2022 · 1 min read ✍️जिगरबाज दिल जुड़ा है जब पता है के एक शख्स मेरे भीतर का साथ खड़ा है अब क्या फिक्र मेरे खिलाफ कौन साजिशों में पड़ा है दुनिया के खुदगर्जी का दस्तूर अब हमें मालूम... Hindi · ग़ज़ल 1 2 142 Share 'अशांत' शेखर 24 Sep 2022 · 1 min read ✍️काही आठवणी स्मरतांना मनाला चेटुक करणाऱ्या हव्याहव्याशा काळजाच्या गाभार्यात घर करणाऱ्या गावातल्या कथा असतात वर्दळीच्या रस्त्यात भान हरपणाऱ्या जीवाच्या आकांताने धावणाऱ्या शहराच्या व्यथा असतात गांव कसं कुडकुडत असतं आणि शहर थरथरत असतं मात्र... Marathi · Ashantlekhani · कविता 1 184 Share 'अशांत' शेखर 24 Sep 2022 · 1 min read ✍️आहट मेरी ख़ामोशी ही वजह है इन सन्नाटो की जुबाँ खुलेगी तो आहट होगी तूफानों की ………………………………………………………// ©✍️'अशांत'शेखर 24/09/2022 Hindi · Ashantlekhani · शेर 2 6 211 Share 'अशांत' शेखर 24 Sep 2022 · 1 min read ✍️रंग बदलती जिंदगी मुझे यहाँ का हर मौसम पतझड़ सा ही मिला याद नहीं मैं किस मौसम में बहारो सा खिला न जाड़ो से ना कभी धुप से कोई शिकवा रहा रंग बदलती... Hindi · Ashantlekhani · शेर 2 5 802 Share 'अशांत' शेखर 23 Sep 2022 · 1 min read ✍️बस हम मजदुर है हम अच्छे बुरे वक़्त के सब यहाँ गुलाम है हर किरदारो के साँचे में ढलने पर मजबूर है ठेकेदार सी ये जिंदगी उसे कौन मना करे..! उम्र के बोझ को... Hindi · Ashantlekhani · शेर 1 2 220 Share 'अशांत' शेखर 23 Sep 2022 · 1 min read ✍️सफलता के लिए... सफलता के लिए जितने की जिद.. हार के डर से बड़ी होनी चाहिये उस जिद के साथ कोशिशे हजार मगर उम्मीद एक खड़ी होनी चाहिये …………………………………// ©✍️'अशांत' शेखर 23/09/2022 Hindi · Ashantlekhani · शेर 4 8 318 Share 'अशांत' शेखर 23 Sep 2022 · 1 min read ✍️आस टूट जाती है जो चाहो वो पाओ ऐसा यहाँ होता नहीं... पाने की चाह में अक्सर उम्र कट जाती है नींद कितने भी सुनहरे ख़्वाब दिखा लें... सुबह जागते ही उसकी आस टूट... Hindi · Ashantlekhani · शेर 3 6 302 Share 'अशांत' शेखर 23 Sep 2022 · 1 min read ✍️सुलगता जलजला ख़ामोशी भी इक सुलगता जलजला होती है ऊँची आवाजो को दबा दे ऐसी बला होती है ………………………………………………………………// ©✍️'अशांत' शेखर 23/09/2022 Hindi · Ashantlekhani · शेर 3 6 214 Share 'अशांत' शेखर 21 Sep 2022 · 1 min read ✍️राजू ये कैसी अदाकारी..? हम चाहते है हर लम्हा दुनियां अपने अदाओं से सदा हंसते रहे मगर जिंदगी के पर्दे पे दुनिया को अलविदा कहने का एक सीन सबको निभाना ही पड़ता है तुम्हारी... Hindi · Ashantlekhani · मुक्तक 2 4 191 Share 'अशांत' शेखर 21 Sep 2022 · 1 min read ✍️गूगल है... कुछ सोच पागलपन के हद से भी पागल थी उनके पागलपन ने इस दुनिया को संभाला है अब पागलपन के हद से कोई गुजरता नही आज तो गूगल ही पागलपन... Hindi · कोटेशन 3 5 226 Share 'अशांत' शेखर 21 Sep 2022 · 1 min read ✍️कुछ तो वजह हो... कोई तो एक मुस्कुराहट की वजह पास हो.. अर्सा हो गया अपने हँसते चेहरे से मिले हुए कोई तो तन्हा जिंदगी का हमसफ़र साथ हो.. मुद्दते गुजरी है भीड़ के... Hindi · Ashantlekhani · शेर 4 6 362 Share 'अशांत' शेखर 20 Sep 2022 · 1 min read ✍️बुद्ध का उदय दुःखो की चरमसीमा पर अक्सर वे लोग हार जाते है जिनके संयम जवाब दे जाते है इसके बाद ही तो सुखमय परम आनंद के सफर की शुरुवात होती है मात्र... Hindi · Ashantlekhani · कोटेशन 2 4 290 Share 'अशांत' शेखर 19 Sep 2022 · 1 min read ✍️अहंकार हजारो हार के बाद मिलनेवाली एक जित दुनिया पर भारी पड़ जाती है हजारो जित के बाद मिलनेवाली एक हार अहंकार पर भारी पड़ जाती है ………………………………………………………// ©✍️'अशांत' शेखर 19/09/2022 Hindi · Ashantlekhani · शेर 4 6 233 Share 'अशांत' शेखर 19 Sep 2022 · 1 min read ✍️ये इंकलाबी मुट्ठियां मैं इरादों पर अटल हूँ तुम कोशिश जारी रखना मजबूत है बुनियाद हथौड़े की मार भारी रखना हुकूमत के ताज जिनके सर उन्हें गुमान है चढ़ा अवाम के उंगलि पे... Hindi · Ashantlekhani · ग़ज़ल 2 7 216 Share 'अशांत' शेखर 18 Sep 2022 · 1 min read ✍️मेरी वो कमी छुपा लेना रूह में कुछ बाकी रही मेरी वो कमी छुपा लेना थोड़ी आँखों में अश्क़ की है तेरे नमी छुपा लेना मैंने तराशी है तूझ में वो खूबी मेंरा वो हुनर... Hindi · Ashantlekhani · ग़ज़ल 3 10 254 Share 'अशांत' शेखर 17 Sep 2022 · 1 min read ✍️चीते की रफ़्तार जहाँपनाह क्या अब विकास भी चीते की रफ़्तार सा होगा अभी तक आपने महंगाई के रफ्तार की चिता जलाई नहीं …………………………………………// ©✍️'अशांत' शेखर 17/09/2022 Hindi · Ashantlekhani · मुक्तक 4 6 167 Share 'अशांत' शेखर 17 Sep 2022 · 1 min read ✍️मैले है किरदार उनके खुद के किरदार पे मैल चढ़ा है वो मेरे शख़्सियत पर धूल उड़ा रहे है ……………………………………………………// ©✍️'अशांत'शेखर 17/09/2022 Hindi · Ashantlekhani · शेर 5 6 228 Share 'अशांत' शेखर 17 Sep 2022 · 1 min read ✍️हम बाहर हो गये हर किसी को भीतर थोडी जगह देते रहे और हम अपने ही आप से बाहर हो गये ……………………………………………………// ©✍️'अशांत' शेखर 17/09/2022 Hindi · Ashantlekhani · शेर 3 7 163 Share 'अशांत' शेखर 16 Sep 2022 · 1 min read ✍️हम हादसों का शिकार थे धूप में किसी की छाँव थे कभी बेमौसम बहार थे वक़्त के हालातों में उलझी हुई हाथ की लकीर थे किसी की जरूरत थे तो किसी के लिए बेकार थे... Hindi · Ashantlekhani · शेर 3 6 339 Share 'अशांत' शेखर 16 Sep 2022 · 1 min read ✍️जुबाँ और कलम ना रख तू यूँही अपने दिल में वहम.. के मेरा जेहन मेरे रूह का आधार नही ये मेरी जुबाँ और कलम इतनी तेज है के जितनी किसी शमशीर में धार... Hindi · Ashantlekhani · शेर 3 4 203 Share 'अशांत' शेखर 16 Sep 2022 · 1 min read ✍️मेरे भीतर का बच्चा अच्छा होता यदि मेरे भीतर का ये मासूम बच्चा कभी बड़ा ना होता कुछ नादानीयाँ और शरारते करता बड़ो जैसी गहरी साजिशें तो ना करता …………………………………// ©✍️'अशांत' शेखर 16/09/2022 Hindi · Ashantlekhani · मुक्तक 1 2 421 Share 'अशांत' शेखर 16 Sep 2022 · 1 min read ✍️जिंदगी और किस्मत जिंदगी यूँही किस्मत से नहीं चलती है जनाब.. वर्ना चौराहे की लॉटरी होटल ताज में बिकती.. ……………………………………………………………………// ©✍️'अशांत' शेखर 16/09/2022 Hindi · Ashantlekhani · शेर 3 2 212 Share 'अशांत' शेखर 15 Sep 2022 · 1 min read ✍️मेरे जिंदगी का कैनवास... उसकी बातों पर यकीन था उसने कहाँ 'ये जिंदगी बड़ी ही रंगीन है'। मैंने अपने जिंदगी के कोरे 'कैनवास' पे इंद्रधनु के सारे रंग उँडेल दिये... हरा,लाल,पिला, गुलाबी,जामुनी,निला ओर भी... Hindi · Ashantlekhani · मुक्तक 1 2 525 Share 'अशांत' शेखर 15 Sep 2022 · 1 min read ✍️लकीरे हम खुद कितने झूठे उम्मीदों पे जीते है ‘बंद मुठ्ठी लाख की’ यही बात कहते है जब भी मुठ्ठी खुली तो खाली लकीरे थी और इन लकीरों को हम तक़दीर... Hindi · Ashantlekhani · शेर 1 2 177 Share 'अशांत' शेखर 15 Sep 2022 · 1 min read ✍️आज जमी तो कल आसमाँ हूँ मैं जो पहले था अब भी मैं वही हूँ आप मुझसे मैं आप से अंजान हूँ आप जो थे पहले,आप वो नहीं है आपके बदले तेवर से मैं नादान हूँ... Hindi · Ashantlekhani · ग़ज़ल 1 2 168 Share 'अशांत' शेखर 15 Sep 2022 · 1 min read कौन बुरा..? कौन अच्छा...? महापंडित महापराक्रमी उस रावण की सदा बुराइयां जलाते आये है यहाँ के अज्ञानी और कायर लोग राम के अच्छाइयो का चोला पहनकर.. 'घर का भेदी लंका ढहाये' ये कहावत भी... Hindi · Ashantlekhani · मुक्तक 1 2 298 Share 'अशांत' शेखर 14 Sep 2022 · 1 min read ✍️मेरा शहर तेरे रास्ते... तुम इतने पास से गुजर जाओगे सोचा नही था.. अंजाने से मेरा शहर ही तेरे रास्ते में आया होगा.. …………………………………………// ©✍️'अशांत' शेखर 14/09/2022 Hindi · Ashantshekharlekhani · शेर 3 6 513 Share 'अशांत' शेखर 14 Sep 2022 · 1 min read ✍️सच और झूठ सच को साबित होने में कई साल का वक़्त लगता है झूठ मगर पलभर में ही घर घर में माहौल बना लेता है ………………………………………………// ©✍️'अशांत' शेखर 14/09/2022 Hindi · Ashantshekharlekhani · शेर 3 4 663 Share 'अशांत' शेखर 13 Sep 2022 · 1 min read ✍️बहोत उलझे हुए है… दुनियाभर के मसले है ये जेहन के भीतर अभी सुलझे नहीं बर्दाश्त किये जा रहे है जिंदगी से हम भी कभी उलझे नहीं ………………………………………………………………// ©✍️- 'अशांत' शेखर 14/09/2022 Hindi · Ashantshekharlekhani · शेर 3 6 310 Share 'अशांत' शेखर 13 Sep 2022 · 1 min read ✍️ अपने रिश्ते ही कुछ ऐसे है कई दिनो से जहरीली बातों का स्वाद चखा नहीं रसोई में अपने रिश्तों के हाथ का तिखा पका नहीं …………………………………………// ©✍️- 'अशांत' शेखर 13/09/2022 Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 3 6 367 Share 'अशांत' शेखर 13 Sep 2022 · 1 min read ✍️ खुद की परख हम तो खुद बेहतर से बेहतरीन है... मगर दुसरो की बुराईयाँ ढूंढने में ही... हम ओर बद् से बद्त्तर बन जाते है... ........................................// ©✍️ - 'अशांत' शेखर 13/09/2022 Hindi · Ashantshekharlekhani · कोटेशन 3 6 206 Share 'अशांत' शेखर 13 Sep 2022 · 1 min read ✍️निर्माणाधीन रास्ते✍️ ✍️निर्माणाधीन रास्ते✍️ …………………………………………………// सफलता की राहे हमेशा निर्माणाधीन रास्तो की तरह टूटी फूटी होती है जब भी चलने का प्रयास करो उखड़े हुए रास्तो पर मार्ग बदलने का संकेत मिलता... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 3 4 254 Share 'अशांत' शेखर 13 Sep 2022 · 1 min read ✍️आसमाँ का हौसला देता है✍️ ✍️आसमाँ का हौसला देता है✍️ …………………………………………………………// घर के सफ़ेद दीवार में पड़ा एक सुराग बड़ा ही संगीन होता है वो भीतर दबे अपने रंजो गम के कहानी को यूँही रंगीन... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 2 4 172 Share 'अशांत' शेखर 13 Sep 2022 · 1 min read ✍️ये खास सबक है✍️ ✍️ये खास सबक है✍️ …………………………………………………// रास्तो से हमने सीखा ये खास सबक है गुजरे हुए मुश्किल अतीत में कभी यूँही मत पलटकर देखो सामने ओर अधिक बाधाएं तयार खड़ी रहती... Hindi · Ashantshekharlekhani · शेर 3 4 313 Share 'अशांत' शेखर 12 Sep 2022 · 1 min read ✍️ये भी कोई मोहब्बत है✍️ ✍️ये भी कोई मोहब्बत है✍️ ……………………………………………………// कोई इश्क़ विश्क़ नहीं था पुलिस के एक ही मार में अम्मी का नाम पुकार रहा था वो बेवकुफ बेमतलब उस से पीछा छुड़ा... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 4 5 191 Share 'अशांत' शेखर 11 Sep 2022 · 1 min read ✍️नामुक्कमल सफर✍️ ✍️नामुक्कमल सफर✍️ …………………………………………// यहाँ हर शख्स अपने ही कहानी का अधूरा किरदार रहा है बेइंतिहा कोशिश में भी मेरी जिंदगी का नामुक्कमल सफर रहा है …………………………………….……// ©✍️'अशांत' शेखर✍️ 11/09/2022 Hindi · Ashantshekharlekhani · शेर 2 6 198 Share 'अशांत' शेखर 11 Sep 2022 · 1 min read ✍️आँखरी रूह में हो आप✍️ ✍️आँखरी रूह में हो आप✍️ ………………………………………// दूसरा मौका नही है आपको इँसा की जिस्म में ये पहली बार था और ये आँखरी रूह में हो आप अब मर्जी आपकी जिस्म... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 4 8 197 Share 'अशांत' शेखर 11 Sep 2022 · 1 min read ✍️दरिया से सागर✍️ ✍️दरिया से सागर✍️ ……………………………………………// बड़ा ही सरल होता है समंदर के लिए मीठे पानी के किसी भी दरिया को अपनी गोद में समा लेना उतना ही मुश्किल होता है असीम... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 5 8 204 Share 'अशांत' शेखर 10 Sep 2022 · 1 min read ✍️...और फिर✍️ ✍️...और फिर✍️ ………………………………………………………// ...और फिर सदियों की उस भूतकालीन छानबीन के बाद ये बात पूरी तरह साबित हुई सारे फसादों की जड़ पत्थर है..! ...और फिर भी ख़ामोशी से इँसान... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 2 6 166 Share 'अशांत' शेखर 10 Sep 2022 · 1 min read ✍️ताकत और डर✍️ ✍️ताकत और डर✍️ ……………………………………………………// आपका ये डर ही तो उनकी ताकत है और उनकी ताकत का आपको डर है जब आपके भीतर में डर नहीं होगा तब उनकी ताकत को... Hindi · Ashantshekharlekhani · शेर 3 8 233 Share 'अशांत' शेखर 10 Sep 2022 · 1 min read ✍️चार दिन की जिंदगी..?✍️ ✍️चार दिन की जिंदगी..?✍️ …………………………………………...…// मैं उस शख्स की तलाश में हूँ जो ये कह गया जिंदगी चार दिन की है हप्ते महीने साल और ये उम्र भी हर एक... Hindi · Ashantshekharlekhani · शेर 2 6 340 Share 'अशांत' शेखर 10 Sep 2022 · 1 min read ✍️अंजाना फ़ासला✍️ ✍️अंजाना फ़ासला✍️ ………………………………………………………………// जब घर में आपस के दीवार का मसला होता है गहरी मोहब्बतों में भी अंजाना फ़ासला होता है ………………………………………………………………// ©✍️'अशांत' शेखर✍️ 10/09/2022 Hindi · Ashantshekharlekhani · शेर 2 4 161 Share 'अशांत' शेखर 9 Sep 2022 · 1 min read ✍️लुटनेवाले कोई ओर थे..✍️ ✍️लुटनेवाले कोई ओर थे..✍️ ……………………………………………………………// मैं तो हर भूखे शख़्स के लिए खर्च हो गया ये जिंदगी उधार की थी और कर्ज हो गया खुशियों से भरे मेले लुटनेवाले कोई... Hindi · Ashantshekharlekhani · शेर 1 155 Share 'अशांत' शेखर 9 Sep 2022 · 1 min read ✍️मैं कुदरत का बीज हूँ✍️ ✍️मैं कुदरत का बीज हूँ✍️ ………………………………………………// मैं इसी कुदरत का बीज हूँ तेज धारा से बह नही सकता मुझे ज्यादा जल से सिंचोगे तो तरुवर विशाल बन जाऊँगा वो आदम... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 2 179 Share Previous Page 4 Next