अरशद रसूल बदायूंनी Language: Hindi 390 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next अरशद रसूल बदायूंनी 11 Mar 2022 · 1 min read ज़िम्मेदारियाँ बड़ा बनाती हैं इंसान उम्र से बड़ा नहीं होता, सोच को बड़ा करना पड़ता है। सोच के दाम पर ही ज़िम्मेदारियाँ निभाना आती हैं, ज़िम्मेदारी उठाकर इंसान बड़ा बन जाता है। Hindi · कोटेशन 1 158 Share अरशद रसूल बदायूंनी 9 Mar 2022 · 1 min read सामाजिक संतुलन हर सामाजिक प्राणी सिर्फ़ अपने अधिकारों पर चिंतन-मनन करता नजर आता है। कर्तव्यों की तरफ शायद ही किसी का ध्यान जाता हो। हम अधिकारों के साथ कर्तव्यों का भी ध्यान... Hindi · कोटेशन 1 203 Share अरशद रसूल बदायूंनी 8 Mar 2022 · 1 min read आंख खुली रह गई ख्वाब देखा बिछड़ते हुए एक बार आंख फिर तो खुली की खुली रह गई Hindi · शेर 197 Share अरशद रसूल बदायूंनी 6 Mar 2022 · 1 min read गलतियां सिखाती है जिम्मेदार लोग काम के बोझ से दबे रहते हैं। नाकारा लोग काम नहीं करते इसलिए उनसे गलतियां नहीं होती, वह मौज उड़ाते हैं। जिम्मेदार लोग अपने काम के दम पर... Hindi · कोटेशन 1 428 Share अरशद रसूल बदायूंनी 6 Mar 2022 · 1 min read राज की नीति मौजूदा दौर में धर्म, संप्रदाय, जाति, वर्ग, क्षेत्रवाद का दूसरा नाम राजनीति है। अगर समाज से इन सबका सफाया हो जाए तो राज करने की नीति (राजनीति) खत्म हो जाएगी। Hindi · कोटेशन 1 174 Share अरशद रसूल बदायूंनी 5 Mar 2022 · 1 min read सपनों का सच सपने खुद देखना अच्छी बात है, लेकिन दूसरों के दिखाए हुए सपनों पर भरोसा नहीं करना चाहिए। अगर कोई आपको सपने दिखाए, उससे हमेशा होशियार रहें। Hindi · कोटेशन 1 199 Share अरशद रसूल बदायूंनी 5 Mar 2022 · 1 min read दौलत और सोच तारीफ यह नहीं कि आपके घर में ढेरों दौलत पड़ी है, सवाल तो यह है कि आपकी सोच कितनी बड़ी है ??? Hindi · कोटेशन 1 195 Share अरशद रसूल बदायूंनी 5 Mar 2022 · 1 min read विश्वास ही आशा है विश्वास बहुत बड़ी चीज है, इसको कभी छोटा मत आंको। विश्वास से ही निराशा में आशा और अंधेरे में रोशनी की किरन नजर आती है। Hindi · कोटेशन 1 206 Share अरशद रसूल बदायूंनी 4 Mar 2022 · 1 min read समय और घमंड इंसान नहीं, बल्कि समय बलवान कमज़ोर होता है। यही समय कल किसी का था, आज आपका है, कल फिर किसी और का होगा। इसलिए समय पर घमंड करना बेकार है। Hindi · कोटेशन 1 325 Share अरशद रसूल बदायूंनी 4 Mar 2022 · 1 min read घड़ी और समय प्राकृतिक धरोहर की कमी कोई पूरी नहीं कर सकता। एक ज़माने में घड़ी किसी-किसी के पास होती थी, लेकिन समय सबके पास होता था। अब घड़ी सबके पास है और... Hindi · कोटेशन 1 365 Share अरशद रसूल बदायूंनी 4 Mar 2022 · 1 min read जिंदगी का फलसफा बाल बराबर फ़र्क़ जिंदगी का मतलब ही बदल देता है। अगर आप बिस्तर पर है और फूल आपके नीचे हैं तो यह जिंदगी की बहुत खूबसूरत और यादगार रात है।... Hindi · कोटेशन 1 605 Share अरशद रसूल बदायूंनी 4 Mar 2022 · 1 min read अधिकार और कर्तव्य हम हमेशा अपने अधिकारों की बात करते हैं, सारा फोकस अपने अधिकारों पर ही होता है। ठीक ऐसे ही अधिकारों के साथ कर्तव्यों पर भी ध्यान दिया जाए तो जिंदगी... Hindi · कोटेशन 1 284 Share अरशद रसूल बदायूंनी 4 Mar 2022 · 1 min read अक़्लमंद-बेवक़ूफ अक़्लमंद और बेवक़ूफ इंसान में बहुत बड़ा बुनियादी फ़र्क़ यह भी है... अक़्लमंद खाता है जीने के लिए, बेवक़ूफ जीता है खाने के लिए। Hindi · कोटेशन 1 160 Share अरशद रसूल बदायूंनी 4 Mar 2022 · 1 min read मुहब्बत अपनापन और मुहब्बत को जताना या बताना जरूरी नहीं है। सामने वाला इसको खुद ही महसूस कर लेता है। वह चाहे अंधा, गूंगा, या बहरा ही क्यों ना हो। Hindi · कोटेशन 1 182 Share अरशद रसूल बदायूंनी 4 Mar 2022 · 1 min read सोचकर बोलना अक़्लमंद और बेवक़ूफ इंसान में बहुत बड़ा बुनियादी फ़र्क़ यह भी है... अक़्लमंद सोचकर बोलता है, जबकि बेवक़ूफ बोलकर सोचता है। Hindi · कोटेशन 1 175 Share अरशद रसूल बदायूंनी 3 Mar 2022 · 1 min read ईमानदारी ईमानदार वही है जो मौका मिलने के बावजूद कभी बेईमानी नहीं करता। वरना मौके के अभाव में ईमानदार लोगों की कमी नहीं है। Hindi · कोटेशन 1 180 Share अरशद रसूल बदायूंनी 3 Mar 2022 · 1 min read मतलब की बात मतलब की बात हर इंसान समझ लेता है। बात का मतलब बहुत कम लोग समझ पाते हैं। अगर लोग बात का मतलब यानी दूसरों की भावनाएं, अच्छाई, कुर्बानियों को समझने... Hindi · कोटेशन 1 210 Share अरशद रसूल बदायूंनी 3 Mar 2022 · 1 min read नसीहत और किरदार दूसरों को नसीहत करने से पहले जरूरी यह है कि उस किरदार में पहले खुद ढला जाए। अगर आपके किरदार और नसीहत का आपस में बेहतर तालमेल है, तभी आपकी... Hindi · कोटेशन 1 261 Share अरशद रसूल बदायूंनी 3 Mar 2022 · 1 min read देखने का हुनर सही वक्त पर ऊपर या नीचे देखने का हुनर हमें कामयाब बनाता है। यह हमें तय करना है कि कब ऊपर देखना है और कब नीचे। अच्छा व्यवहार, अच्छे संस्कार,... Hindi · कोटेशन 1 168 Share अरशद रसूल बदायूंनी 3 Mar 2022 · 1 min read समय का पहिया समय का पहिया अपनी रफ्तार से चलता रहता है। इसको न कोई रोक सकता है और न बदल सकता है। समय के अनुसार ढलना और खुद को बदलना ही कामयाबी... Hindi · कोटेशन 220 Share अरशद रसूल बदायूंनी 3 Mar 2022 · 1 min read रिश्ते रिश्ते जितने मजबूत होते हैं, उतने ही नाजुक भी। रिश्तो में बदले के बजाय कुर्बानी का जज़्बा होना चाहिए। रिश्तो में जब स्वार्थ और शब्दों पर ध्यान देना शुरू कर... Hindi · कोटेशन 174 Share अरशद रसूल बदायूंनी 3 Mar 2022 · 1 min read शरीर और आराम शरीर को ज़रूरत से ज़्यादा मिलने वाली खुराक नुकसान पहुंचा सकती है। शरीर को आराम भी ज़रूरत के अनुसार ही दीजिए। शरीर को जितना कष्ट देंगे यह उतना आराम देगा,... Hindi · कोटेशन 2 421 Share अरशद रसूल बदायूंनी 3 Mar 2022 · 1 min read सुविधाएं सुविधाओं का बहुत ज्यादा आदी होना भी ठीक नहीं है। एक समय ऐसा आता है जब हम साधनों का नहीं, बल्कि साधन हमारा प्रयोग करने लगते हैं। साधनों को सुविधा... Hindi · कोटेशन 1 289 Share अरशद रसूल बदायूंनी 28 Feb 2022 · 1 min read चरागों को लहू से जलाते हैं कभी नजरें झुकाते हैं कभी नजरें चुराते हैं जिन्हें सीधा समझते हैं वह अक्सर गुल खिलाते हैं फ़ज़ा फ़िरक़ापरस्ती की खड़ी है हाथ फैलाए चले आओ मुहब्बत के दिये मिलकर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 311 Share अरशद रसूल बदायूंनी 18 Dec 2021 · 1 min read चुल्लू भर ढूंढा पानी सागर से भी गहरा पानी आंख में क़तरा भर था पानी सर से ऊपर गुज़रा पानी तब आंखों से बरसा पानी गांव ने हमको रुखसत दे दी इतना ही था... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 300 Share अरशद रसूल बदायूंनी 28 Nov 2021 · 1 min read एक युवा की अभिलाषा एक युवा की अभिलाषा ---------------------------- चाह नहीं मैं बनूँ डॉक्टर मरीज़ों के हाथों पीटा जाऊं, चाह नहीं बन आई. ए. एस. स्कैमों में लपेटा जाऊं, चाह नहीं बन पति किसी... Hindi · कविता 1 4 558 Share अरशद रसूल बदायूंनी 3 Nov 2021 · 1 min read मुहब्बत के दिये मुहब्बत के दिये हम सब जलाएं इस दिवाली पर अंधेरे नफरतों के अब मिटाएं इस दिवाली पर नहीं हो बैर आपस में बनाए प्यार का भारत जमाने से बुराई सब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 243 Share अरशद रसूल बदायूंनी 1 Nov 2021 · 1 min read बदगुमानी दिल से निकालें हरिक बदगुमानी को दिल से निकालें, हमें तुम संभालो, तुम्हें हम संभालें। अभी से यह जीवन बिखरने लगा है, नज़र एक दूजे की जानिब घुमा लें। अगर ग़म को बदनाम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 522 Share अरशद रसूल बदायूंनी 29 Oct 2021 · 1 min read जीत रावन की अगर हो... राम के नाम की सबको यह दुहाई देंगे सिर्फ़ नारों में तुम्हें राम सुनाई देंगे वक़्त पड़ने पे यही लोग बदल जाते हैं जीत रावन की अगर हो तो बधाई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 339 Share अरशद रसूल बदायूंनी 27 Oct 2021 · 1 min read ज़ख्म मिले तितलियों से ज़ख्म इतने मिल चुके हैं तितलियों से डर नहीं लगता हमें अब आंधियों से शुक्रिया, जो आपने छीना सहारा बच गए हैं आज हम बैसाखियों से हम मुहब्बत की इबारत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 263 Share अरशद रसूल बदायूंनी 26 Oct 2021 · 1 min read किताबों में मिलेंगे चमेली में मिलेंगे ना गुलाबों में मिलेंगे ग़ज़ल से इश्क़ वाले हैं किताबों में मिलेंगे सफर में भूख की ख्वाहिश वहां लेकर गई थी जरूरी तो नहीं मयकश ही' ढाबों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 220 Share अरशद रसूल बदायूंनी 25 Oct 2021 · 1 min read कुर्सी के लिए पूंजी यह कुर्सी के लिए पूंजी इकट्ठा कर रही है सियासत आज अपनों को पराया कर रही है धरम के नाम पर गोरों ने आपस में लड़ाया सियासत भी उन्हीं ज़ख्मों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 243 Share अरशद रसूल बदायूंनी 17 Oct 2021 · 1 min read आस्था का दिखावा हुआ राम से कुर्सियां मिल रहीं खूब आराम से आस्था का दिखावा हुआ राम से ये कलम सच हमेशा कहेगी हुजूर डर नहीं है हमें कोई अंजाम से राम ने तो किसी को... Hindi · गीत 3 4 303 Share अरशद रसूल बदायूंनी 14 Oct 2021 · 1 min read आग को मोम के पास लाने लगे ज़र्फ़ अब तो सभी आज़माने लगे आग को मोम के पास लाने लगे पास आकर वही दूर जाने लगे नक्श कुरबत के खुद ही मिटाने लगे दोष उसका कहां तक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 227 Share अरशद रसूल बदायूंनी 11 Oct 2021 · 1 min read जिगर कितना बड़ा है जिगर उसका कितना बड़ा है कि पत्थर में शीशा जड़ा है सदा दूसरों की खुशी को वह अपनों से अक्सर लड़ा है लहू से यही तर बतर था मसीहा जो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 316 Share अरशद रसूल बदायूंनी 4 Oct 2021 · 1 min read क्या भरोसा किया जाए जमाने पर क्या भरोसा किया जाए जमाने पर सब ने मजबूर को रक्खा ठिकाने पर आ गए सर फिरों के हम निशाने पर बेवजह अड़ गए थे सच बताने पर जुल्म की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 299 Share अरशद रसूल बदायूंनी 28 Sep 2021 · 1 min read तकरीर ने बस्ती जलाई थी छोड़कर घर लगे हैं घर चलाने में सब जवानी गंवा दी कारखाने में एक तक़रीर ने बस्ती जलाई थी हम लगे हैं वही शोले बुझाने में अब कचहरी पहुंचकर हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 659 Share अरशद रसूल बदायूंनी 26 Sep 2021 · 1 min read फसल बारूद की ग़रीबों को हमेशा तुम अंधेरों में सुलाते हो उन्हीं के खून से घर में दिये अपने सजाते हो लड़ाई का दिखावा तुम हमेशा खूब करते हो फसल बारूद की आपस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 302 Share अरशद रसूल बदायूंनी 22 Sep 2021 · 1 min read मुल्क का नक्शा ऐसा नहीं होता तअस्सुब का अगर पौधा यहां पनपा नहीं होता हमारे मुल्क का नक्शा कभी ऐसा नहीं होता तिरी इन ठोकरों से आज मैं टूटा नहीं होता मिरे बेटे तुझे नाज़ों से'... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 3 260 Share अरशद रसूल बदायूंनी 22 Sep 2021 · 1 min read दूजा नहीं रहता घिरा हूँ गम गुसारों से कभी तन्हा नहीं रहता गमों के दौर में कोई मगर अपना नहीं रहता अगर हनुमान होते चीरकर दिल भी दिखा देते यकी हो या न... Hindi · मुक्तक 3 428 Share अरशद रसूल बदायूंनी 31 Jul 2021 · 1 min read आंसू ज्यादा खुशियां कम ये तो किस्मत है हमदम आंसू ज्यादा खुशियां कम एक अदा पर निकले दम ऐसे' नहीं हैं बिल्कुल हम ग़ुरबत में साथ नहीं था उसने देखी बस इनकम नज़रें तुमने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 3 458 Share अरशद रसूल बदायूंनी 20 May 2021 · 1 min read अंदर की बारिश मैंने बहुत इल्तिजा की, अब तो बरस जा सावन। भिगो दे मेरे तन को, प्यासे, तड़पते मन को। वह मेरी बात मान चुका था , दिल का हाल जान चुका... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 4 429 Share अरशद रसूल बदायूंनी 11 May 2021 · 1 min read पास बिल्कुल न आओ अगर हो सके पास बिल्कुल न आओ अभी ईद सब दूर से ही मनाओ निकालो कदम जब जरूरी अगर हो सभी ऐश इशरत अभी भूल जाओ हमें तुमसे कोई शिकायत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 495 Share अरशद रसूल बदायूंनी 27 Apr 2021 · 1 min read दुश्मनों को जलाते रहे बुरे वक्त में मुस्कुराते रहे हैं सदा दुश्मनों को जलाते रहे हैं वह हमको हमेशा सताते रहे हैं मगर हम खुशी से निभाते रहे हैं मुकम्मल हुआ है सफर यूं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 304 Share अरशद रसूल बदायूंनी 30 Mar 2021 · 1 min read भरो रंग प्यार के मिटाना हैं सभी तकरार होली में यह बातें हैं बहुत बेकार होली में गले हमने मिलाए खूब होली पर मिलाओ दिल सभी इस बार होली में मुसलमां और हिंदू सिख... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 3 448 Share अरशद रसूल बदायूंनी 7 Jan 2021 · 1 min read मार भगाओ कोरोना जग में मचा हुआ है रोना धोना मिलकर मार भगाओ ये कोरोना छोटा बच्चा है या कोई बड़ा है हर शख्स कैद घर में ही पड़ा है छाया यही एक... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 12 26 856 Share अरशद रसूल बदायूंनी 26 Nov 2020 · 1 min read फतवे याद रहते हैं उन्हें तो फायदे के खूब फतवे याद रहते हैं गुनाहों की नहीं गिनती कि सजदे याद रहते हैं यहां सबको बखूबी अपने हिस्से याद रहते हैं यह भी तो देखिएगा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 3 361 Share अरशद रसूल बदायूंनी 10 Nov 2020 · 1 min read नफ़रतों को भुलाकर गुजिश्ता सभी नफरतों को भुला कर मिटा दें सभी फासले साथ आ कर भरी बज्म् में सुन कर तारीफ अपनी गया है कोई रूठ कर, मुँह फुला कर है अजदाद्... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 651 Share अरशद रसूल बदायूंनी 1 Nov 2020 · 1 min read खुदा की अमानत... समंदर कहां तक, हमें अब उछाले नहीं कोई तिनका जो आकर बचा ले मुझे कर दिया तीरगी के हवाले मुबारक हो तुमको यह सारे उजाले नहीं जिंदगी पर कोई जोर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 1 688 Share अरशद रसूल बदायूंनी 29 Oct 2020 · 1 min read मजहबों की न घुट्टी... अजब आदमी है यह क्या चाहता है जफा के नगर में वफा चाहता है जो करता रहा उम्र भर बेहयाई है बेटी जवां तो हया चाहता है हिकारत न कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 488 Share Previous Page 4 Next