Anoop 'Samar' Language: Hindi 253 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next Anoop 'Samar' 15 Dec 2019 · 1 min read मैं तो शायर हूँ गर पकड़ लोगो हाथ मेरा तो तुम्हारा हो भी सकता हूँ मैं! पकड़ना कस के दुनिया के मेले में खो भी सकता हूँ मैं! नाचीज़ हूँ अब मैं क्या बताऊँ... Hindi · मुक्तक 6 209 Share Anoop 'Samar' 15 Dec 2019 · 1 min read ईमानदारी गर करनी हैं मुझसे नफ़रत तो जरा सही से कर! अल्लाह के बंदे कोई काम तो ईमानदारी से कर! ?-AnoopS© 14 Nov 2017 Hindi · मुक्तक 6 265 Share Anoop 'Samar' 15 Dec 2019 · 1 min read दस्तक दी हैं दस्तक किस ने इस वक़्त कौन आया हैं! शायद मेरा दरवाजा हवाओ ने खड़खड़ाया हैं! सिर्फ़ मेरा भरम है लेकिन आहट नहीं हैं कोई! लगता हैं नींद से... Hindi · मुक्तक 6 282 Share Anoop 'Samar' 15 Dec 2019 · 1 min read ज़मी और आसमां मैं खरीद तो लू ,पर पता तो चले! ये ज़मी और आसमां किस के हैं! ?-AnoopS© 07 Nov 2019 Hindi · मुक्तक 6 202 Share Anoop 'Samar' 15 Dec 2019 · 1 min read ईमानदारी कमाई उम्र भर की पल भर में धुल जाती हैं! जाने क्यु ईमानदारी इस दौर से घबराती हैं! ?-AnoopS© 08 Nov 2019 Hindi · मुक्तक 6 241 Share Anoop 'Samar' 15 Dec 2019 · 1 min read ख़ानदानी मैं तो बस सच बोलता हूँ क्या करु! पर सब लोग कहते हैं बदज़ुबानी हैं! ज़नाब मैं करता भी तो क्या करता ये बीमारी तो मुझको ख़ानदानी है! ?-AnoopS© 16... Hindi · मुक्तक 6 216 Share Anoop 'Samar' 15 Dec 2019 · 1 min read एे ज़िन्दगी कस के कुछ और कश लगा ले एे ज़िन्दगी! हम बुझ जाएंगे किसी रोज़ सुलगते सुलगते! ?-AnoopS© Hindi · मुक्तक 6 227 Share Anoop 'Samar' 15 Dec 2019 · 1 min read एे दिल एक दिन तो लायेगा रंग तेरा ज़ुनूँ यकीं तो रख! एे दिल जरा अपने पांव के नीचे ज़मी तो रख! ?-AnoopS© Hindi · मुक्तक 6 381 Share Anoop 'Samar' 15 Dec 2019 · 1 min read गम... गम जब भी आता हैं दिल के दरवाजे खटखटाता हैं! हम जब मुस्कुराते हैं शर्मिंदा हो के पलट जाता हैं! ?-AnoopS© 12 Dec 2016 Hindi · मुक्तक 6 477 Share Anoop 'Samar' 14 Dec 2019 · 1 min read जाता हूँ जब करीब... मैं जाता हूँ जब करीब कुछ बताने के लिये! ज़िन्दगी दुर चली जाती हैं सताने के लिये! महफ़िलो की कभी शान न समझो मुझको! हम तो अक्सर हँसते हैं गम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 2 233 Share Anoop 'Samar' 14 Dec 2019 · 1 min read हो रहा हैं इश्क़ ... हमको हो रहा हैं इश्क़ तुम से क्या किया जाये! अब रोके अपने आप को या होने दिया जाये! हम तो बरसो से खटकते हैं लोगों की आँखो में! अब... Hindi · मुक्तक 6 2 239 Share Anoop 'Samar' 14 Dec 2019 · 1 min read न चादर को बड़ा करना.... न चादर को बड़ा करना न ख्वाहिशें दफन करना! ज़िन्दगी है चार दिन की बस मस्ती से बसर करना! न करिये किसी को परेशां न हैरां किसी को करना! कोई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 2 241 Share Anoop 'Samar' 14 Dec 2019 · 1 min read अज़ान मेरी तो हर दुआ मे तुम हो हर अज़ान में तुम हो! घर खुदा का कहे जिसको उस मकान में तुम हो! जाने कब और कैसे पहुंचेगी मेरी परवाज़ तुझ... Hindi · मुक्तक 6 2 467 Share Anoop 'Samar' 14 Dec 2019 · 1 min read राजनीति... चाय बेचना बहुत चुभा हैं! देश बेचने वालों को! जाने क्या क्या कहाँ चुभा हैं! देश बेचने वालो को! ?-AnoopS© Hindi · मुक्तक 7 401 Share Anoop 'Samar' 14 Dec 2019 · 1 min read हिचकिया... शायद कोई गलतफ़हमियां थी कि कोई याद करेगा हमको! अब तो हम हिचकिया आने पर भी पानी पी लिया करते हैं! ?-AnoopS.© 14 Nov 2019 Hindi · मुक्तक 6 470 Share Anoop 'Samar' 13 Dec 2019 · 1 min read अंधेरा नज़र आता हैं करू आँख बंद तो कोई चेहरा नज़र आता हैं! आँख खुली तो दूर तक अंधेरा नज़र आता हैं! खो गया हूँ मैं दुनिया की भीड़ में कहीं शायद! इस शहर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 2 424 Share Anoop 'Samar' 5 Dec 2019 · 1 min read वक्त की यारी वक्त की यारी तो हर कोई करता है ज़नाब! मजा तो तब है वक्त बदले पर यार न बदले! ?-AnoopS© Hindi · मुक्तक 6 2 373 Share Anoop 'Samar' 5 Dec 2019 · 1 min read सवेरा हो जाए फिर से काश कोई ऐसा सवेरा हो जाए! जिस में मैं तेरा और तू मेरा हो जाए! ज़िन्दगी मेरी सिर्फ तेरे लिए हो ख़ास! तू ही हो मेरी धड़कनों का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 220 Share Anoop 'Samar' 4 Dec 2019 · 1 min read जिद... गर करोगे जिद तो नतीजा नहीं निकलता हैं! रास्ता भी बदल लेगा जो तेरे साथ चलता हैं! सूरज जैसे निकलता हैं निकलता ही रहेगा! जब ढलता हैं तो अपने हिसाब... Hindi · मुक्तक 6 234 Share Anoop 'Samar' 4 Dec 2019 · 1 min read हौसला... कितनी शामे बस यू ही तन्हा गुज़र जाती हैं! तेरी यादे साँसों में जुनूँ बन के उतर जाती है! वक्त का क्या हैं गुज़रा हैं कुछ गुज़र जायेगा! हौसला हो... Hindi · मुक्तक 6 2 186 Share Anoop 'Samar' 4 Dec 2019 · 1 min read इश्क तो हो ही गया.. इश्क तो हो ही गया फिर अब छुपाना क्युँ है! परिंदों को तेज हवाओं से अब बचाना क्युँ है! क़ाफ़िले गुज़रे हुए बहुत वक्त हुआ “अनूप”! अब इन राहों पे... Hindi · मुक्तक 6 2 198 Share Anoop 'Samar' 4 Dec 2019 · 1 min read बेइंतहा इश्क़ तेरी यादें रोज़ तड़पा रही हैं हमे! तेरी हर आहट रुला रही हैं हमे! बेइंतहा इश्क़ किया हैं हमने तुझे! वही चाहत तो उलझा रही हैं हमे! ?-AnoopS© Hindi · मुक्तक 6 2 593 Share Anoop 'Samar' 4 Dec 2019 · 1 min read तलाश... हाज़िर हैं नयी गज़ल का मतला.... नज़र को ना जाने अब किस की तलाश हैं! ऐसे लगता हैं जैसे तु यही मेरे आसपास हैं! ?-AnoopS© 04 Nov 2019 Hindi · मुक्तक 6 2 465 Share Anoop 'Samar' 4 Dec 2019 · 1 min read दिल का दर्द गर कोई मिला होता जिस पे दुनिया लुटा देते हम! सबने हमें दगा दिया किस किस को भुला देते हम! दिल के दर्द को कब से दबा कर रख रखा... Hindi · मुक्तक 6 2 435 Share Anoop 'Samar' 4 Dec 2019 · 1 min read इश्क... करता हूँ इश्क तुम से पर कोई सफ़ाई नहीं देता हूँ! साथ तेरे हूँ साये की तरह पर दिखाई नहीं देता हूँ! ?-AnoopS© 03 Nov 2019 Hindi · मुक्तक 6 1 222 Share Anoop 'Samar' 4 Dec 2019 · 1 min read इज़्ज़त... गर झुकना जानता हूँ तो झुकाना भी जानता हूँ! गर करता हूँ इज़्ज़त तो करवाना भी जानता हूँ! ?-AnoopS© Hindi · मुक्तक 6 236 Share Anoop 'Samar' 4 Dec 2019 · 1 min read इज्ज़त.... छोड़ दिया हैं मैने उन सब लोगों के आगे पीछे चलना! जिस को ज्यादा इज्ज़त दी उसने उतना गिरा समझा! ?-AnoopS© Hindi · मुक्तक 6 362 Share Anoop 'Samar' 3 Dec 2019 · 1 min read इन्सानियत... आतंक भी कैसा कोहराम मचाता हैं! वो तो इंसान को इंसान से लड़ाता हैं! बात यहाँ मज़हब या कौम की नहीं! वो सिर्फ़ इन्सानियत को दहलाता हैं! ?-AnoopS© Hindi · मुक्तक 6 280 Share Anoop 'Samar' 3 Dec 2019 · 1 min read ज़श्न... हुजुम खड़ा होगा कल मेरे ज़श्न में आकर देखना! आज कोई बेमतलब याद करे तो बड़ी बात होगी! ?- AnoopS© Hindi · मुक्तक 6 235 Share Anoop 'Samar' 3 Dec 2019 · 1 min read साया... करता हूँ इश्क तुम से पर कोई सफ़ाई नहीं देता हूँ! साथ तेरे हूँ साये की तरह पर दिखाई नहीं देता हूँ! ?-AnoopS© 03 Nov 2019 Hindi · मुक्तक 6 234 Share Anoop 'Samar' 3 Dec 2019 · 1 min read दो घूँट... ग़मों ने मारा है मुझे बस थोड़ा सा तो जी लूँ! प्यासा हूँ बड़ी मुद्दत से ज़रा दो घूँट तो पी लूँ! मर जाऊँ तेरा हो कर यही ख़्वाहिश है... Hindi · मुक्तक 6 388 Share Anoop 'Samar' 3 Dec 2019 · 1 min read इंतज़ार का लुत्फ़ मेरे लबो पे तेरा नाम कुछ इस तरह से आया है! जैसे मैंने कोई पसंदीदा सा गाना गुनगुनाया है! उस आशिक की भी आशिकी क्या आशिकी है! जिसने कभी इंतज़ार... Hindi · मुक्तक 7 1 370 Share Anoop 'Samar' 3 Dec 2019 · 1 min read जाम-ए-हुस्न बिजली जब भी घटा पर छा जाती है! वो ज़ुल्फों से चेहरे को छुपा जाती है! शर्म सजा के अपने रुखसार गालों पे! जाम-ए-हुस्न नज़रों से पिला जाती है! AnoopS©... Hindi · मुक्तक 6 2 404 Share Anoop 'Samar' 3 Dec 2019 · 1 min read दिल के ज़ख्म दिल के ज़ख्म तेरी यादों से भर लेते हैं! बस इसी बहाने आपको याद कर लेते हैं! बहुत शिकायते हैं तुझ से ऐ ज़िन्दगी! बस तेरी मुस्कान से सुलह कर... Hindi · मुक्तक 6 229 Share Anoop 'Samar' 3 Dec 2019 · 1 min read पी रहा हूँ वो नज़र से पिला रहा है मैं नज़र से पी रहा हूँ! बस अल्लाह के फजल से मैं अब भी जी रहा हूँ! मय ज़ीस्त थी पहले भी मय अब... Hindi · मुक्तक 6 609 Share Anoop 'Samar' 3 Dec 2019 · 1 min read ज़ज़्बात... क्या करूँ तुझ से कोई बात ही नहीं कह पाता हूँ मैं! शायरी के शौंक मे ज़ज़्बातो को लिख जाता हूँ मैं! बता देता हूँ बेपरवाही में ज़माने को अपने... Hindi · मुक्तक 6 259 Share Anoop 'Samar' 3 Dec 2019 · 1 min read सियायत "अनुप" अब सियायत को ताक पर रखें! दिल से दिल मिलाने की बात को रखें! बहुत हुआ ये ज़मी पर ज़मी का झगड़ा! आगे बढ़ कर अब मुल्क की बात... Hindi · मुक्तक 6 184 Share Anoop 'Samar' 3 Dec 2019 · 1 min read हौसला... कितनी शामे बस यू ही तन्हा गुज़र जाती हैं! तेरी यादे साँसों में जुनूँ बन के उतर जाती है! वक्त का क्या हैं गुज़रा हैं कुछ गुज़र जायेगा! हौसला हो... Hindi · मुक्तक 6 190 Share Anoop 'Samar' 3 Dec 2019 · 1 min read तेरी बाँहो में... जब भी होठो पे तेरा नाम आ जाता हैं! प्यासे के हाथ में ज़ाम आ जाता हैं! डगमगा कर गिरते हैं जब तेरी बाँहो में! अपना पीना भी काम आ... Hindi · मुक्तक 6 207 Share Anoop 'Samar' 3 Dec 2019 · 1 min read मतलब के रिश्ते..... बे-इन्तेहा ही अज़ीब हैं आज कल के ये रिश्ते! मतलबी हैं लोग यहाँ और मतलब के ये रिश्ते! कैसे करू भरोसा अब मतलब की दोस्ती पर! मतलब के लिये निभ... Hindi · मुक्तक 6 234 Share Anoop 'Samar' 3 Dec 2019 · 1 min read गर कोई मिला होता... गर कोई मिला होता जिस पे दुनिया लुटा देते हम! सबने हमें दगा दिया किस किस को भुला देते हम! दिल के दर्द को कब से दबा कर रख रखा... Hindi · मुक्तक 6 217 Share Anoop 'Samar' 3 Dec 2019 · 1 min read शायरी कर रहा हूँ... मैं ज़िन्दगी बस अब यूँ ही बसर कर रहा हूँ! मैं लफ्ज़ ब लफ्ज़ उन को नज़र कर रहा हूँ! लद गये वो दिन जब हम आशिकी थे करते! ज़नाब... Hindi · मुक्तक 6 512 Share Anoop 'Samar' 3 Dec 2019 · 1 min read दो कदम... आसमानों से ज़मीनों कोई नहीं मिलाता हैं! सब तो झूठे हैं तक़दीर कोई नहीं बताता हैं! मर जाते थे पहले रिश्तों को निभाते निभाते! बुरे वक्त मे अब रिश्ता कोई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 249 Share Anoop 'Samar' 3 Dec 2019 · 1 min read सज़दा मैं झुक गया सामने उसके, वो उसको सज़दा समझ बैठा! मैं निभा रहा हूँ इन्सानियत, वो खुद को ख़ुदा समझ बैठा! ?-AnoopS© 30 Nov 2019 Hindi · मुक्तक 6 352 Share Anoop 'Samar' 3 Dec 2019 · 1 min read सच्चे झूठॆ किस्से... सुने सच्चे किस्से शराबखाने में वो भी जाम हाथ मे लेकर! सुने झूठे किस्से अदालत में वो भी गीता कुरान हाथ मे लेकर! ?-AnoopS© Hindi · मुक्तक 6 594 Share Anoop 'Samar' 3 Dec 2019 · 1 min read मैखाना याद आया.... तेरी आँखों की बात हो तो पैमाना याद आया! उल्फ़त जो याद आयी तो मैखाना याद आया! किसी ने पूछा हम से की करते हो इश्क़ कैसे! फरहाद, रांझा, मजनूँ... Hindi · मुक्तक 6 248 Share Anoop 'Samar' 3 Dec 2019 · 1 min read दिसम्बर.... सर्द हवाएँ बिखरे पत्ते तन्हाईया तु सब कुछ ले आया! वाह रे दिसम्बर उस के सिवाय तु सब कुछ ले आया! ?-AnoopS© Hindi · मुक्तक 6 242 Share Anoop 'Samar' 3 Dec 2019 · 1 min read बेशर्त... मिलने बेशर्त हम से भी कभी तो आओ! गर करोगे शर्त लागु तो आ नही पाओगे! ?-AnoopS© Hindi · मुक्तक 6 492 Share Anoop 'Samar' 3 Dec 2019 · 1 min read मैक़दा... ये तन्हाई दिल से जब भी जुदा हो जाती हैं! नज़र तो चाँदनी पर भी फ़िदा हो जाती है! ख़ुद को नज़र है किया उस की नज़रो पर! नज़र कभी... Hindi · मुक्तक 6 412 Share Anoop 'Samar' 1 Dec 2019 · 1 min read सच बोलता हूँ तुम मिलते हो जब भी मेरा हाल बदल जाता है! मैं सच बोलता हूँ मेरा हर ख्याल बदल जाता हैं! सोचता था करूंगा बहुत सी शिकायतें मिलकर! मिलते हो तुम... Hindi · मुक्तक 6 460 Share Previous Page 4 Next