Anil Mishra Prahari 136 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Anil Mishra Prahari 12 Sep 2024 · 1 min read सिर्फ जो उठती लहर व धार देखेगा सिर्फ जो उठती लहर व धार देखेगा ध्येय अपना भूलकर मझधार देखेगा, छोड़ दे जो हारकर पतवार मौजों से वो भला कैसे नदी के पार देखेगा। a m prahari Quote Writer 70 Share Anil Mishra Prahari 5 Sep 2024 · 1 min read शिक्षक है जो ज्ञान -दीप से तम को दूर करे शिक्षक है जो ज्ञान -दीप से तम को दूर करे सही राह दिखलाकर सबका सब अज्ञान हरे, शिक्षक वह जो कठिन समय में जीने का गुर देता प्रेम, दया, समरसता... Quote Writer 43 Share Anil Mishra Prahari 19 Feb 2024 · 1 min read हर हाल में बढ़ना पथिक का कर्म है। हर हाल में बढ़ना पथिक का कर्म है। बढ़ना कहाँ आसान है पथ का ह्रदय पाषाण है, बेशक गड़ेंगे शूल भी होंगी अनेकों भूल भी। फिर भी सतत चलना तुम्हारा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 194 Share Anil Mishra Prahari 19 Feb 2024 · 1 min read राखी की यह डोर। राखी की यह डोर। बाँधा इसने भाई-बहन को धरती प्यारी और गगन को, चाँद - सितारे और बँधा है ज्योति - कलश ले भोर। राखी की यह डोर। भाई-बहन का... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 103 Share Anil Mishra Prahari 19 Feb 2024 · 1 min read माँ की ममता,प्यार पिता का, बेटी बाबुल छोड़ चली। माँ की ममता,प्यार पिता का, बेटी बाबुल छोड़ चली। सूने हैं घर - आँगन सारे सूनी छत , अमराई है, बहन ढूँढ़ती पल-पल तुझको रोता छुप - छुप भाई है।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 231 Share Anil Mishra Prahari 19 Feb 2024 · 1 min read हरित - वसुंधरा। हरित - वसुंधरा। देख अम्बर मेघ फूलों के अधर लाली प्रेमरत मधुकर मगन, मकरंद, तरु- डाली, वल्लरी झूमे, पवन मुकुलित कली चूमे कर रही अरुणिम प्रभा रुत मत्त, मतवाली ।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 159 Share Anil Mishra Prahari 19 Feb 2024 · 1 min read हम कितने आँसू पीते हैं। हम कितने आँसू पीते हैं। तूफानों ने जब पर तोड़ा नहीं सलामत भी घर छोड़ा, देख-देख दिल के टुकड़ों को विवश,विकल होके जीते हैं हम कितने आँसू पीते हैं। प्रियजन... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 126 Share Anil Mishra Prahari 19 Feb 2024 · 1 min read अम्बर में अनगिन तारे हैं। अम्बर में अनगिन तारे हैं। रोज रात में खिल जाते हैं आपस में हिलमिल जाते हैं, रखते उर में वैर नहीं हैं मिलते जैसे गैर नहीं हैं। भूतल से लगते... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 200 Share Anil Mishra Prahari 19 Feb 2024 · 1 min read अब तुझे रोने न दूँगा। अब तुझे रोने न दूँगा। छोड़ दे जग साथ तेरा दुर्दिनों में हाथ तेरा, दीन, निर्बल, बेसहारा मैं तुझे होने न दूँगा। अब तुझे रोने न दूँगा। राह के चुन... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 124 Share Anil Mishra Prahari 19 Feb 2024 · 1 min read होली की आयी बहार। होली की आयी बहार। बरसे अबीर, चले पिचकारी रंगों का आया त्योहार, होली खेले कृष्ण गोपी के संग में राधा करे इंतजार। रंगों की है बौछार होली की आयी बहार।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 111 Share Anil Mishra Prahari 19 Feb 2024 · 1 min read होने को अब जीवन की है शाम। होने को अब जीवन की है शाम। पत्ते - पत्ते सूख रहे हैं गिरने की अब बारी, मधुमय डाली कर बैठी है पतझड़ की तैयारी। सावन के सब यत्न हुए... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 121 Share Anil Mishra Prahari 17 Feb 2024 · 1 min read करूँ प्रकट आभार। करूँ प्रकट आभार। नूतन-किसलय, पुष्प-मनोरम कलियों के मुख लाली, केसर, परिमल,पवन-झकोरे रची लचीली डाली। भ्रमरों का गुंजार करूँ प्रकट आभार। झरनों में आता पर्वत से छनकर निर्मल पानी, भूतल ने... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 164 Share Anil Mishra Prahari 17 Feb 2024 · 1 min read पूस की रात। पूस की रात। थरथरा रहा बदन जमा हुआ लगे सदन, नींद भी उचट गयी रात बैठ कट गयी। ठंड का आघात पूस की रात। हवा भी सर्द है बही लगे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 205 Share Anil Mishra Prahari 17 Feb 2024 · 1 min read वसंत की बहार। वसंत की बहार। डूबी धरित्री रंग में उमंग अंग-अंग में, सुरम्य हर दिशा अपूर्व रूप,यह सिंगार। वसंत की बहार। हरित बदन का चीर है चमन-चमन अधीर है, अमंद झूमते सुमन... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 136 Share Anil Mishra Prahari 16 Feb 2024 · 1 min read राह पर चलना पथिक अविराम। राह पर चलना पथिक अविराम। हो छुपा सूरज क्षितिज पर बिछ चुका पथ पर अँधेरा, देख गहरी, रात काली दूर लगता हो सवेरा। पर न शाश्वत तिमिर का आयाम राह... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 159 Share Anil Mishra Prahari 16 Feb 2024 · 1 min read मुझे नहीं नभ छूने का अभिलाष। मुझे नहीं नभ छूने का अभिलाष। नहीं चाहिए दाता मुझको सूर्य, चंद्र, ग्रह सारे, मेरी झोली में भर देना टूटे - फूटे तारे। नहीं कामना लूँ पूरा आकाश मुझे नहीं... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 120 Share Anil Mishra Prahari 16 Feb 2024 · 1 min read डर के आगे जीत। डर के आगे जीत। विपदा से क्यों यारो डरना बाधाओं को नहीं ठहरना, आना-जाना ही सुख-दुःख का जीवन की है रीत डर के आगे जीत। अपने पंखों से नभ नापो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 136 Share Anil Mishra Prahari 15 Feb 2024 · 1 min read पग मेरे नित चलते जाते। पग मेरे नित चलते जाते। बचपन गाता जैसे मधुकर सुन्दर, सुखकर खुशियाँ भरकर, जीवन की अविरल धारा में बेसुध हो हम बहते जाते पग मेरे नित चलते जाते। यौवन आया... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 146 Share Anil Mishra Prahari 15 Feb 2024 · 1 min read सब्र की मत छोड़ना पतवार। सब्र की मत छोड़ना पतवार। जीत हो फिर भी न रुकना हार में थककर न झुकना, बढ़ सदा चाहे गिरो सौ- बार सब्र की मत छोड़ना पतवार । राह बिखरे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 129 Share Anil Mishra Prahari 15 Feb 2024 · 1 min read आया यह मृदु - गीत कहाँ से! आया यह मृदु - गीत कहाँ से! कलित पुष्पदल निज मुख खोले पत्र समीरण के संग डोले, सुर-संगम, संगीत कहाँ से आया यह मृदु-गीत कहाँ से! मंद-मंद खगकुल के कलरव... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 174 Share Anil Mishra Prahari 15 Feb 2024 · 1 min read वसंत के दोहे। गंध, रंग, रस, राग ले, आया रुचिर वसंत । आहट सुन ऋतुराज की, हुआ शिशिर का अंत। पीत -पत्र सब भूमिगत, डाल -डाल नव -पात सस्मित कलियाँ,पुष्पदल,स्निग्ध,सुघर द्रुम-गात। उड़े पवन... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 1 167 Share Anil Mishra Prahari 15 Feb 2024 · 1 min read आ जा उज्ज्वल जीवन-प्रभात। आ जा उज्ज्वल जीवन-प्रभात। स्वर्णिम - किरणों के जाल लिए आ बाल-अरुण निज भाल लिए, हर ले अँधियारी, विकट - रात आ जा उज्ज्वल जीवन -प्रभात। खगवृन्द, ताल, तट मन्द... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 193 Share Anil Mishra Prahari 14 Feb 2024 · 1 min read प्रिय मैं अंजन नैन लगाऊँ। प्रिय मैं अंजन नैन लगाऊँ। पग में बोले छम -छम पायल, मुक्त कंठ मृदु- गीत ओढ़ प्रणय की झिलमिल चूनर , प्रियतम के संग प्रीत, प्रेमकुंज की चुन नव-कलियाँ निज... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 144 Share Anil Mishra Prahari 14 Feb 2024 · 1 min read सुन्दरता। मन को मोहित करने वाली सुंदरता ढल जाती है, अरी नाज से भरी जवानी क्यों इतना इठलाती है। माना इस लावण्य-राशि पर नत होता संसार अभी, अंग-अंग में सदा सयानी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 153 Share Anil Mishra Prahari 14 Feb 2024 · 1 min read मेरे उर के छाले। मेरे उर के छाले। जग-जग जाते जख्म निरंतर पीर असह से भरता अंतर, दिखा-दिखाकर स्वप्न सजीले छलते रहे उजाले मेरे उर के छाले। समय क्षुब्ध के निष्ठुर झोंके अवरोधों का... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 160 Share Anil Mishra Prahari 14 Feb 2024 · 1 min read चल पनघट की ओर सखी। चल पनघट की ओर सखी। जाग, हुआ अब भोर सखी चल पनघट की ओर सखी। बार -बार मन श्याम पुकारे उसकी ही छवि नित्य निहारे रात जगे, जागे भिनसारे। वह... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 166 Share Anil Mishra Prahari 14 Feb 2024 · 1 min read माँ दे - दे वरदान । माँ दे - दे वरदान। मिट जाए अज्ञान, ज्ञान दे सद्गुण, शौर्य, शील दान दे, कर जग का कल्याण । माँ दे - दे वरदान। विद्या- धन भूषित भव सारा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 139 Share Anil Mishra Prahari 1 Feb 2024 · 1 min read 'प्रहरी' बढ़ता दंभ है, जितना बढ़ता नोट 'प्रहरी' बढ़ता दंभ है, जितना बढ़ता नोट निर्धन को है मानता, जग यह सिक्का खोट। a m prahari Quote Writer 214 Share Anil Mishra Prahari 29 Jan 2024 · 1 min read सिर्फ विकट परिस्थितियों का सामना सिर्फ विकट परिस्थितियों का सामना करना ही नहीं, उनके बीच से बाहर आने का रास्ता निकालना भी साहस है। a m prahari Quote Writer 160 Share Anil Mishra Prahari 25 Jan 2024 · 1 min read बल से दुश्मन को मिटाने बल से दुश्मन को मिटाने से बेहतर है कि नम्रता से दुश्मनी मिटायी जाए। a m prahari Quote Writer 156 Share Anil Mishra Prahari 23 Jan 2024 · 1 min read पूरी कर दी आस है, मोदी की सरकार पूरी कर दी आस है, मोदी की सरकार हुआ अयोध्या-धाम में, अब मंदिर साकार, अब मंदिर साकार, न कोई बाधा पथ में रामलला आए हैं जढ़कर, कंचन रथ में, कह... Quote Writer 142 Share Anil Mishra Prahari 22 Jan 2024 · 1 min read दीन-दयाल राम घर आये, सुर,नर-नारी परम सुख पाये। दीन-दयाल राम घर आये, सुर,नर-नारी परम सुख पाये। देश-विदेश पुलक अति भारी,पूर्ण कामना जनमन सारी। द्वार -द्वार नव दीप जले हैं, जस सौ-सूरज गगन तले हैं। राम-नाम भय,संकट-त्राता,चरण-कमल-रज चाहूँ दाता।... Quote Writer 232 Share Anil Mishra Prahari 9 Jan 2024 · 1 min read जय श्री राम। जय श्री राम। शोभा अपरम्पार है, सजा अयोध्या -धाम सदियों के वनवास से, आएँगे घर राम। *************** पुलकित भारतवर्ष है, बजे मंजीरा - ढोल स्वागत् है प्रभु राम का,जिनकी कृपा... Quote Writer 194 Share Anil Mishra Prahari 6 Jan 2024 · 1 min read कुछ खो गया, तो कुछ मिला भी है कुछ खो गया, तो कुछ मिला भी है जिन्दगी यादों का सिलसिला भी है। a m prahari Quote Writer 1 110 Share Anil Mishra Prahari 3 Jan 2024 · 1 min read हैं राम आये अवध में पावन हुआ यह देश है हैं राम आये अवध में पावन हुआ यह देश है घर-वीथिका दीपक जले दिखता नहीं तम शेष है, जग हो गया है राममय,बरसी कृपा रघुनाथ की हो पाप पर जय... Quote Writer 350 Share Anil Mishra Prahari 30 Dec 2023 · 1 min read बहुत कीमती है पानी, बहुत कीमती है पानी, इसे बचाएँ,यह चाहे झरने से गिरे या आँखों से। a m prahari Quote Writer 156 Share Anil Mishra Prahari 21 Dec 2023 · 1 min read कभी-कभी एक छोटी कोशिश भी कभी-कभी एक छोटी कोशिश भी सफलता का बहुत बड़ा कारण बन जाती है। a m prahari Quote Writer 172 Share Anil Mishra Prahari 19 Dec 2023 · 1 min read पढ़ता भारतवर्ष है, गीता, वेद, पुराण पढ़ता भारतवर्ष है, गीता, वेद, पुराण इसीलिए तो स्वर्ग-सा,पावन "हिन्दुस्थान" । a m prahari Quote Writer 200 Share Anil Mishra Prahari 14 Dec 2023 · 1 min read शिमला, मनाली, न नैनीताल देता है शिमला, मनाली, न नैनीताल देता है भूखे को खुशी रोटी का थाल देता है। a m prahari Quote Writer 306 Share Anil Mishra Prahari 1 Dec 2023 · 1 min read यह सुहाना सफर अभी जारी रख यह सुहाना सफर अभी जारी रख जीने की तरकीबें भी सारी रख, पर मौत कभी कहकर नहीं आती इसलिए उसकी भी तैयारी रख। a m prahari Quote Writer 1 249 Share Anil Mishra Prahari 28 Nov 2023 · 1 min read बिना पंख फैलाये पंछी को दाना नहीं मिलता बिना पंख फैलाये पंछी को दाना नहीं मिलता बगैर मेहनत के कोई खजाना नहीं मिलता, पल - पल निकलती है उम्र हाथों से वक्त गँवाने वालों को हरजाना नहीं मिलता।... Quote Writer 410 Share Anil Mishra Prahari 18 Nov 2023 · 1 min read छठ व्रत की शुभकामनाएँ। छठ व्रत की शुभकामनाएँ। दिनकर का पूजन करें,छठ का पर्व महान बल,विद्या,सेहत, सुयश ,देंगे दयानिधान । --- छठ के खरना की सभी, खाएँ मीठी खीर छँट जाएँगे विघ्न सब, मिट... Quote Writer 1 1 340 Share Anil Mishra Prahari 16 Nov 2023 · 1 min read ऊपर बैठा नील गगन में भाग्य सभी का लिखता है ऊपर बैठा नील गगन में भाग्य सभी का लिखता है राह दिखाने वाला जग को ईश नहीं क्यों दिखता है! हे हरि!आकर ये बतला दो तुझे कहाँ पर पाऊँ मैं... Quote Writer 2 406 Share Anil Mishra Prahari 15 Nov 2023 · 1 min read न जाने शोख हवाओं ने कैसी न जाने शोख हवाओं ने कैसी शर्त रख दी कि दीपकों ने उनके बीच जलने से साफ मना कर दिया। a m prahari Quote Writer 242 Share Anil Mishra Prahari 9 Nov 2023 · 1 min read हे राम । हे राम । तुम ही माँझी, तुम ही पतवार है मेरी तुम चाहे तो कश्ती उस पार है मेरी। मत छोड़ना हाथ जिन्दगी के भँवर में तुम ही साहब, तुम... Quote Writer 358 Share Anil Mishra Prahari 7 Nov 2023 · 1 min read जख्म भरता है इसी बहाने से जख्म भरता है इसी बहाने से फिर परहेज क्यों मुस्कराने से! a m prahari Quote Writer 2 235 Share Anil Mishra Prahari 2 Nov 2023 · 1 min read सागर ने भी नदी को बुलाया सागर ने भी नदी को बुलाया ही होगा, वरना हजारों मील की दूरी तय कर कौन किसी से मिलने जाता है। a m prahari Quote Writer 2 280 Share Anil Mishra Prahari 1 Nov 2023 · 1 min read एक गलत निर्णय हमारे वजूद को एक गलत निर्णय हमारे वजूद को भी मिटा सकता है, पर्वतों के लाख मना करने के बाद भी नदी ने सागर से मिलने का निर्णय किया और अंततः उसे मिटना... Quote Writer 208 Share Anil Mishra Prahari 23 Oct 2023 · 1 min read जय माता दी । माता रानी आ गयीं,गली-गली में धूम पूज रहे माँ के चरण,निर्धन,राजा,सूम। सदा विराजित केसरी,माँ की शक्ति अनन्त दुर्जन को देतीं सजा,अभय भक्तगण ,संत। तुम दात्री सर्वज्ञ हो,किस पथ से अनजान... Hindi · दोहा 311 Share Anil Mishra Prahari 19 Oct 2023 · 1 min read मत देख कि कितनी बार हम तोड़े जाते हैं मत देख कि कितनी बार हम तोड़े जाते हैं हम काँच नहीं सोना हैं इसलिए जोड़े जाते हैं । a m prahari Quote Writer 1 252 Share Page 1 Next