Neelam Sharma Language: Hindi 518 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Neelam Sharma 2 May 2024 · 1 min read मूक संवेदना... हरदम तेरे साथ रहूँगी बनके सुरभि शीतल पौन। कहने को हम दूर हैं साथी पर बसते अंत:स्थल मौन! हुए विलग पर विलग नहीं हम जैसे बही - खातों में लोन!... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · मूक संवेदना.. कविता 88 Share Neelam Sharma 2 May 2024 · 1 min read वतन-ए-इश्क़ सम्पूर्ण विश्व ने किया भारतीय संस्कृति का सम्मान। भारत देश महान ,विश्व में इसकी अलग अपनी पहचान। २) मैं भारत की क्या बतलाऊँ,स्वर्णिम दिनमान है भारत! दिव्य ज्ञान है गुरु... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · गीत · वतन-ए-इश्क़ 104 Share Neelam Sharma 2 May 2024 · 1 min read तर्क-ए-उल्फ़त तर्क-ए-उल्फ़त की क़सम कैसे निभाऊँ बोलो, ख़ुद - परस्ती में कहीं मैं न गँवा दूँ खुद को। इश्क में अश्क बहें नैन पुकारें तुझको। जब तलक दीद न हो चैन... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 91 Share Neelam Sharma 2 May 2024 · 1 min read बह्र 2122 2122 212 फ़ाईलातुन फ़ाईलातुन फ़ाईलुन अब हमारी है तुम्हारी रोज़ शब। बस ख़ुमारी है तुम्हारी रोज़ शब। हो भला कैसे मुकम्मिल आप बिन, बेमुरव्वत है हमारी रोज़ शब। चंद यादें चंद वादे और ग़म, ज़ीस्त... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल · बह्र 2122 2122 212 78 Share Neelam Sharma 2 May 2024 · 1 min read रिवायत दिल की बहुत टोका बहुत रोका मगर ये दिल नहीं माना। हाँ सब कुछ जान कर भी ये रहा चाहत में अंजाना।। नहीं परवाह इसने की कभी भी दुनियादारी की, हुआ बदनाम... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका · रिवायत 90 Share Neelam Sharma 2 May 2024 · 1 min read हाईकु १) खूब हंसाता दुखी-मौन होकर देखो जोकर। २) वाणी है मौन बोलती हुई आँखें खुशियां तांकें। ३) झेले जोकर मानसिक तनाव हंसी के भाव। ४) है मसखरा हंसमुख स्वभाव दिल... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · हाईकु 85 Share Neelam Sharma 2 May 2024 · 1 min read जोकर १) खूब हंसाता दुखी-मौन होकर देखो जोकर। २) वाणी है मौन बोलती हुई आँखें खुशियां तांकें। ३) झेले जोकर मानसिक तनाव हंसी के भाव। ४) है मसखरा हंसमुख स्वभाव दिल... Poetry Writing Challenge-3 · जोकर हाईकु 79 Share Neelam Sharma 1 May 2024 · 1 min read विषय:- विजयी इतिहास हमारा। विधा:- गीत(छंद मुक्त) मुखड़ा सदा किया संघर्ष सरहद पर,विजयी इतिहास हमारा। बलिदान हुए कर्तव्य निभाते,शूरवीरों को नमन हमारा। अंतरा सूर्य अपना केसरिया रंग आसमां पर छितरा रहा था। विश्वास स्वयं सविता बनकर,नव अंबर... Poetry Writing Challenge-3 · विषय:- विजयी इतिहास हमारा। विध 1 79 Share Neelam Sharma 1 May 2024 · 1 min read विषय: शब्द विद्या:- स्वछंद कविता शब्द अर्थ है शब्द विभक्ति, अभिधा,लक्षणा और व्यंजना, कहलातीं शब्दों की शक्ति। साक्षात सांकेतिक अर्थ का, बोधक 'वाचक' शब्द । शब्द चमत्कृत संसार है। शब्द सौंदर्य- श्रृंगार है। शब्द प्रणय... Poetry Writing Challenge-3 · विषय: शब्द विद्या:- स्वछंद कवि 1 124 Share Neelam Sharma 1 May 2024 · 1 min read वज़्न -- 2122 2122 212 अर्कान - फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन बह्र का नाम - बह्रे रमल मुसद्दस महज़ूफ काफिया - "अर" की बंदिश रदीफ़ - नहीं याद तेरी ख़ार की मुंतज़िर नहीं । मौत चुप है शोर-ए-महशर नहीं। जिंदगी ही शोर करती है सदा, मौत चुप है शोर-ए-महशर... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका · वज़्न -- 2122 2122 212 अर्कान - 2 99 Share Neelam Sharma 1 May 2024 · 1 min read धर्म सवैया चार चरण ।सभी चरण समतुकान्ती होने चाहिए। यति 10, 5,6 पर अनिवार्य। धर्म सवैया 211 112 111 1, 21 111, 211 112 प्रेम मगन मोहन मन,आस मिलन साजन-सजनी। योग विरह... Poetry Writing Challenge-3 · धर्म सवैया 1 85 Share Neelam Sharma 1 May 2024 · 1 min read श्रमिक श्रमिक दिवस...... ****************** माथे चंदन प्रत्येक मज़दूर कोटि वंदन। सहता पीर श्रमिक जिगर में धरता धीर। मेहनत है लाठी मजबूत है काठी परिश्रम है दस्तूर श्रमिक मज़दूर। नीलम शर्मा ✍️ "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · हाइकु 1 93 Share Neelam Sharma 1 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल -1222 1222 122 मुफाईलुन मुफाईलुन फऊलुन दिली जज़्बात सारे खोलते हैं। ज़बाँ चुप है इशारे बोलते हैं । भरी महफ़िल रहे ख़ामोश थे जो वो ख्वाबों में हमारे बोलते हैं। सुनूँ साँसों में मैं आवाज़ जिस... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 93 Share Neelam Sharma 30 Apr 2024 · 1 min read गालगागा गालगागा गालगागा कृष्ण को राधा बनाना चाहती हूँ। पीर राधा की जताना चाहती हूँ। बूँद को सावन बना 'नीलम' दृगों से, सीप में माणिक उगाना चाहती हूँ। नीलम शर्मा ✍️ Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 119 Share Neelam Sharma 30 Apr 2024 · 1 min read मज़दूर हर _तस्वीर _कुछ_ कहती है । विधा -कविता दिनांक - 7/10/ 18 दिन -रविवार पसीना पहले, फिर खून के आँसू बनकर बहें धारे बनाकर ताज चाहत का,नज़राना भेंट चढ़ते हम।... Hindi · कविता · मजदूर 1 175 Share Neelam Sharma 24 Mar 2024 · 1 min read होली शैशव यौवन हुए तरंगित, नाचे मयूर बन मन । श्याम सलोने करें ठिठोली, धूम मची मधुबन।। रंग मुरारी रंगी राधिका, रंग गई घाघरा चोली। नील गगन रक्ताभ हुआ, रंगे प्रेम... Hindi · फागुन होली फागुन होली 95 Share Neelam Sharma 19 Mar 2024 · 1 min read अर्धांगिनी सु-धर्मपत्नी । संघर्ष पथ की संगिनी नारी तू पत्नी, प्रिया,कभी अर्धांगिनी सु-धर्मपत्नी । चलती रहती प्राण पथ हरदम अकेली जीवन है पाषाण पथ,नहीं कोई सहेली। कैद करती दुख के तिमिर को मुट्ठियों... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 1 172 Share Neelam Sharma 17 Mar 2024 · 1 min read प्रेम पगडंडी कंटीली फिर जीवन कलरव है। प्रेम पगडंडी कंटीली फिर भी जीवन कलरव है। विरही -विरहन उर पीड़ा निस-दिन ही नव है।। जीत कर भी हार जाते चित् अपना प्रेमी, हार कर दिल मुस्कुराना प्रेमी उत्सव... Hindi · Quote Writer 1 51 Share Neelam Sharma 10 Mar 2024 · 1 min read अश'आर हैं तेरे। बस झूट में लिपटे सब अश'आर हैं तेरे। जितने भी फसाने हैं निराधार हैं तेरे। क्या गुज़री है हम पर ये बताएँ भी तो कैसे, किरदार में देखे बहुत किरदार... Hindi 1 121 Share Neelam Sharma 22 Feb 2024 · 1 min read बस यूँ ही खामखां फासले ये बढ़ाए क्यूं नीलम वो हर सांस बन,दिल से लिपटा हुआ है। तुम लिपटकर सीने से,हो खंजर घुसाते, तेरी जफाओं का दर्द मुझमें सिमटा हुआ है। नीलम शर्मा... Poetry Writing Challenge-2 · शेर 1 1 117 Share Neelam Sharma 21 Feb 2024 · 1 min read बस यूँ ही शरद पूनो को तेरा इंतज़ार था, रात भर चांदनी में नहाते रहे। वो मिल मुस्कुराने की तेरी अदा, हम धोखा मुहब्बत में खाते रहे। हुई जुदाई, बता क्या था मेरा... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 104 Share Neelam Sharma 20 Feb 2024 · 1 min read दिव्य दर्शन है कान्हा तेरा मुक्तक दिव्य दर्शन है कान्हा तेरा , तेरे रूप में हर अलंकार है बज उठता ह्रदय का तार-तार,तेरे प्रेम की ये झंकार है हे प्राणवंत तुम प्रिय अनंत , जीवन... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक 110 Share Neelam Sharma 14 Feb 2024 · 1 min read अकथ कथा 🥀प्रेम मूर्ति राधा ! राधा !!🥀 🌹🙏🌹 रात भी स्वर्णिम हुई, शुभप्रभात साजन। जगी उषा किया मधु, से स्नात साजन। प्रीति पिया हमको मिली सौगात साजन। ऐसे मिले हम हुआ,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 3 145 Share Neelam Sharma 14 Feb 2024 · 1 min read जय मां ँँशारदे 🙏 शब्द भावों को सहेजें शारदे माँ ज्ञान दो। छंद गीतों में पिरो दूँ मातु ब्राह्मी भान दो।। कर्मयोगी मैं बनूँ री! है यही माँ कामना। शौर्य गाथा मैं लिखूँ हो... Poetry Writing Challenge-2 · माँ सरस्वती 157 Share Neelam Sharma 12 Feb 2024 · 1 min read आया सखी बसंत...! दूर देश क्यों जा बसे? हिय प्राण प्रिय कंत! पल-पल डसती वेदना देह शेष नहीं तंत।। मेंहदी के शुभ रंग लिए आया सखी बसंत। शहरों और गाँवों में छाया सखी... Poetry Writing Challenge-2 · बसंत 1 202 Share Neelam Sharma 11 Feb 2024 · 1 min read बस्ते...! बस यूँ ही 🤗 ये बोझिल बस्ते! अर्ध मुद्रा में पड़े से, बोझिल,अलसाए, दृढ़ निश्चय पर अड़े से। देखे मैंने बोझिल बस्ते! मानों चिर योग मुद्रा में, हों अपने इष्ट... Poetry Writing Challenge-2 · बस्ते 135 Share Neelam Sharma 10 Feb 2024 · 1 min read नज़्म तुम बिन कोई कही ही नहीं। बस यूं ही 🤗 बज़्म तुम बिन कोई हुई ही नहीं। नज़्म तुम बिन कोई कही ही नहीं। मुझसे होकर गुज़र गया द़रिया मैं मगर राह से हटी ही नहीं।... Poetry Writing Challenge-2 1 193 Share Neelam Sharma 9 Feb 2024 · 1 min read आकुल बसंत! आकुल बसंत, ले प्रीति सुगंध, व्याकुल बसंत में, सजनी कंत। दमके क्षितिज पार,बन धूप पैबंद, पगडंडि यौवन की, प्रीत अनंत। कुहू- कुहू कोयल के मधुर छंद, मधुर बोल,सजन से उर... Poetry Writing Challenge-2 · बसंत 1 167 Share Neelam Sharma 8 Feb 2024 · 1 min read आभ बसंती...!!! हाइकु आभ बसंती सुर्ख रंगो से रंगी प्यारी तितली। नन्हीं तितली बैठी जब फूल पे नोंच ली गई। था उर मेरा स्वछंद तितली सा बिंधा शूल से। पाँख तितली बसंत... Poetry Writing Challenge-2 · हाइकु 1 146 Share Neelam Sharma 7 Feb 2024 · 1 min read श्रृंगार माथे की बिंदिया चमचम, पैरों में पायल की छनछन, हाथों में कंगन की खनखन, रुनझुन छनके कमरबंद, करते साजन का अभिनंदन। रिश्ता अपना खुशबू चंदन, रहे दीप्त क्षितिज-सा यौवन, नित... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 204 Share Neelam Sharma 6 Feb 2024 · 1 min read बेजुबान तस्वीर बेज़ुबां होती कहाँ तस्वीर है। बोलती तस्वीर की तहरीर है। सोच ना कमज़ोर औरत को कभी फूल सी नाज़ुक मगर शम़शीर है। आज हिम्मत कर ज़रा औ तोड़ दे बेबसी... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 2 111 Share Neelam Sharma 5 Feb 2024 · 1 min read उठो द्रोपदी....!!! उठो द्रोपदी बनो वीरांगना, खुद शक्ति का सँचार करो। कोमल चूड़ी वाले हाथों से, दुष्ट दुशाषन संहार करो। हे यग्नसैनी!हे द्रुपद सुता!तुम रूप आज विकराल धरो। अधर्म की इस राज... Poetry Writing Challenge-2 · नारी शक्ति 2 177 Share Neelam Sharma 4 Feb 2024 · 1 min read बस यूँ ही... बस यूँ ही 🤗 दिल में तेरे भी क्या बेक़रा़री सी है। उस मुलाक़ात की यादग़ारी सी है। जानलेवा रही है मुहब्बत सदा साँस जो चल रही तेज आरी सी... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 1 155 Share Neelam Sharma 2 Feb 2024 · 1 min read ये अमलतास खुद में कुछ ख़ास! सुन, अमलतास है खुद में खास विरह के ताप का,इसे अहसास। यह चमक लिए तपे कुंदन सी नहीं खुद की कीमत का आभास। श्वास का सिंचन, यह जीवन मंचन, होना... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 95 Share Neelam Sharma 31 Jan 2024 · 1 min read वर्ण पिरामिड १ मैं पौन चंचल अविरल आधार धरा श्वास जन-गण पल्लवित पोषण २ हे! युवा भारत के भविष्य करो प्रयास ज्ञान का प्रकाश प्रेम और विश्वास ३ क्यों? बेटी मरती कोख... Poetry Writing Challenge-2 · वर्ण पिरामिड 1 142 Share Neelam Sharma 30 Jan 2024 · 1 min read सर्वनाम के भेद संज्ञा के बदले में आता भाषा में नव रंग जमाता। वाक्य सृजन में आए काम छः भेद और ग्यारह सर्वनाम। मैं, हम, आप, यह, ये तु, तुम, वह, और वे... Hindi · सर्वनाम 114 Share Neelam Sharma 30 Jan 2024 · 1 min read इश्क समंदर मुहब्बत का समंदर देख लेना। मिरी आँखों के अंदर देख लेना। बड़ा मुश्किल है प्यारे पार पाना, कभी तुम दिल लगाकर देख लेना। तमन्ना है अगर मिलने की मुझ से,... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 1 133 Share Neelam Sharma 29 Jan 2024 · 1 min read तहरीर लिख दूँ। बह्न :- बह्र-ए-रमल मुसद्दस सालिम अर्कान :- फ़ाइलातुन् फ़ाइलातुन् फ़ाइलातुन् वज़्न :- 2122 2122 2122 रदीफ़ :- लिख दूँ काफ़िया-ईर गीत ग़ज़लों में तेरी तस्वीर लिख दूँ। लफ्ज़ में ढलती... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 1 226 Share Neelam Sharma 29 Jan 2024 · 1 min read शिव छन्द शिव छन्द 11 मात्रिक छन्द चरणान्त: नगण(111) अनिवार्य मापनी: 11111111111 1111 11 11 111 डगमग पग शिशु धरत, करतब नव नित करत। मुख रज दमकत रजत, नटखट सु-मदन बहुत। 1111... Poetry Writing Challenge-2 · शिव छंद 1 171 Share Neelam Sharma 29 Jan 2024 · 1 min read कवि मोशाय। जहाँ न पहुँचे ओज रवि,पहुँचे कवि मोशाय। मंच प्रपंच मलीन सब, रहे ठहाके लाय।। रहे ठहाके लाय, छूटे हँसी फव्वारे। गुँजित हैं धरा गगन, लोट पोट हुए सारे।। जन में... Poetry Writing Challenge-2 · कुण्डलिया 1 183 Share Neelam Sharma 29 Jan 2024 · 1 min read बीन अधीन फणीश। १) झूमे नाचे बीन पर,बीन अधीन फणीश। भाता महुअर व्याल क्यों,सोचत उरग महीश।। सोचत उरग महीश,सपेरा परम चितेरा। पोषण साधन उभय,यही जन्मों का फेरा।। एकत्व साधे काज,भँवर कर्मों का घूमें।... Poetry Writing Challenge-2 · कुण्डलिया 1 189 Share Neelam Sharma 28 Jan 2024 · 1 min read पारिजात छंद 2122 1212 22 मोहना मीत साँवरा प्यारा, चैन खोया प्रिया हिया हारा। मीत मन को सदा दुखाया क्यों? चैन दिन- रैन का गँवाया क्यों ? कोयलें कूकतीं वियोगन सी। देह... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 1 155 Share Neelam Sharma 28 Jan 2024 · 1 min read विराम चिह्न विराम अर्थ होता है -'रुकना'! बच्चों रखना ध्यान। अभिव्यक्ति में ठहराव का करवाता यह भान।। भाषा को जीवंत बनाता 'विराम चिन्ह' का ज्ञान। 'विराम चिह्न' के शुद्ध प्रयोग से आती... Poetry Writing Challenge-2 · विराम चिह्न 1 141 Share Neelam Sharma 28 Jan 2024 · 1 min read कर बस हर दफा तू प्यार कर। मत जीस्त को बेज़ार कर। वो जा रहा है देख लो, चाहत मेरी दुत्कार कर। खुशियों की लिख तू दास्तां जीवन नया संवार कर।।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 110 Share Neelam Sharma 28 Jan 2024 · 1 min read प्रणय 1) राधा प्रणय नेह, बरसे मधुर मेह। झंकृत ह्रदय तार, तन-मन पिय श्रृंगार।। 2) भाये मृदुल प्रीत, अंतस मदन मीत। प्रेम भाव विभोर, डूबे युति किशोर।। 3) छाई विरह घोर,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 159 Share Neelam Sharma 28 Jan 2024 · 1 min read संगिनी राधा कृष्ण जैसा न ही वियोग हो सकता है और न ही दूर रहकर भी संयोग। ऐसे ही बैठे -बैठे मन में विचार आया यदि आज के समय में राधा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 114 Share Neelam Sharma 28 Jan 2024 · 1 min read फेसबुक बस यूँ ही🤗😌🤗 इनबोर्न टैलेंट को निखारूँ स्ट्रैस बस्टर क्योर हूँ मैं। गुणवत्ता की गहराइयों का ट्रेंड गोताखोर हूँ मैं। जी हाँ मैं #फेसबुक हूँ ! क्रिएटिविटी का छोर हूँ... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 161 Share Neelam Sharma 28 Jan 2024 · 1 min read औरतें #औरतें हिमगिरि की चोटियों पे धूप सी ठहरी औरतें। क्षीर- सिन्धु के भँवर सी ख़ामोश गहरी औरतें । सुबह के झरने सी वो तो,खिलखिलाती हैं सदा। बर्फ़ के टीलों की... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 173 Share Neelam Sharma 28 Jan 2024 · 1 min read रंगोली स्नेह सुसज्जित प्रेम से पूरित रंग भरे हैं रंगोली में। ऐसे जैसे अबीर गुलाल में कान्हा भीगे होली में।। लाल रंग ज्यों भाल राधिका चमके बिंदिया चंदा सी, अधर गुलाबी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 239 Share Neelam Sharma 28 Jan 2024 · 1 min read दर्शन की ललक 🙏ओम नमो वासुदेवाय नमः।🙏 दर्शन की ललक है आजा। रोम- रोम महक है आजा।। मधुर मुरलिया तान सुना दे, कुंठित हिया दहक है आजा। तम गहराया मन पर मेरे, तेरी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 135 Share Previous Page 2 Next