DR.MDHU TRIVEDI Language: Hindi 796 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next DR.MDHU TRIVEDI 30 Aug 2021 · 1 min read मुखौटा हर चेहरे के पीछे छिपा मुखौटा पल - प्रतिपल बदल दूसरा पहचान नई देता है रंग बदलती दुनियाँ में बिकता दर्द मुखौटे का आसपास घर बाहर और दूर लेकिन दिलासा... Hindi · कविता 79 1 385 Share DR.MDHU TRIVEDI 30 Aug 2021 · 1 min read चाँद और बादल धुंध की चादर पसरे धरा रूप निहार सभाले धूप हो गई है गुलाबी मौसम अंगराई मारे बादल श्वेत परिधान पहने चाँद ओट से झाँके देखता जमीं के नजारे मुझ पर... Hindi · कविता 79 1 746 Share DR.MDHU TRIVEDI 30 Aug 2021 · 1 min read उड़ती चुनरियाँ ना जाने पिया आई कोन बयार अटकी मोरी चुनरियाँ तेरे हिया पिया बहुत करो प्रयत्न खीचन को हिय से जैसे जैसे खींचूँ बल पकड़ जात है मन को ऐसो लागे... Hindi · कविता 78 2 587 Share DR.MDHU TRIVEDI 30 Aug 2021 · 1 min read अन्तिम सत्य मानूँ किसको अन्तिम सत्य मैं ईश्वर को या प्रेम को या फिर देह को या देह की यात्रा को अटल, अमर है शाश्वत है ईश्वर परमात्मा का अंश उसी परम... Hindi · कविता 77 3 611 Share DR.MDHU TRIVEDI 30 Aug 2021 · 1 min read सपनों का सच शान्त , अकेली सूनी सी रात वो मिला करता था अकसर कुछ अनुत्तरित से प्रश्न सवालों को अक्सर जाते जाते छोड़ जाता था मिलन यामिनी के प्रथम पहर में उसके... Hindi · कविता 78 1 432 Share DR.MDHU TRIVEDI 30 Aug 2021 · 1 min read चित्त को पंछी चित्त को पंछी उछल-कूद मचावे कुहूक -कुहूक कर के शोर मचावे सुर -लय ताल में आस पंछी रह -रह झूम झूम के मन मयूर नृत्य करावे ना जाने कहाँ कहाँ... Hindi · कविता 77 1 475 Share DR.MDHU TRIVEDI 30 Aug 2021 · 1 min read फाग और श्रृंगार अप्सरा सी सजी है सुन्दरी कर सोलह श्रृंगार है खडी देह को वर्ण है गौर बड़ी लुभावनी सी लगी गले में इन्द्रधनुषी माला सजी देखे बाट प्रिय की महीना है... Hindi · कविता 79 1 482 Share DR.MDHU TRIVEDI 30 Aug 2021 · 1 min read मेरे नाम टिकाए है निगाहें बेटा वसीयत पे पूछता है बाप से क्या है मेरे लिए दिया है मुझे जन्म लाख किये उपकार बदले मे क्या है मेरे नाम Hindi · कविता 81 406 Share DR.MDHU TRIVEDI 30 Aug 2021 · 1 min read पत्ते की नोंक पर बूँद पत्ते की नोंक पर दाँव पर है अस्तित्व बूँद का यहीं हाल हैं फैली हुई ह्रदय की कमसिन इच्छाओं का ऐसे ही हासिये पर जिंदगी फिसलती जा रही है एक... Hindi · कविता 79 2 348 Share DR.MDHU TRIVEDI 28 Aug 2021 · 1 min read खत छिपाए रखा खतों को मैनें पन्नों में आज तक जमीं गर्द के बीच किताबों की जो की गई सफाई निकल पड़ा उनमें से सुन्दर खूबसूरत आज भी वहीं बीस साल... Hindi · हाइकु 80 1 486 Share DR.MDHU TRIVEDI 28 Aug 2021 · 2 min read टैम्पोवाली सुबह का अलार्म जो बजता है उसके साथ ही दिन भर का एक टाइम टेबल उसकी आँखों के सामने से गुजर जाता । जल्द ही काम सिमटा कर बूढ़ी माँ... Hindi · लघु कथा 78 2 438 Share DR.MDHU TRIVEDI 28 Aug 2021 · 1 min read चंदा चंदा मेरे आना रे आकर मत जाना रे श्वेत धवल अम्बर चादर नैन मेरे लगा काजल पास मुझे बिठाना रे चंदा मेरे आना रे Hindi · कविता 80 1 434 Share DR.MDHU TRIVEDI 27 Aug 2021 · 1 min read प्रेम के दीपों के साथ प्रेम के दीपों के साथ नेह सौहार्द के हाथ मिल दीप पर्व पर मन झिलमिलाओ । साज सफाई करके घर रोशन करके रंगबिरंगे बल्वों से दिल जगमगाओ । सजा स्वागत... Hindi · घनाक्षरी 80 2 518 Share DR.MDHU TRIVEDI 27 Aug 2021 · 1 min read बेटी कुल का मान बेटी कुल का मान है , सुकर्म परिणाम है सृष्टि रचयिता वही , ऐसे न मिटाइये ।। बेटी जब पढती है , समूचा जग पढ़ता है दे सारी सुविधाएं ,... Hindi · घनाक्षरी 80 2 680 Share DR.MDHU TRIVEDI 22 Aug 2021 · 1 min read देखों कैसी मस्तियाँ देखों कैसी मस्तियाँ यहाँ सजती कैसे शरबती आँखों से कश्तियाँ हरती मैं तो मौन भाव से परख रहा तारूण्यता ऐसे वो मेरी जिन्दगी की फलवारी में फबती Hindi · मुक्तक 81 1 454 Share DR.MDHU TRIVEDI 22 Aug 2021 · 1 min read ऐसा नहीं कि काबा , शिवाले नहीं रहे ऐसा नहीं कि काबा , शिवाले नहीं रहे अब बंदगी के चाहने वाले नहीं रहे मैं सब को देखती हूँ बराबर निगाह से मेरी नज़र में गोरे वो काले नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 80 1 486 Share DR.MDHU TRIVEDI 22 Aug 2021 · 1 min read आफत जग धरती पर ऐसा भी है होता वेदना उतर कर पॉव पसारती संवेदना व्यक्ति की नग्न हो जाती देख विकलता मन है मर जाता दया ,ममता ,करूणा कहाँ है जाती... Hindi · कविता 78 634 Share DR.MDHU TRIVEDI 22 Aug 2021 · 1 min read मित्रता उम्र भर खोजता रही मित्रता कोई तो अब बचा सखा ही नही फूल से दोस्ती मैं कर बैठी पेड़ पे कोई अब लता ही नही खोयी खोयी सी फिजायें थी... Hindi · कविता 80 1 672 Share DR.MDHU TRIVEDI 22 Aug 2021 · 1 min read चले नौका गहन सागर चले नौका गहन सागर किनारे याद रहते है कभी हो चूक नाविक से किनारे याद रहते है करे जब हरकतें बालक हमेशा माफ करती माँ बड़े हो तब यहीं पल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 80 1 527 Share DR.MDHU TRIVEDI 22 Aug 2021 · 1 min read शंकर जटा जूट की है राख , गल मुंड माल धार । काले साँप से लिपटत , रहत है नंदी द्वार ।। रहत है नंदी द्वार , पालन करत जग को... Hindi · कुण्डलिया 80 2 436 Share DR.MDHU TRIVEDI 22 Aug 2021 · 2 min read संस्मरण संस्मरण: भ्रात नेह जब याद करती हूँ तो स्मृतियों के भँवर में कुचाले भरने लगती हूँ हालंकि एक अन्तराल बीत जाने के बाद स्मृतियों के द्वार पर जाले लग चुके... Hindi · लघु कथा 79 470 Share DR.MDHU TRIVEDI 20 Aug 2021 · 1 min read गौर वर्ण झाईं पड़त गौर वर्ण झाईं पड़त , हरित श्याम होइ । एक दूसरे में समा , सुध-बुध दोनो खोइ ।। सुनि मुरलि की मधुर तान , राधे दोड़ी आय बिसराय बैठि अपुन... Hindi · दोहा 78 1 590 Share DR.MDHU TRIVEDI 20 Aug 2021 · 1 min read गर रुठे तू तुझे मना लूँगा गर रुठे तू तुझे मना लूँगा नैन के कोर में बसा लूँगा है महक तेरे तन की सन्दल सी लेप सी देह में रमा लूँगा तू न नायाब हो कभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 79 1 384 Share DR.MDHU TRIVEDI 20 Aug 2021 · 1 min read अजब ज़िन्दगी अजब ज़िन्दगी के तो अजब नजारे है कुछ इस ठिकाने कुछ उस ठिकाने हैं बात संस्कृति मूल्यों की हो धरा पर तो असत् छोड़ सत्य से ही तो ज़माने है Hindi · मुक्तक 79 1 367 Share DR.MDHU TRIVEDI 20 Aug 2021 · 1 min read चल रे चल आशिक उड़ चल रे चल आशिक उड़ मस्त गगन में उड़ चल रे चल तू बन पतंगा मैं तेरी पतंगी उड़ इस छोर से उस छोर प्रेम मिलन के नये द्वार ढ़ूढ़... Hindi · कविता 79 1 682 Share DR.MDHU TRIVEDI 19 Aug 2021 · 1 min read प्रीत का रक्ष सूत्र प्रीत के रक्ष सूत्र में गूँज रही बहना की है भावना भाई मेरा पाये समृद्धि यही बहना की है कामना मेघों की गर्जन के बीच , नहीं इस नेह का... Hindi · कविता 79 1 685 Share DR.MDHU TRIVEDI 19 Aug 2021 · 3 min read पुनर्विवाह कमर तक लटके बाल , माथे पर बड़ी बिन्दी आगे माथे पर आये छोटे -छोटे बाल ऐसे लगते थे जैसे कि अर्ध चन्द्र को आ बादलों ने ढक लिया हो... Hindi · लघु कथा 78 717 Share DR.MDHU TRIVEDI 19 Aug 2021 · 1 min read चाँद के जब सुनाने हुए चाँद के जब सुनाने हुए चाँदनी के तब बहाने हुए रोज दिन बीत जाये तभी शाम आई अँधेरे हुए रात को जब निशा आ गयी जाम जैसे पियाले हुए चाँदनी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 78 1 506 Share DR.MDHU TRIVEDI 19 Aug 2021 · 1 min read छूता है मेरा मन जब जब तू छूता है मेरा मन बस आहट जब जब तू बने मेरा काजल बस रोंमाच जब जब तू मेरे कपोल पर बस बैचैन जब जब लूँ जप तेरा... Hindi · हाइकु 79 392 Share DR.MDHU TRIVEDI 19 Aug 2021 · 1 min read गुनी ज्ञानी से भी बढ़ा है निरक्षर तौल जरा अब देखो हर आखर पढ़ा नहीं पर है वो बहुत गुनी आता जब अपनी तो है खन्जर कहे सभी साक्षर हो जाएँ... Hindi · कविता 78 1 424 Share DR.MDHU TRIVEDI 19 Aug 2021 · 1 min read ख्याव में आपको बुलाना चाहिए ख्याव में आपको बुलाना चाहिए धड़कने दिल की सुनाना चाहिए दग्ध सहरा हो गया है मन तिरा प्रीत का दरिया बहाना चाहिए दिन बहुत के बाद आया है पिया थाल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 78 353 Share DR.MDHU TRIVEDI 19 Aug 2021 · 1 min read डोर में ऐसी बँधे भाई बहन स्नेह में पगता हुआ उल्लास है भातृ बहना में रहा अहसास है डोर में ऐसी बँधे भाई बहन एक दूजे का बने विश्वास है हरकते सब याद आती अब तलक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 77 1 481 Share DR.MDHU TRIVEDI 19 Aug 2021 · 1 min read शादी रचानी पड़ेगी ये शादी रचानी पड़ेगी विदाई करानी पड़ेगी *************** जरूरत सभी पूर हो तो चवन्नी कमानी पड़ेगी *************** बँधा जब बंधन में कभी तू मुहब्बत निभानी पड़ेगी **************** गिरफ्ते हुआ दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 78 415 Share DR.MDHU TRIVEDI 19 Aug 2021 · 1 min read जिन्दगी जिन्दगी एक रेलगाड़ी है जो बनी आज मालगाड़ी है कोन जाने कहाँ रूके जाये साथ सबके ये बेइमानी है एक पल को न जी सकेगा तू दिल मुहब्बत का राजधानी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 78 360 Share DR.MDHU TRIVEDI 19 Aug 2021 · 1 min read गंवार पढे लिखे गंवार है तभी नहीं गुजार है दिलों रहे न खोट जब तभी न लूटमार है जगह रहे अनेक पर मिले न रोजगार है जगह रहे अनेक पर मिले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 78 933 Share DR.MDHU TRIVEDI 19 Aug 2021 · 1 min read रमणी सन्नाटा लगा है फैलने चहुँ ओर रमणी बैठि है व्याकुल नदी के छोर सौम्या शांत नैसर्गिक छटा है खास सिकुड़ी सोचती दिखता न कोई शोर बहती धार नदियाँ की कहे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 78 1 712 Share DR.MDHU TRIVEDI 19 Aug 2021 · 1 min read शिवाले शिवाले रोज जाना है उसे अपना बनाना है भजन उसका हमेशा कर सुगम कारज बनाना है करे कैसे शिकायत हम गुजर उसमें चलाना है उसी की फैलती माया जहाँ सारा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 77 590 Share DR.MDHU TRIVEDI 19 Aug 2021 · 1 min read बचिये मुहब्बत ,इश्क बीमारी से बचिए लजाती सी कुँवारी से बचिए चले जो राह में इतरा मटक कर जरा सा इन दुलारी से बचिए दिखाए रोज अपने नाज नक्शे हमेशा उन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 78 650 Share DR.MDHU TRIVEDI 19 Aug 2021 · 1 min read लौट आ मत जाओ साजन महीना यह सावन हर बौर खिला रही मौसम है मन भावन ज्यों-ज्यो गगन में बदली घिर जाये घन काले यूँ डराये डरा कर घबराये घन घोर घटाएँ... Hindi · कविता 78 1 354 Share DR.MDHU TRIVEDI 19 Aug 2021 · 1 min read गणेश गणेश सा भगवान नहीं है कारज सब आसान नही है सबसे पहले पूजो उनको उन देव सा महान नहीं है बरसे नीर चाह से उनकी उनसा जमीं किसान नही है... Hindi · कविता 77 2 614 Share DR.MDHU TRIVEDI 19 Aug 2021 · 1 min read प्रतिबिम्ब जब ख्याल तुम्हारा आता है प्रिये ढूँढने लगती हूँ मैं पहचान अपनी तुम में उठते बैठते जागते सोते हर वक्त दिनकर के पुरूरवा की आकृति बनती हो भी क्यों न... Hindi · कविता 77 1 363 Share DR.MDHU TRIVEDI 19 Aug 2021 · 1 min read परवाना बन परवाना चहुँ ओर मडरायें पंतगे सा नित शिखा झुलसाये प्रीति की रीति है बहुत अनोखी वही प्रेमी जो न कभी अलसाये परवाने आँधी में जलना सीख काँटों की क्यारी... Hindi · कविता 78 561 Share DR.MDHU TRIVEDI 19 Aug 2021 · 1 min read दोस्ती दोस्ती मत भुला दीजिये इक कदम बस बढ़ा दीजिये कीमती रत्न है दोस्ती साथ उसका सदा दीजिये यार से भी बड़ा दोस्त है बात उसको बता दीजिये दिल कभी हो... Hindi · कविता 79 1 701 Share DR.MDHU TRIVEDI 19 Aug 2021 · 1 min read रौशनी बाकी रहे छंट जाये तम दिलों से रौशनी बाकी रहें धरा मुस्कराये जी भर के रौशनी बाकी रहें द्वन्द न हो अपनो के बींच रौशनी बाकी रहें मुहब्बत की पौंध को सींच... Hindi · कविता 77 1 333 Share DR.MDHU TRIVEDI 19 Aug 2021 · 1 min read तुम चला कर बाण नजरों के जरा सी हार कर दो तुम मगर अब छोड़ मँझधारे न ऐसे मार कर दो तुम सँवर कर मैं रहूँ तेरे लिए जो हर सुबह... Hindi · कविता 77 359 Share DR.MDHU TRIVEDI 19 Aug 2021 · 1 min read गोरी चंचल गोरी प्रीत मुख शोभित स्नेह झरना पनघट को चलि कटि मटका मुस्कां झरना बांके नयन चले चाल तिरछी रूप झरना गागर भर धरि सिर ज्यों जाये हास्य झरना गैल... Hindi · हाइकु 77 458 Share DR.MDHU TRIVEDI 19 Aug 2021 · 1 min read कोप दुर्वासा बन कर तू न कोप कर मीठा बोल जीभ को न तोप कर दग्ध आग सा जल कर हो जाए लोभ मोह का तू आज लोप कर Hindi · कविता 77 679 Share DR.MDHU TRIVEDI 19 Aug 2021 · 1 min read कृपा जोड कर हाथ प्रभु का भजन कर लो होय किरपा बड़ो का वचन रख लो ले सहारा खड़े टेक ले उनकी मात पित का सभी मिल वंदन धर लो Hindi · कविता 77 477 Share DR.MDHU TRIVEDI 19 Aug 2021 · 1 min read विकास कैसी रही विकास गति , चित्र खोलता पोल । कितना ही करो सुधार , तो भी रहती झोल ।। तो भी रहती झोल , सरकार लगे बिचारी । शौच बाहर... Hindi · कुण्डलिया 78 1 578 Share DR.MDHU TRIVEDI 19 Aug 2021 · 1 min read अतिथि -आतिथेय सुआगत करे अतिथि का , जो हो तेरे द्वार । सफल होगे काज सभी , भव से होगा पार ।। भक्ति सुदामा सी करो , जो दे अपनी जान ।... Hindi · कविता 76 318 Share Previous Page 4 Next