Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Page 29
सच्चा प्यार
सच्चा प्यार
Rambali Mishra
कौवों को भी वही खिला सकते हैं जिन्होंने जीवित माता-पिता की स
कौवों को भी वही खिला सकते हैं जिन्होंने जीवित माता-पिता की स
गुमनाम 'बाबा'
जीवन हो गए
जीवन हो गए
Suryakant Dwivedi
#बाउंसर :-
#बाउंसर :-
*प्रणय प्रभात*
रात रात भर रजनी (बंगाल पर गीत)
रात रात भर रजनी (बंगाल पर गीत)
Suryakant Dwivedi
तंत्र  सब  कारगर नहीं होते
तंत्र सब कारगर नहीं होते
Dr Archana Gupta
तंत्र सब कारगर नहीं होते
तंत्र सब कारगर नहीं होते
Dr Archana Gupta
नहीं किसी का भक्त हूँ भाई
नहीं किसी का भक्त हूँ भाई
AJAY AMITABH SUMAN
कृष्ण में अभिव्यक्ति है शक्ति की भक्ति की
कृष्ण में अभिव्यक्ति है शक्ति की भक्ति की
AJAY AMITABH SUMAN
पीता नहीं मगर मुझे आदत अजीब है,
पीता नहीं मगर मुझे आदत अजीब है,
Kalamkash
इस ज़िंदगी  में जो जरा आगे निकल गए
इस ज़िंदगी में जो जरा आगे निकल गए
Dr Archana Gupta
इस ज़िंदगी  में जो जरा आगे निकल गए
इस ज़िंदगी में जो जरा आगे निकल गए
Dr Archana Gupta
सच्ची मोहब्बत नहीं अब जमीं पर
सच्ची मोहब्बत नहीं अब जमीं पर
gurudeenverma198
कोशिश
कोशिश
Chitra Bisht
फिर वही
फिर वही
हिमांशु Kulshrestha
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*प्रणय प्रभात*
जुगनू का व्यापार।
जुगनू का व्यापार।
Suraj Mehra
सलाम मत करना।
सलाम मत करना।
Suraj Mehra
कुंडलिया
कुंडलिया
sushil sarna
ऐंठे- ऐंठे चल रहे,  आज काग सर्वत्र ।
ऐंठे- ऐंठे चल रहे, आज काग सर्वत्र ।
sushil sarna
"बेटी दिवस, 2024 पर विशेष .."
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
करो तुम प्यार ही सबसे, सबों को अपना तुम मानो !
करो तुम प्यार ही सबसे, सबों को अपना तुम मानो !
DrLakshman Jha Parimal
कोई मेरे दिल में उतर के तो देखे...
कोई मेरे दिल में उतर के तो देखे...
singh kunwar sarvendra vikram
हक़ीक़त से वाक़िफ़
हक़ीक़त से वाक़िफ़
Dr fauzia Naseem shad
#धर्मराज 'युधिष्ठिर' का जीवन चरित्र
#धर्मराज 'युधिष्ठिर' का जीवन चरित्र
Radheshyam Khatik
“बधाई और शुभकामना”
“बधाई और शुभकामना”
DrLakshman Jha Parimal
कितने अकेले हो गए हैं हम साथ रह कर
कितने अकेले हो गए हैं हम साथ रह कर
Saumyakashi
बेटियां
बेटियां
Surinder blackpen
😢विडम्बना😢
😢विडम्बना😢
*प्रणय प्रभात*
किसी को मारकर ठोकर ,उठे भी तो नहीं उठना।
किसी को मारकर ठोकर ,उठे भी तो नहीं उठना।
मधुसूदन गौतम
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*प्रणय प्रभात*
लपेट कर नक़ाब  हर शक्स रोज आता है ।
लपेट कर नक़ाब हर शक्स रोज आता है ।
Ashwini sharma
🙅आज का आग्रह🙅
🙅आज का आग्रह🙅
*प्रणय प्रभात*
संघर्ष का सफर
संघर्ष का सफर
Chitra Bisht
पुराने घर की दरारें
पुराने घर की दरारें
Chitra Bisht
■आप बताएं■
■आप बताएं■
*प्रणय प्रभात*
तुमबिन
तुमबिन
Dushyant Kumar Patel
सफर जीवन का चलता रहे जैसे है चल रहा
सफर जीवन का चलता रहे जैसे है चल रहा
पूर्वार्थ
वाह चाय
वाह चाय
Chitra Bisht
..
..
*प्रणय प्रभात*
पितर पक्ष
पितर पक्ष
Ranjeet kumar patre
संकरी पगडंडी कभी
संकरी पगडंडी कभी
Chitra Bisht
श्राद्ध- पर्व पर  सपने में  आये  बाबूजी।
श्राद्ध- पर्व पर सपने में आये बाबूजी।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
पिता के जाने के बाद स्मृति में
पिता के जाने के बाद स्मृति में
मधुसूदन गौतम
बदलती जिंदगी
बदलती जिंदगी
पूर्वार्थ
दोपाया
दोपाया
Sanjay ' शून्य'
समय-सारणी की इतनी पाबंद है तूं
समय-सारणी की इतनी पाबंद है तूं
Ajit Kumar "Karn"
सोलह श्राद्ध
सोलह श्राद्ध
Kavita Chouhan
Page 29
Loading...