मुस्कुराकर बात करने वाले
Chitra Bisht
4416.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आँखों देखी
Chitra Bisht
"उत्सवों का महत्व"
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अभी कहाँ आराम, परम लक्ष्य छूना अभी।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
हम अकेले अनमने से हो गये.....!!
पंकज परिंदा
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
आसमां में चाँद छुपकर रो रहा है क्यूँ भला..?
पंकज परिंदा
यादों की किताब
Smita Kumari
वंदना
पंकज परिंदा
आदमी
पंकज परिंदा
आग जो रूह को जलाती है...
पंकज परिंदा
मुक्तक
पंकज परिंदा
मुक्तक
पंकज परिंदा
मुक्तक
पंकज परिंदा
मुक्तक
पंकज परिंदा
पोषण दर्द का
पंकज परिंदा
हर ज़िल्लत को सहकर हम..!
पंकज परिंदा
क़त्ल होंगे तमाम नज़रों से...!
पंकज परिंदा
आँखें कुछ ख़फ़ा सी हो गयी हैं,,,!
पंकज परिंदा
आपके दिल में क्या है बता दीजिए...?
पंकज परिंदा
जन्म जला सा हूँ शायद...!
पंकज परिंदा
लौ मुहब्बत की जलाना चाहता हूँ..!
पंकज परिंदा
आखिर तो हूँ एक "परिंदा"
पंकज परिंदा
देखकर तुम न यूँ अब नकारो मुझे...!
पंकज परिंदा
काम तुम बेहिसाब कर दो ना,,,!
पंकज परिंदा
अब बदला हिंदुस्तान मियां..!
पंकज परिंदा
आइना फिर से जोड़ दोगे क्या..?
पंकज परिंदा
बिटिया प्यारी
मधुसूदन गौतम
Tu mujhmein samata jaa rha hai ,
Rishabh Mishra
Pyaaar likhun ya naam likhun,
Rishabh Mishra
Phoolon ki bahar hoti hai jab tu mere sath hoti hai,
Rishabh Mishra
वक्त जब उचित न हो तो , वक्त के अनुरूप चलना ही उचित होता है,
Sakshi Singh
पैसा ,शिक्षा और नौकरी जो देना है दो ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
बेटी का होना
प्रकाश
बेटी लक्ष्मी रूप है
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
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*प्रणय प्रभात*
कभी हसरतें थी कि, तेरे शहर में मेरा मकां होगा
Manisha Manjari
उसी वक़्त हम लगभग हार जाते हैं
Ajit Kumar "Karn"
बेटी दिवस मनाने का लाभ तभी है ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
बेटी
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
जीवन में फल रोज़-रोज़ थोड़े ही मिलता है,
Ajit Kumar "Karn"
एक क्षणिका
sushil sarna
दोहा चौका. . . . रिश्ते
sushil sarna
।।
*प्रणय प्रभात*
मन का आँगन
Mamta Rani
मुद्दत के बाद
Chitra Bisht
बने हुए मिल गए कुछ रास्ते सफ़र में
Saumyakashi
ऑनलाइन शॉपिंग
Chitra Bisht
"पापा की परी”
Yogendra Chaturwedi