Shyam Sundar Subramanian Language: Hindi 1121 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 22 Next Shyam Sundar Subramanian 24 Oct 2019 · 1 min read फ़िक्र अपनी फ़िक्र करना अब छोड़ दिया है दूसरों को खुश देखकर अब ताज़ा दम़ हो जाता हूँ Hindi · मुक्तक 492 Share Shyam Sundar Subramanian 24 Oct 2019 · 1 min read दाग़ त़ाउम्र दूसरों के दाग़ ढूँढता रहा। पलटकर देखा तो मेरे द़ामन में बेश़ुमार दाग़ नज़र आये। Hindi · मुक्तक 224 Share Shyam Sundar Subramanian 24 Oct 2019 · 1 min read नज़र और हुऩर रास्ते के पत्थरों को तऱाश कर श़ाहकार बनाया जा सकता है। सिर्फ एक पारखी नज़र और हुऩर की श़िद्दत चाहिये। Hindi · मुक्तक 570 Share Shyam Sundar Subramanian 24 Oct 2019 · 1 min read यादों का खज़ाना धन जितना भी कमाओ आखिर छोड़ के जाना है। प्यार इतना कमाओ कि लोगों के दिलों में यादों का ख़जाना छोड़ जाना है। Hindi · मुक्तक 502 Share Shyam Sundar Subramanian 24 Oct 2019 · 1 min read जीवन स्वतंत्रता किसान नहीं होता तो अन्न नहीं होता। और अन्न बिना जीवन नही होता। सीमा पर जवान नही होता तो आजादी नही होती और मनुष्य पशुतर जीवन जीने के लिये बाध्य... Hindi · मुक्तक 1 2 224 Share Shyam Sundar Subramanian 24 Oct 2019 · 1 min read दूरियाँ दूरियाँ तो एहसास में बसतीं हैं । पास होने पर भी हम कितनों को अपने से दूर पाते हैं। और बहुत दूर होने पर भी हम अपनों को अपने दिल... Hindi · मुक्तक 258 Share Shyam Sundar Subramanian 24 Oct 2019 · 1 min read इन्सानिय़त की आव़ाज़ कुछ सोचकर मै अपने बढ़ते कदमों को रोक लेता हूँ। कुछ बेब़स लाचार लोगों की म़दद करने आम़ादा मेरे हाथों को पीछे खींच लेता हूँ । शायद मेरी यह ज़ुर्रत... Hindi · लेख 226 Share Shyam Sundar Subramanian 24 Oct 2019 · 1 min read व़क्त गर्दिश में जब सितारे हों तो राह चलते भटक जाते हैं। दोस्त कतरा कर निकल जाते हैं तो अपने अजनबी बन जाते हैं। महकती फ़िज़ा भी नाग़वार लगने लगती है।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 267 Share Shyam Sundar Subramanian 24 Oct 2019 · 1 min read नई ऱोशनी ज़िंदगी बेफ़िक्र होकर गुज़ार दी, जो भी मुश्किलें थी हँस कर टाल दी, चोट का ए़हसास भी मुस्कुरा कर भुला दिया, क्या क़ुफ्र क्या सब़ाब यह फर्क ना समझ सके,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 439 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Oct 2019 · 1 min read उम़्मीद मन पंँछियों की तरह उड़ान भरने लगता है। पर दिम़ाग उस उड़ान पर लग़ाम रखता है। दिल तो चाहता है बहुत पर हौसला नही बँधता। कुछ कर गुज़रने की हिम्मत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 267 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Oct 2019 · 1 min read कोश़िश मुश्किलें आसान हो जाएंगी जरा कोश़िश तो करके देखो। मुसीबतें सब हल हो जाएगी जरा हौसला रख के तो देखो। इज्ज़त के मायने समझो जरा इज्ज़त कमा कर तो देखो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 212 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Oct 2019 · 1 min read नवप्रभात किसलय पर पड़ी ओस की बूँदों पर जब सूरज की पहली किरण पड़ी तो प्रकृति मुस्करायी। और नवप्रभात आगमन पर चिड़ियाँ चहचहायीं। कोयल ने मधुर गान से स्वागत किया। शीतल... Hindi · कविता 4 437 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Oct 2019 · 1 min read ईश्वर एक बार मुझसे यह प्रश्न किया गया कि क्या तुमने ईश्वर को देखा है ? मैंने कहा हां मैंने उन्हें मासूम बच्चों की मुस्कुराहटों में देखा है। तपती धूप में... Hindi · कविता 2 218 Share Shyam Sundar Subramanian 22 Oct 2019 · 1 min read इज़हार माहौल जब संज़ीदा हो तो म़सर्रत कैसी । चोट जब खाई हो दिल में तो म़ोहब्बत कैसी। मिले जब ठोकरें कूचा- ए -यार से जब हबीब । क्यों न करें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 483 Share Shyam Sundar Subramanian 22 Oct 2019 · 1 min read ख्वा़हिश जिंदगी के कुछ लमहे बीती यादों को समेट कर आ जाते हैं।लगता है बीते दिन फिर लौट आए हैं ।यादों का कारवां रफ्ता रफ्ता ज़ेहन पर छाता जाता है। बीते... Hindi · लेख 531 Share Shyam Sundar Subramanian 22 Oct 2019 · 1 min read ज़ूनून लगता है क्यों बियाबान मौजों की रव़ानी सा ये शहर। शायद कहीं जज्ब़ातों का क़हर गिरा होगा । क्यों अजनबी से लगते हैं ये जाने पहचाने से चेहरे । मैं... Hindi · कविता 480 Share Shyam Sundar Subramanian 22 Oct 2019 · 1 min read यथार्थ खोजता हूं कुछ खुद में। कुछ इस सोच में गुम हो जाता हूं। शायद मैं अभी तक अपने वज़ूद और अपनी हस्ती से ग़ुमशुदा हूं ।अभी तक मैं वही समझता... Hindi · लेख 233 Share Shyam Sundar Subramanian 22 Oct 2019 · 1 min read तव़ारीख़ हर सुबह शुरू होती है मौज़े बहार से। हर रात खत्म होती है इसी इंंतज़ार से । हर दिन गुजरता है रफ़्ताा रफ़्ता दिले बेक़रार से। हरसूँ तव़ारीख़ की कलम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 315 Share Shyam Sundar Subramanian 22 Oct 2019 · 1 min read शिफ़ा जिंदगी में कुछ लम्हे खुश गवार होते होते मायूसी में तब्दी़ल हो जाते हैं ।जाने क्यों इंसानी फितरत खुशगवार ल़म्हों को ग़मजदा बनाने में लगी है। चारों तरफ बेखु़दी का... Hindi · लेख 210 Share Shyam Sundar Subramanian 22 Oct 2019 · 1 min read आपके आ जाने से तब त़लक भटकता रहा सऱाबों में । जब त़लक तुम नहीं मिले रहे अपने हिजाबों मे। अंधेरे में ग़ुमशुदा था अब तक। एक पुरऩूर ए़हसास लिए तुम मुझे नही मिले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 337 Share Shyam Sundar Subramanian 22 Oct 2019 · 1 min read दिल की आवाज़ दिल की आवाज़ रूह की ज़ुबान होती है । जो दिल पर दस्तक देकर आग़ाह करती है । अज़ाब और सब़ाब के फर्क का इल्म देती है । सोये हुए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 245 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 1 min read य़ादों का कारवाँ चिराग जो बुझ चुके हैं उन्हें फिर न तुम जलाना । बीते हुए वो लम्हे उन्हें न याद दिलाना। ये सूनी सूनी गलियांँ ये रूख़े रूखे़ मंज़र । मिलता है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 257 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 1 min read ए़हसास वैसे तो बदलते हैं हर शख़्स वक्त के साथ गुजरते वक्त को थमा लूंँ तो चलूँ । वैसे ही गुजर जाते हैं लोग देकर ठोकरें इन रहगुज़र के पत्थरों को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 235 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 1 min read बेपऩाह मेरे एक अज़ीज़ के ज़नाज़े सफर में एक कुत्ता शामिल देखा। इल्म हुआ फ़ौते शख्स उसका मालिक हुआ करता था। कब्रगाह में सुप़ुर्दे ख़ाक कर सब लौट चले। पर वो... Hindi · लघु कथा 2 265 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 1 min read क़सक जिस्म पे बने नश्तरौं के ज़ख्म वक्त गुजरते भरते हैं । पर बनते वो ज़ख्म जो दिलों पर गुजरते वक्त गहराते हैं । सर्द हवाओं का जुंबिशे एहसासे असर रफ़्ता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 556 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 1 min read नज़र उड़ते परिंदो से सीखो उड़ान क्या होती है दूरियाँ कैसे तय की जाती हैं। चींटी से सीखो मशक्कत कैसे की जाती है। शहद की मक्खी से सीखो इक्कठा रहकर काम... Hindi · लेख 255 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 1 min read ए़हद गिले शिकवों का दौर अब खत्म करो। मान लो अपनी गलती बहस से गुरेज़ करो। कोई छोटा या बड़ा नही बनता सोचने से। बड़प्पन हासिल होता है बड़े काम करने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 225 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 1 min read क़ुर्बानी जिंदगी भर उलझता रहा हालातों से पर पेशा़नी पर बल आने न दिया। जज़्ब करता रहा अपनों के ज़ुल्मो को पर दर्द को होंठों तक आने न दिया। खुद पल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 555 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 1 min read प़समंज़र हमसफ़र तो बहुत मिले हया़ते सफ़र मे पर हमनव़ा न मिला। यार तो बहुत मिले पर उनमे कोई राज़दार न मिला। पैग़म्बर तो बहुत आये मगर उनमे कोई मसीहा न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 247 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 1 min read हस़रत क्या होता अगर हम बच्चे होते । ना होते गिले-शिकवे और हम सच्चे होते । चारों ओर खुशियांँ होती और कहीं गम नहीं होते । ना होती खाने की फ़िक्र... Hindi · कविता 234 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 1 min read म़ाँज़ी याद आते हैं वो गुज़रे जमाने मुझको। ज़ब्त हैं जो गुजारे ल़म्हे मुझको । क्यों ख़लिश है हाल़ातों की सीने में अब तक। उठती है क्यों टीस दिल के ग़ुबारो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 364 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 1 min read जज़्बा महफिल की शमा न बनो। रोशन रहो जशने चिरागाँ की तरह । ज़माले सुखन न बनो जमाने का सुखन बनो। ना भटको सराबो मे पशेमाँ हो कर हयाते सफर का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 253 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 1 min read तेह़रीक़ सारी क़ायनात होगी क़दमो पर जब हालातों से न समझौता होगा। कामयाबी सर चढ़ के बोलेगी गर ख़िलाफे ज़लालत बग़ावते ज़ुनून होगा। वक्त भी बदलेगा ग़र श़िद्दत से वक्त बदलने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 212 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 1 min read फ़लसफ़ा -ए- ज़िन्दगी साँसों के तार पर लम्हों के हिस़ाब पर टिकी हुई है ये ज़िन्दगी । मुफ़लिसी में कटे या अमीरी में खाली हाथ जाएगी ये ज़िन्दगी । जुस्तजू में सुक़ून के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 205 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 1 min read ज़ीस्त हालातों के सैलाबों में ज़ीस्त एक क़िश्ती है। जिसे हादसों के थपेड़ों से डगमगा कर डूबने से बचाना होगा । साजिशों के भँवर भी आएंगे तेरी राह में बार बार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 201 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 1 min read रंजिश़ रंजिश़ को रखो दिमाग़ तक दिल तक ना आने दो । दिल तक आ गई तो छूटेगी नहीं दाग़ छोड़ जाएगी। जो न मिटेगी वक्त के साथ ग़हराती जाएगी। ना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 210 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 2 min read रोटी की खुश़बू एक बार एक बादशाह ने ने अपने सभी दरबारियों से पूछा कि किस इत्र की खुशबू सबसे अच्छी होती है। हर किसी दरबारी ने अपनी पसंद के अनुसार इत्र का... Hindi · लघु कथा 1 568 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 1 min read हक़ीक़त अपनी जिंदगी को खुशगवार मंज़र बनाने वाले देखे बहुत हैं । गैरौं के ग़मज़दा लम़हों में साथ देने वाले कम ही देखें है। हैरान हूंँ इस कदर क्यों मुस्कुराते हैं... Hindi · कविता 1 456 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 3 min read प्रेरक प्रसंग एक शहर मे चार मित्र रहते थे। उन्होने सोचा कि चलो दुनिया घूम कर आते हैं। परन्तु उन्होने यह निश्चय किया कि सभी अलग अलग दिशाओं मे जायेगें और वापस... Hindi · लघु कथा 235 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 2 min read स्वस्थ जीवन स्वस्थ रहने के प्रमाण प्रथम आप समय पर उठे और तरोताजा महसूस करें । आपके शरीर की जैविक घड़ी और घड़ी का तालमेल सही हो। आपका पाचन तंत्र सही रहे।... Hindi · लेख 1 2 258 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 1 min read बुढ़ापा धीमे धीमे मेरे घर के पिछले दरवाज़े पर कोई दस्तक दे रहा था। मैने सोचा शायद तेज़ हवा का झोंका दरवाज़े को भड़भड़ा रहा है। जब आवाज़ शान्त ना हुई... Hindi · लेख 589 Share Shyam Sundar Subramanian 20 Oct 2019 · 1 min read ज़िंदादिली क्या खूब है यह ज़िंदगी हम ज़िंदगी से खेले। कल कि हमें क्यों खबर जब हो ना हम अकेले । मंज़िल कोई भी हो कोई डगर हमें इसकी क्यों फ़िक्र... Hindi · कविता 206 Share Shyam Sundar Subramanian 20 Oct 2019 · 1 min read बन्जारा अपनी ही धुन में मगन वह चला जा रहा तले नीले गगन । शायद किसी दिवास्वप्न में खोया या किसी कल्पना लोक में लीन । चारों ओर के कोलाहल से... Hindi · कविता 233 Share Shyam Sundar Subramanian 20 Oct 2019 · 1 min read प्रेरणा स्रोत फूलों से मुस्कुराना सीखो । और कलियों से लहराना । चिड़ियों से खुशी से चहकना सीखो। झरनों से खिलखिलाना। हाथी से गंभीरता सीखो। और चींटी से परिश्रम करना। कोयल से... Hindi · कविता 375 Share Shyam Sundar Subramanian 20 Oct 2019 · 2 min read मानवीयता एवं मानवाधिकार मानवीयता का तात्पर्य प्राणी के प्राणी मात्र से संवेदना की व्याख्या है । संवेदनशील व्यक्तित्व में संस्कार ,आचार विचार एवं वातावरण की भूमिका रहती है । यह एक ऐसी दैवीय... Hindi · लेख 183 Share Shyam Sundar Subramanian 20 Oct 2019 · 2 min read प्रेरक प्रसंग एक घोड़े और एक चींटी में गहरी दोस्ती थी। एक दिन घोड़े ने चींटी से कहा चलो मै तुम्हें इस पहाड़ के उस तरफ एक बहुत ही सुन्दर स्थान है... Hindi · लघु कथा 524 Share Shyam Sundar Subramanian 20 Oct 2019 · 1 min read जागृति विनाश की विभीषिका के बाद नि:शब्दता की स्थिति की तरह अंत:करण में व्याप्त कोलाहल अब शान्त हो चुका है। मेरे अन्तरद्वंद में जीत मेरी दृढ़ता की हुई है।जिसने कथित रीती... Hindi · लेख 229 Share Shyam Sundar Subramanian 20 Oct 2019 · 2 min read विडंबना आज के अखबार की ताजा खबर थी शहर का फ्लाईओवर पुल जिसका उद्घाटन पिछले हफ्ते हुआ था कल रात भरभरा कर गिर गया । जिसकी चपेट में आकर काफी लोग... Hindi · लघु कथा 250 Share Shyam Sundar Subramanian 20 Oct 2019 · 2 min read सादगी सादगी से हमारा तात्पर्य है विचारों की स्वतंत्रता एवं सादगी से उनकी प्रस्तुति जिससे किसी व्यक्ति विशेष की भावनाओं को ठेस न पहुंचे ।और हम अपनी बात एवं तर्क उस... Hindi · लेख 273 Share Shyam Sundar Subramanian 20 Oct 2019 · 1 min read उधेड़बुन सोचता हूँ कि ज़िन्दगी कितनी कम है। सुबह जाग कर सोचता दिन भर क्या करना है । दिनभर की योजना बनाकर रखता पर पूरी न कर पाता। शायद मेरी सोच... Hindi · कविता 1 326 Share Previous Page 22 Next