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बन्दे   तेरी   बन्दगी  ,कौन   करेगा   यार ।
बन्दे तेरी बन्दगी ,कौन करेगा यार ।
sushil sarna
प्याली से चाय हो की ,
प्याली से चाय हो की ,
sushil sarna
धड़कन से धड़कन मिली,
धड़कन से धड़कन मिली,
sushil sarna
डुगडुगी बजती रही ....
डुगडुगी बजती रही ....
sushil sarna
अंतिम साँझ .....
अंतिम साँझ .....
sushil sarna
ठहर गया
ठहर गया
sushil sarna
हरि हृदय को हरा करें,
हरि हृदय को हरा करें,
sushil sarna
त्रिपदा छंद
त्रिपदा छंद
sushil sarna
समर्पण.....
समर्पण.....
sushil sarna
दोहा त्रयी. . .
दोहा त्रयी. . .
sushil sarna
कुंडलिया
कुंडलिया
sushil sarna
पुष्पदल
पुष्पदल
sushil sarna
करती रही बातें
करती रही बातें
sushil sarna
कब टूटा है
कब टूटा है
sushil sarna
सजावट की
सजावट की
sushil sarna
चुन्नी सरकी लाज की,
चुन्नी सरकी लाज की,
sushil sarna
एक सच ......
एक सच ......
sushil sarna
दोहा त्रयी. . .
दोहा त्रयी. . .
sushil sarna
जनता  जाने  झूठ  है, नेता  की  हर बात ।
जनता जाने झूठ है, नेता की हर बात ।
sushil sarna
सन्तानों  ने  दर्द   के , लगा   दिए    पैबंद ।
सन्तानों ने दर्द के , लगा दिए पैबंद ।
sushil sarna
दोहा ग़ज़ल. . .
दोहा ग़ज़ल. . .
sushil sarna
दोहा पंचक. . . नैन
दोहा पंचक. . . नैन
sushil sarna
मनमुटाव अच्छा नहीं,
मनमुटाव अच्छा नहीं,
sushil sarna
टाईम पास .....लघुकथा
टाईम पास .....लघुकथा
sushil sarna
जब -जब धड़कन को मिली,
जब -जब धड़कन को मिली,
sushil sarna
अनसोई कविता...........
अनसोई कविता...........
sushil sarna
उनको देखा तो हुआ,
उनको देखा तो हुआ,
sushil sarna
धन की खातिर तन बिका, साथ बिका ईमान ।
धन की खातिर तन बिका, साथ बिका ईमान ।
sushil sarna
छल.....
छल.....
sushil sarna
याद आयेगा हमें .....ग़ज़ल
याद आयेगा हमें .....ग़ज़ल
sushil sarna
गुलदानों में आजकल,
गुलदानों में आजकल,
sushil sarna
दोहा त्रयी. . . .
दोहा त्रयी. . . .
sushil sarna
कुंडलिया
कुंडलिया
sushil sarna
रात
रात
sushil sarna
कैलेण्डर ...
कैलेण्डर ...
sushil sarna
पंछी
पंछी
sushil sarna
सुख - एक अहसास ....
सुख - एक अहसास ....
sushil sarna
दौड़ी जाती जिंदगी,
दौड़ी जाती जिंदगी,
sushil sarna
अन्त हुआ सब आ गए, झूठे जग के मीत ।
अन्त हुआ सब आ गए, झूठे जग के मीत ।
sushil sarna
दिल ने दिल को दे दिया, उल्फ़त का पैग़ाम ।
दिल ने दिल को दे दिया, उल्फ़त का पैग़ाम ।
sushil sarna
रोला छंद
रोला छंद
sushil sarna
पिरामिड -यथार्थ के रंग
पिरामिड -यथार्थ के रंग
sushil sarna
प्यार जताने के सभी,
प्यार जताने के सभी,
sushil sarna
बीते कल की क्या कहें,
बीते कल की क्या कहें,
sushil sarna
यादों की महफिल सजी, दर्द हुए गुलजार ।
यादों की महफिल सजी, दर्द हुए गुलजार ।
sushil sarna
ऐश ट्रे   ...
ऐश ट्रे ...
sushil sarna
मरीचिका सी जिन्दगी,
मरीचिका सी जिन्दगी,
sushil sarna
मौन जीव के ज्ञान को, देता  अर्थ विशाल ।
मौन जीव के ज्ञान को, देता अर्थ विशाल ।
sushil sarna
उम्मीद ....
उम्मीद ....
sushil sarna
मुक्तक
मुक्तक
sushil sarna
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