सुखविंद्र सिंह मनसीरत Language: Hindi 2394 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Jul 2023 · 1 min read दौलत जो भी कमाई है दौलत जो भी कमाई है ******************* दौलत जो भी कमाई है, कीमत काफ़ी चुकाई है। जख्म भरता नहीं कोई, बेशक़ मरहम दवाई है। बातें तन मन बहुत भायी, जो भी... Hindi · ग़ज़ल 220 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Jul 2023 · 1 min read *तुम से करनी दो बात बाकी है* *तुम से करनी दो बात बाकी है* ************************* तुम से करनी दो बात बाकी है, दिन तो बीता बस रात बाकी है। चलते चलते कटते गये रास्ते, डर को देनी... Hindi · ग़ज़ल 153 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Jul 2023 · 1 min read *जीवन जीने का आधार हो गया* *जीवन जीने का आधार हो गया* *************************** जब से यूँ उनका दीदार हो गया, जीवन जीने का आधार हो गया। बेचैनी बढ़ती रहती फिरूं ख़फ़ा, दिल जैसे तब से बीमार... Hindi · ग़ज़ल 407 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Jul 2023 · 1 min read *जीवन की सुंदर लय है* *जीवन की सुंदर लय है* ******************** मन में ना कोई भय है। जीवन की सुंदर लय है। मदहोशी छायी रग रग, हाथों मे पकड़ी मय है। छल का जो हो... Hindi · ग़ज़ल 76 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Jul 2023 · 1 min read ****मै से आगे हम**** ****मै से आगे हम**** ******************* मै से आगे बस हम हैँ, बाकी सारा तो भ्रम है। सीढ़ी दर सीढ़ी चढ़ते, बन जाता सीधा क्रम है। मंजिल मिल ही जाती है,... Hindi · ग़ज़ल 247 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Jul 2023 · 1 min read * मन में आया एक ख्याल है * * मन में आया एक ख्याल है * ************************ मन में आया एक ख्याल है, किस्मत मुझ पर क्यों दयाल है। हर पल हर दम तू रहे ख़फ़ा, किन बातों... Hindi · ग़ज़ल 276 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Jul 2023 · 1 min read जो कुछ भी है दिल में बताया कर जो कुछ भी है दिल में बताया कर *************************** जो कुछ भी है दिल में बताया कर, वास्ता है तुम को ना रुलाया कर। यूँ ये खुशियाँ मिलती नहीं जग... Hindi · ग़ज़ल 218 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Jul 2023 · 1 min read **मेघों को बरसने दो धरती बहुत प्यासी है** **मेघों को बरसने दो धरती बहुत प्यासी है** ************************************ मेघों को बरसने दो धरती माता बहुत प्यासी है, मानव के कृत्यों से प्रकृति में छायी उदासी है। विकास की सीधी... Hindi · कविता 145 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Jul 2023 · 1 min read **प्रकृति पूरे क्रोध में, नभ बरसे बरसात** **प्रकृति पूरे क्रोध में, नभ बरसे बरसात** ********************************* प्रकृति पूरे क्रोध में, नभ बरसे बरसात। आँधी पानी बाढ़ से, दिलाए कौन निजात।। सड़कों पर पानी चले, भरे नदी तालाब। घर... Hindi · दोहा 233 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Jul 2023 · 1 min read सखी वो नागिन विषैली सखी वो नागिन विषैली ****************** रास्ते में मिली सहेली। नाम था चंपा चमेली। जिस पथ मै था चला, उस पथ पर वो मिली, पर नहीं थी वो अकेली। रास्ते में... Hindi · गीत 126 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Jul 2023 · 1 min read ********* पत्नी से साली मिली ********* ********* पत्नी से साली मिली ********* *********************************** पत्नी से साली मिली , जीजू हुए हैरान। पोल खोल दे ना कहीं , सोच कर परेशान।। आँख मिचोनी खेलते, साली संग जनाब।... Hindi · दोहा 91 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Jul 2023 · 1 min read ***आंचल में सिर छुपाने की*** ***आंचल में सिर छुपाने की*** ************************** कोशिश तू कर नजरें मिलाने की, चिंता ना कर कुछ भी जमाने की। भूलो शिकवे जो भी जहन में हो, बारी तेरी वादा निभाने... Hindi · ग़ज़ल 66 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Jul 2023 · 1 min read **** टुकड़ों के निशान **** **** टुकड़ों के निशान **** ********************** ये दिल तुझ पर ही कुर्बान है, तुम से ही सारा जहान है। मिलती जीवन में नहीं वफ़ा, अरमानों की भी दुकान है। सीना... Hindi · ग़ज़ल 184 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Jul 2023 · 1 min read सोने का ताज (माहिया) सोने का ताज (माहिया) ***************** 1 सोने का ताज सजा, देख कर दिल भरे, पहन कर आये मज़ा। 2 पतझड़ की तान छिड़ी, भंवर झूम रहे, पराग पर नज़र पड़ी।... Hindi · कविता 149 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Jul 2023 · 1 min read मनसीरत अवतरण दिवस मनसीरत अवतरण दिवस ********************* बहुत प्यारी सूरत है भोली। मनसीरत की है मीठी बोली। खुदा से बख्शी है सुंदर मूरत, तन मन बसती भोली सूरत, भर गई मेरी है खाली... Hindi · गीत 1 1 85 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Jul 2023 · 1 min read बंद हुई हंसी की दुकान है बंद हुई हंसी की दुकान है ******************** बंद हुई हंसी की दुकान है, मुख पर गम के निशान है। जिंदगी में बढ़ती मुश्किलें, मिलता न कोई निदान है। सूना सूना... Hindi · ग़ज़ल 303 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Jul 2023 · 1 min read *हर कोना दिल का खाली* *हर कोना दिल का खाली* ********************* हर कोना दिल का खाली है, सूखी जीवन की डाली है। बाहर से जो अपने दिखते, अंदर से नियत काली है। भूखे दिल से... Hindi · ग़ज़ल 97 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Jun 2023 · 1 min read * जीवन एक दरिया है * * जीवन एक दरिया है * ******************* जीवन एक दरिया है, फूलो भरी बगिया है। अपनों से बसे बस्ती, बेगानों का कजिया है। सांसों से बहे धारा सी, बहती हुई... Hindi · ग़ज़ल 67 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Jun 2023 · 1 min read *खुद ही खुद में खो गये लोग है* *खुद ही खुद में खो गये लोग है* ************************** कितने झूठे हो गये लोग हैं, खुद ही खुद में खो गये लोग हैं। आपस में सारे सभी खोखले, रिश्ते नाते... Hindi · ग़ज़ल 85 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Jun 2023 · 1 min read * तू ही लैला तू ही हीर है * * तू ही लैला तू ही हीर है * ********************* दिल मे तेरी तस्वीर है, तू ही लैला तू ही हीर है। मंदिर मस्जिद गुरुद्वारा हो, तुम्हीं से जीवन हमारा... Hindi · गीत 69 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Jun 2023 · 1 min read कमसिन हसीना सर्प नगीना कमसिन हसीना सर्प नगीना ********************** सुन्दर सूरत मन में छाई। तुम ही जीवन की परछाई। कमसिन हसीना सर्प नगीना, बलखाती कटि जब मटकाई। लाल गुलाबी होंठ रसीले, नशीली नजर झट... Hindi · ग़ज़ल 91 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Jun 2023 · 1 min read सहर सुहानी चांदिनी दर पर आई सहर सुहानी चांदिनी दर पर आई ************************** सहर सुहानी चांदनी दर पर आई, गजल पुरानी रागिनी दर पर आई। कहर हुस्न की साधना है मन डोळे, महक सुगंधी मोहिनी दर... Hindi · ग़ज़ल 178 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Jun 2023 · 1 min read **कैसे सहूँ दरमियाँ दूरी मै* **कैसे सहूँ दरमियाँ दूरी मै* ********************** सैंया बिना हो गई अधूरी मै, कैसे सहूँ दरमियाँ दूरी मै। जिंदाजिली मे मै रहना चाहूँ, बन जाऊँ कहीं मजबूरी मै। दरियादिली में डूबता... Hindi · ग़ज़ल 97 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Jun 2023 · 1 min read मौत ती सस्ती हुई पर मंहगी रोटी है मौत ती सस्ती हुई पर मंहगी रोटी है **************************** मौत तो सस्ती हुई पर मंहगी रोटी है, जिंदगी पटरी पर अभी कहाँ लौटी है। दर बदर खा ठोकर नसीब रोटी... Hindi · ग़ज़ल 176 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Jun 2023 · 1 min read **हक़ हम पर क्यों जताते नहीं** **हक़ हम पर क्यों जताते नहीं** ************************** मन मे क्या है कुछ बताते नहीं, हक़ हम पर तुम क्यों जताते नहीं। जो कुछ भी दिल में बता दो हमें, बातें... Hindi · ग़ज़ल 1 1 158 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Jun 2023 · 1 min read दर्द ए दिल से दर्द निकलता है दर्द ए दिल से दर्द निकलता है ************************ दर्द ए दिल से दर्द निकलता है, जब मोम सा ह्रदय पिंघलता है। पीड़ा का हल नजर नहीं आता, गम अंदर ही... Hindi · ग़ज़ल 288 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Jun 2023 · 1 min read ****होठों से होंठ मिलाते हैँ लोग**** ****होठों से होंठ मिलाते हैँ लोग**** ***************************** जिन हाथों से पानी नहीं पीते है लोग, हवस मे होंठ से होंठ मिलाते है लोग। नीची जाति के नाम भेद जो करते... Hindi · ग़ज़ल 356 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Jun 2023 · 1 min read प्यारी बांहों की गिरफत है प्यारी बांहों की गिरफत है ********************* प्यारी बांहों की गिरफत है, छोटी मोटी सी हरकत है। दरिया से गहरे ख्यालों में, लहरों सी उठती उल्फत है। भावों से भरता खाली... Hindi · ग़ज़ल 249 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Jun 2023 · 1 min read कोई शिकावा कोई शिकायत नहीं कोई शिकावा कोई शिकायत नहीं ************************** कोई शिकवा कोई शिकायत नहीं, मिलने आओ कोई हिनायत नहीं। दे दी खुशियाँ सारी जमाने भरी, भर दी खाली झौली इनायत नहीं। जी भरकर... Hindi · ग़ज़ल 244 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Jun 2023 · 1 min read *सिर का है मान पिताजी* *सिर का है मान पिताजी* ********************** सिर का है मान पिताजी, बेटे का अभिमान पिताजी। पथ प्रदर्शक भो बन जाता, सारे जग का ज्ञान पिताजी। गृह गृहस्थी का बोझ ढोता,... Hindi · ग़ज़ल 170 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Jun 2023 · 1 min read * दिल मे लिखा तेरा नाम * * दिल मे लिखा तेरा नाम * ********************* दिल में लिखा तेरा नाम है, पहले तुम्हीं फिर ही राम है। हर रोज आये हम रहगुजर, तेरे लिए हम बदनाम है।... Hindi · ग़ज़ल 112 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Jun 2023 · 1 min read **तेरे पैरों के निशान बाकी हैं** **तेरे पैरों के निशान बाकी हैं** ************************* तेरे पैरों के निशान बाकी है। बिन तेरे खाली मकान बाकी है। बिकता रहता प्रेम आम सरेआम, बाजारों मे सजी दुकान बाकी है।... Hindi · ग़ज़ल 209 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Jun 2023 · 1 min read **********चाहो तो हमें माफ कर दो*********** **********चाहो तो हमें माफ कर दो*********** **************************************** छोटी सी है खता हमारी चाहो तो हमें माफ कर दो, तुम से ही है सुबह सुहानी चाहो तो हमें माफ कर दो।... Hindi · ग़ज़ल 287 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Jun 2023 · 1 min read ******** तुम जो कहो ******** ******** तुम जो कहो ******** *************************** नाज नखरे उठा लूँ तुम जो कहो, पलकों में बिठा लूँ तुम जो कहो। मखमल सा बदन बादलों से ढका, कुछ बूँदें समा लूँ... Hindi · ग़ज़ल 84 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Jun 2023 · 1 min read *नशीले नैनों का निशाना है* *नशीले नैनों का निशाना है* *********************** नशीले नैनों का निशाना है। तेरा दिल मेरा आशियाना हैँ। नजरें हटती नहीं ताकता रहूँ, दीदार ए हुस्न बहुत सुहाना हैँ। तुम्हीं नैनों से... Hindi · ग़ज़ल 193 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Jun 2023 · 1 min read ********हाल ए दिल******** ********हाल ए दिल******** ************************* ये हाल ए बयां इजहार किया है, इकरार हल्फिया इतबार किया है। कोई सुनो सही क्यों हाल हुआ है, हो सामने खड़े इन्कार किया है। नाजुक... Hindi 158 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Jun 2023 · 1 min read *तरु की टूटी टहनी टहनी* *तरु की टूटी टहनी टहनी* ******************** तरु की टूटी टहनी टहनी, हो गये हम सब पत्ते पत्ते। एक हवा के झोंके से हम, बिखर गये हम पत्ते पत्ते। वर्षा की... Hindi · ग़ज़ल 159 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Jun 2023 · 1 min read *मेरे मन में तेरा फ़िक्र है* *मेरे मन में तेरा फ़िक्र है* ********************* हर बार तेरा ही जिक्र है, मेरे मन में तेरा फ़िक्र है। शिद्द्त से डूबे हम प्यार में, क्यों मिला प्रेम में हिज्र... Hindi · ग़ज़ल 271 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Jun 2023 · 1 min read *मुखौटों पीछे छिपे अलग चेहरे* *मुखौटों पीछे छिपे अलग चेहरे* ************************** बात बताऊँ पते की सुन लो जरा, मुखौटों से मुखड़ें अलग है जरा। उभरती लेखिका उमर बाइस की, कहानी,कविता लिखती थी जरा। रिश्तेदारी में... Hindi · कविता 228 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Jun 2023 · 1 min read *सुर्ख होंठ तेरे मधुशाला है* *सुर्ख होंठ तेरे मधुशाला है* ********************* सुर्ख होंठ तेरे मधुशाला हैँ, हर हाल में पीनी हाला है। अधर जल रहें है दीपक से, दिल मे जल रही ज्वाला है। कुछ... Hindi · कविता 245 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Jun 2023 · 1 min read ****** ट्रेन पल में जा भिड़ी ***** ****** ट्रेन पल में जा भिड़ी ***** *************************** ट्रेन पल में जा भिड़ी चलती ट्रेन में, मौत सीने आ लगी चलती ट्रेन में। सुंदर सुहाने सफऱ मे क्या हो गया,... Hindi · कविता 1 235 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Jun 2023 · 1 min read किसी नजर को तेरी तलाश है किसी नजर को तेरी तलाश है ************************ किसी नजर को तेरी तलाश हैँ, न जो दिखे मन रहता उदास है। मिलो कभी आकर देख माजरा, हुआ असर दिल भी निराश... Hindi · ग़ज़ल 383 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Jun 2023 · 1 min read ********मिट्टी की खुश्बू****** ********मिट्टी की खुश्बू****** ************************** मिट्टी की खुश्बू वापिस बुलाती है, याद आए तो पल पल रुलाती हैं। छोड़ कर जब से मिट्टी अलग हुए, अकेलेपन की अग्नि में सुलग गए,... Hindi · गीत 1 291 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Jun 2023 · 1 min read *माँ होती अनमोल है कोइ नहीं उनका मोल* *माँ होती अनमोल है कोइ नहीं उनका मोल* *********************************** माँ होती अनमोल है कोइ नहीं उनका मोल, जब तक है संग माँ खड़ी दिल की बातें बोल। पूत कपूत बहुत... Hindi · गीत 128 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Jun 2023 · 1 min read ************* दोहावली ************ ************* दोहावली ************ ********************************* रीत प्रीत की डोर से,मृत भी होत सुजान। ज्ञान ध्यान। की भोर से,मिट जाए अज्ञान।। धरा भरी है पाप से,कैसे मिले निजात। पुण्य की जब हवा... Hindi · दोहा 181 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Jun 2023 · 1 min read ,*********दोहे प्यार के *********** ,*********दोहे प्यार के *********** ****************************** मेघ गरजते गगन में , बूँद गिरे रस धार। प्यासा मन है बावरा, आ जाओ घर द्वार। बादल छाये गगन में,बिजली चमके जोर। अंग प्रत्यंग... Hindi · दोहा 258 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Jun 2023 · 1 min read *******खबर आई नहीं यार की******** *******खबर आई नहीं यार की******** ********************************* हो गई मुद्द्त खबर आई नहीं है यार की, चाहना शिद्द्त मगर आई नहीं है यार की। ढूंढ कर हारा जहां कोइ पता चलता... Hindi · ग़ज़ल 249 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Jun 2023 · 1 min read *इस कदर छाये जहन मे नींद आती ही नहीं* *इस कदर छाये जहन मे नींद आती ही नहीं* *********************************** इस कदर छाये जहन में नींद आती ही नहीं, बँध गये तेरे वचन में नींद आती ही नहीं। याद अक्सर... Hindi · ग़ज़ल 88 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 May 2023 · 1 min read शर्म से मुख कहीं छिपाना है शर्म से मुख कहीं छिपाना है ********************** साथ उनका बड़ा सुहाना है, शर्म से मुख कहीं छिपाना है। खूब गहनों लदी खड़ी दुल्हन, पास आकर खड़ा दिवाना है। आज पूरा... Hindi · ग़ज़ल 232 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 May 2023 · 1 min read तन बदन हो जाता कमजोर है तन बदन हो जाता कमजोर है *********************** तन बदन हो जाता कमजोर है, नहीं चलता किसी पर जोर हैँ। हर कदम सांसे फूल जाती हैँ, आयु ढलते ढलते ढल जाती... Hindi · कविता 205 Share Previous Page 3 Next