सुखविंद्र सिंह मनसीरत Tag: ग़ज़ल/गीतिका 422 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Dec 2021 · 1 min read दर पर आया है *** दर पर आया है ** ****************** कोई दर पर आया है, कुछ संदेशा लाया है। पूजा जैसे तुम प्यारे, मन मंदिर जो छाया है। ऑंखों से है वो ओझल,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 284 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Dec 2021 · 1 min read याद रखेगा ज़माना याद रखेगा ज़माना (ग़ज़ल) ********************** तुझे याद रखेगा ज़माना, सदा साथ चलेगा ज़माना। सुनो मौन जरा जो बताये, कभी बात सुनेगा ज़माना। रुको मत न कहीं पांव ठहरे, चलो राह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 121 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Dec 2021 · 1 min read चाहे रावण कोई **चाहे रावण कोई (ग़ज़ल)* *********************** छूने ना पाए दामन कोई, आ जाए चाहे रावण कोई। आंचल अस्मत से सटने ना दे, कितना हो प्यारा भावन कोई। चुनरी सीने से चिपकी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 221 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Dec 2021 · 1 min read मनमीत मिले * मनमीत मिले (ग़ज़ल) * ******************** सरदी आई शीत मिले, साजन चाहे मीत मिले। गाओ सुर लय युक्त भरा, मनमोहक सा गीत मिले। कोई भी जन रिक्त न हो, प्रियतम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 146 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Dec 2021 · 1 min read पत्नी महारानी ******* पत्नी - महारानी (ग़ज़ल) ******** ****** 1222 1222 1222 1222 ***** *********************************** डरूँ मैं क्यो भला चाहे अगर पत्नी महारानी, लगे वो खूबसूरत सी परी मेरी महारानी। मिले ख़ुश्बू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 295 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Dec 2021 · 1 min read राह नही आसान **राह नहीं आसान** ***************** राह नहीं आसान है, चाह हुई कुरबान है। कार सदा होकर रहा, होनी बड़ी बलवान है। बाट न कोई पूछता, दूर बहुत भगवान है। दे न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 351 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Dec 2021 · 1 min read संध्या की गोद में ** संध्या की गोद में (ग़ज़ल) ** ************************* संध्या की गोद में धूप समाई है, दिन बीता जा रहा बात बताई है। पंछी भी नीड़ में लौट रहे हैं अब,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 329 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Dec 2021 · 1 min read संध्या चली आई ***संध्या चली आई (गीत)*** ************************ धीरे - धीरे संध्या चली आई, सूर्यास्त पर किरणों को विदाई। सूरजमुखी सा सुनहरी सवेरा, मिट जाता रात का अंधियारा, दिन की शुरुआत होने है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 208 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Dec 2021 · 1 min read खास लोग *खास लोग (ग़ज़ल)* ****************** कुछ लोग होते खास हैं, हो दूर फिर भी पास हैं। वो रोज आते याद हैं, पुरजोर बुझती प्यास है। बन बैठ बैठे बार पर, अब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 356 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Dec 2021 · 1 min read रंग है कैसा **रंग है कैसा (ग़ज़ल)** ******************* ख़िजां का ढंग हैं कैसा। फ़ना . का रंग है कैसा। फूल तो खूब हैं खिलते, फ़िज़ा बदरंग है कैसा। हुआ घायल नहीं कोई, छिड़ा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 144 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Dec 2021 · 1 min read गरजता है बरसता नही *गरजता है बरसता नहीं (ग़ज़ल)* ************************** बात दिल की कोई समझता नहीं, जो गरजता है वो बरसता नहीं। पीर उठती सीने सहे कौन भला, टूट कर यूं कोई बिखरता नहीं।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 284 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Dec 2021 · 1 min read शरारत है कहाँ ****शरारत है कहाँ (ग़ज़ल)*** ************************* चेहरों पर वो नज़ाकत है कहाँ, अब दिलों में वो शरारत है कहाँ। आदमी सारे यहाँ भय से भरे, भेड़ियों से वो हिफाज़त है कहाँ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 342 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Dec 2021 · 1 min read मत खोना **मत खोना (ग़ज़ल)** ****************** होश में जोश मत खोना, ज्ञान हो पास मत खोना। दोस्त जैसा नहीं रिश्ता, यार है खास मत खोना। नाम झूठा नहीं है टिकता, प्यार का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 209 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Dec 2021 · 1 min read पहली मुलाकात ****** पहली मुलाकात ****** ************************** पहली मुलाकात सा नजारा नहीं, बनता सुहाना जाल दुबारा नहीं। बनती हुई बात भी बिगड़ती रहे, आता समझ किँतु वो इशारा नही। बढ़ती रहे धड़कने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 222 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Nov 2021 · 1 min read कितना बदल गया इंसान **बदल गया इंसान(ग़ज़ल)** ************************ कितना बदल गया इंसान हैं, सबकुछ समझ बना अंजान है। छोटे - बड़े सभी सम भार है, उत्तम हुआ यही तो ज्ञान है। स्वार्थी हुई दुनियादारी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 214 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Nov 2021 · 1 min read हम बिलखते रहे ***हम बिलखते रहे (गजल)*** ************************* रौब में हम पर वो गरजते रहे, प्रेम में उन पर हम बरसते रहे। मात देकर झट वो हमें चल दिए, चाह में उनकी हम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 428 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Nov 2021 · 1 min read लौट आओ ****** लौट आओ ******* *********************** लौट आओ सनम तुम हो कहाँ, साथ तेरे बिना मैं जाऊं कहाँ। ढूंढ लिया पिया हमने जहां, यार दिखता नही देखूं कहाँ। देख हारे तुझे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 207 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Nov 2021 · 1 min read रुखसार ** गुलाबी रंग रुखसार का (ग़ज़ल) ** ***** 122 212 212 221 2 ***** ******************************* गुलाबी रंग रुखसार का कातिल बहुत, रिझाना चाँद सी नार का कातिल बहुत। कभी तूफान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 283 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Nov 2021 · 1 min read जला हर मोड़ पर *जला हर मोड़ पर (ग़ज़ल)* *********************** मिली है जफ़ा हर मोड़ पर, यही है गिला हर मोड़ पर। खड़ी भीड़ वहाँ थी देखती, चला सिलसिला हर मोड़ पर। गया छोड़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 161 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Nov 2021 · 1 min read प्यार मिला दो *प्यार मिला दो (ग़ज़ल)* ******************** थोड़ा सा प्यार मिला दो, दिल के भी तार मिला दो। कोई शिक़वा न शिकायत, रिश्तों का सार मिला दो। मिल जाए तीर किनारा, प्यारा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 156 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Nov 2021 · 1 min read शीतल रक्त खोलता नही ** शीतल रक्त खोलता नहीं ** *********************** कब से सोया है जागता नहीं, अपनों को पहचानता नहीं। माया में फंसा हुआ अंधा, दौलत बिन कुछ जानता नहीं। नफरत से पूरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 233 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Nov 2021 · 1 min read कैसे करूँ मैं शुक्रिया ****** कैसे करूँ मैं शुक्रिया (ग़ज़ल) ******* ************************************* जब से लगी सावन झड़ी बहता नयन में नीर है, आई नहीं मिलन घड़ी मन में उठी जब से पीर है। है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 159 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Nov 2021 · 1 min read प्रेम-बरसात ****** प्रेम-बरसात ******* ************************ यही तो है आपकी सौगात, शूक्रिया की जो दिल की बात। मुख देख कर नहीं होती बात, चेहरे तो देते हैं सदा ही मात। जज़्बात बताएं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 376 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Nov 2021 · 1 min read जीना मुश्किल है *जीना मुश्किल है (ग़ज़ल)* ********************** जीना हिज्र में मुश्किल है, पीना जहर भी मुश्किल है। अब खूब घटनाएं घटती, रहना शहर में मुश्किल है। आंधी चली है जोरों पर, पंछी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 179 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Nov 2021 · 1 min read दो चार करने की ***दो चार करने की (ग़ज़ल) *** ************************** दे दो मंजूरी प्यार करने की, तुम से आँखे दो चार करने की। अड़ जाती हैं नावें कदम भरते, सोचो सागर से पार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 397 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Nov 2021 · 1 min read जिंदगी है लापता ** जिंदगी है लापता (ग़ज़ल) ** ************************* जिंदगी यारो सुना है ला'पता, ना पता तेरा न ही खुद का पता। मंजिलें भी अब नजऱ से दूर हैं। ढूंढते हारे न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 408 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Nov 2021 · 1 min read रहने दो ****रहने दो (ग़ज़ल)***** ********************** मुरझाई मुस्कान रहने दो, फीका है पकवान रहने दो। दिल के सौदे तो महंगे है, सस्ता ही सम्मान रहने दो। सबकी ही होती अलग राहें, अब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 221 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Nov 2021 · 1 min read अच्छा नहीं लगता ***अच्छा नहीं लगता (सजल)*** *************************** सजना - संवरना अच्छा नहीं लगता, मौसम मस्ताना अच्छा नहीं लगता। देखा दिलबर जब से गैर बाँहों में साजन दीवाना अच्छा नही लगता। बिखरे अरमानो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 185 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Nov 2021 · 1 min read बहन बेटी *** बहन - बेटी (सजल) *** ************************ बहन -बेटी होती सबकी सांझी, उड़ा देती उनको पल में आंधी। नजरबंदी में रहती आजीवन, नजर ना आता है उनका मांझी। पिता -... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 310 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Nov 2021 · 1 min read बहन भाई की जोड़ी **** बहन भाई की जोड़ी **** ************************* बहन-भाई दोनों की हो जोड़ी, निलय को पूर्ण करती हो जोड़ी। बहन बिन भाई है खोया-खोया, कलाई सूनी भरती हो जोड़ी। बिना भाई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 254 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Nov 2021 · 1 min read बस्ती बिखर गई ***बस्ती बिखर गई(ग़ज़ल)*** ************************* बसी बसाई बस्ती बिखर गई, बनी बनाई बातें बिसर गई। पता चली ज्यों ही आम सादगी, मिरी यही आदत है अखर गई। कभी नहीं आई आप... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 336 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Nov 2021 · 1 min read रुको तो सही *** रुको तो सही (ग़ज़ल) *** ************************ आ गए हैं हम रुको तो सही, जिंदगी है कम रुको तो सही। थक गए हैं आपको ढूंढते, अब रहा ना दम रुको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 249 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Nov 2021 · 1 min read कुछ हो गया ** कुछ खो गया (सजल)** ********************** 2 1 2 2 - 2 2 1 2 लग रहा ऐसा कुछ खो गया, जो न होना था वो हो गया। पी लिया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 312 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Nov 2021 · 1 min read गिला शिक़वा गिला-शिक़वा (सजल) ****************** ***2212 - 2212*** कोई गिला शिक़वा नहीं, कोई रहा मितवा नहीं। पर क्यों न मिल वो सके, हम से कभी रुसवां नहीं। रुक सा गया है कारवां,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 298 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Nov 2021 · 1 min read मकां मेरे यार का *****मकां बना मेरे यार का (सजल)****** *********************************** 1212 2221 2212 222 मकां बना मेरे यार का हो मुबारक दिल से, जला अलख है प्यार का हो मुबारक दिल से। बड़े... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 173 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Nov 2021 · 1 min read क्या बात हुई क्या बात हुई (सजल) ***************** 1222 2112 बता क्या वो बात हुई, बिना तारों रात हुई। जला है दिलदार बहुत, कहीं घातक घात हुई। नहीं करना काम अभी, वही फिर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 284 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Nov 2021 · 1 min read नाम है बदनाम तेरा ********** नाम है बदनाम तेरा *********** ************************************* 1222 1222 1222 1222 बता मुझको ज़रा तुम तो भला क्या नाम है तेरा, सुना है हो रहा अब नाम ही बदनाम है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 175 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Nov 2021 · 1 min read हसरत छुपा सकते नहीं *हसरत छुपा सकते नहीं* ******************** हसरत छुपा सकते नहीं, दिल को दुखा सकते नही। है स्वार्थ की आंधी चली, रिश्ते निभा सकते नहीं। दिल में जहन में हैं पड़ी, यादें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 308 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Nov 2021 · 1 min read नदी सा जीवन ***** नदी सा जीवन ***** *********************** जीवन नदी सा बहता रहे, गाथा जहां में कहता रहे। सब कुछ समेटे तल में सदा। यूं नीर फिर भी चलता रहे। ऊँचे पहाड़ों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 346 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Nov 2021 · 1 min read दोस्ती दुश्मनी ** दोस्ती दुश्मनी से हारी** ********************* दोस्ती दुश्मनी से हारी है, भाग्य कर्म पर भी भारी है। करता सदा सेवा जो सबकी, लगता उन्हीं की ही बारी है। फैला जहर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 504 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Nov 2021 · 1 min read मन बहुत उदास है ** मन बहुत उदास है ** ******************* मन बहुत ही उदास है, बात भी कुछ न खास है। इस अधूरे जहान में, आज कोई न पास है। खूब सब ढूंढ़ते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 297 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Nov 2021 · 1 min read सुन गल *****सुण गल****** ****************** नेड़े कु होके सुण गल, आजा मेरे नाल चल। तेरे बाझों हुण मेरा, सरना नी इक पल। मेरे सवालां दा जी, तेरे कोल ही है हल। कट्ठे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 285 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Nov 2021 · 1 min read नम आँखे **** आँखें नम क्यों है **** *********************** **** 222 222 22 **** *********************** जन जन की आँखें नम क्यों है, मन मे गहराया गम क्यों है। पग पग में काँटे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 378 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Nov 2021 · 1 min read यादों की बदली *यादों की बदली (सजल)* ********************* 2 2 2 2 2 2 2 2 ********************* यादों की बदली आती है, दिल को रहती तड़फाती है। मौसम तो आते - जाते हैं,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 325 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Nov 2021 · 1 min read नजर मिलाते रहो ****** नज़र मिलाते रहो ******* **************************** 2 2 2 1 2 2 1 2 2 1 2 नजरों से नजर तुम मिलाते रहो, कुछ सुन लो वचन कुछ सुनाते रहो।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 143 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Nov 2021 · 1 min read ख़ता है बता ख़ता है बता (सजल) **************** 2 2 1 2 2 1 2 **************** जी क्या ख़ता है बता, जो भी सजा है बता। गुमसुम हुए आप जो, कैसा नशा है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 284 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Nov 2021 · 1 min read तेरी याद सताती है **तेरी याद सताती है ** ****************** 2 2 2 1 1 2 2 2 ***************** तेरी याद सताती है, जो दिन-रात रुलाती है। तेरे यार गिले - शिकवे, मेरा मूल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 370 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Nov 2021 · 1 min read छुपाना भी नहीं आता ** छुपाना भी नहीं आता (सजल)** ***************************** 1222 1222 1222 ***************************** मुझे दुख को छुपाना भी नहीं आता, कभी अपना बनाना भी नहीं आता। दुखाते हैं यहाँ दिल को जगत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 529 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Nov 2021 · 1 min read तेरी याद *तेरी याद (सजल)* **************** याद तेरी फिर आई, ऑंख मेरी भर आईं। रात बीती दिन आया, ना नजर तू पर आई। प्यार खोया है जबसे, साथ छोड़ा है जबसे, है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 327 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Nov 2021 · 1 min read खफ़ा ही रहा **** खफ़ा ही रहा (गजल) **** *2 1 2 2 1 2 2 1 2 2 1 2* ************************** दर हमारा सनम यूं खुला ही रहा। नींद में भी तुझे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 203 Share Previous Page 3 Next