सतीश पाण्डेय 201 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next सतीश पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read मुक्तक एक मुक्तक कलम तुम देश से कहना समय बलिदान का है अब । लगा दो जान क़ी बाजी प्रश्न सम्मान का है अब ।। लजाओ दूध न माँ का शपथ... Poetry Writing Challenge 349 Share सतीश पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read मुक्तक मुक्तक रचें इतिहास जो हरदम वतन पर जान देकर के ।। बचाते हैं सदा सरहद नई पहचान देकर के।। चटा ही धूल देते हैं नजर जो डाल दे दुश़्मन? नमन... Poetry Writing Challenge 257 Share सतीश पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read कुंडलियां आज की कुण्डलिया अजगर सर्विस ना करे , पंछी करे न वर्क । वेतन मिलता रहेगा , किंचित पड़े न फर्क ।। किंचित पड़े न फर्क , समय की है... Poetry Writing Challenge 143 Share सतीश पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read हिन्दी की उपादेयता हिंदी दिवस मन से तो करते नहीं, हिंदी को स्वीकार। सिर्फ दिखावे के लिए हिंदी की जयकार। हिंदी की जयकार मनाएं पखवाड़ा बस। बाकी दिन में मस्त विदेशी प्यार करें... Poetry Writing Challenge 385 Share सतीश पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read मुक्तक इश्क में चोट खा कर के नया पैगाम लिखता हूँ। वेवफा अब न हो कोई यही आयाम लिखता हूं। प्यार में शर्त का होना कभी अच्छा नहीं लगता । ह्रदय... Poetry Writing Challenge 228 Share सतीश पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read दोहा तिल गोरी के गाल पर , शोभा की है खान । मनहुँ चौकसी रूप हित , बैठाए दरबान ।। सतीश पाण्डेय Poetry Writing Challenge 239 Share सतीश पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read आदमी मित्रो "मेरी जिदगीकेमुक्तक " संग्रह से कुछ........ आदमी से रोज पंगा ले रहा है आदमी ,,, आदमी को रोज नंगा कर रहा है आदमी' रोटियां अपनी सिकें जाये बाकी भाड... Poetry Writing Challenge 247 Share सतीश पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read मुक्तक रोज सुवह उठते ही भीग भीग जाते नैन ,, देखते ही सुर्खियाँ किसी भी अख़बार की ,, घायल है गीता और तुलसी की रामायण कैसी दशा हो गयी हमारे हिंदुस्तान... Poetry Writing Challenge 134 Share सतीश पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read मुक्तक हो चुकी है भोर अब सूरज निकलना चाहिए मच चुकी है बहुत बमचक शोर थमना चाहिए क्यों खड़े हो काटने को शीश अपने भाई का ही लहू सबका एक ही... Poetry Writing Challenge 72 Share सतीश पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read व्यंग ........... अभी हाल ही में हुआ ,,नेतागिरी का साक्षात्कार ........... मैं भी पहुँच गया सहम के ,,जबकि छोटा है आकार,,,,,,,,, इंटरव्यू का पहला प्रशन ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, क्या तुमने किसी अंधे भिखारी... Poetry Writing Challenge 120 Share सतीश पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read अपने मन के बादल ....... कल देखा एक बादल का टुकड़ा ,,अपनी मस्ती में ........... बिना मांग के बरस रहा था ,,,दूर अभिजात्य बस्ती में ,,,,, पर इधर झुग्गी झोपडी बाले ,,परेशान थे पानी... Poetry Writing Challenge 1 71 Share सतीश पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read दोहा माँ , बेटी , पत्नी ,बहू , और बहन का प्यार । नारी सारे रूप में , महकाये परिवार ।। सतीश पाण्डेय Poetry Writing Challenge 1 111 Share सतीश पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read सच तुम सुन नहीं सकती .......... सच तुम सुन नहीं सकती .......... झूठ मैं कह नहीं सकता ,, वार्ता का दौर किस तरह आगे बढ़े ......... क्या बीच का रास्ता नहीं निकल सकता मौन को विश्राम... Poetry Writing Challenge 1 94 Share सतीश पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read पतंग और मैं कल देखा कि एक फटी पतंग हवा में बह रही थी . न ऊपर जा रही थी ,न भू पर आ रही थी ,,, उसको देख कर कुछ अच्छा नहीं... Poetry Writing Challenge 1 103 Share सतीश पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read कुंडलिया धोके से भी हो गयी , कहीं त्रुटी यदि एक। भूल जायगा जगत फिर , सदा रहा तू नेक।। सदा रहा तू नेक , मनुज की फितरत ऐसी । स्वार्थ... Poetry Writing Challenge 1 113 Share सतीश पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read विनती विनती हनुमत विनती दीन की , सुनिए नाथ जरूर। रोग, शोक ,भय ,दीनता , करिए चकनाचूर।। करिए चकनाचूर , जन्मदिन आज तुम्हारा । चहुंदिश हाहाकार , जगत दिखता बस हारा।... Poetry Writing Challenge 1 94 Share सतीश पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read हम तुम दोनों हम तुम दोनों साथ रहेंगे जीवन भर ... जीवन में सपनो के सज सजायेंगे .... सत्य शांति साहस के गीत सुनायेंगे ,,,, भर मन में उत्साह अमर निर्झर सा हम... Poetry Writing Challenge 1 130 Share सतीश पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read विश्वास आस्था यकीन 1. एक बार, गांव वालों ने सूखे के हालात देखकर तय किया कि वे भगवान से बरसात के लिए प्रार्थना करेंगे, प्रार्थना वाले दिन सभी लोग प्रार्थना के लिए इकट्ठे... Poetry Writing Challenge 1 95 Share सतीश पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read समय की बांसुरी समय की अभिनव रसीली बाँसुरी पर ... कौन है ,,,जो जागरण के गीत गाये ,................ खिल उठी कलियाँ ,,गमक से भर उठा नभ है ,,,,,, प्रकृति का वह इन्द्रधनुशी दिव्यआँचल... Poetry Writing Challenge 1 91 Share सतीश पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read सर को झुका कर नहीं .सर को उठाकर सोचिये . सर को झुका कर नहीं .सर को उठाकर सोचिये . जीवन के गीत ,जीवन में गाकर तो देखिये ' तिमिर दूर होगा उजाला दिखेगा ; मंजिल की तरफ कदम बढाकर... Poetry Writing Challenge 180 Share सतीश पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read समय की मांग परिवर्तन के स्वर अधरों पर आने दो तुम नयी क्रांति को आज मुस्काने दो.. मन की कोयल का गाना आज जरुरी है. पीड़ित शोषित का दर्द उभर कर आने दो.... Poetry Writing Challenge 1 251 Share सतीश पाण्डेय 30 May 2023 · 1 min read दोहे आज के नारी यदि करती सदा ,नारी का सम्मान। क्या मजाल फिर पुरुष की ,कर सकता अपमान।01 साहूकार की हवस का ,बेला हुई शिकार। बाप शराबी घर पड़ा, मां रोगी बीमार।।02 बंद... Poetry Writing Challenge 156 Share सतीश पाण्डेय 18 May 2023 · 1 min read दोहा टूटा तारा देखकर , कवि ने की फरियाद। इसको ही रब जोड़ दे , वापिस यही मुराद ।। Poetry Writing Challenge 1 322 Share सतीश पाण्डेय 18 May 2023 · 1 min read मेरी पीड़ा मित्रो युवाओ का एक बहुत बड़ा वर्ग दिशा हीन है ,,,मेरी पीड़ा ,,,,,, दिशा भ्रमित हैं युवा केवल झूठ के व्यवसाय में .... जी रहे जिन्दगी बस रोमान्स के क्रशकाय... Poetry Writing Challenge 2 155 Share सतीश पाण्डेय 18 May 2023 · 1 min read बोल आजकल लोग बोलने से पहले सोचते ही नहीं हैं ,, फिर कहते है मेरा वो मतलब नहीं था सोच विचार कर बोलने की नीति लगता है ख़त्म होती जा रही... Poetry Writing Challenge 1 277 Share सतीश पाण्डेय 18 May 2023 · 1 min read दो टूक लोग सस्ते हो गए हैं ,,वस्तुएं महंगी हुईं अब क़यामत के मुझे दिखने लगे आसार हैं,, क्या बुरा है क्या है अच्छा कुछ नहीं मालूम आग के इन जंगलो में... Poetry Writing Challenge 1 126 Share सतीश पाण्डेय 18 May 2023 · 1 min read मुक्तक हो चुकी है भोर अब सूरज निकलना चाहिए मच चुकी है बहुत बमचक शोर थामना चाहिए क्यों खड़े हो काटने को शीश अपने भाई का ही लहू सबका एक ही... Poetry Writing Challenge 1 350 Share सतीश पाण्डेय 18 May 2023 · 1 min read प्यार की जीत जीत प्यार की होगी यह सब देख लेना .... विजय मेरी होगी यह सब देख लेना .... हटाओ कदम रास्ता छोड़ जाओ ,,,, नयी फिर मिलेगी डगर देख लेना ,,,... Poetry Writing Challenge 1 138 Share सतीश पाण्डेय 17 May 2023 · 1 min read एक कुंडलियां लिखता बुलबुल की चहक , लिखता कोयल कूक । लिखता पायल की झनक , लिखता पीड़ा मूक ।। लिखता पीड़ा मूक , लेखनी धर्म निभाता । लिखूँ समय की चाह... Poetry Writing Challenge 52 Share सतीश पाण्डेय 17 May 2023 · 1 min read एक मुक्तक हरें मजबूर की पीडा , जला मुस्कान का दीपक बढायें शान भारत की , जला ईमान का दीपक सभी प्यारे लगें हमको , लगें प्यारे सभी को हम करें रोशन... Poetry Writing Challenge 163 Share सतीश पाण्डेय 17 May 2023 · 1 min read मूर्ति और मैं मित्रो नमस्कार ............... मूर्ति खंडित होती है ,,,,,,,,,,,, कभी देखा है ,,,,पत्थर को रोते हुए .... वह संज्ञा शुन्य ,,,जड़वत,,,पत्थर उसे कुछ पता नहीं चलता ............ वह जानना भी नहीं... Poetry Writing Challenge 81 Share सतीश पाण्डेय 17 May 2023 · 1 min read होली पर दोहे होली पर दोहे सुन्दर गालों पर मला ,प्रिय ने बिहसि गुलाल । पके टमाटर से हुए , चटक गुलाबी गाल।।01 महलों में रसरंग संग , होली के हुड़दंग । इधर... Poetry Writing Challenge 47 Share सतीश पाण्डेय 17 May 2023 · 1 min read आखें मित्रो शुभ संध्या ,,,,,,,,,,,,,,,,,,, प्रिय के नैनों के ऊपर मेरी पुरुस्कृत रचना ,,,,,,,,,,,,,, कितने सुन्दर ,,कितने मादक ,,कितने मोहक नैन तुम्हारे ............. स्वर्ग भुला कर नर्क भुलाकर ,, प्रिये निहारूं... Poetry Writing Challenge 190 Share सतीश पाण्डेय 17 May 2023 · 1 min read आंसू डूबी मुस्कान मित्रो शुभ संध्या ,,,,,,,,, प्रिय जनों की बेहद मांग पर एक पुरानी रचना ................... आंसू डूबी मुस्कानों का मैंने नित बसंत देखा है ,,,,,,,,,, जन जन के अंतर का मैंने... Poetry Writing Challenge 81 Share सतीश पाण्डेय 16 May 2023 · 1 min read बरक्षी तीर कमान ,त्याग की फिर भी मूरत । नारी कोमल निर्मला... होती फूल समान। वक्त पड़े तो थाम ले...बरछी तीर कमान।। बरक्षी तीर कमान ,त्याग की फिर भी मूरत । करे दुष्ट संहार ,बना काली की सूरत। मत... Poetry Writing Challenge 185 Share सतीश पाण्डेय 16 May 2023 · 1 min read दो टूक वक्त गुजारूं किसी का , नहीं तात सामान। मां, बेटी,पत्नी सदा , मत समझो परिधान।। Poetry Writing Challenge 80 Share सतीश पाण्डेय 16 May 2023 · 1 min read पुरुष का अहम दासी सा व्यवहार नित ,पग पग पर अपमान । मंदिर जा कर कर रहा ,देवी का गुणगान । देवी का गुणगान,मात्र काया का भूखा। पशुवत जीवन रोज ,भाव से बिल्कुल... Poetry Writing Challenge 177 Share सतीश पाण्डेय 16 May 2023 · 2 min read आज के दोहे 01 चलो सखी अब साथ में ढूंढे बरगद आम । तन मन भीगा स्वेद से ,पसरी चहुँ दिशि घाम ।। .02 बहुत बावरी ग्रीष्म ऋतु ,झुलसा देत शरीर। जग खारा... Poetry Writing Challenge 99 Share सतीश पाण्डेय 16 May 2023 · 1 min read देने को जब कुछ नहीं ,धोखा देते लोग देने को जब कुछ नहीं ,धोखा देते लोग इनके मुखड़े पर दिखे , छल प्रपंच का रोग माँ के कडुवे बोल भी , मानो प्रभु आशीष सीख सही देती सदा... Poetry Writing Challenge 87 Share सतीश पाण्डेय 16 May 2023 · 7 min read दोहे 0 1 दुर्बल की खातिर लड़े , वह है सच्चा वीर इसी बात को कह गए तुलसी सुर कबीर।। 02 मानवता से हीन जो , दुर्बल की ले हाय। भले... Poetry Writing Challenge 210 Share सतीश पाण्डेय 16 May 2023 · 1 min read वंदनीय जेठ की दोपहरी से बेखबर और हर मौसम से अनजान वहः जर्जर वृद्धा दिख ही जाती थी एक जलती ज्योति सी मूर्तिमान श्रद्धा पोपला मुँह झुर्रीदार चहरे के साथ विवाई... Poetry Writing Challenge 234 Share सतीश पाण्डेय 16 May 2023 · 1 min read नारी भरती निज मुस्कान से ,घर आँगन में प्यार । प्रथम पूज्य नारी सदा , रचती नव संसार।।01 पंख नुची चिड़िया कहे ,कैसा हुआ समाज। कदम कदम पर भेड़िये , नीड़... Poetry Writing Challenge 88 Share सतीश पाण्डेय 16 May 2023 · 1 min read कुछ खास प्यार बिखेरें जगत में , प्रतिदिन लें संकल्प । अमन चैन के वास्ते , दूजा नहीं विकल्प।।01 नारी तू नारायणी , थामे जग पतवार । अगणित रूपो में सदा ,देती... Poetry Writing Challenge 103 Share सतीश पाण्डेय 16 May 2023 · 1 min read दोहे जिसको अपने आप पर होता है विश्वास। उसको कुुुछ दुर्गम नहीं ,सब कुछ उसके पास।। वन्दनीय माँ भारती ,वन्दनीय शुचि देश । जिसकी गोदी खेलकर , हमसब हुए विशेष ।।... Poetry Writing Challenge 137 Share सतीश पाण्डेय 16 May 2023 · 1 min read जय हिन्द वन्दनीय माँ भारती ,वन्दनीय शुचि देश । जिसकी गोदी खेलकर , हमसब हुए विशेष ।। Poetry Writing Challenge 51 Share सतीश पाण्डेय 16 May 2023 · 1 min read मां और कुछ माँ की ममता पिता की , क्षमता सदा प्रणम्य। इनके चिर आशीष से ,बनता हर घर रम्य ।। Poetry Writing Challenge 52 Share सतीश पाण्डेय 16 May 2023 · 1 min read बिन मां के अपना ही घर लग रहा ,आज मुझे अनजान । बिन माँ के घर ,घर नहीं, है बस एक मकान ।। Poetry Writing Challenge 91 Share सतीश पाण्डेय 16 May 2023 · 1 min read क्षणिका अपनों से अपनी बात ............ आज सुवह कचरे के ढेर पर देखा ,,,उस पर झुके हुए अधनंगे बच्चो को ,,,,,,, बीन रहे थे अपने मतलब का कबाड़ ,, ऐसा लग... Poetry Writing Challenge 101 Share सतीश पाण्डेय 16 May 2023 · 1 min read विरोधाभास दर्द वेदना .............. यहाँ जन्म दिन मन रहे है ,,,शराब शबाब पर है ........... सुरा भी सुंदरी भी ,नीयत कबाब पर है ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, उधर ,,एक असहाय माँ हाथ जोड़े खड़ी... Poetry Writing Challenge 56 Share सतीश पाण्डेय 16 May 2023 · 1 min read कुछ दोहे गांव दुखी , जंगल दुखी , दुखी खेत खलिहान। दुखी आत्मा देश की , कैसे हो कल्याण।। 01 महंगाई की मार से , बेड़ा होता गर्क । अंधे बहरे तंत्र... Poetry Writing Challenge 52 Share Previous Page 3 Next