Ram Krishan Rastogi Tag: मुक्तक 139 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Ram Krishan Rastogi 5 Jun 2021 · 1 min read प्रकृति व पर्यावरण जब पल पल पेड़ कटते जायेंगे , तब सब जंगल मैदान बन जायेंगे | मानव तब बार बार पछतायेगा , जब सारे वे मरुस्थल बन जायेगे || जब पौधे सिमट... Hindi · मुक्तक 6 6 275 Share Ram Krishan Rastogi 3 Jun 2021 · 1 min read दो जून की रोटी दो जून को रोटी ************ दो जून की रोटी मिल जाए,ये बड़ी बात है, उनसे मेरी मुलाकात हो जाए ये बड़ी बात है। आजकल ये कितना बुरा समय चल रहा... Hindi · मुक्तक 4 4 232 Share Ram Krishan Rastogi 19 May 2021 · 1 min read बरसात के दिन भूले नहीं हम बरसात के दिन भूले नहीं हम ********************** बरसात के दिन भूले नहीं हम, बचपन को याद करते अब हम। लौटा दे कोई बचपन अब हमारा, उसका एहसान सदा मानेंगे हम।।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · मुक्तक 73 60 1k Share Ram Krishan Rastogi 16 May 2021 · 1 min read जब से हुई है उनसे मेरी मुलाकात जब से हुई है उनसे मेरी मुलाकात ************************* जब से हुई है उनसे मेरी मुलाकात, दिल में होने लगी है प्यार की बरसात। नन्हीं नन्हीं बूंदे पड़ने लगी है अब,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · मुक्तक 65 56 1k Share Ram Krishan Rastogi 14 May 2021 · 1 min read बुढ़ापे में इश्क नहीं कर सकते हैं यारो बुढ़ापे में इश्क कर नहीं सकते है यारो, कुछ बसकी नहीं है बुढ़ापे में अब यारो। बस यूंही दिल को बहला लेते है यारो, उनकी तस्वीर को दिल से लगा... Hindi · मुक्तक 3 228 Share Ram Krishan Rastogi 1 May 2021 · 1 min read आशा की किरण आशा की किरण ************* आज अंधेरा है,कल उजाला भी आयेगा, आज किसी का है,कल हमारा भी आयेगा। उम्मीद पर है दुनिया कायम ए मेरे दोस्तो, ये अंधेरा इस संसार का... Hindi · मुक्तक 2 238 Share Ram Krishan Rastogi 30 Apr 2021 · 1 min read सृष्टि के नियम सृष्टि के नियम *********** किये है जो कर्म हमने,उन्हीं का फल पा रहे हैं, बोए है जो पेड़ हमने,उन्हीं के फल खा रहे है। चला आ रहा है यह नियम... Hindi · मुक्तक 2 1 232 Share Ram Krishan Rastogi 28 Apr 2021 · 1 min read मानवता बिक रही है बाजारों मे मानवता बिक रही है अब बाजारों मे, काला बाजारी हो रही है बाजारों मे। कुछ सांसे गिन रहे हैं अस्तपतालो मे, दानवता गिन रही है नोट बाजारों मे।। राजनेता लिप्त... Hindi · मुक्तक 2 1 226 Share Ram Krishan Rastogi 24 Apr 2021 · 1 min read बन्द है दरवाजे कभी तो खुलेंगे बन्द है दरवाजे,कभी तो खुलेंगे ************************ बन्द हैं दरवाजे,कभी तो खुलेंगे, कभी न कभी तो अपनो से मिलेंगे। उम्मीद रखो,अच्छा वक्त आयेगा, जो बिछड़े है,वे जल्दी ही मिलेंगे।। सूरज छिपता... Hindi · मुक्तक 2 1 211 Share Ram Krishan Rastogi 20 Apr 2021 · 1 min read प्यार की स्टेज प्यार की स्टेज (प्रकिर्या) ************†***** अभी थोड़ा सा प्यार हुआ है, अभी थोड़ा सा इकरार हुआ है। देखते है आगे आगे होता है क्या, अभी मोहब्बत का इजहार हुआ है।... Hindi · मुक्तक 2 1 269 Share Ram Krishan Rastogi 15 Apr 2021 · 1 min read धुएँ से धुँआ हुई है अब जिंदगी धुएँ से धुआँ हुई है,अब जिंदगी , तम्बाकू से बर्बाद हुई है जिंदगी | बचना चाहते हो अगर तुम इससे , तम्बाकू छोड़ो बचा लो ये जिंदगी || धुआँ राख़... Hindi · मुक्तक 209 Share Ram Krishan Rastogi 10 Apr 2021 · 1 min read सुप्रभात सभी मित्रो को सुप्रभात सभी मित्रो को +++++++++++++++ बसा हूं तुम्हारी सांसों मै संगीत बनके। दिल में बसाओ मुझे अपना मीत बनके। सजाओ स्वपन जीवन के अपने सारे। साथ निभाऊंगा जगत की रीत... Hindi · मुक्तक 1 1 198 Share Ram Krishan Rastogi 2 Apr 2021 · 1 min read मै मन के भाव लिखता हूं मै मन के भाव लिखता हूं ******************* मन में भाव आते हैं तो मै लिखता हूं। दिल में दर्द होता है तो मै लिखता हूं।। किसी का कुछ न लेता... Hindi · मुक्तक 1 1 372 Share Ram Krishan Rastogi 26 Mar 2021 · 1 min read प्यार की पाती पर मुक्तक प्यार की पाती पर मुक्तक ******************** अपने मधुर स्वप्नों को जरा आकार दीजिए। जो दिल में है उसे आंखो से जरा कह दीजिए। जो लिख न सको स्याही से कागज... Hindi · मुक्तक 1 1 450 Share Ram Krishan Rastogi 22 Mar 2021 · 1 min read उम्र को हराना है तो शोक को जिंदा रखिए उम्र को हराना है तो शोक जिंदा रखिए घुटने चले न चले,मन उड़ता परिंदा रखिए। बुढापा तो आता है एक उम्र के बाद सभी को। जिंदगी को हमेशा हर तरह... Hindi · मुक्तक 5 4 5k Share Ram Krishan Rastogi 19 Feb 2021 · 1 min read कोरोना काल में मिलन बन्द पड़े हम इस कोरोना काल मै, दिल भी मचल रहा था इस हाल मे, कैसे मिलन हो उनसे अब मेरा सोच रही हूं इस कोरोना काल मै । आर... Hindi · मुक्तक 185 Share Ram Krishan Rastogi 19 Feb 2021 · 1 min read काव्य प्रतियोगिता मे वोटिंग काव्य प्रतियोगिता में वोटिंग ********************** डूबे वहां जहां हम,किनारे के करीब थे, हार हुई वहां जहां हम जीत के करीब थे मिल जाती अगर तीन वोट मुझे वहां पर, वोट... Hindi · मुक्तक 339 Share Ram Krishan Rastogi 16 Jan 2021 · 1 min read काव्य प्रतियोगिता अब मोबाइल से काव्य प्रतियोगिता अब मोबाईल से *************************** होने लगी है काव्य प्रतियोगिता अब मोबाईल से, पड़ने लगी है वोट पाठको की अब मोबाईल से, देखो कवि मंच बना है हर शहर... Hindi · मुक्तक 1 1 210 Share Ram Krishan Rastogi 16 Jan 2021 · 1 min read मोबाईल में है अब जिंदगी मोबाईल में है अब जिंदगी ********************* सारे रिश्ते सिमट गए हैं आज मोबाइल मे, सारे सम्बन्ध चिपट गए हैं आज मोबाईल मे, कितना बदल गया है इंसान इस ज़माने में... Hindi · मुक्तक 2 1 215 Share Ram Krishan Rastogi 10 Dec 2020 · 1 min read हिचकियों का रहस्य हिचकियों का रहस्य **************** जब जब हिचकी आईं हैं मुझको, तब तब तेरी याद आई है मुझको। पता नहीं ये यादें क्यों हमे सताती, इसका रहस्य तो बताओ मुझको। जब... Hindi · मुक्तक 1 4 346 Share Ram Krishan Rastogi 8 Dec 2020 · 1 min read किसानों से निवेदन किसानों से निवेदन *************** क्यों भारत तुम बन्द करते हो, क्यों आफत तुम मोल लेते हो। अपने को भी तुम कष्ट देते हो, दूसरो को भी तुम कष्ट देते हो।... Hindi · मुक्तक 2 212 Share Ram Krishan Rastogi 27 Nov 2020 · 1 min read मेरी लिखने की प्रक्रिया लिखने से पहले,मै माँ सरस्वती को नमन करता हूँ , जो विचार मन में आये,उसको फिर मै लिखता हूँ | देखता रहता हूँ,लोगो की क्रियाओ प्रतिकिर्याओ को , फिर उनका... Hindi · मुक्तक 1 277 Share Ram Krishan Rastogi 27 Nov 2020 · 1 min read शुभ प्रभात शुभ प्रभात ******** उगता सूरज दिखा रहा है,जादू अपनी किरणों से, ओस के मोतियों को,पिरोता है अपनी किरणों से। बिगुल बजा देता है,उठो भोर अब हो गई है दोस्तो अलसाई... Hindi · मुक्तक 1 1 382 Share Ram Krishan Rastogi 25 Nov 2020 · 1 min read मेरी दिनचर्या मेरी दिनचर्या ************ जब रात को गहरी नींद में सो जाता हूं, स्वप्नों की नई दुनियां में मै खो जाता हूं। देखता हूं नए नए स्वप्न मै रोज रात को,... Hindi · मुक्तक 1 377 Share Ram Krishan Rastogi 4 Apr 2020 · 1 min read एक मुक्तक --आर के रस्तोगी घर घर दीपक जलाना है हमे | हौशले के साथ बढ़ते जाना है हमे || रोक सके न कोई हमे इस डगर से | केवल कोरोना को हराना है हमे... Hindi · मुक्तक 1 221 Share Ram Krishan Rastogi 30 Mar 2020 · 1 min read दो मुक्तक -आर के रस्तोगी मंजिल बहुत है,तो अफ़साने भी बहुत है | जिन्दगी की राह में,इम्तिहान भी बहुत है || मत करो दुःख उसका,जो बीत गया है | दुनिया में खुश रहने के बहाने... Hindi · मुक्तक 1 2 512 Share Ram Krishan Rastogi 27 Mar 2020 · 1 min read दिल मिले किसी को दिलदार मिले ---आर के रस्तोगी दिल मिले किसी को दिलदार मिले | किसी को गुल मिले तो किसी को गुलजार मिले || फूल मिले किसी किसी को फूलो का हार मिले | दुआ है मेरी... Hindi · मुक्तक 1 2 209 Share Ram Krishan Rastogi 20 Nov 2019 · 1 min read एक हास्य रचना -सलवार दिवस --आर के रस्तोगी साथियों आज सलवार दिवस है | आज के दिन बाबा रामदेव जी रामलीला मैदान से सलवार पहन कर भागे थे | योग की दुनिया में,उठी जो ललकार किसकी थी |... Hindi · मुक्तक 1 3 1k Share Ram Krishan Rastogi 17 Oct 2019 · 1 min read चाँद मेरी चाँदनी को निहारता रहा --एक मुक्तक --आर के रस्तोगी चाँद मेरी चाँदनी को निहारता रहा | मै भी खड़ा खड़ा उसे निहारता रहा || मेरी चाँदनी को कोई नजर न लग जाये | उसको नजर का टीका लगाता रहा... Hindi · मुक्तक 2 1 188 Share Ram Krishan Rastogi 29 Sep 2019 · 1 min read मै आशा के दीप जलाना चाहता हूँ ---आर के रस्तोगी आशा के दीप जलाना चाहता हूँ --- --------------------------------- मै आशा के दीप जलाना चाहता हूँ | निराशा के दीप बुझाना चाहता हूँ || जिस झोपडी में कभी न दीप जला... Hindi · मुक्तक 402 Share Ram Krishan Rastogi 8 Aug 2019 · 1 min read सुन्दरता है सस्ती ,चरित्र है महँगा --आर के रस्तोगी सुन्दरता है सस्ती,चरित्र है महँगा | घडी है सस्ती,अब समय है महँगा || कर ले बन्दे समय का सदुपयोग | वर्ना जीवन काटना पड़ेगा महँगा || रिश्ता है सस्ता,निभाना है... Hindi · मुक्तक 1 1 397 Share Ram Krishan Rastogi 11 Jul 2019 · 1 min read मुक्तक --जिन्दगी तेरे एहसान बहुत है --आर के रस्तोगी जिन्दगी तेरे एहसान बहुत है | दिल में मेरे अरमान बहुत है || किसको जोड़े,किसको घटाये | नेक काम कम है जुर्म बहुत है || देखने को तो स्वपन बहुत... Hindi · मुक्तक 313 Share Ram Krishan Rastogi 2 Jul 2019 · 1 min read नजर को नजर की नजर ना लगे --आर के रस्तोगी नजर को नजर की नजर ना लगे | दोनों ही काला टीका लगाने लगे || आपको देखा है बस उस नजर से | इस नजर से आपको नजर ना लगे... Hindi · मुक्तक 190 Share Ram Krishan Rastogi 13 Jun 2019 · 1 min read दिल पर दो मुक्तक----आर के रस्तोगी दिल दिया है जब से तुझको , तडफन हो रही है मुझको | दिन तो कट जाते है लेकिन , राते करती है बैचेन मुझको || दिल देना कोई दिल्लगी... Hindi · मुक्तक 1 1 176 Share Ram Krishan Rastogi 25 May 2019 · 1 min read मोदी मुक्तक ----आर के रस्तोगी दे दो गालियाँ जितनी तुम अब मुझको | कोई फर्क नहीं पड़ता सुनने में मुझको || तय कर लिया है देश को आगे बढ़ाने का | हिम्मत हैं तो रोक... Hindi · मुक्तक 2 1 271 Share Ram Krishan Rastogi 10 May 2019 · 1 min read चाह है बस तेरे दरबार में आने की ---आर के रस्तोगी चाह नहीं अब कुछ खाने की | चाह नहीं अब और कमाने की || चाह बस केवल प्रभु जी मेरी | तेरे ही दरबार में बस आने की || चाह... Hindi · मुक्तक 2 3 229 Share Ram Krishan Rastogi 6 Feb 2019 · 1 min read एक मुक्तक --आर के रस्तोगी "बगैर कहे पहले से ही ये नजरे बोल देती है तुम्हारे आने से पहले दिल के द्वार खोल देती हे बस तुम आ जाओ,और न इंतजार कराओ समझ जाओ ये... Hindi · मुक्तक 1 1 239 Share Ram Krishan Rastogi 2 Feb 2019 · 1 min read कुछ कलयुगी मुक्तक --आर के रस्तोगी काश ! मैं तुम्हारा मोबाइल होता तुम्हारे कानो से चिपका होता तुम अपने दिल की बात कहती मैं अपने दिल की बात कहता काश ! तुम मेरे मोबाइल होते भले... Hindi · मुक्तक 1 1 270 Share Ram Krishan Rastogi 15 Apr 2018 · 2 min read देश के नेता ओर इनका इलाज -रस्तोगी ये देश के सफ़ेद हाथी है,संसद को चलने नहीं देते है केवल शोर-शराबा लड़ाई झगड़ा ये संसद में करते है बतलाओ कितने दिन संसद चली,कितने बिल पास हुए ? बतलाओ... Hindi · मुक्तक 227 Share Previous Page 3