किसान से की गई है अपील और सरकार का दिया जा रहा है साथ! वह सरकार जिसके जिम्मे हर भारतीय की पहरेदारी करने काम है वह सिर्फ पूंजी पतियों एवं बहुराष्ट्रीय कंपनियों के लिए वातावरण बनाने में जुटी है, किसान की भलाई के लिए भी सोच कर देख ले,रही बात गोली चलाने की तो वह काम किसानों ने अपने उन बच्चों को सौंप रखा है जो सीमाओं में जमकर देश की सुरक्षा में तैनात हैं, वह अपने दुश्मनों को पहचान कर भी नाहक गोली नहीं मारते अपितु तब तक पहल नहीं करते जब तक उसकी जान पर ना बन आए,या फिर उसके काम पर सवाल खड़े न कर दे! आशा है किसान की परिस्थितियों का आंकलन करने के लिए अपने अंदर के जमीर को जगाएंगे,सादर प्रणाम।
किसान से की गई है अपील और सरकार का दिया जा रहा है साथ! वह सरकार जिसके जिम्मे हर भारतीय की पहरेदारी करने काम है वह सिर्फ पूंजी पतियों एवं बहुराष्ट्रीय कंपनियों के लिए वातावरण बनाने में जुटी है, किसान की भलाई के लिए भी सोच कर देख ले,रही बात गोली चलाने की तो वह काम किसानों ने अपने उन बच्चों को सौंप रखा है जो सीमाओं में जमकर देश की सुरक्षा में तैनात हैं, वह अपने दुश्मनों को पहचान कर भी नाहक गोली नहीं मारते अपितु तब तक पहल नहीं करते जब तक उसकी जान पर ना बन आए,या फिर उसके काम पर सवाल खड़े न कर दे! आशा है किसान की परिस्थितियों का आंकलन करने के लिए अपने अंदर के जमीर को जगाएंगे,सादर प्रणाम।
समस्या का समाधान आपसी बात से ही निकला सकता है न किसी बात को तूल देने में। विपक्ष केवल किसान आंदोलन रूपी तबे पर अपनी वोटो रूपी रोटियां सेक रहा है।